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03 दिसंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

कमजोर नवजात शिशु का स्वास्थ्य विभाग व केयर इंडिया के द्वारा किया जाता है फॉलोअप

मधुबनी : कमजोर बच्चों को विशेष देखभाल प्रदान करने के उद्देश्य से जिले में केयर इंडिया के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग द्वारा कमजोर नवजात देखभाल कार्यक्रम का बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है| 2 किलोग्राम से कम वजन वाले बच्चे, 37 सप्ताह से पूर्व जन्मे बच्चे एवं जन्म से मां का दूध नहीं पी पा रहे बच्चों को कमजोर नवजात की श्रेणी में रखा जाता है| ऐसे बच्चों की सामुदायिक स्तर पर देखभाल की व्यवस्था की गयी है| कमजोर नवजात को चिह्नित कर स्वास्थ्य विभाग जन्म से 30 तक नियमित रूप से उसके स्वास्थ्य की जानकारी लेती है| आशा व एएनएम, केयर इंडिया के कर्मी द्वारा पहले सात दिन तक रोजाना बच्चे के स्वास्थ्य की जानकारी फोन कर ली जाती है|

केयर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक चंदन कुमार ने बताया कमजोर नवजात शिशु को चिह्नित कर केयर इंडिया के द्वारा पहले, दूसरे, चौथे, छठे, चौदहवें एवं तीसरे दिन माता एवं परिवार को गृहभेंट या फोन कर जानकारी दी जाती है कि बच्चे को गरमाहट दी गई, गर्भनाल की देखभाल, अतिरिक्त साफ-सफाई, अतिरिक्त स्तनपान, केवल स्तनपान नवजात को नहाने से संबंधित सलाह दी जाती है। वहीं आशा कार्यकर्ता एचबीएनसी कार्यक्रम के तहत संस्थागत प्रसव की स्थिति में 6 बार (जन्म के 3, 7,14, 21, 28 एवं 42 वें दिवस पर) गृह भ्रमण करती हैं । गृह प्रसव की स्थिति में 7 बार (जन्म के 1, 3, 7,14, 21, 28 एवं 42 वें दिवस पर) गृह भ्रमण करती हैं।

केयर इंडिया के प्रखंड समन्वयक की सूझबूझ से बच सकी जान:

झंझारपुर प्रखंड के चंदौली गांव की राधा देवी कहती हैं कि 15 नवंबर को 1950 ग्राम का प्रसव हुआ। प्रसव समय से पूर्व होने के कारण बच्चा काफी कमजोर था तथा स्तनपान भी नहीं कर पा रहा था। आशा दीदी तथा केयर इंडिया के ब्लॉक मैनेजर चंदन कुमार, राधा देवी घर जाकर बच्चे का वजन, कंगारु मदर केयर की विधि और स्तनपान के फायदे बताने लगे। शिशु की देखभाल को लेकर नियमित रूप से जानकारी दी गयी| बच्चे के गर्भ नाल को सूखा रखने एवं उसे नहीं नहलाने की सलाह भी दी गयी| उन्हें समझा गया कि नहाने से बच्चे में निमोनिया का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही समय -समय पर बच्चे का वजन भी किया गया| नतीजतन पहले हफ्ते में बच्चे का वजन 250 बढ़ गया।

मातृ मृत्यु की सूचना देने पर मिलेगा एक हजार रुपये 

सुमन कार्यक्रम के तहत मातृ मृत्यु की सूचना देने वाले व्यक्ति को एक हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में दी जाती है। जबकि, मृत्यु के 24 घंटे के अंदर स्थानीय पीएचसी में सूचना देने पर आशा कार्यकर्ता को भी दो सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके अलावा इस संबंध में किसी प्रकार की परेशानी होने पर 104 टोल फ्री नंबर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है।

प्रसव के बाद छह महीने तक बीमार प्रसूति एवम उसके नवजात शिशु को मिलती है नि:शुल्क स्वास्थ्य सेवाएं 

सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया सुमन कार्यक्रम के तहत प्रसव के बाद आवश्यकतानुसार बीमार प्रसूति और शिशु को निःशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग लगातार ऐसी प्रसूति और शिशु की देखरेख करता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता महिला के घर जाकर उनके स्वास्थ्य का हाल लेती हैं और वर्तमान स्थिति की जानकारी स्थानीय पीएचसी को देती।

इसके लिए किसी भी महत्वपूर्ण मामले की आपात स्थिति के एक घंटे के भीतर स्वास्थ्य सुविधा तक पहुंचने की गुंजाइश के साथ रेफरल सेवाओं का आश्वासन देने का निर्देश दिया गया है। जिसमें लाभार्थी को घर से अस्पताल तक पहुंचने के लिए एम्बुलेंस की भी सुविधा शामिल है। जटिलताओं के मामले एवं सिजेरियन प्रसव पर नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करायी जाती है।

39 बोतल शराब और एक बाइक बरामद

मधुबनी : जिले के बिस्फी में पुलिस चुनाव को लेकर काफी चौकन्नी हो गई है। अवैध रूप से शराब बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी है। पिछले तीन दिनों से लगातार शराब पकड़ी छा रही है। गुरूवार को भी दिवागश्ती के दौरान सादुल्लहपुर स्थित महाकाल ढाबे पर छापेमारी की गई। छापेमारी में 39 बोतल शराब जब्त की गई।

स०अ०नि० महेश सिंह के नेतृत्व में हुई छापेमारी में चोरी की एक ग्लैमर बाइक भी बरामद की गई। छापेमारी की भनक पाकर ढाबे का संचालक मधुपुर थाना कमतौल निवासी रौशन सहनी फरार हो गया। पुलिस ने रौशन सहनी एवं ढाबे के मालिक सादुल्लहपुर निवासी ललित ठाकुर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

विद्यालयों में पोषाहार योजना को संचालित किए जाने वाली नई पद्धति की जिले में हुई शुरुआत

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा जिला पंजीकरण सह परामर्श केंद्र, मधुबनी के माध्यम से जिले के विद्यालयों में पोषाहार योजना को संचालित किए जाने वाली नई पद्धति की जिले में शुरुआत की गई। जिला पंजीकरण सह परामर्श केंद्र, मिठौली, रहिका के परिसर में बिहार राज्य मध्यान भोजन समिति, मधुबनी के तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि यह एक बहुप्रतीक्षित कदम है। जिले के सरकारी विद्यालयों में पोषाहार दिए जाने से जहां बच्चों के विद्यालय में आवक बढ़ेगी वहीं बच्चों में पोषण के स्तर को बढ़ाया जा सकेगा।

