11 जनवरी : मधुबनी की मुख्य खबरें

0
swatva samachar

नियोजित शिक्षकों की समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो होगा धरना प्रदर्शन :- मशकूर आलम

मधुबनी : बिहार प्रदेश प्रारंभिक शिक्षक संघ जिला इकाई मधुबनी के जिला संघ एवं प्रखंड संघ के पदाधिकारियों की एक बैठक वाटसन मध्य विद्यालय मधुबनी के प्रांगण में करोना गाइडलाइन को पालन करते हुए आयोजित की गई, जिसमें बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश प्रवक्ता सह जिला अध्यक्ष मशकूर आलम ने कहा के ईपीएफ का लाभ सितम्बर 2020 मिला।

शिक्षकों वेतन से नवंबर 2021 तक विभाग के द्वारा राशि काट ली गई है। लेकिन अफसोस विभाग के द्वारा किसी प्रखण्ड का 2 माह किसी प्रखण्ड का 3 माह और किसी प्रखण्ड का फरवरी 2021 तक ही राशि शिक्षकों के खाते में राशि हस्तांतरित की गई है। विभाग के पदाधिकारियों से वार्तालाप करने पर टाल-मटोल की नीति अपनाई जा रही है।

swatva

वहीं जिला प्रवक्ता सह जिला सचिव अरविन्द नाथ झा ने कहा के आज से दो वर्ष पूर्व 21 में से तीन प्रखण्डों का डीपीई ऐरीयर का भुगतान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के द्वारा किया गया था, लेकिन अभी भी 18 प्रखण्डों के शिक्षक डीपीई ऐरीयर के भुगतान से बंचित है। संघ के द्वारा बार-बार भुगतान करने हेतु जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना मधुबनी को आवेदन हस्तगत कराया गया है, लेकिन भुगतान के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।

बैठक को संबोधित करते हुए जिला सचिव मो० एहसान और जिला उपाध्यक्ष तकी अख्तर ने कहा के संघ के द्वारा नवगठित नगर निगम सीमा के आठ किलोमीटर के अंदर आने वाले विधालयों और नगर पंचायत के अधिन आने वाले विधालयों के शिक्षकों को आवास भत्ता आठ प्रतिशत और छह प्रतिशत की दर से देने हेतु आवेदन दिया गया है, और सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को विधालय की सूची भी हस्तगत करा दी गई है। लेकिन उस सूची में आने वाले विधालयों को आवास भत्ता आठ प्रतिशत और छह प्रतिशत नहीं दी जा रही है जो खेद का विषय है।

बैठक को सम्बोधित करते हुए रहिका प्रखण्ड के प्रखण्ड अध्यक्ष श्रवण कुमार राय ने कहा के हर महीने शिक्षकों को निष्ठा का दो आनलाइन कोर्स विभाग के द्वारा कराया जा रहा है। शिक्षक अपने पैसे से नेटपैक भराकर यह कोर्स कर रहे हैं। बिहार सरकार के द्वारा इस कोर्स के लिए सभी शिक्षकों को राशि देने हेतु जिला को आवंटन भी भेज चुकी है, लेकिन विभाग के द्वारा भुगतान नहीं किया जा रहा है। संघ भुगतान करने हेतु जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सर्वे शिक्षा को आवेदन भी हस्तगत करा चुकी है।

वहीं बेनीपट्टी प्रखण्ड अध्यक्ष अखिलेश कुमार झा ने कहा के मृत शिक्षकों के आश्रितों को अनुकम्पा का लाभ एवं अनुग्रह राशि भुगतान हेतु संघ के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी मधुबनी को आवेदन दिया गया था। आवेदन के आलोक में जिला शिक्षा पदाधिकारी मधुबनी ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना और सभी प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी मधुबनी के कार्यालय में इस से संबंधित जो भी आवेदन दिया गया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय में हस्तगत कराने हेतु पत्र प्रेषित किया सभी कार्यालयों से आवेदन हस्तगत करा दिया गया है, लेकिन किसी भी आश्रितों को अभी तक लाभ नहीं दिया गया है, संघ खेद प्रकट करती है।

