शराबबंदी कानून पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने उठाए सवाल, कहा फैल है पूरी तरह शराबबंदी
मधुबनी : प्रो० शीतलाम्बर झा अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमिटी मधुबनी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है बिहार में शराबबंदी कानून पांच वर्षों से ज्यादा से ही लागू है,लेकिन शराब की कारोबार कहीं भी बन्द नही है।
मधुबनी जिला के कोई भी गांव, चौक-चौराहा, शहर ऐसा नही जहाँ शराब आसानी से उपलब्ध नहीं होता हो। यह कैसा शराबबंदी कानून है, जहाँ बड़े पैमाने पर शराब माफियाओं द्वारा अपने आदमियों के द्वारा घर घर पहुंचाया जा रहा है। यह कारनामा कहीं-न-कहीं पुलिस के मिलीभगत से ही होता है। निचले पदाधिकारीयों से लेकर बड़े अधिकारियों तक को भी शराब माफियाओं की जानकारी है। छोटे स्तर के कारोबारी तो पकड़े भी जातें है, लेकिन बड़े कारोबारी पर हाथ नही डाला जाता, न वह पकड़ा जाता है, क्योंकि सभी शागिर्द है।
प्रो० झा ने कहा होली से लेकर अभी तक बिहार में जहरीली शराब पीने से लगभग सैकड़ों लोगों की जान चली गई है, लेकिन अधिकारियों से लेकर विभागीय मंत्री तक कोई जबाबदेही लेने को तैयार नही है। आये दिन सत्ताधारी दल के नेताओं से लेकर मंत्री तक के सगे संबंधियों का नाम उजागर होता रहा, लेकिन को ठोस कार्रवाई नही हुई अब सरकार समीक्षा की बात करती है।
जिलाध्यक्ष प्रो० झा ने बड़े ही स्पष्ट शब्दों में कहा है यदि सरकार को शराबबंदी कानून को शत-प्रतिशत लागू करना है। नियत साफ है तो राजनीतिक दलों के नेताओं से लेकर सभी स्तर के अधिकारियों एवं मंत्रियों तक का कोरोना जांच की तरह प्रत्येक सप्ताह शराब पीने की जांच हो और ठोस कार्रवाई हो। छोटे पदाधिकारियों से लेकर बड़े अधिकारियों तक जिम्मेदारी निर्धारित हो, यदि उसमें सफल नही होते है तो उन पर कार्रवाई हो। उन्हें जिला से लेकर थाना तक के दायित्व से मुक्त रखा जाय साथ ही सामाजिक राजनैतिक दलों के नेताओं पर भी अंकुश लगे शराब के कारोबार में शामिल कोई भी लोग हो उन्हें पंचायत चुनाव से लेकर विधानसभा एवं लोकसभा चुनावों तक उन्हें एवं उनके सगे संबंधी पर भी रोक लगे।
ठोस कानून बने जो निचले अदालतों में शराब माफियाओं को जमानत नही मिले, तो लोगों में कानून का डर होगा साथ ही यह भी प्रावधान हो शराब बेचने या पीने बालों को भी कम से कम तीन वर्षों तक जमानत नही मिले, तो बहुत हद तक शराबबंदी सफल हो सकता है। मुझे आश्चर्य होता है सरकार के सबसे बड़े दल बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष संसद संजय जयसवाल भी कहते है शराब माफियाओं पर कोई कार्रवाई नही होता, यह चिंताजनक है। यदि कार्रवाई नही होता तो बीजेपी सरकार में रहकर सिर्फ मलाई खाने के लिए है, ये दोनों बात नही होगी या सरकार से बाहर निकले।
अब आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सभी लोगों का बनेगा डिजिटल आईडी
मधुबनी : स्वास्थ्य विभाग व सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में सुधारों और अच्छी व्यवस्था के लिए कई तरह की योजनाएं लागू की हैं। ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके। सरकार नित नई घोषणाएं तथा प्रयास कर रही है। अब सरकार के नए दिशा निर्देश के अनुसार आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन कार्यक्रम के तहत सभी लोगों का डिजिटल आईडी बनाया जाएगा। वही आयुष्मान योजना के पात्र लाभार्थियों के नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा दी जाएगी।
कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार को एक दिवसीय वर्चुअल प्रशिक्षण दिया गया है। आने वाले दिनों में जिला स्तर से प्रखंड स्तर के पदाधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा को नोडल ऑफीसर एवं जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी को जिला वेरीफायर बनाया गया है।
वही कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने भी सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है। सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया आयुष्मान भारत योजना के तहत नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत प्रत्येक रोगी को एक आईडी कार्ड दिया जाएगा। जिस पर उसका सारा मेडिकल डाटा डिजिटल स्टोर होगा। जैसे कि उसकी इलाज, डिस्चार्ज,ब्लड ग्रुप , रिपोर्ट्स , डॉक्टर प्रिस्क्रिप्शन और दवाइयों से संबंधित जानकारी आदि होगी। डिजिटल हेल्थ कार्ड 14 डिजिट का होगा। इस कार्ड पर एक यूनिक क्यूआर कोड होगा।
योजना के तहत लाभार्थियों के आलावा डॉक्टर, सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल ,क्लीनिक, डिपेंसरी आदि सबको जोड़ा जायेगा। बिना यूज़र की जानकारी के डिटेल्स नहीं देखी जा सकती है। उनके पास पासवर्ड और ओटीपी होना चाहिए। मरीज को अपना इलाज करवाने के लिए पुर्जा/ रिपोर्ट ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मरीज का सारा डाटा इस हेल्थ आईडी कार्ड में स्टोर होगा और हेल्थ आई डी के माध्यम से डॉक्टर मरीज का सारा डाटा देख पाएंगे। इस योजना के अंतर्गत अस्पताल क्लीनिक तथा डॉक्टर सभी एक केंद्रीय सरवर से जुड़े होंगे। इस योजना के अंतर्गत हेल्थ आईडी कार्ड लेने वाले नागरिकों को एक यूनिक आईडी दी जाएगी जिसके माध्यम से वह सिस्टम में लॉगिन कर सकेंगे।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का उद्देश्य:
•स्वास्थ्य सुविधाओं को कुशल बनाना।
•सभी नागरिकों तक स्वास्थ्य सेवाओं को पहुंचाना।
•नागरिकों के स्वास्थ्य डेटाबेस को गोपनीय रखना।
•डेटाबेस को समय पर उपलब्ध करवाना।
•हेल्थ केयर सुविधाओं को सुलभ बनाना।
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन क्या है:
नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत देश के डिजिटल स्वास्थ्य ढांचे को एकत्रित किए जाने का एक प्रयास है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन के अंतर्गत सरकार द्वारा कई ऐसे कदम उठाए जा रहे हैं जिसके माध्यम से स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार आए। हेल्थ आईडी कार्ड भी नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का एक हिस्सा है। जिसके माध्यम से सभी मरीज का स्वास्थ्य संबंधित डाटा इस आईडी कार्ड में डिजिटल स्टोर किया जाएगा।
टीकाकरण महाअभियान हो रहा आज, डीएम ने खुद किया मुआयना
मधुबनी : जिले में एक बार फिर टीकाकरण महा अभियान आज चलाया गया। वहां अभियान को लेकर स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन पूरी तरह से तैयार है। आज चलने वाले अभियान में 659 टीकाकरण केंद्रों पर एक लाख लोगों को टीकाकृत करने का लक्ष्य है। सभी केंद्रों पर नर्स एवं वेरीफायर की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है।
टीकाकरण अभियान को लेकर जिलाधिकारी अमित कुमार ने जिले के धार्मिक गुरुओं के साथ गूगल मीट के द्वारा विभिन्न समुदाय के धार्मिक गुरुओं के साथ बैठक कर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करने की अपील की गई।
चिह्नित इलाकों में होगा विशेष प्रशासनिक मुहिम का संचालन :
