18 दिसंबर : नवादा की मुख्य खबरें

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प्रेमिका का भाई बनकर उसका ससुराल पहुंचा प्रेमी, प्रेमिका के आवेदन पर पहुंच गया हवालात

नवादा : जिले में प्रेमिका के प्यार में पागल प्रेमी ने कुछ ऐसा कर दिया, जो चर्चा का विषय बना गया है। प्रेमिका की दीवानगी की भूत ऐसी चढ़ी कि प्रेमी दुल्हन के भाई बनकर उसके ससुराल पहुंच गया, लेकिन वहां उसकी चाल कामयाब नहीं पायी और वह पकड़ा गया। अब जेल की हवा खा रहा है। बताया जा रहा है कि महिला के आवेदन पर उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया गया । मामला जिले के मेसकौर प्रखंड का है।

जानकारी के अनुसार युवक मौसेरा भाई बनकर प्रेमिका से मिलने उसके घर पहुंच गया। ससुरालवालों ने भी आवभगत की। रात होने की बात कह प्रेमिका के घर में ही रुकने की बात कही। वह रुक गया। देर रात वह प्रेमिका के पास पहुंच गया। ससुरालवालों को उसपर शंका हो गई। आप‍त्‍तिजनक हरकत कहीं से भाई-बहन वाली नहीं थी। तब युवक से ससुराल के लोगों ने पूछताछ की। शुरू में उसने कहा कि वह उसका मौसेरा भाई ही है, लेकिन जब थोड़ी सख्‍ती की गई तो सब कुछ पता चल गया।

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इस दौरान युवक को लप्‍पड़-थप्‍पड़ से स्वागत किया गया। इसके बाद युवक को पकड़कर ससुराल के लोगों ने सीतामढ़ी थाने को सूचना दी। पु‍लिस युवक को पकड़कर थाने ले गई। हालांकि इसके बाद दिनभर मामला सुलह करने का प्रयास किया जाने लगा, लेकिन मामला सलट नहीं सका। जिस प्रे‍मिका के लिए युवक ने इतना सब कुछ सहा, उसी के आवेदन पर उसपर प्राथमिकी दर्ज की गई। कोरोना जांच कराने के बाद उसे न्‍यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

जानकारी के अनुसार आरोपी युवक गया जिला के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बिरसा गांव का राहुल कुमार है। कोरोना जांच के बाद उसे जेल भेज दिया गया। सीतामढ़ी थाना प्रभारी निर्मल सिंह ने बताया कि थाना क्षेत्र की युवती के आवेदन पर जांच-पड़ताल की जा रही है। महिला को मेडिकल जांच के लिए नवादा भेजा जाएगा।

स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने पर रोह थानाध्यक्ष निलंबित, अवैध वसूली का है मामला

नवादा : अवैध वसूली से संबंधित वीडियो वायरल होने पर स्पष्टीकरण का जवाब नहीं देने के कारण रोह थाना के थानाध्यक्ष संतोष कुमार को निलंबित कर दिया गया है। एसपी डीएस सावलाराम ने मामले में लापरवाही पाते हुए यह कार्रवाई की है। इसी मामले में पूर्व में एक एएसआई को भी निलंबित किया जा चुका है।

गौरतलब है कि 22 अक्टूबर को इंटरनेट मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें पाया गया था कि कुंज भलुआ मोड़ पर बालू लदे ट्रैक्टरों के चालान की जांच की जा रही है। आरोप था कि ट्रैक्टर चालकों को अवैध वसूली के बाद जाने दिया गया था।

निलम्बन के साथ ही पटना से आये अनि रविभूषण को रोह का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है । इससे संबंधित आदेश निर्गत किया गया है। इस प्रकार पटना से नवादा में योगदान देने वाले ये दूसरे पदाधिकारी हैं जिन्हें थाना की जिम्मेदारी दी गयी है। इसके पूर्व पुलिस निरीक्षक विजय कुमार को नगर थाना की जिम्मेदारी दी गयी जा चुकी है।