उन्होंने कहा कि पहले कक्षा एक से आठ तक के विद्यालयों में मध्यान भोजन योजना के नाम से पोषाहार योजना संचालित थी। अब इसकी पद्धति के साथ साथ इसके नाम में भी बदलाव किया गया है। अब इसे प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना के नाम से जाना जाएगा। इसके वित्तीय लेन देन भी नए तरीके अर्थात् पीएफएमएस या पब्लिक फाइनेंस मैनेजमेंट सिस्टम से किया जाएगा। यह केंद्र सरकार द्वारा वित्तीय लेन देन की ऑन लाइन व्यवस्था है। यह एक सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल विगत कई वर्षों से मध्यान भोजन योजना में जिला स्तर पर किया जाता रहा है, और अब इसका उपयोग विद्यालय स्तर पर भी किया जाना है।

उन्होंने जानकारी दी कि पहले नकद में किए जाने वाले सभी व्यय अब नकद नहीं किए जायेंगे। विभागीय निदेेश के आलोक में विद्यालय द्वारा संचालित पूर्व के सभी खातों को बंद करने के उपरांत प्रखंड संसाधन केंद्रों पर कैंप लगाकर नया खाता एचडीएफसी बैंक में खोला गया है। अब विद्यालय प्रधान द्वारा राशि का भुगतान सीधे भेंडर या दुकानदार के खाते में जमा किया जाएगा।

पीएमएफएस के अंतर्गत तीन यूजर्स होंगे। इसमें एडमिन, मेकर और चेकर होंगे, जिनके द्वारा पीएमएफएस में डाटा अपलोड कर भुगतान की प्रक्रिया ऑनलाइन की जाएगी। इसमें एडमिन एवं मेकर संबंधित विद्यालय के प्रधान/प्रभारी प्रधान एवं चेकर संबंधित प्रखंड के प्रखंड साधन सेवी, मध्यान भोजन योजना होंगे। उन्होंने उम्मीद जताई गई कि इस नई पद्धति के आने से व्यय की गई सरकार की राशि का लेखा जोखा सही समय पर उपलब्ध हो सकेगा।

बताते चलें कि आज जिलाधिकारी द्वारा जिला पंजीकरण सह परामर्श केंद्र, मधुबनी से जिले के रहिका एवं बाबूबरही प्रखंड के विद्यालय प्रधानों को पीएफएमएस की जानकारी प्रदान करने से कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। विद्यालय प्रधान की संख्या को दृष्टिगत रखते हुए चरणबद्ध रूप से जिले के अलग अलग हिस्सों में इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

इस मौके पर विनोद कुमार झा, जिला योजना पदाधिकारी, नसीम अहमद, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी, चंदन प्रभाकर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, समग्र शिक्षा, मधुबनी, नजीबुल्लाह, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, मध्यान भोजन योजना, मधुबनी, नवीन कुमार ठाकुर, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, लेखा एवं योजना, मधुबनी के साथ साथ जिले के रहिका एवं बाबूबरही प्रखंडों के प्रखंड साधन सेवी, मध्यान भोजन योजना और विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना को लेकर जिला स्तरीय समिति की बैठक

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में समाहर्ता के कार्यालय प्रकोष्ठ में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के जिला स्तरीय समिति की बैठक आहूत की गई। बताते चलें कि इस बैठक के दौरान उपरोक्त योजना के कुल 22 अवयवों के तहत प्राप्त कुल 280 आवेदनों की प्राथमिकता सूची उपस्थापित की गई। जिलाधिकारी ने कहा कि मधुबनी जिला अपने तालाबों के लिए विख्यात है। यदि जिले में मत्स्य पालन की संभावनाओं का सही से इस्तेमाल किया जाए, तो जिले के मछुआरों की आमदनी तो बढ़ेगी ही, साथ ही साथ मछली के बढ़ते मांग को भी पूरा किया जा सकता है।

अतः जिले के जिस किसी भी तालाब की बंदोबस्ती नहीं हुई है, उसे पूरा कराया जाए। इसके अतिरिक्त किसी भी सरकारी तालाब पर अतिक्रमण या अवैध कब्जा है, तो इसे अविलंब मुक्त कराया जाए। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन के भविष्य की योजनाओं में जीविका की भूमिका भी तय की जाएगी, जिससे जिले को मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाया जाए।

बताते चलें कि इस योजना के अंतर्गत प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा के विभिन्न अवयवों जैसे मत्स्य बीज हैचरी, नया तालाब निर्माण, रेयरिंग तालाब निर्माण, सूक्ष्म बेयोफलॉक का निर्माण, फिश फीड मिल, मत्स्य विपणन व परिवहन की सुविधा विकसित करने हेतु साइकिल सह आइस बॉक्स, मोटर साइकिल सह आइस बॉक्स, तीन पहिया वाहन आइस बॉक्स सहित, रेफ्रिजरेटेड वाहन, इंसुलेटेड वाहन आदि के तहत मात्स्यिकी विकास की योजना शामिल है।

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना केंद्र द्वारा संचालित योजना है, जिसके तहत मात्स्यिकी क्षेत्र में संभावनाओं को विकसित करने हेतु बिहार के सभी जिलों में उनके लक्ष्य निर्धारित करते हुए, इसे संपादित किया जाने प्रावधान है। चूंकि मधुबनी में मात्स्यिकी की अपार संभावनाएं हैं, ऐसे में हमें बेहतर प्रयास करना है। उन्होंने इस योजना के व्यापक प्रचार प्रसार पर भी बल दिया ताकि अधिक से अधिक लोगों में से ऊर्जावान और सार्थक प्रयास करने वाले लोगों को प्राथमिकता दी जा सके। बैठक में विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, विनय कुमार, जिला मात्स्यिकी पदाधिकारी के साथ साथ अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।