प्रखण्ड रहिका के प्रधान सचिव मो० सदरे आलम ने कहा है के स्थापना कार्यालय में शिक्षक/शिक्षिकाओं का मातृत्व अवकाश, चिकित्सा अवकाश एवं अन्य राशि के भुगतान हेतु प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा वेतन विपत्र हस्तगत कराया जा चुका है, लेकिन विपत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। इस पर सभी संघीय पदाधिकारियों ने कहा के एक बार सभी समस्याओं को लिखकर फिर जिला शिक्षा पदाधिकारी मधुबनी को आवेदन दिया जाए अगर समस्याओं का हल जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा नहीं किया गया, तो संघ बाध्य होकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन करेगी।
बैठक को प्रखंड सचिव रहिका पवन कुमार पासवान, अशोक कुमार पासवान, रूस्तम अली, बिस्फी के मो० अली, पुनम कुमारी, मधवापुर के रंजीत कुमार, राम नरेश यादव ने भी संबोधित किया। सर्वसम्मति से बेनीपट्टी के प्रखण्ड अध्यक्ष अखिलेश कुमार झा को जिला उपाध्यक्ष बनाया गया।

गणतंत्र दिवस समारोह के आयोजन में इस बार रहेंगी कोविड की पाबंदियां : जिलाधिकारी

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस समारोह के सफल आयोजन के संबंध में समाहरणालय के सभाकक्ष में बैठक आयोजित की गई।
बताते चलें कि इस बार राज्य में कोरोना की तीसरी लहर का प्रभाव अभी से ही देखा जा रहा है। इसके मद्देनजर राज्य स्तरीय निर्देश के आलोक में विभिन्न प्रकार के समारोहों के आयोजन पर कई प्रकार की रोक लगाई गई है। इस परिप्रेक्ष्य में जिलाधिकारी द्वारा भी जिले के गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य समारोह के आयोजन पर भी कई प्रकार के दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।

बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष कोरोना की तीव्र लहर फरवरी के बाद देखी गई थी, जो इस बार अभी से ही देखी जा रही है। जनहित को देखते हुए उन्होंने इस संबंध में पूर्व के वर्षों के परंपरागत तरीके में व्यापक एवं प्रभावी बदलाव के निर्देश दिए हैं।

इस बार स्वतंत्रता सेनानियों एवं वरिष्ठ गणमान्य नागरिकों को जिला प्रशासन के प्रतिनिधि उनके घर पर जाकर सम्मानित करेंगे। इस बार उन्हें कार्यक्रम में आमंत्रित नहीं किया जाएगा। साथ ही, आम जनता को भी इस बार कोरोना प्रतिबंधों के कारण आमंत्रित नहीं किया जाएगा। उन्होंने सीमित लोगों को ही आमंत्रित करने व आमंत्रित करने हेतु ई-कार्ड का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। इस बार के गणतंत्र दिवस परेड में एनसीसी और स्काउट के बच्चे शामिल नहीं होंगे। संध्या काल में नगर भवन मधुबनी में आयोजित किए जाने वाले आयोजन भी रद्द किए गए हैं।

गणतंत्र दिवस समारोह के संक्षिप्त कार्यक्रम का आयोजन वॉटसन स्कूल के प्रांगण में पूर्वाह्न 09 बजे से किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि गणतंत्र दिवस समारोह के मौके पर जिले में कोरोना की रोकथाम में प्रभावी भूमिका अदा करने वाले ग्राउंड वर्कर्स में से उत्कृष्ट स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। इसके अलावा पंचायत चुनाव 2021 के दौरान जिस निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास, पदाधिकारी द्वारा उत्कृष्ट कार्य किया गया था, उनमें से तीन सर्वोत्कृष्ट प्रदशन करने वाले निर्वाची पदाधिकारीयों को जिलाधिकारी द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।

इनका चयन, चयन समिति द्वारा किया जाएगा। साथ ही जिले की छात्रा बॉलीबॉल टीम द्वारा विगत दिनों राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किए जाने की उपलब्धि को देखते हुए स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर इन्हें भी सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर पर्याप्त साफ सफाई और सेनिटाइजेशन की जिम्मेवारी नगर निगम, मधुबनी को दी गई है। इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा 23 जनवरी के समीक्षा बैठक में की जाएगी।

उक्त बैठक में अवधेश राम, अपर समाहर्ता, मधुबनी, विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, सुरेन्द्र राय, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, मधुबनी के साथ साथ जिले के सभी विभागों के प्रभारी पदाधिकारी उपस्थित थे।