आठ लीटर शराब के साथ महिला समेत दो गिरफ्तार

नवादा : जिले के अकबरपुर पुलिस ने अलग-अलग स्थानों पर छापामारी कर आठ लीटर शराब के साथ महिला समेत दो को गिरफ्तार किया है । इस बावत उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर दोनों को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में कोरोना जांच के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि दादपुर गांव में छापामारी कर शराब निर्माता व बिक्रेता महिला को आठ लीटर शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया। इस बावत उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। दूसरी ओर पूर्व के प्राथमिकी अभियुक्त सनोखरा गांव के विजय चौधरी के पुत्र राकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। इसके पिता पूर्व से ही न्यायिक हिरासत में है जबकि गिरफ्तार आरोपी पूर्व में भी उत्पाद अधिनियम में जेल जा चुका है।

ठंड में बढ़ते हैं निमोनियां से होने वाले संक्रमण के मामले

नवादा : सर्दियों का मौसम शुरू होने के साथ ही नवजात शिशुओं एवं बुजुर्गों के साथ ही आम लोगों में निमोनियां संक्रमण के मामले भी बढ जाते हैं। नवजात शिशुओं एवं अधिक उम्र के बुजुर्गों का रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होने के कारण उनमे निमोनियां के संक्रमण का खतरा काफी अधिक होता है। इस बीमारी से नवजात शिशु से पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं।

निमोनिया है क्या 

शिशु विशेषज्ञ डॉ. महेश कुमार ने बताया, निमोनिया सांस से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। इसकी वजह से फेफड़ों में संक्रमण होता है। आम तौर पर यह बीमारी बुखार या जुकाम होने के बाद ही होता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण सर्दी के मौसम में बच्चों में ज्यादा बढ़ता है। निमोनिया का प्राम्भिक इलाज सीने का एक्स रे करने के बाद क्लीनिकल तरीके से शुरू होता है।

निमोनिया बैक्टेरिया, माईक्रोबैक्टेरिया, वायरल, फंगल और पारासाइट की वजह से उत्पन्न संक्रमण की वजह से होता है। ये हैं निमोनियां के लक्षण:-कोरोना का खतरा पूरी तरह टला नहीं है। ऊपर से सर्दी भी बढ़ रही है । ऐसे में आपके शिशुओं को कई तरह के शीतजनित रोग हो सकते हैं ।

अतएव ध्यान रखें और यदि शिशु में कंपकपी के साथ बुखार हो, सीने में दर्द या बेचैनी,उल्टी, दस्त सांस लेने में दिक्कत,गाढ़े भूरे बलगम के साथ तीब्र खांसी या खांसीमें खून, भूख न लगना या कम लगना,कमजोरी होठों में नीलापन जैसे कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें।ये निमोनिया के संकेत हैं जिसमें जरा सी भी लापरवाही आपके शिशु के लिए खतरनाक हो सकता है।

न्यूमोकॉकल वैक्सीन है बचाव का बेहतर उपाय

डॉ. कुमार ने बताया, शिशु स्वास्थ्य के मजबूत विकास में सम्पूर्ण टीकाकरण की भूमिका बहुत अहम है। निमोनया जैसी बीमारी से बचाव में भी न्यूमोकॉकल वैक्सीन(पीसीवी )बेहद कारगर है जो शिशु को लगभग 80 प्रतिशत तक रोगमुक्त कर देता है।

इस टीके को शिशु के डेढ़ माह, साढ़े तीन माह और नौ माह के होने पर लगाया जाना अनिवार्य है। पीसीवी के टीके के अलावा भी कई टीके हैं जिन्हें नवजात शिशु से लेकर पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को लगाना जरूरी है। ये टीके नवजात शिशुओं को अन्य 12 तरह की बीमारियों से भी बचाते हैं।