समय से नही पहुँच रहे कर्मी, बीज के लिए किसान हुए परेशान

मधुबनी : जिले के बासोपट्टी प्रखंड परिसर के ई किसान भवन में अनुदानित दर पर किसानों के बीच गेहूं के बीज का वितरण किया जा रहा है। आज सुबह नौ बजे से ही किसान कृषि कर्मी का इंतेजार कर रहे थे। परंतु कर्मी ग्यारह बजे तक कार्यालय में उपस्थित नही थे, जिसको लेकर किसानों में काफी आक्रोश व्याप्त था। काफी देर के बाद कर्मी पहुँचे, जिसके बाद हो हंगामा के बीच किसानों में बीज का वितरण किया गया।

मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन के द्वारा दिव्यांग को दी ट्राईसाईकिल

मधुबनी : जिले के हरलाखी में नारी सशक्तिकरण एवं समाज उत्थान हेतु कार्य कर रही बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की तर्ज पर संचालित मिथिला जागरूकता अभियान फाउंडेशन के द्वारा गंगौर पंचायत के दिव्यांग रामनंदन ठाकुर को ट्राई साइकिल दिया गया। ताकि दिव्यांग को अपना जीवनयापन करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी नही हो।

ट्राईसाइकिल देते हुए संस्था की संचालिका बिट्टू कुमारी मिश्रा ने कहा कि गंगौर गांव निवासी दिव्यांग राम नंदन ठाकुर को ट्राई साइकिल की आवश्यकता थी। पूर्व में सरकार के द्वारा जो साइकिल उनको प्रदान की गई थी, वह पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। तब से इन्हें अपना जीवनयापन करने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। दिव्यांग राम नंदन ठाकुर परिवार का भरण पोषण करने हेतु लोहार का काम करते है। ट्राई साइकिल टूट जाने के कारण पिछले 6 महीनों से वह अपना काम भी सही तरीके से नहीं कर पा रहे थे।

हमने सोशल मीडिया के माध्यम से यह बात रखी जिसमें मदद हेतु सुजीता कुमारी आगे आई और हमारी संस्था के अथक प्रयास से दिव्यांग को ट्राईसाईकिल उपलब्ध कराया गया। इसलिए समाज मे कोई दिव्यांग अपने आप को असहज ना समझे, इसके लिए हम सबको मिलकर इन्हें सहयोग कर सशक्त बनाने में योगदान देना चाहिए। ताकि इन दिव्यांगों का आत्मबल बढ़े और जीवन को बेहतर बना सके। अभियान में संस्था के सदस्य रविशंकर व अशोक ने सहयोग किया।

किसानों को रबी फसल के लिए डीएपी खाद का अभाव, कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने डीएम जे सूचनार्थ लिखी चिठी

मधुबनी : प्रो० शीतलाम्बर झा अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि पूरे जिला में डीएपी एवं मिक्चर (उर्वरक) खाद की घोर अभाव के कारण किसानों का रबी फसल खासकर गेहूं की बुआई काफी प्रभावित हो रही है। इन समस्याओं को लेकर जिलाध्यक्ष प्रो० झा ने जिलापदाधिकारी को पत्र भेजकर अविलम्भ उर्वरक की आपूर्ति के दिशा में ठोस पहल करने का आग्रह क्या है, साथ पूरे बाजार में भी खाद की उपलब्धता नही है। जबकि सरकार एवं कृषि विभाग लगातार घोषणा की है कि खाद की कोई कमी नही है, यह किसानों को सिर्फ भ्रमित करने का खड़यंत्र है।

वहीं दूसरी ओर बिस्कोमॉन में खाद आने पर कालाबजारी में ऊचें दाम पर रात के अंधेरा में बेचा भी जा रहा है। रहिका स्थिति बिस्कोमॉन के मैनेजर सुजीत कुमार एवं प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी के मिलीभगत से यह कारनामा काफी फलफूल रहा है, साथ ही भरभर दिन किसान लाइन लगा रहकर बिना खाद के मायूस होकर वापस लौट रहा है।

जानकारी मिल रही है बिस्कोमॉन के मैनेजर उसी किसानों को खाद उपलब्ध कराता है, जो सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य से दो सौ-तीन सौ रुपए अधिक नजराना पहले दे चुका होता है, साथ ही गोदाम पर कुछ बदमाशों को भी रखने की शिकायत मिली है। प्रो० झा ने कहा है यदि जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग ठोस कार्रवाई नही करती है, तो बाध्य होकर किसानों के हित मे कांग्रेस पार्टी जोरदार आंदोलन पर विवश होगी।

बीमारी को महामारी का रूप लेने से रोकेगा ‘आईएचआईपी’

मधुबनी : देश में महामारी के नियंत्रण के लिए इंटीग्रेटेड हेल्थ इनफॉरमेशन प्लेटफॉर्म (आईएचआईपी) 1 अप्रैल 2021 को लांच किया गया था जिसके तहत शहर या गांव में फैल रही बीमारियों के बारे में स्वास्थ्य विभाग, प्रदेश सरकार व केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को प्रतिदिन डाटा भेजा जाता है। अब कोरोना के संभावित तीसरे वेब के संक्रमण प्रसार को नियंत्रित करने के लिए कोरोना के मरीजों का “आईएचआईपी” पोर्टल पर एएनएम द्वारा एंट्री किया जाएगा।

समुदाय में फैलने वाले संक्रमण को समय से पूर्व पता लगाया जा सकता है तथा नियंत्रित किया जा सकता है। विदित हो कि स्वास्थ्य विभाग ने जिले के किसी भी गांव व शहर में बीमारियों का पता तत्काल लगाने के लिए “इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म पोर्टल” की शुरुआत की है। इस प्लेटफार्म पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की आशा, एएनएम संबंधित इलाके में बढ़ने वाली बीमारियों का आंकड़ा सीधे पोर्टल पर अपलोड करती हैं। इसके जरिए प्रदेश व केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को उसके निवारण के लिए गंभीर कदम उठाने में सहूलियत होगी।

इसको लेकर संबंधित कर्मी आशा एवं एएनएम को प्रशिक्षण भी दिया गया है। प्रशिक्षण में एएनएम को इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लेटफॉर्म पोर्टल पर बीमारियों का रिकॉर्ड अपलोड करने की जानकारी दी गई है। आईडीएसपी एपिडेमियोलॉजिस्ट अनिल चक्रवर्ती ने बताया कि जिले के अलग-अलग इलाकों में बीमारियों के लक्षण की पुष्टि होने पर मैनुअल डाटा स्वास्थ्य विभाग को भेजा जा रहा था। बीमारियों का आंकड़ा जिला, प्रदेश सरकार व केंद्रीय हेल्थ विभाग तक पहुंचने में करीब एक महीने का वक्त लगता था।

