05 फरवरी : मधुबनी की मुख्य खबरें

0
swatva samachar

आपदा से निपटने की विभागीय कवायद तेज, बनेगा प्रीफैब्रिकेटेड अस्पताल

मधुबनी : आपदा से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की छत पर 20 बेड के फैब्रिकेटेड अस्पताल बनाने का निर्णय लिया है। सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित हॉस्पिटल बनाया जाएगा। बीएमएसआईसीएल से अल्पकालीन निविदा निकाल दी गई है। जिसके बाद अस्पताल निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

अस्पताल की आधारभूत संरचना में कंटेनर इंस्टॉल कर आधुनिक सुविधाओं से लैस वातानुकूलित और ऑक्सीजन सहित सुविधाओं से तैयार किया जाएगा। इस प्रीफैब्रिकेटेड अस्पताल में कोविड मरीजों के अलावा अन्य मरीजों को भर्ती करके उनका इलाज किया जाएगा। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. दयाशंकर निधि ने बताया फैब्रिकेटेड आधुनिक हॉस्पिटल को आधुनिक तरीके से वातानुकूलित बनाया जाएगा तथा हर बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा वॉशरूम और अन्य तमाम सुविधाएं और सफाई व्यवस्था का उचित प्रबंध किया जाएगा। यहां हर तरह की सुविधा उपलब्ध है। एसी और पंखे तक लगाए जाएंगे।

swatva

वहीं मरीज का बेहतरीन इलाज किया जाएगा और साथ में सुबह शाम का खाना भी उपलब्ध करवाया जाएगा। अस्पताल में विशेषज्ञ चिकित्सकों की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। पोर्टेबल एक्सरे मशीन की सुविधा उपलब्ध होगी। कोरोना व किसी भी आपदा में अतिरिक्त बेड की आवश्यकता महसूस होती थी परंतु बेड उपलब्ध नहीं होने के कारण ऐसा संभव नहीं हो पाता था। इस परिस्थिति में आवश्यकता पड़ने पर इस अस्पताल का उपयोग किया जाएगा। जो आधुनिक सुख सुविधाओं से सुसज्जित होगा।

2 से 3 महीने में तैयार होंगे अस्पताल

जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. दया शंकर निधि ने बताया सभी 11 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बनाया जाएगा यह अस्पताल। 2 से 3 महीने में यह अस्पताल बनकर तैयार हो जाएंगे। जिससे जिले के मरीजों को ऑक्सीजन बेड व आईसीयू बेड की कमी नहीं होगी।उन्होंने बताया जिले का यह पहला प्रीफैब्रिकेटेड अस्पताल होगा।

जिले के सभी सीएससी में लगेगी गैस पाइपलाइन बेड तक पहुंचेगी मरीजों को ऑक्सीजन की सुविधा

डीपीएम ने बताया जिले के सभी सीएससी में गैस पाइपलाइन से बेड तक ऑक्सीजन पहुंचायी जाएगी। कोरोना व अन्य बीमारियों को देखते हुए मरीजों को बेड पर ही ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। डी- टाइप जंबो सिलेंडर से सभी बेड पर आपूर्ति की जाएगी। जिससे सिलेंडर उठाकर ले जाने की आवश्यकता नहीं होगी।

सरस्वरी पूजन को निकाली गई कलश शोभायात्रा गांव एवं टोलों में धूमधाम से हो रही पूजा

मधुबनी : जिले के खजौली प्रखंड के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, गांव एवं टोलों में विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा अर्चना धूमधाम से की जा रही है। स्थानीय उ.म.वि. बेंता ककरघट्टी में आयोजित सरस्वती पूजन को ले 151कन्याओं द्वारा कलश शोभा यात्रा निकाली गई। कलश शोभा यात्रा का शुभारंभ विद्यालय के प्रभारी प्रधान सतीश कुमार द्वारा किया गया। शोभा यात्रा पूजा पंडाल से निकल विद्यालय के पोषक क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए राम जानकी मंदिर परिसर स्थित तालाब से पवित्र जल भरकर पुनः पूजा पंडाल पहुंची। फिर वैदिक रीति से पूजा अर्चना की गई।

वहीं स्थानीय बाजार, इनरवा, मनियरवा, बेहटा, सराबे, सुक्की, कन्हौली, दतुआर, भकुआ सहित हैप्पी युवा क्लब समिति मनियरवा, आदर्श स्टूडेंट युवा संघ समिति सूक्क़ी डीह, प्रगति कोचिंग सेन्टर कसमा मिलन चौक तथा विभिन्न गांवों में भी युवकों के समूह द्वारा जगह जगह देवी सरस्वती की पूजा अर्चना धूमधाम से की जा रही है। बेंता में आयोजित पूजन के मौके पर शिक्षक अर्जुन दास, सुनीता देवी, दुर्गी कुमारी, मो.कमालुद्दीन, आमना खातून, पूजा समिति के अजीत कुमार, विनोद कुमार, कृष्ण कुमार, हेमंत ठाकुर आदि उपस्थित थे।