इन बीमारियों में मुख्य रूप से पोलियो, ट्यूबरक्लोसिस, जैपनीज़ इंसेफलाइटिस, डिप्थीरिया, टेटनस, कुकर खांसी, हेपेटाइटिस बी, एच बी इन्फ्लूएंजा, मिजिल्स, रूबेला है। इन सभी बीमारियों से बचाव के लिए बच्चों का टीकाकरण कर उन्हें सभी बीमारियों से बचाया जा सकता है।

इन बातों को भी जाने 

निमोनियां एक सांस संबंधी बीमारी है जो ठंड में बढ़ सकती है इसलिए कुछ सावधानी बरतने के बाद काफी हद तक इसके संक्रमण से बचा जा सकता है। इसके लिए भीड़-भाड़ और धूल-मिट्टीवाले स्थानों से बच्चों को दूर रखें, जरूरत पड़ने पर मास्क और सेनीटाइज़र का उपयोग करवाएँ। समय-समय पर बच्चे के हाथ धुलवायेँ। उन्हें प्रदूषणऔर धूम्रपानसे बचाएं ताकि सांस संबंधी समस्या न रहे। इसके साथ ही वैसे लोगों के संपर्क से दूर रखने की आवश्यकता है जिन्हें पहले से निमोनिया बुखार है।

सीओ व कार्यपालक सहायक को बदमाशों ने दी जान से मारने की धमकी, अधिकारियों से लगाई सुरक्षा की गुहार

नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित कौआकोल के अंचल के अंचल अधिकारी अंजली कुमारी एवं अंचल कार्यालय के आरटीपीएस में पदस्थापित कार्यपालक सहायक राकेश कुमार निराला को अज्ञात अपराधियों ने उनके निजी मोबाइल पर 17 दिसम्बर की देर शाम लगभग 8 बजे अलग अलग नम्बर से इंटरनेट कॉल करके जमकर गाली गलौज किया एवं रंगदारी की मांग की। नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दिया।

अपराधी ने मोबाइल पर बातचीत के दौरान सीओ के निजी वाहन को उड़ा देने की बात कही। घटना के बाद परिवार समेत महिला सीओ अंजली कुमारी पूरी तरह दहशत में आ गई है। घटना को ले सीओ ने थाना में अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करा कार्रवाई की मांग की है। सीओ ने घटना की सूचना नवादा डीएम,सदर एसडीओ समेत अन्य उच्चाधिकारियों को दे सुरक्षा की गुहार लगाई है।

मारपीट का आरोपी गिरफ्तार

नवादा : जिले के नारदीगंज थाना क्षेत्र के मधुवन गांव में पुलिस ने छापेमारी कर मारपीट से संबंधित कांड संख्या 210/21 के फरार आरोपी मनोज यादव को पुलिस ने गिरफ्तार किया।

थानाध्यक्ष मोहन कुमार ने दिया बताया कि गांव में दिनांक 24 सितम्बर 21 को घटना घटी थी,जिसमें सात लोगों के विरूद्ध धारा 307/348/354/506/323/448 दर्ज किया गया था। गुप्त सूचना के आधार पर आरोपित को गिरफ्तार किया गया। घटना के बाद से सभी फरार चल रहें हैं। आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

शिक्षकों की बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा

नवादा : बीआरसी भवन नारदीगंज में बिहार राज्य प्रारंम्भिक शिक्षक संध की बैठक हुई । बैठक में प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने भाग लिया। अध्यक्षता संध के जिलाध्यक्ष रामजी प्रसाद ने की। जिसमें शिक्षकों के हित पर पर चर्चा की गयी।