ऐसे में संबंधित इलाके में बीमारियों के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से गंभीर कदम उठाने में देर हो जाती थी। इसको ध्यान में रखते हुए देश भर में एक अप्रैल से इंटीग्रेटेड हेल्थ इंफॉर्मेशन प्लैटफॉर्म पोर्टल को लांच किया गया। आशा, एएनएम मरीजों में होने वाली बीमारियों की जानकारी पोर्टल पर अपलोड करती हैं। एएनएम घर-घर जाकर डाटा एकत्रित करती है। व डाटा आईएचआईपी पर अपलोड करती हैं। जिले के सभी सरकारी अस्पताल को इससे जोड़ा गया है। जैसे ही किसी व्यक्ति का कहीं इलाज होगा, उसका पूरा ब्योरा आईएचआईपी पर दिखने लगेगा।

तुरंत मिलेगी सूचना

इस एप के जरिए आशा, एएनएम आदि को तुरंत ही मिलने वाले सभी मरीजों का डाटा ऑनलाइन फीड करना होता है। यही नहीं अगर गांव में किसी दूसरी बीमारी के मरीज भी मिलते हैं तो उनकी जानकारी भी इस एप तुरंत अपलोड करनी होती है। जितने लोग पीडि़त होंगे, उनकी संख्या एप पर उसी समय फीड करनी होती है व रियल टाइम लोकेशन भी फीड करनी होती है। मरीजों की संख्या फीड होते ही पीएचसी प्रभारी, सीएचसी प्रभारी, एसीएमओ और अन्य अधिकारियों को इसका मैसेज पहुंच जाता है। सीएचसी प्रभारी को उस पर तत्काल टीम बनाकर कार्रवाई करते हुए रिमार्क डालना होगा। इसकी जानकारी स्वास्थ विभाग के पास पहुंचेगी। इस एप को चलाने के लिए जिला स्तर पर ट्रेनिंग दे दी गई है।

तीन फॉर्म होंगे फीड

इस एप में तीन प्रकार के फार्म हैं। एस, पी और एल। फॉर्म एस में बुखार, खांसी आदि बीमारी कब से है। इसके बारे में पूरी जानकारी एएनएम को डालनी होगी। इसके अलावा फॉर्म पी में संभावित मरीजों की जानकारी डालनी होगी। फार्म एल पैथोलॉजी से संबंधित होगा है, जिसमें यदि कोई मरीज अपनी जांच कराने आता है तो इस पर इंटर्नल और एक्सटर्नल जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा विभाग की ओर से इस एप के जरिए 33 बीमारियों का रिकार्ड रखा जाएगा। जिसमें कोरोना मरीज से संबंधित डाटा जोड़ा गया है। इस एप के लिए शुरुआती ट्रेनिंग दे दी गई है।

ऑनलाइन ही सभी मरीजों का डाटा फीड किया जाएगा। ऐसे में मरीजों के प्रति बरती जाने वाली लापरवाही पर रोक लग सकेगी। एसीएमओ डॉ. सुनील कुमार ने बताया बुखार, डायरिया या हेपेटाइटिस समेत कई बीमारियों की जानकारी स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑनलाइन डाली जाएगी। साथ में मरीजों का पूरा रिकार्ड भी ऑनलाइन होगा। वहीं स्वास्थ्य विभाग से लेकर सीएचसी तक पर मरीज का पूरा अपडेट रखा जाएगा।

टीकाकरण मेगा अभियान आज: 611 सत्रों पर लोगों को किया जाएगा वैक्सीनेट

मधुबनी : स्वास्थ्य विभाग की ओर से अधिक से अधिक लोगों का कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण किया जा रहा है। इस कड़ी में शनिवार को एक बार फिर विभिन्न सत्र स्थलों पर कोरोना टीकाकरण महा-अभियान का आयोजन होगा। इसे लेकर विभाग नेे तैयारी पूरी कर ली है।

इस टीकाकरण महा-अभियान के तहत सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना टीकाकर्मी कोरोना टीका से वंचितों को टीका देंगे। साथ ही दूसरे डोज़ सेे छूटे लोगों को टीकाकृत करनेे का निर्देश दिया गया है। विभाग के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोरोना टीकाकरण महा-अभियान के तहत दूसरे डोज के टीकाकरण को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके साथ ही, जिन्हें कोरोना टीका का पहला डोज भी नहीं मिला है, उन्हें भी टीका दिया जाएगा।

जिलाा प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के विश्वकर्मा ने बताया कि पिछले दिनों विभाग की समीक्षा बैठक में कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत सभी लोगों को टीकाकृत करने का निर्देश दिया गया था। इस निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग ने 4 दिसंबर को टीकाकरण महाअभियान संचालित करने का निर्णय लिया है। वहीं जिले में वर्तमान में प्रतिदिन 30 से 32 हजार लोगों को टीकाकृत किया जा रहा है।

611 सत्र स्थलों पर वैक्सीन की डोज देने का लक्ष्य

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने बताया कि अभियान के तहत 611 सत्र स्थलों पर टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा गया है। इसे लेकर सभी स्वास्थ्य अधिकारियों एवं कर्मियों को दिशा निर्देश दिए गए हैं। महाअभियान के साथ सभी पीएससी, शहरी क्षेत्र एवं मोबाइल टीम की ओर से लोगों को डोज़ दी जाएगी। जिला में करीब तीन सौ मोबाइल टीम घर घर जाकर लोगों को वैक्सीन की पहली एवं दूसरी डोज़ देगी। बताया कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर महाअभियान को लेकर एएनएम एवं आशा को अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूक करने को कहा गया है, ताकि अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी जा सके।