अनियंत्रण बाइक से गिरकर युवक जख्मी, मधुबनी रेफेर

मधुबनी : जिले के खजौली थाना क्षेत्र के खजौली से कलुआही जाने वाली मुख्य सड़क में बेंता मंदिर के निकट शनिवार की शाम बाइक से गिरकर एक युवक गंभीर रुप से जख्मी हो गया। आसपास के लोगों के सहयोग से उन्हें इलाज हेतु तत्काल मधुबनी स्थित एक निजी क्लीनिक में ले जाया गया। जख्मी युवक की पहचान स्थानीय थाना क्षेत्र के भटचौरा ग्राम निवासी सतीश कुमार के रुप मे हुई है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार जख्मी युवक अपने पड़ोसी की बाइक से कलुआही से अपनी बहन से मिलकर गांव लौट रहा था, जहाँ बेंता मंदिर से पहले तेज गति के कारण वह बाइक पर नियंत्रण को दिया और सड़क पर गिरकर जख्मी हो गया। स्थानीय लोगों द्वारा द्रुत वाहन से उन्हें तत्काल मधुबनी भेजा गया। लोगों के अनुसार उन्हें काफी चोट लगी है।

धूमधाम से मनाया जा रहा विद्या की देवी मां सरस्वती पूजा उत्सव

मधुबनी : बसंत पंचमी के मौके पर मधुबनी जिले के विभिन्न प्रखंड के सभी गांवों में माँ सरस्वती की पूजा बड़े ही श्रद्धा भक्ति व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।इस कड़ी में हरलाखी प्रखंड के कई स्कूल समेत विभिन्न कोचिंग संस्थानों पर सरस्वती पूजा का आयोजन किया गया, जहां छात्र छात्राओं पूजा में शामिल होकर विद्या की देवी मां शारदे की आराधना की।

पूजा के बाद छात्र छात्राओं ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बसंत पंचमी की बधाई दी, उसके बाद सभी ने मां का प्रसाद ग्रहण की। इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने बताया कि मौसम की बदलाव का शुरूआत मां सरस्वती की पूजा के दिन से होती है. मां सरस्वती की पूजा से हम छात्रों को उत्साह मिलता है।

मान्यता के अनुसार मां सरस्वती की पूजा से पूरे वर्ष पढ़ाई के दौरान मां सरस्वती की कृपा बनी रहेगी और बुद्धि विवेक तथा नृत्य संगीत में ज्ञान अर्जित कर सकेंगे। इस अवसर पर मां सरस्वती के भजन व गीत संगीत से पूरे क्षेत्र का मधु भक्तिमय हो गया। इधर पूजा को लेकर थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान व खिरहर थानाध्यक्ष अंजेश कुमार के नेतृत्व में पूजा स्थलो के इर्द गिर्द पुलिस बलों की गशती कराई गई है।

विधा एवं संगीत की देवी मां सरस्वती पूजा की रही धूम, छात्र-छात्राओ द्वारा हर्षोल्लास के साथ मां की गई पूजा अर्चना

मधुबनी : जिले मे सरस्वती पूजा की धूम रही छात्र-छात्राओ ने हर्षोल्लास के साथ मां की पूजा अर्चना की। कई शिक्षण संस्थानो सहित नगर के राउतपट्टी मे स्थित किशोर दल, किशोरी लाल चौक स्थित दी इंस्टीच्यूट ऑफ कॉमर्स ओ.पी.गुप्ता, गांधी चौक स्थित जीनियस कॉमर्स क्लास, गांधी चौक स्थित यूनिवर्स कोचिंग सेंटर, बाबू साहेब चौक स्थित जागरण संगीत महाविद्यालय एवं रीजनल सेकेंडरी स्कूल मे पूरे विधि-विधान के साथ छात्र-छात्राओ, शिक्षक एवं शिक्षण संस्थानो के संचालकों पूरे विधि विधान के साथ पूजा की गई।

पूजा को लेकर छात्र-छात्राएं मे काफी खुशी देखी गई। इसे लेकर सुबह से ही शिक्षण संस्थानो ने छात्र-छात्राएं की उपस्थिति देखी गई। शिक्षण संस्थानो के द्वारा पूजा के दौरान सरकार द्वारा जारी कोरोना गाइडलाइन का पालन करते देखे गये। आपको बता दे की हिंदुस्तान में सरस्वती पूजा लगभग पूरे देश में मनाया जाता है। इस महत्वपूर्ण पर्व के दिन सभी विद्यार्थी इकट्ठे होकर माता सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करते हैं, तथा उनकी आरती करने के पश्चात सभी को माता का प्रसाद बांटा जाता है।

एक बार जिस पर माता सरस्वती का आशीर्वाद बन जाता है, वह मंदबुद्धि से चतुर और बुद्धिमान मस्तिष्क प्राप्त करता है। यदि आज के समय की बात करें तो कला और शिक्षा का महत्व पूरी दुनिया में छाया है। जिस व्यक्ति के अंदर ऐसे सभी गुण समाहित होते हैं, उसे हर प्रकार से तथा सभी जगहों पर सम्मान दिया जाता है। इतिहास में कई ऐसे उदाहरण हैं, जो यह सिद्ध करते हैं कि बसंत पंचमी का महत्व कितना अधिक है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here