जिलाध्यक्ष प्रसाद ने शिक्षक व शिक्षिकाओं को विद्यालय के प्रति सजग रहकर काम करने के लिए कहा। साथ ही साथ कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए कार्य करने की नसीहत दी। जिलाध्यक्ष की अगुवाई में शिक्षक संध का प्रतिनिधिमंडल बीडीओ से मिलकर ज्ञापंन सौंपा और शिक्षकों के हित में बीडीओ से सौहार्दपूर्ण वार्तालाप हुई।बीडीओ ने वार्तालाप के उपरांत प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया।प्रतिनिधिमंडल में संघ के जिला सचिव अजय कुमार,प्रखंड अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार,उपाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार मौजूद रहें।

सिविल सर्जन ने किया समीक्षा

नवादा : डॉ निर्मला कुमारी असैनिक शल्य चिकित्सक -सह-मुख्य चिकित्सा अधिकारी की अध्यक्षता में उनके प्रकोष्ठ में पीसी एंड पीएनडीटी 1994 के अंतर्गत सलाहकार समिति की बैठक हुई। उन्होंने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या और गिरते अनुपात को रोकने के लिए एक संघीय कानून पारित है, जिसमें प्रसव पूर्व लिंग निर्धारण पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

अवैध रूप से अल्ट्रासाउंड के संचालन के आरोप में 5 साल की सजा और 10 से 50 हजार जुर्माने की सजा का प्रावधान है एवं डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का भी प्रावधान है। गर्भाधान से पहले और बाद में लिंग चयन की संभावनाओं के साथ ही इन विट्रो फर्टिलाइजेशन पीसी एक्ट के दायरे में आता है, इस पर भी प्रतिबंध लागू है। सिविल सर्जन ने बताया कि जिले में 10 से अधिक व्यक्तियों पर अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटर के विरुद्ध संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है।

उन्होंने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या शिशु लिंगानुपात के आंकड़े को देखते हुए जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी नवादा के निर्देश के आलोक में गैर निबंधित कार्यरत अल्ट्रासाउंड सेंटरों को जांच कर कानूनी कार्रवाई के लिए दो टीम दल का गठन किया गया है, जिसमें डॉ वीरेंद्र कुमार जिला वेक्टर बॉर्न डिजीज नियंत्रण पदाधिकारी और डॉक्टर अशोक कुमार जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को टीम का अध्यक्ष और अन्य सदस्यों की प्रतिनियुक्ति की गई है।

जिले में गैर निबंधित या अनियमित अल्ट्रासाउंड का जांच करने के लिए विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए संबंधित प्रखंड विकास अधिकारी एवं थाना अध्यक्ष के सहयोग से धावा दल को अल्ट्रासाउंड का औचक निरीक्षण करने का आदेश दिया गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि धावा दल लगातार अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासोनोग्राफी पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।

जिला में अवैध अल्ट्रासाउंड संचालन की सूचना सिविल सर्जन या जांच दल के अध्यक्ष को दिया जा सकता है, जिस पर तत्काल विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। अवैध संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्र को सील करते हुए डॉक्टर का रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा। इसके अलावा विधि सम्मत कार्रवाई सुनिश्चित है। सिविल सर्जन ने बताया कि अब अल्ट्रासाउंड मशीन की संस्थापन के लिए निबंधन ऑनलाइन व्यवस्था की गई है। निबंधन के लिए प्राप्त आवेदन पत्र पर निर्णय आदि की समीक्षा भी की गई। डॉक्टर अखिलेश मोहन एसीएमओ और डॉक्टर मधु सिन्हा ने इसके संबंध में कई आवश्यक जानकारी दी।

बैठक में डॉ अखिलेश कुमार मोहन अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, सत्येंद्र प्रसाद जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी, डॉ0 मधु सिन्हा महिला चिकित्सा अधिकारी सदर अस्पताल, डॉ महेश कुमार शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉक्टर एस.के. चक्रवर्ती मंजू कुमारी नेहा ग्रामीण संस्थान, डॉ सुमन सौरभ बिहार सेवा संस्थान के साथ-साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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