अधिक से अधिक लोगों को आच्छादित करने को लेकर कुछ पीएससी को दिया निर्देश

डीआईओ ने बताया कि टीकाकरण अभियान मैं कुछ पीएचसी पीछे रह गए हैं। उनको अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण करने के लिए कहा गया है। बताया कि कुछ क्षेत्रों में अभी भी कुछ लोग टीकाकरण के लिए तैयार नहीं हैं। इसके लिए  जागरूकता फैलाने को कहा गया है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी के अनुसार जिला में कुल 32 लाख लोगों को टीकाकरण किया जाना था। प्रथम डोज़ का लक्ष्य करीब- करीब पूरा हो चुका है। वही दूसरे डोज़ के लक्ष्य प्राप्ति के लिए  प्रयास जारी है।

जिले में अब तक 33.41 लाख लोगों का हुआ टीकाकरण

जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया जिले में अब तक 33 लाख 41 हजार 11 लोगों का टीकाकरण किया गया है. जिसमें 21,71,896 लोगों को प्रथम डोज व 11,69,115 लोगों को दूसरा डोज दिया गया है. जिसमें 14,53,334 पुरुष एवं 18,65,563 महिला को टीकाकृत किया गया है. टीका लेने वाले में 29,02,211 लोगों को कोविशील्ड एवं कोवैक्सीन 4,38,800 डोज दिया गया है. वही 18 से 44 उम्र के 19,38,473 लोगों, 45 से 60 वर्ष के 7,32,276 लोगों तथा 60 वर्ष से ऊपर के 6,70,298 लोगों को टीका लगाया गया है।

कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए जिलाधिकारी ने टीके लगवाने की अपील की

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा कोरोना के नए वेरीएंट ओमिक्रोन के बढ़ते वैश्विक हलचल को देखते हुए सुरक्षा एवं वैक्सिनेशन के मुद्दे पर समाहरणालय सभाकक्ष में प्रेस वार्ता की गई। उपस्थित सभी पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में 68% से अधिक लोगों ने कोरोना से बचाव के लिए प्रतिरक्षण टीका ले लिया है। परन्तु, अभी हमे अपने सम्पूर्ण लक्ष्य तक पंहुचना है।

पत्रकारों के सवाल के जवाब में जिलाधिकारी महोदय ने कहा कि आंकड़े बताते हैं कि जिले के लगभग 18% टीका ले सकने वाले लोग अभी जिले से बाहर रह रहे हैं। इसके बावजूद हमें अभी एक बड़ा फासला तय करना है। उन्होंने इस परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य कर्मियों के प्रयासों की सराहना की और आगे की रणनीति पर चर्चा की।

उन्होंने बताया कि टीके का पहला डोज ले चुके लोगों में से 73% लोगों ने ही टीके का दूसरा डोज लिया है। ऐसे में हमें प्रथम टीका ले चुके लोगों को दूसरा टीका लगाने के लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिले में टीकाकरण के लिए व्यापक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मी प्रत्येक गांव और कस्बों में हर घर दस्तक कार्यक्रम के अंतर्गत घर घर जाकर लोगों को टीका लगाने का काम कर रहे हैं। अतः इस पुनीत कार्य में मीडिया के सभी बंधुओं और समाज के प्रबुद्ध नागरिकों से अपेक्षा है, कि वे टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में अपना भरपूर सहयोग प्रदान करेंगे।

मीडिया कर्मी द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि टीकाकरण और टेस्टिंग दोनों जिला प्रशासन, मधुबनी की प्राथमिकता में है। इसके साथ ही दो गज की दूरी और मास्क पहनने के नियम का अनुपालन भी लोगों को करना चाहिए। खबरें बता रही हैं कि ओमिक्रॉन नाम से कोरोना का नया वेरिएंट दिखाई देने लगा है।

इस परिस्थिति में हमें सजग होकर टीकाकरण के शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करना होगा, ताकि लोगों के जीवन की रक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद कुछ लोगों ने कहा था कि अब कोई दूसरी लहर नहीं आयेगी, परंतु हम सभी जानते हैं कि दूसरी लहर ने लोगों की जिंदगियों को कितनी बुरी तरह प्रभावित किया। इसलिए समय रहते सभी लोगों को टीका ले लेना अतिआवश्यक है।

जिलाधिकारी ने बताया कि रामपट्टी में डी सी एच सी और कोविड केयर सेंटर दोनों संचालित हैं। वर्तमान में जिले में कोरोना का कोई भी एक्टिव केस नहीं है। परंतु, गत वर्ष की परेशानियों को देखते हुए जनहित में यहीं पर अब आर टी पी सी आर, लैब की स्थापना भी की गई है। अब मरीजों को इससे संबंधित जांच के लिए अन्यत्र नहीं जाना होगा। इससे अब जांच की राशि का अतिरिक्त व्यय भी रुकेगा और समय की बचत भी होगी ।

ऑक्सीजन प्लांट के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान में सदर अस्पताल, मधुबनी और फुलपरास अनुमंडल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट ने कार्य प्रारंभ कर दिया है। वहीं, झंझारपुर और जयनगर अनुमंडल के अंतर्गत इसका निर्माण अंतिम चरण में है, जिसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अररिया संग्राम में भी शीघ्र ही ट्रॉमा सेंटर चालू कर दिया जाएगा।

टीकाकरण पर अपनी बात रखते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि कोविशिल्ड एक से दूसरे डोज के बीच 84 दिनों का अंतराल केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित है। यदि किसी नागरिक को शिक्षा प्राप्त करने हेतु या इलाज हेतु विदेश जाना है तो ऐसी स्थिति में समय की अवधि घटाई भी जा सकती है। उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जिले में किसी भी योग्य व्यक्ति को टीका लेने में किसी प्रकार की कठिनाई हो रही हो तो वो 9470003454 पर जिले में संपर्क कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि पूर्व के अनुभव के आधार पर सरकार के दिशा निर्देश के आलोक में कोरोना के किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद है। परंतु, जब तक जिले के 18 आयुवर्ष से ऊपर के सभी लोग टीका नहीं ले लेते, उनके लिए संक्रमित होने का खतरा बना हुआ है।

जिलाधिकारी ने जिले में पूर्ण टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए समाज के सभी लोगों से आगे आने की अपील की । विशेषकर मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने इसके व्यापक प्रचार प्रसार के लिए सहयोग प्रदान करने की अपेक्षा की।