मरीजों के लिए एम्बुलेंस से अस्पताल आने- जाने का किराया हुआ निर्धारित

मधुबनी : कोरोना के तीसरी लहर के मद्देनजर सरकार कई स्तर पर कार्य कर रही है। कोरोना की रोकथाम और संक्रमितों के इलाज के लिए स्वास्थ्य महकमा तत्परता से जुटा है। कई कोरोना मरीजों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है। इसके लिए सरकारी स्तर पर एम्बुलेंस लगाये गए हैं। साथ ही निजी एम्बुलेंस वाले मनमानी किराया वसूल नहीं कर सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार द्वारा हर एम्बुलेंस के लिए किराया निर्धारित किया गया है। तय दर से अधिक किराया लेने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। एम्बुलेंस संबंधित किसी तरह की शिकायत दर्ज करने के किए टॉल फ्री नंबर(06202751107) भी जारी की गई है।
50 किलोमीटर तक 1500 से 2500 रुपया किराया तय
कोरोना महामारी के दौरान गत वर्ष भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा निजी एम्बुलेंस के लिए किराया तय किया गया था।

कोरोना की तीसरी लहर के कारण उत्पन्न स्थिति को देखकर निजी एम्बुलेंस के लिए किराया निर्धारित किया गया है। 50 किमी तक आने- जाने के लिए छोटी कार ( सामान्य) के लिए 1500 रुपये, छोटी कार ( एसी) के लिए 1700 रुपये, बोलेरो, सुमो व मार्शल ( सामान्य) के लिए 1800 रुपये, बोलेरो, सुमो व मार्शल (एसी) के लिए 2100 रूपये, मैक्सी, विंगर, सिटी राइडर, टेम्पो, ट्रेवलर व समकक्ष वाहन (14 से 22 सीट) सामान्य के लिए 2500 रुपये, जाइलो, क्वालिस, स्कॉर्पियो व टवेरा (एसी ) के लिए 2500 रुपये किराया निर्धारित किया गया है।

50 किलोमीटर से अधिक परिचालन होने पर 18 रूपये से 25 रूपये किलोमीटर का अतिरिक्त किराया 50 किमी से अधिक परिचालन करने पर निर्धारित दर के किलोमीटर के हिसाब से अतिरिक्त किराया को भी तय किया गया है। छोटी कार ( सामान्य), छोटी कार ( एसी), बोलेरो, सुमो व मार्शल ( सामान्य), बोलेरो, सुमो व मार्शल (एसी) के लिए 18 रुपये प्रति किमी, मैक्सी, विंगर, सिटी राइडर, टेम्पो, ट्रेवलर व समकक्ष वाहन (14 से 22 सीट) सामान्य और क्वालिस, स्कॉर्पियो व टवेरा (एसी ) के लिए 25 रुपये प्रति किमी के हिसाब से अतिरिक्त किराया निर्धारित किया गया है। तय किराया से अधिक राशि की मांग करने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।

एसएसबी जवान कोविड केयर सेंटर में उपचार के साथ तनाव कम करने के लिए ले रहे संगीत का सहारा

मधुबनी : कोविड केयर सेंटर रामपट्टी में उपचाराधीन मरीज इलाज के साथ ही अपने तनाव कम करने के लिए संगीत का सहारा ले रहे हैं व तरह-तरह गतिविधियां कर रहे हैं। कभी वे चुटकुले सुनाकर आपसी ध्यान बांटने का प्रयास करते हैं तो कभी गीत-संगीत का भी सहारा लेते हैं।”मेरा मुल्क मेरा देश मेरा यह वतन” गाना गाकर अवसाद को दूर करने का प्रयास करते हैं। साथ ही एनर्जेटिक गानों की धुन पर थिरक कर मनोबल बढ़ाने की भी कोशिश कर रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) के जवान गाना गाते नजर आ रहा है। ये वीडियो के कोविड केयर सेंटर में बनाया गया है। विदित कोविड केयर सेंटर में 73 सीमा सशस्त्र बल (एसएसबी) मरीज उपचाराधीन हैं।