जिलाधिकारी अमित कुमार ने बीते कुछ दिनों से जिले में संचालित टीकाकरण अभियान की सफलता के लिये विभागीय अधिकारी व कर्मी के प्रयासों को सराहा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के मामले में राज्य स्तरीय रैकिंग में जिले के प्रदर्शन में सुधार हुआ है। लंबे समय से हम राज्य में आखिरी पायदान पर थे। फिलहाल टीकाकरण के मामले में मधुबनी राज्य स्तर पर 5 वें रैंक पर है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसे और भी बेहतर बनाने के लिये हमें जरूरी प्रयास करने होंगे।
उन्होंने कहा कि दिसंबर माह के अंत तक जिले में शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाना है। इसके लिये प्रथम डोज के साथ प्राथमिकता के आधार पर दूसरे डोज से वंचितों का भी टीकाकरण किया जाना है। कुछ इलाकों में टीकाकरण को लेकर लोगों में मन में अब झिझक बनी हुई है। ऐसे इलाकों को चिह्नित करते हुए विशेष मुहिम संचालित करने का निर्देश उन्होंने दिया। डीएम ने कहा कि इन इलाकों में वरीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को समझाते हुए उनका टीकाकरण सुनिश्चित कराने का प्रयास करेंगे। जरूरत पड़ने पर वे खुद उन इलाकों में लोगों के बीच जायेंगे।
जिलाधिकारी ने कहा कि सामूहिक भागीदारी के कारण बीते 28 अक्टूबर को संचालित अभियान जिले में बेहद सफल रहा। अभियान के दौरान 60 हजार के करीब लोगों को टीकाकरण हो सका। इस लिहाज से शनिवार को आयोजित अभियान को उन्होंने महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि सर्वे रिपोर्ट के आधार पर कम टीकाकरण वाले इलाकों में सत्र का संचालन किया जाये। साथ ही उत्प्रेरण संबंधी गतिविधियों का संचालन करते हुए लोगों का शतप्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित कराने का निर्देश उन्होंने बैठक में दिया।
संक्रमण के खतरों से निपटने के लिये हो जरूरी प्रयास :
संक्रमण के प्रसार को फिर फैलने से रोकने के लिये विभिन्न स्तरों पर प्रयास किये जा रहे हैं। छठ के दौरान बड़ी संख्या में लोगों के घर लौटने की प्रक्रिया को देखते हुए जिले में सघन जांच अभियान संचालित किये जा रहे हैं। साथ ही टीकाकरण की प्रक्रिया को भी तेज करने का प्रयास किया जा रहा है। डीआईओ डॉ एस.के. विश्वकर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में विशेष अभियान की सफलता को लेकर सभी जरूरी प्रयास किये गये हैं। उन्होंने अभियान के पूर्णत सफल होने का भरोसा दिलाया।
कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान के सफल संचालन के लिए प्रखंड क्षेत्र के 44 स्थानों पर टीका शिविर का किया गया आयोजन
मधुबनी : जिले के बिस्फी कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान के सफल संचालन के लिए प्रखंड क्षेत्र के 44 स्थानों पर टीका शिविर का आयोजन रविवार को किया गया। जिसमें भैरवा, सिमरी, सोहॉस, जफरा, परसौनी, रघौली, नरसाम, सिंघासों शामिल है। इस मौके पर विभिन्न समुदाय के लोगों को कोविड-19 का पहला और दूसरा दिया गया। पात्र लाभुकों के वैक्सीनेशन हेतु विभिन्न जगहों पर टीकाकरण दी गई, इसको लेकर 7 बजे से कोविड-19 मेगा कैप का आयोजन किया गया। इसको लेकर प्रचार-प्रसार भी किया गया था।
शिक्षक, शिक्षिका, जन वितरण प्रणाली के विक्रेता, बिहार सेवा समिति के सुरक्षा प्रहरी, आशा, फैसिलिटेटर, जीविकी दीदी को लगाया गया था। इसके साथ ही अपने अपने क्षेत्र के जनप्रतिनिधि से भी विशेष रूप से प्रचार-प्रसार करने का आग्रह किया गया था। इस मौके पर आशा एवं आंगनवाड़ी सेविका के डोर-टू-डोर कैंपेन करने के निर्देश दिए एवं लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सतर्क और सजग रहने की जरूरत बताएं।इस बाबत बीडीओ ने बताया कि छठ पर्व के दौरान आने वाले लोगों को कोविड जांच एवं टीका देने की प्रक्रिया तेज की जा रही है। अभियान की सफलता को लेकर सभी कर्मियों को धन्यवाद दिया।
इस मौके पर सीओ श्रीकांत सिन्हा, बीपीआरओ चंदेश्वर नारायण सिंह, बीईओ अशोक कुमार,वीएओ धीरेंद्र कुमार, पीएचसी प्रभारी मेराज अकरम, हेल्थ मैनेजर मो रेजाऊर रहमान, नोडल पदाधिकारी सुनील कुमार चौधरी, मो० इरशाद अली, अविनाश कुमार, बीपीएम रीशु मसीह सहित कई लोगों ने शिविर का औचक निरीक्षण कर कई दिशा-निर्देश भी दिए।
छठ महापर्व को ले शांति समिति का हुई बैठक, बैठक में थानाध्यक्ष व जनप्रतिनिधि रहे मौजूद
मधुबनी : जिले के हरलाखी में छठ पर्व को लेकर हरलाखी थाना परिसर में शांति समिति की बैठक थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान की अध्यक्षता में हुई।बैठक में उपस्थित शांति समिति के सदस्यों ने बैठक में अपने-अपने विचार रखे।उन्होंने प्रशासन से स्वच्छता और छठ घाटों में सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करवाने का अनुरोध किया।
इस मौके पर थानाध्यक्ष ने कहा कि सभी छठ घाटों का प्रशासन निरीक्षण करेगी। छठ पर्व के दौरान छठव्रतियों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए प्रशासन की ओर से छठ पूजा घाटों पर पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था एवं साफ-सफाई और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि पुलिस आप की सहायता के लिए चौबीसों घंटे तत्पर है। उन्होंने कहा कि छठ पर्व अमन शांति के साथ मनाएं। अफवाहों पर ध्यान नहीं दें, कहीं पर कुछ भी घटना घटित हो तो प्रशासन को तुरंत सूचना दें। कोई भी समस्या हो तो निर्भिक होकर थाने आएं, साथ ही थाना प्रभारी ने लोगों से अपील किया कि नाबालिग बच्चों को बाइक या स्कूटी चलाने नहीं दें। इलेक्शन सिर पर है इस दौरान कानून का पालन कड़ाई से किया जाएगा।
इस मौके पर एसआई धनंजय सिंह, मो० आलम, शिवशंकर मंडल, मदन चंद्र झा, राम स्वरूप ठाकुर, राज कुमार साह, रामश्रेष्ठ ठाकुर, यदुनी मंडल, बीरू ठाकुर, दिलीप मंडल, संतोष कामत, रामधारी दास, अवधेश कुशवाहा, राम शंकर, अनरूद सहनी , उपेन्द्र ठाकुर, बेचन दास, अरूण ठाकुर समेत दर्जनों बुद्धजीवियों व जनप्रतिनिधियों ने बैठक में मौजूद थे।
शांतिपूर्ण व निर्भीक चुनाव को लेकर पुलिस व एसएसबी ने निकाली फ्लैग मार्च
मधुबनी : जिले के हरलाखी में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में शान्ति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर प्रखंड क्षेत्र में रविवार को पुलिस व एसएसबी जवानों ने फ्लैग मार्च निकाली, जिसका नेतृत्व थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान कर रहे थे।
इस दौरान दर्जनो बाइक पर पुलिस के जवान कतार में चल रहे थे, जिसके आगे थानाध्यक्ष की गाडी चल रही थी। फ्लैग मार्च थाना से निकल कर हरिने बॉर्डर फिर विशौल गांव, कलना, सिसौनी, हरसुवार, बरही, कौआहा, हुर्राहि, सोठगांव, उमगांव, दुर्गापट्टी, पिपरौन, फुलहर, गंगौर समेत थाना क्षेत्र के सभी पंचायतों के गावों मे पहुंचकर निर्भीक होकर मतदान करने का संदेश दिया।थानाध्यक्ष प्रेमलाल पासवान ने बताया की शांतिपूर्ण व निर्भीक चुनाव कराने को लेकर तैयारियां पूरी है। किसी प्रकार के अशांति फैलाने वाले पर त्वरित कार्रवाई होगी।
अवैध शराब से जुड़े किसी भी गतिविधि पर अविलंब कड़ी कार्यवाई की जाए :- अमित कुमार(जिलाधिकारी)
मधुबनी : डीएम की अध्यक्षता में मद्यनिषेध को लेकर जिले के आला अधिकारियों के साथ गुगल मीट के माध्यम से समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई।बताते चलें कि पिछले दिनों बिहार के कुछ जिलों में बहुत लोगों की जहरीली शराब पीने से दुखद मृत्यु हुई है, जिसको लेकर जिले में विभिन्न स्तरों पर कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि यद्यपि मधुबनी जिले में इस तरह की घटना की अभी तक कोई सूचना नहीं है। फिर भी घटना की गंभीरता को देखते हुए, चौकन्ना रहने की जरूरत है, और इसी कड़ी में सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से हुई मौतों पर बिहार सरकार गंभीर है। इस परिप्रेक्ष्य में दिनांक 05 नवंबर 2021 को पुलिस महानिदेशक, बिहार, पटना एवं अपर मुख्य सचिव, गृह विभाग, पटना के द्वारा बिहार के सभी जिलों में सतर्कता बरतने और निगरानी करने के आदेश दिए गए हैं।
बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी/अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी/थानाध्यक्ष अपने अपने क्षेत्र में तत्काल प्रभाव से अवैध चुलाई शराब के भट्ठे को अभियान चलाकर ध्वस्त करने की कार्यवाई करेंगे एवं उनमें संलिप्त दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सतत कानूनी कार्रवाई करेंगे।
समीक्षा बैठक में उपस्थित सहायक औषधि नियंत्रक, मधुबनी को निदेश दिया गया है कि जिले में सभी थोक एवं खुदरा दवा विक्रेता (होमियोपैथ सहित) की दुकानों की सघन जांच/ छापामारी की जाए। जिससे ऐसी किसी भी दवा की बिक्री पर आवश्यक रोकथाम की जाए, जिसका इस्तेमाल नशे के लिए किया जा सकता है।
जिला पदाधिकारी ने नशे से मौत होने पर गहरी चिंता व्यक्त की और निर्देश दिया कि मद्यनिषेध मामले में यदि कोई व्यक्ति जमानत पर है, और उसके द्वारा पुनः ऐसा कृत्य किया जाता है, तो जमानतदार पर भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।उन्होंने स्पष्ट किया कि अवैध शराब से संबंधित किसी भी गतिविधि की रोकथाम को लेकर जिला प्रशासन, मधुबनी कटिबद्ध है, और इस संबंध में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उक्त बैठक में अवधेश राम, अपर समाहर्ता, मधुबनी, सभी अनुमंडल पदाधिकारी, मधुबनी, सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, मधुबनी, पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय, मधुबनी, सभी भूमि उप समाहर्ता, मधुबनी, सभी अंचल अधिकारी, मधुबनी, सभी थानाध्यक्ष, मधुबनी, उत्पाद अधीक्षक, मधुबनी, सहायक औषधि नियंत्रक, मधुबनी शामिल थे।
फलों के दाम से बाजार बेदम, असम से केला, केरल से नारियल व हिमाचली सेब छाया
मधुबनी : धरतेरस के बाद दीपावली और फिर छठ। इस दौरान फलों की खूब बिक्री होती है। खासतौर से छठ पर तो इसका महत्व ही रहता है। इसके लिए बाहर से सेब, नारियल, केला, संतरा, अनानास सहित अन्य फलों की आवक मंडी में बढ़ गई है। बाहर से फलों की आवक को देखते हुए फल मंडी में इसका स्टॉक भी किया जा रहा है।थोक दुकानदारों ने काफी सारा फल स्टॉक कर रखा है। पिछले साल के मुकाबले इस बार फलों के भाव अधिक हैं।
कारोबारियों को सिर्फ दिवाली-छठ के मौके पर छह से सात करोड़ से अधिक के फलों की बिक्री होने का अनुमान है। कमोवेश सभी फल पिछले साल की अपेक्षा इस बार थोड़े महंगे हैं। धनतेरस में पूजा के दिन फलों की बिक्री काफी होती है। इसके साथ ही पर्व के निमित फलों की खरीदारी बढ़ जाती है। मधुबनी शहर में हाजीपुर, पटना समेत बड़े शहरों से सेब, केला आदि मंगाए जाते हैं। सेब-संतरा हिमाचल से ज्यादा आते हैं। नारियल केरल से आते हैं तो केला असम से। अनार के भाव आसमान छू रहे हैं। केले के लिए हाजीपुर की प्रसिद्धि के बावजूद असम के केले की डिमांड ज्यादा है।
सुमित कुमार की रिपोर्ट