उक्त प्रेस कांफ्रेंस में सुनील कुमार झा, सिविल सर्जन, मधुबनी, आर के सिंह, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, मधुबनी, शैलेंद्र कुमार विश्वकर्मा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, मधुबनी, दयानिधि पाण्डेय, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, मधुबनी एवं जिले के सभी प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि शामिल थे।

नशा मुक्ति अभियान एवं अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मुरलियाचक सह संकुल संसाधन केंद्र के परिसर में नशा मुक्ति अभियान एवं अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर गुरुवार को बच्चों के बीच विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें रंगोली, गीत, संगीत, वाद-विवाद, भाषण, निबंध सहित मिथिला पेंटिंग शामिल है।

इस मौके पर बच्चों ने नशा मुक्ति अभियान एवं अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस के अवसर पर प्रतियोगिता में भाग लेकर अपनी कला का प्रदर्शन किया। इस मौके पर प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान लाने वाले छात्र छात्रों को प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार, संकुल संसाधन केंद्र के संचालक सह विद्यालय प्रधान अशोक साफी ने छात्रों को पुरस्कृत किया। जिसमें अंशु साह, नवीन कुमार यादव, मोनी कुमारी, ज्योति कुमारी, अनुपम कुमारी, अंकित कुमार, सत्यम कुमार, शिवम कुमार, निशा कुमारी, सोनल,मोनल, ब्रह्मदेव,रिया, काजल, अभिनव कुमार सहित कई छात्र शामिल है।

इस अवसर पर छात्र छात्रों को प्रोत्साहित करते हुए बीइओ अशोक कुमार ने कहा कि सभी बच्चों में रग-रग प्रतिभा है, उसे सिर्फ उजागर करने की जरूरत है। सभी लोगों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर इसे उभारने की जरूरत बताया। इस मौके पर शिक्षक सरोज कुमारी, हरिश्चंद्र भंडारी, सुलेखा देवी, कामोद साफी, आलोक देवी, गुड़िया कुमारी सहित कई शिक्षक उपस्थित थे।

देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद की जयंती मनाई गई

मधुबनी : जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी के सभागार में महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देश के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ० राजेन्द्र प्रसाद की जयंती समारोह पार्टी जिलाध्यक्ष प्रो० शीतलाम्बर झा के अध्यक्षता में सादगी से मनाई गई।

सर्वप्रथम उनके तैल चित्रों पर कांग्रेसजनों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धासुमन निवेदित किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाध्यक्ष प्रो० झा ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर बिस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा राजेन्द्र बाबू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के मार्गदर्शन में देश की आजादी आंदोलन में बढ़ चढ़कर भाग लिए और अंग्रेजों से लड़ते हुए कई यातनाएं भी सहना पड़ा।

वे सादगी के प्रतिमूर्ति थे। अजादी के बाद देश के प्रथम राष्ट्रपति बनाए गए। राष्ट्रपति के रुप मे उन्होंने अपने अधिकारों को बड़े ही सूझ बूझ से किए और दूसरों के लिए आज एक मिशाल है। उन्होंने ने नमक सत्याग्रह एवं असहयोग आंदोलन में खासकर सक्रिय रूप से भाग लिए। वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष पद को भी सुशोभित किये। वे सम्बिधान सभा के अध्यक्ष के रूप में देश को एक समतामूलक, धर्मनिरपेक्ष स्वरूप के बेहतरीन संविधान दिए।

प्रो० झा ने कहा राजेन्द्र बाबू के नाम से ही सम्पूर्ण विहारवासियों को गौरव का बोध होता है। वे पीड़ितों को मदद करने में अपनों को सकून महसूस करते थे। सन 1914 में बंगाल और बिहार में भयानक बाढ़ में लोगों को खूब सेवा किये, जब 1934 में बिहार में भयानक भूकम्प आया तो उन्होंने ने धन जुटाने एवं राहत कार्य करने में जुट गए। वे निष्काम कर्मयोगी थे। सेवानिवृत्त होने के बाद कई बर्षों तक पटना के सदाकत आश्रम रहे।

इस कार्यक्रम में ज्योतिरामन झा बाबा, मो० आकिल अंजुम, प्रफुल्ल चन्द्र झा, अशोक कुमार, प्रो० इश्तियाक अहमद, जय कुमार झा, मो० साबिर, मुकेश कुमार झा पप्पू, आलोक कुमार झा, अनिल चन्द्र झा, बिनय कुमार झा, मिथिलेश कुमार झा, ऋषिदेव सिंह, कुसुम कांत झा, गंगाधर पासवान, मो० जैदी, मुरलीधर झा मौजूद रहे।

एसएसबी ने 270 बोतल शराब के साथ एक धंधेबाज को दबोचा

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड झेत्र के भारत नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी 48वी वाहिनी पिपरौंन कैंप के जवानों ने शुक्रवार को 270 बोतल नेपाली शराब के साथ एक धंधेबाज को गिरफ्तार किया है। वही दुसरा धंधेबाज पुलिस को देख फरार हो गया। धंधेबाज की पहचान थाना क्षेत्र के सोठगांव गांव निवासी सुरेश सहनी के रूप मे की गई है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ धंधेबाज नेपाल से शराब लेकर 284/5 के के रास्ते नेपाल से शराब लेकर भारतीय सीमा मे प्रवेश कर रहा था, इसी दौरान एसएसबी के जवानों शराब के साथ एक धंधेबाज को हिरासत मे ले लिया।

सिलेंडर से लदी पिकअप गाड़ी में अचानक लगी आग, कोई हताहत नहीं

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड के डूमरा चौक के निकट शुक्रवार को एक गैस सिलेंडर से लदी पिकअप गाड़ी में अचानक आग लग गई। इस घटना में दो सिलेंडर ब्लास्ट होने से अफरा-तफरी का माहौल बन गया। हालांकि घटना में किसी की हताहत नहीं हुई लेकिन पिकअप गाड़ी बुरी तरह से जलकर राख हो गई है।