कोविड-19 की तीसरी लहर का असर कोरोना वायरस की तीसरी लहर में एक बार फिर सब कुछ प्रभावित हुआ है। कोविड-19 संक्रमण की चपेट में आने से मरीज के अलावा पूरा परिवार तनावग्रस्त हो रहा है। लोगों में तेजी से बढ़ रहे संक्रमण पर नियंत्रण व इलाज के लिए दिन-रात अपना फर्ज निभाने वाले डॉक्टर समेत स्वास्थ्यकर्मी भी इस संक्रमण से अछूते नहीं रह गए हैं। ऐसे में सभी सहमे हैं कि कहीं उन्हें भी कोविड न हो जाए।

हालांकि इस बार मरीजों में ए- सिंटोमेटिक लक्षण ही प्रतीत हो रहे हैं। ड्यूटी पर मेडिकल स्टाफ का भी तनाव हो रहा कम इस दौरान कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी कर रहे स्टाफ का भी इलाज के साथ ही तनाव कम करने के लिए तरह-तरह गतिविधियां कर रहे हैं। कभी वे आपस में चुटकुले सुनाकर उनका ध्यान बांटने का प्रयास करते हैं तो कभी गीत-संगीत का भी सहारा लेते हैं।

वीडियो में नजर आ रहा कि कैसे बॉलीवुड की मूवी के एक गाने पर एसएसबी जवान गाना गा रहे है। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया का उनका कहना है कि संक्रमण से बचाव की जरूरत है। ऐसे में तनाव दूर होना भी जरूरी है। वही कोविड केयर सेंटर में सैंपलिंग कर रहे लैब टेक्नीशियन इस्माहतुलाह उर्फ गुलाब ने बताया विगत 10 जनवरी मरीजों गिटार बजाते देखा तो यह वीडियो मैने अपने मोबाइल में को रिकॉर्ड किया। इन मानकों का करें पालन और कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर।

– मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें।
– नियमित तौर पर लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से अच्छी तरह हाथ धोएं।
– बारी आने पर निश्चित रूप से वैक्सीनेशन कराएं और दूसरों को भी प्रेरित करें।
– लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं।

स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी के 57वां पुण्यतिथि मनाई गई

मधुबनी : आज जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी कार्यालय में देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, पूर्व प्रधानमंत्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री जी के 57वां पुण्यतिथि पार्टी जिलाध्यक्ष प्रो० शीतलाम्बर झा के अध्यक्षता में सादगी से मनाई गई। सर्वप्रथम उनके तैल चित्र पर कांग्रेसजनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन निवेदित किया।

कार्यक्रम को संवोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्रो० झा ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्व लाल बहादुर शास्त्री जी अजादी आंदोलन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के नेतृत्व में बढ़ चढकर भाग लिए और कई बार उन्हें जेल का यातना भी सहना पड़ा।

लालबहादुर शास्त्री जी सादगी और दृढ़ इच्छा शक्ति के प्रतिमूर्ति थे, वे देश के सम्मान से कभी समझौता नहीं किए। अजादी के उपरांत देश के दूसरे प्रधानमंत्री के रूप में देश को आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में कठोर परिश्रम किए और उल्लेखनीय सफलता प्राप्त किया।प्रो० झा ने कहा वे कुशल प्रशासक थे और 1965 में भारत पाकिस्तान युध्द में देश का नेतृत्व बखूबी करते हुए जय जवान जय किसान का जयघोष का नारा देकर पाकिस्तान को परास्त कर नाकोचना चबाया औऱ आत्मसमर्पण करने पर मजबूर कर दिया।

देश के चौमुखी विकास के लिए रूपरेखा तैयार कर महत्वपूर्ण योगदान दिया और कई उल्लेखनीय कार्य किए।
कार्यक्रम में ज्योतिरामन झा बाबा, मो० साबिर, जय कुमार झा, सुरेश चंद्र झा रमन, प्रफुल्ल चन्द्र झा, राजीव शेखर झा, मुकेश कुमार झा पप्पू, मो० अकील अंजुम, विनय कुमार झा, सुरेन्द्र झा, कौशल किशोर चौधरी, मुरलीधर झा, श्रीकुमार यादव, दीपक कुमार झा, मनोज कुमार मिश्रा, विश्वनाथ पासवान, रामाशीष सिंह, सोहन भगत रामदेव यादव, प्रो० इश्तियाक अहमद मौजूद रहे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here