मिली जानकारी के अनुसार घटना शुक्रवार दोपहर की बताई जा रही हैं। जहां डूमरा चौक से कुछ दूरी पर हिंसु गैस एजेंसी रुद्रपुर के एक पिकअप गाड़ी में 60 से अधिक गैस लोड था। पिकअप गाड़ी डूमरा चौक से आगे निकला और अचानक गाड़ी के इंजन में आग लग गई और आग की चपेट में गाड़ी में रखे गैस सिलेंडर तक पहुँच गए। घटना इतनी भीषण हुई कि आसपास के सैकड़ों लोग पहुँच गए। इधर मौके पर पहुची रुद्रपुर थाना पुलिस ने अग्निशमन वाहन को बुला कर घटना को नियंत्रित कर लिया। थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने कहा कि समय पर थाना पहुच बड़ी घटना को होने से रोक लिया गया।

सुगम यातायात जिला प्रशासन की प्राथमिकता :- डीएम

मधुबनी : जिला पदाधिकारी सह अध्यक्ष, जिला सड़क सुरक्षा समिति, मधुबनी कि अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति, मधुबनी की बैठक समाहरणालय के सभाकक्ष में आयोजित की गई। बताते चलें कि इस बैठक में जिले में सड़क सुरक्षा एवं सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल अथवा मृत व्यक्तियों को ससमय मुआवजा दिए जाने की प्रक्रिया पर आए नए विभागीय आदेश पर भी व्यापक चर्चा की गई। इस दौरान तेज गति एवं लापरवाही से वाहन चलाने के संबंध में सघन जांच अभियान और सड़क दुर्घटना के उपरांत त्वरित सहायता उपलब्ध कराने जैसे मुद्दे अहम थे।

बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि फोर लेन सड़क पर सड़क दुर्घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए झंझारपुर ट्रॉमा सेंटर को यथाशीघ्र कार्यान्वित किया जाय। उन्होंने नेशनल हाईवे पर डिवाइडर कट के दोनो तरफ लगे पेड़ पौधे को छांटने और जिले के सड़कों के बीच चिन्हित ब्लैक स्पॉट क्षेत्र को जल्द से जल्द दुरुस्त करने के भी निर्देश दिए हैं।

जिलाधिकारी ने बताया कि सड़क दुर्घटना के उपरांत मृत्यु की स्थिति में संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी सह दुर्घटना जांच पदाधिकारी की अनुशंसा के आलोक में मृतक के आश्रित को सरकार द्वारा पांच लाख रुपए एवं गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को पचास हजार रुपए का तात्कालिक अंतरिम मुआवजा भुगतान करने का प्रावधान है। संबंधित प्रक्रिया को पूर्ण पाते हुए इस प्रकार के भुगतान को सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी जिला परिवहन पदाधिकारी को दी गई है।

जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों सहित सभी लोगों से सड़क सुरक्षा के संबंध में रखे गए सभी सुझावों को गंभीरता से सुना। उन्होंने दुर्घटना के उपरांत फौरी सहायता उपलब्ध कराने वाले लोगों के महत्व को भी रेखांकित किया।

बैठक में विशाल राज, उप-विकास आयुक्त, मधुबनी, सुशील कुमार, जिला परिवहन पदाधिकारी, मधुबनी, शैलेन्द्र कुमार, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, मधुबनी, अश्वनी कुमार अनुमंडल पदाधिकारी, सदर मधुबनी, अशोक कुमार मंडल, अनुमंडल पदाधिकारी, बेनीपट्टी, अभिषेक कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी, फुलपरास, शैलेश कुमार चौधरी, अनुमंडल पदाधिकारी, झंझारपुर, बेबी कुमारी, अनुमंडल पदाधिकारी, जयनगर के साथ साथ जिले के शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क निर्माण, यातायात से जुड़े अधिकारी एवं अन्य प्रबुद्ध नागरिक शामिल थे।

चोर को ग्रामीणों ने किया पुलिस के हवाले

मधुबनी : जिले के बासोपट्टी थाना क्षेत्र के बासोपट्टी पश्चिमी पंचायत अंतर्गत भलुआही गांव में राजीव कुमार साह के घर चोरी करते एक चोर को रंगे हाथ दबोच लिया गया है। मामला गुरुवार रात्रि दो बजे के करीब का है। गृह स्वामी राजीव कुमार साह ने बताया कि चोरों की हड़बड़ाहट सुन आंख खुलने के बाद देखा की दो चोर घर में घुस सामान की चोरी कर रहे हैं।

यह देख परिजनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया, शोर-शराबा सुनकर अंधेरे का फायदा उठा एक चोर भागने में कामयाब हो गए। वही दूसरे चोर को दबोच लिया। पकड़े गए चोर की पहचान हरलाखी थाना अंतर्गत उमगांव निवासी मनीष कुमार यादव के रूप में की गई है।

वही, दूसरा चोर मोहम्मद सोहेल भागने में कामयाब हुआ। दबोचे गए चोर को गृह स्वामी ने बासोपट्टी थाना को सुपुर्द कर दिया है। इस मामले को लेकर बासोपट्टी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बाबत थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि गिरफ्तार चोर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

जदयू नेता की हत्या के आरोपी गिरफ्तार

मधुबनी : जिले के लौकहा पुलिस ने जदयू नेता की हत्या के आरोपी धर्मेंद्र कुमार महतो को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने की जानकारी दी है। बता दें कि यह घटना 2020 की है, और मृतक के पुत्र नवीन कुमार महतो के द्वारा थाने में दिए गए आवेदन में ललमनिया के निवर्तमान मुखिया रूप नारायण यादव, धर्मेंद्र कुमार महतो, रजनीश कुमार यादव, राजेश कुमार पासवान तथा बबलू कुमार सल्हैता को नामजद करते हुए आरोप लगाया था कि उन लोगों ने मिलकर उनके पिता रामरतन कुशवाहा को शराब पिलाकर हत्या करने के बाद सड़क किनारे फेंक दिया था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त सभी नामजद आरोपियों में से चार आरोपी जेल जा चुके हैं, जबकि एक आरोपी बबलू कुमार सल्हैता अभी भी फरार बताए जा रहे हैं।

डब्ल्यू आईएमसी अध्यक्ष और सचिव को कार्य से अधिक राशि वापस लौटाने का मिला चेतावनी पत्र

मधुबनी : जिले के लदनिया प्रखंड में बीपीआरओ सह ईओ लदनियां नरेन्द्र प्रसाद ने महथा पंचायत के वार्ड संख्या-12 की वार्ड सदस्या सह डब्ल्यू आईएमसी शिवो देवी एवं सचिव कृष्ण कुमार कामत के नाम पत्र भेजकर कार्य से अधिक अंतरित राशि 3 लाख 36 हजार 395 ग्राम पंचायत के खाता में पत्र प्राप्ति के 24 घन्टे अंदर वापस लौटने का सख्त निर्देश दिया है।

उन्होंने महथा पंचायत के वार्ड संख्या 12 की वार्ड सदस्या सह अध्यक्ष डब्ल्यू आईएमसी अध्यक्ष शिवो देवी एवं सचिव कृष्ण कुमार कामत के नाम निर्देशित पत्र में जिक्र किया है कि मुख्यमंत्री ग्रामीण गली-नाली पक्कीकरण निश्चय योजना मद से योजना संख्या -13/018-019 उतिम घर से पंच लाल मंडल घर तक पीसीसी निर्माण के लिए डब्ल्यू आईएमसी खाता में पंचायत द्वारा एक मुस्त 10 लाख रुपये अंतरित किया गया।

तकनीकी सहायक द्वारा कार्य मूल्यांकन में 6 लाख 63 हजार 605 रुपये का मापी पुस्त प्रस्तुत किया गया है। कुल 3 लाख 36 हजार 395 रुपये पंचायत के खाता में वापस लौटने का पूर्व में पत्र दिया गया। जिसे अनसुनी कर दिया गया। पत्र प्राप्ति के 24 घण्टे के अंदर उक्त राशि नहीं लौटा गया तो विधिसम्मत कार्रवाई की जायेगी।

पुलिस की बड़ी करवाई में मिली सफलता, भाड़ी मात्रा में शराब जब्त

मधुबनी : जिले के जयनगर में कमला नदी से अहले सुबह गुप्त जानकारी के आधार पर नदी में छुपा कर रखे गए भाड़ी मात्रा में दर्जनों बोरियों में रखें सैकड़ो कार्टून शराब जयनगर पुलिस ने बरामद किये गए। बिहार सरकार के एलान के बाद जयनगर थाना पुलिस के द्वारा ये एक बड़ी करवाई ओर बड़ी सफलता मानी जा रही हैं। बता दें कि जयनगर थाना क्षेत्र के कमला नदी से शुक्रवार की सुबह पुलिस के द्वारा भाड़ी मात्रा में शराब की बड़ी खेफ को नदी से जप्त किया गया।

बताया जा रहा हैं दर्जनों बोरियों और के अंदर रखें कार्टून में रखें सैकड़ो की संख्या में शराब की की बोतलों को जप्त किया गया हैं। जप्त शराब को बड़े चार पहिया वाहन में लाद कर आगे की करवाई हेतू थाना ले जाया गया हैं। उक्त सारी जानकारी जयनगर थानाध्यक्ष संजय सिंह ने जयनगर थाना परिसर में प्रेसवार्ता कर दी है।

चार दिसंबर को जिलाधिकारी के नेतृत्व में जिले के सभी वरीय पदाधिकारी टीकाकरण अभियान का करेंगे अनुश्रवण

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा जिले में चार दिसंबर को कोरोना से बचाव के लिए टीका लगवाने के मेगा वैक्सीनेशन कैंप के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले के सभी प्रखंडों के प्रभारी वरीय प्रशासनिक पदाधिकारियों की बैठक आयोजित कर आवश्यक निर्देश दिए गए। इस बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि हालांकि संख्यात्मक रूप से वैक्सीन देने में मधुबनी कई अन्य जिलों से अग्रणी है।

परंतु, जिले की जनसंख्या के अनुपात में केवल 68% लोगों ने पहला डोज लिया है, जो चिंता का विषय है। हमें इस स्तर में सुधार लाना है। साथ ही, जो भी व्यक्ति समय पूर्ण हो जाने के बाद भी दूसरा डोज नहीं लगवा पाए हैं, उन्हें भी टीका लगाना है। जिससे ओमीक्रोन के खतरे को देखते हुए बड़ी संख्या में टिके से वंचित लोगों को कोरोना से प्रतिरक्षित किया जा सके।

उन्होंने उपस्थित अधिकारियों से कहा कि आजकल शाम जल्द ढल रही है। ऐसे में सुबह 7 बजे से 9 बजे तक के समय में टीकाकरण को गति प्रदान कर अपेक्षित लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। टीके से वंचित कई लोग प्रातः काल में अपने अपने घरों में उपलब्ध हो जायेंगे। इसलिए हमें अपनी रणनीति पर ठीक प्रकार अमल करना है।

उन्होंने निर्देश दिया कि टीकाकरण के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीविका की दीदियां, आंगनवाड़ी की सेविका और सहायिकाएं, विकास मित्र, जन वितरण प्रणाली विक्रेताओं आदि का सहयोग लिया जाए। उन्होंने कहा कि जीविका से बड़ी संख्या में महिलाएं जुड़ी हुई हैं। ऐसे में जीविका की दीदियां स्वयं भी अपने परिवार के बारे में इस आशय का घोषणा पत्र समर्पित करेंगी कि उनके परिवार के सभी 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों ने टीके का दोनो डोज ले लिया है।

जिलाधिकारी ने बताया कि वो स्वयं टीकाकरण अभियान की समीक्षा के क्रम में जिले के अलग अलग क्षेत्रों का अनुश्रवण करेंगे। अतः उन्होंने निर्देश दिया कि सभी प्रभारी वरीय पदाधिकारी अपने अपने आवंटित प्रखंडों में सुबह 7 बजे से टीकाकरण की गतिविधियों का पर्यवेक्षण करेंगे। उन्होंने प्रत्येक प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के साथ पंचायतवार अवलोकन कर निम्न टीका दर वाले पंचायतों पर विशेष ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए हैं। नदी के दियारा अथवा सुदूर एवं दुर्गम इलाकों में विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं।

उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन के बढ़ते खतरे को देखते हुए अभी तक टीका नहीं लेने वाले लोगों को जल्द से जल्द टीके लगाने की आवश्यकता है। जिस किसी भी क्षेत्र में टीका लेने से कोई इंकार करते हैं तो उनकी सूचना एकत्रित कर जिला को प्रेषित की जाए। ताकि समुचित कदम उठाया जा सके। उक्त बैठक में जिले के सभी वरीय उप समाहर्ता उपस्थित थे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट