यूनिसेफ के एसएमसी ने 50 घरों के वंचितों को लगवाया कोविड-19 का टीका
मधुबनी : वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण से बचाव एवं रोक थाम के लिए सरकार द्वारा 18 वर्ष या इससे अधिक आयु के सभी लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दो खुराक निश्चित समय अंतराल पर लगाया जा रहा है। जिले के सभी पात्र लाभुकों को कोविड- 19 वैक्सीन की दोनों खुराक लग सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग सहयोगी संस्थाओं डब्ल्युएचओ, यूनिसेफ, केयर इंडिया आदि एवं हितधारी संगठन आईसीडीएस के सहयोग से सतत् सहयोग ले रही है।
सरकार समय-समय पर लोगों को कोरोना से बचाव के लिए लगाये जा रहे टीके को अधिक से अधिक लोगों को लगाने के लिए मेगा ड्रार्इव, महाअभियान, विशेष टीकाकरण दिवस आदि का आयोजन कर रही है। वहीं जिले में अभी हर घर दस्तक अभियान के तहत घर-घर जाकर वंचितों को कोविड- 19 का टीका लगाया जा रहा है।
संवाद स्थापित कर किया जागरूक
यूनिसेफ के एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया लखनौर प्रखंड के दीप पंचायत के बलुआ मुस्लिम टोला में टीकाकरण के बारे में उन्हें जानकारी दी गई कि इस गांव के लोग कोविड- 19 का टीका लगवाने से इंकार कर रहें हैं। इसकी जानकारी होने पर प्रखंड स्तर पर वंचितों को कोविड- 19 टीका लगवाने के लिए यूनिसेफ की टीम वहाँ पहुंची लोग कोविड- 19 का टीका लगवाने से इंकार कर रहे थे। इंकार कर रहे लोगों से मिलकर उनके बीच कोविड- 19 टीका के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास आरंभ किया गया।
जहाँ 50 से अधिक लोग जिसमें 20 से अधिक गर्भवती एवं धात्री महिलाओं का टीकाकरण किया गया। इस क्रम में स्थानीय ग्रामीणों द्वारा कई प्रकार के प्रश्न पूछे गये। उन्होंने कहा कि उन्होंने सभी प्रश्नों को संयम के साथ सुना एवं इन प्रश्नों को उतने ही संयम के साथ बारी-बारी से उत्तर दिया। इस दौरान वहां मौजूद बुद्धिजीवियों, स्थानीय प्रतिनिधि, धार्मिक गुरूओं के साथ एक बैठक आयोजित किया गया। वहां भी ग्रामीणों द्वारा उनके बीच फैली भ्रांतियों को दूर किया गया। इन घरों में सैकड़ों की संख्या में पात्र लाभुक थे जो अब तक कोविड- 19 टीका का एक भी खुराक नहीं लिये थे।
उन्होंने बताया इस दौरान पल्स पोलियो अभियान के दौरान इंकार घरों को जागरूक कर पल्स पोलियों की दवा पिलाने का अनुभव काफी काम आया। लोगों को उनके बीच जाकर समझाना कठिन है लेकिन असंभव नहीं है। उन्होंने बताया पल्स पोलियो अभियान के समय भी कुछ ऐसे ही मामलों से दो-चार होना पड़ा था। इसलिए उन्हें एहसास था कि कुछ देर ही सही लेकिन ये सभी कोविड- 19 का टीका लगवा लेंगे। धीरे-धीरे वंचितों के बीच फैली भ्रांतियाँ दूर होती गई और वे कोविड- 19 का टीका लगवाने को तैयार हुए।
टीकाकरण अभियान में भ्रांतियां को दूर करने की जरूरत
यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया टीकाकरण के प्रति समाज में शहरी क्षेत्र के अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा की कमी एवं जागरूकता की कमी के कारण भ्रांतियां अधिक है इन भ्रांतियों को दूर करने की आवश्यकता है उन्होंने बताया टीकाकरण अभियान की शुरुआत से कुछ लोगों में यह भ्रांतियां थी की टीका लगवाने के बाद लोग संक्रमित हो जाते हैं,बुखार आ जाएगा, बीमार पड़ जाएंगे, वैक्सीन के जरिए शरीर में कोरोना वायरस डाला जाता है।
टीका लगने से कोरोना हो जाता है, ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण की राह में कुछ इस तरह की अफवाह और भ्रांतियों का फैला हुआ है। इस जाल को जागरूकता के हथियार से विभाग काटने का प्रयास किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए कई ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। उन्होंने बताया इन भ्रांतियों को सामूहिक प्रयास से दूर करने की जरूरत है।
जीविका कार्यालय के सभागार में स्वस्थ जीविका दीदी अभियान के सफल संचालन को लेकर बैठक आयोजन
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के खैरी बांका स्थित जीविका कार्यालय के सभागार में स्वस्थ जीविका दीदी अभियान के सफल संचालन को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता जीविका परियोजना के प्रखंड परियोजना प्रबंधक रिशु मसीह ने की। इस मौके पर गैर संचारी रोग कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्य जीविका दीदी अभियान के आयोजन को लेकर माइक्रोप्लान के विषय पर गहन विचार विमर्श किया गया।
मौके पर गैर संचारी रोग पदाधिकारी मधुबनी डॉ० एसपी सिंह ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के तत्वाधान में आयोजित स्वास्थ्य जीविका दीदी एवं स्वयं सहायता समूह के प्रत्येक सदस्य एवं उनके घरों में रहने वाले प्रत्येक परिवारों का जीविका के संकुल क्षेत्र स्तर पर कैंप का आयोजन कर फैमिली फोल्डर तैयार करना है, एवं उस परिवार के 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का सीबीएसी फॉर्म पूर्ण रुप से भरा जाएगा।
अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य केंद्रों से जीविका के संकुल कार्यक्षेत्र स्तर पर, बीपीएम, बीसीएम एवं बीएचएम आपस में समन्वय स्थापित कर माइक्रो प्लान तैयार करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र के सभी जीविका दीदी को माइक्रो प्लान के तहत स्वास्थ जांच कैंप लगाकर की जाएगी। इसको लेकर पंचायत स्तर पर बैठक कर योजना तैयार करने को कहा। इस मौके पर प्रखंड स्वास्थ प्रबंधक रेजाऊर रहमान, बीएमसी आफताब आलम, अविनाश कुमार, बीसीएम इरशाद अली, बीएम केयर अकबर अंसारी सहित कई लोग उपस्थित थे।
नौवें चरण के पंचायत चुनाव के लिए जिलाधिकारी ने दिए मुस्तैद रहने के निर्देश
मधुबनी : जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह जिला पदाधिकारी, मधुबनी की अध्यक्षता में नगर भवन, मधुबनी में पंचायत आम चुनाव 2021 के नवम चरण के लिए नियुक्त सभी जोनल, सेक्टर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की बैठक आहूत की गई। बताते चलें कि 29 नवंबर 2021 को जिले के दो प्रखंडों बेनीपट्टी एवं लौकही में पंचायत चुनाव संपन्न होने हैं। मतदाताओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए बेनीपट्टी के कुल 31 पंचायतों के लिए 436 मतदान केंद्र एवं लौकही के 18 पंचायतों के लिए 263 मतदान केंद्रों की स्थापना की गई है।
नौवें चरण के चुनाव में बेनीपट्टी से जिला परिषद के 5, पंचायत समिति के 43, मुखिया के लिए 31 इतने ही सरपंच के लिए और ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए 416 एवं इतने ही पंचों के लिए चुनाव होने हैं। वहीं, लौकही से जिला परिषद के 03, पंचायत समिति के 25, मुखिया के लिए 18 इतने ही सरपंच के लिए और ग्राम पंचायत सदस्यों के लिए 253 एवं इतने ही पंचों के लिए चुनाव होने हैं।
जिला पदाधिकारी द्वारा बैठक में उपस्थित सभी जोनल, सेक्टर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को जिले में निष्पक्ष, पारदर्शी एवं शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव संपन्न कराने के लिए कई आवश्यक निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर ससमय मतदान प्रारंभ हो इसके लिए मतदान केंद्रों पर समय से ईवीएम मशीन पंहुचना सुनिश्चित करें। मतदान प्रारंभ होने के बाद सक्रियता दिखाते हुए सभी मतदान केंद्रों की गतिविधियों का जायजा लेते रहना आवश्यक है। यदि किसी मतदान केन्द्र पर अपराह्न 3 से 5 के बीच कतार में मतदाताओं की भीड़ हो तो इसकी सूचना कंट्रोल रूम को निश्चित रूप से प्रेषित करें।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक चरण का मतदान अपने आप में नई जवाबदेही है। ऐसे में इस मानसिकता से बाहर आने की जरूरत है कि हमने पूर्व में भी कई चुनाव संपन्न करवाया है। बल्कि, हमें यह सोचना चाहिए कि यह मेरे लिए नई जिम्मेवारी है, जिसे हमें सही से निभाना है। सर्दियां बढ़ गई हैं और दिन कुछ पहले ढल रहा है। ऐसे में आप सभी को अपने अपने मतदान केंद्रों पर उपलब्ध सुविधाओं विशेषकर प्रकाश आदि का जायजा ले लेना है। इतना ही नहीं आपको अपने अंतर्गत आने वाले प्रत्येक मतदान केंद्रों के हर छोटे बड़े रास्तों की जानकारी होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में सभी मतदान केंद्रों पर टैब के माध्यम से बायोमेट्रिक द्वारा लिए गए वोटर टर्न आउट की रिपोर्ट प्रत्येक दो घंटे पर कंट्रोल रूम को प्रेषित करना आवश्यक है। जब कभी मतदान केंद्रों पर विजिट करें तो बायोमेट्रिक सिस्टम में कितने मतदाताओं की सूचना अपलोड हो सकी और वास्तविक वोटर टर्न आउट की जानकारी प्राप्त कर उसकी सूचना निश्चित रूप से कंट्रोल रूम को प्रेषित करें। विभाग द्वारा जारी मोबाइल एप का उपयोग भी आवश्यक है।
उन्होंने अपने निर्देश में कहा कि मतदान केंद्रों पर विजिट के समय मुआइना कर सुनिश्चित करें कि मतदान कक्ष में मतदाता के अतिरिक्त कोई भी व्यक्ति न हो। यदि कोई अन्वश्यक रूप से पाया जाए तो उसपर अविलंब कार्रवाई करें। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान सूचनाओं के आदान प्रदान से विधि व्यवस्था बनाए रखने में बेहद महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती हैं। ऐसे में मतदान की पूरी प्रक्रिया के दौरान मोबाइल कभी स्विच ऑफ नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में मतदान केंद्रों के आस पास भीड़ एकत्रित नहीं होने देना है। आपके द्वारा नियमित स्तर पर मतदान केंद्रों के विजिट करने से मतदाताओं और अभ्यर्थियों को प्रशासन के सजग और मुस्तैद होने का भरोसा होता है और इस प्रकार अनावश्यक भीड़ स्वयं छंट जाती है। इतना ही नहीं किसी मतदान केंद्र पर मतदाता कतार के अतिरिक्त यदि कहीं भीड़ एकत्रित हो तो संवाद कर उन्हें जगह खाली करने को कहें। एक दंडाधिकारी के रूप में संवैधानिक रूप से आपके पास एक्शन लेने के अधिकार मौजूद हैं। ऐसे में गड़बड़ी होने से पहले उसपर नियंत्रण स्थापित किया जाय।
उन्होंने सभी दंडाधिकारियों को निर्देश दिया कि वे जितनी बार भी मतदान केंद्रों पर जायजा लेने पहुंचे, उतनी बार विजिट शीट पर हस्ताक्षर अवश्य करें। इतना ही नहीं किसी मतदान केंद्र पर यदि आपको मतदान की प्रक्रिया धीमी लग रही हो तो तत्काल उसकी समीक्षा करें और मतदान कर्मियों अनावश्यक रूप से विलंब न करने को निर्देशित करें।
मतदान निश्चित रूप से अपने निर्धारित समय सुबह के 7 बजे से शुरू हो जाना चाहिए। मतदान समाप्ति के लिए 5 बजे का समय निर्धारित किया गया है। यदि किसी मतदान केंद्र पर 5 बजे के बाद भी मतदाताओं की भीड़ रहती है तो इसकी सूचना अविलंब कंट्रोल रूम को प्रेषित करें। यदि किसी भी मतदान केंद्र पर 5 बजे भी मतदाता कतार में खड़े हैं, तो सबसे पिछले व्यक्ति से एक की संख्या से पर्ची वितरित किया जाय। इसके बाद आने वाले किसी भी व्यक्ति को मतदान में भाग लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने स्पष्ट किया कि निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव के लिए विभिन्न स्तरों पर प्रशासनिक अधिकारियों की पुख्ता तैनाती की गई है। ऐसे में किसी भी परिस्थिति में शांति भंग करने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। दंडाधिकारी के रूप में आप सभी को विधि व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष चुनाव संपन्न करवाने का लक्ष्य दिया गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि बेनीपट्टी एवं लौकही प्रखंडों के मतदान सामग्रियों को समर्पित करने के लिए आर.के. कॉलेज, मधुबनी को चिन्हित किया गया है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि तब तक अपने क्षेत्र में बने रहेंगे, जब तक आपके अधीन सभी मतदान केंद्रों पर मतदान संपन्न नहीं हो जाते। साथ ही सभी प्रखंडों के रिजर्व ईवीएम आर.के. कॉलेज के परीक्षा भवन में जमा में जमा किए जायेंगे।
मौके पर विशाल राज, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, सुरेन्द्र कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, मधुबनी, शैलेन्द्र कुमार, जिला पंचायतराज पदाधिकारी सह जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, मधुबनी के साथ साथ जिले के सभी वरीय प्रशासनिक पदाधिकारी उपस्थित थे।
मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल का हुआ आगाज़
मधुबनी : एक निजी स्कूल के प्रांगण में रोटरी क्लब ऑफ मिथिला के अध्यक्ष रोटेरियन रिंकू कुमार झा, माउंट समर कान्वेंट स्कूल के निदेशक सह रोटरी क्लब ऑफ मिथिला के पूर्व अध्यक्ष रोटेरियन राघवेंद्र कुमार, मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल की कॉर्डिनेटर स्नेहा प्रकाश ठाकुर एवं मानस इंटरनेशनल स्कूल की एडमिन सरोज रॉय मैडम के द्वारा दीप प्रज्वल्लन कर बच्चों के द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारन के साथ संयुक्त रूप से किया गया।
जिसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत बच्चों के द्वारा गणेश वंदना से किया गया।इसके बाद माउंट समर कान्वेंट स्कूल एवं मानस इंटरनेशनल स्कूल के बच्चों के द्वारा मिथिला के संस्कृति को जीवंत रूप देने के लिए कजरी, करमा गीतसंगीत पर पारम्परिक नृत्य और विभिन्न गीत और कविता का पाठ किया गया। इस मौके पर बच्चों ने गांधी और सीता पर निबंध भी सुनाया, साथ ही बच्चों ने अरिपन और मिथिला पेंटिंग भी बनाया।
गौरतलब है कि यह कार्यक्रम मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल का प्री इवेंट था। इस प्रतियोगिता में चयनित प्रतिभागी आगामी 12 से 15 दिसंबर तक दरभंगा में होने वाले विशाल आयोजन मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल में हिस्सा लेंगे। विगत 3 वर्षों की भांति इस वर्ष भी मधुबनी लिटरेचर फेस्टिवल दिसंबर माह में साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन दरभंगा में करवाने जा रहा है, जिसमें देश-विदेश के कई गणमान्य व्यक्तियों का आगमन होगा।
500 दिन पूरा होने पर माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने पेश किया रिपोर्ट कार्ड, सामाजिक कार्यों का किया गया उल्लेख
मधुबनी : जिले के जयनगर में माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने आज अपना 500वां दिन पूरा किया। इस मौके पर संस्था द्वारा पिछले 500 दिनों में किये गए सामाजिक कार्यों के उल्लेख वाला रिपोर्ट कार्ड जारी किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जयनगर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद कैलाश पासवान, साथ मे मंचासीन अतिथियों में जयनगर प्रखंड प्रमुख सचिन सिंह, निवर्तमान आरबीआई कर्मी सुरेंद्र प्रसाद, निवर्तमान शिक्षा पदाधिकारी शिवदयाल प्रसाद, ॐ जय माता दी सेवा समिति के अध्यक्ष अरुण जैन, समाजसेवी दीपक खरगा, संस्था के संरक्षक सह युथ डेवलोपमेन्ट बोर्ड के जिलाध्यक्ष ललन यादव रहे।
इनके अलावा समाजसेवी सरदार राजू सिंह, दिनेश वर्मा, हीरा मांझी, संस्था के संरक्षक में डॉ० सुनील कुमार राउत, मनोज सिंह, प्रवीर महासेठ, राजेश गुप्ता, कोषाध्यक्ष लक्ष्मण यादव, सियाराम महतो, दिनेश पूर्वे, राघवेन्द्र झा ‘बब्लू’, मुख्य संयोजक भाई अमित कुमार राउत, प्रथम कुमार, संतोष शर्मा, पप्पू पूर्वे, श्रवण कुमार, नीतीश कुमार, अंकित महतो, किशन महतो, सोनू पूर्वे, गौरव सिन्हा, सुनील कर्ण, हर्ष कुमार, सुमित कुमार राउत एवं अन्य कई बुद्धिजीवी एवं सम्माजसेवी लोग मौजूद रहे।
बता दें कि ये संस्था पिछले दो वर्षों से लगातार सामाजिक कार्यों में गतिविधियों के कारण चहुमुखी चर्चाओं में है। चाहे वो बाढ़ में राहत कार्य कर सूखा राशन ओर जरूरत का सामान वितरण, चाहे बिहार का महापर्व छठ के समय छठव्रतियों में पूजन एवं अर्घ्य का सामान वितरण, चाहे कोरोना काल मे चिन्हित कर जरूरतमंद लोगों को सूखा राशन वितरण, चाहे कोरोना के समय मास्क, सेनेटाइजर, साबुन वितरण, चाहे विकलांग के बीच वैशाखी का वितरण, समय-समय पर निःशुल्क मेडिकल कैम्प, चाहे हर महीने में निःशुल्क बीपी एवं शुगर जांच की व्यवस्था, फिर चाहे ठंड के समय चिन्हित कर लोगों के बीच गर्म कपड़े, शॉल, कंबल वितरण का कार्य हो। ये संस्था अपने दाताओं के कारण ये सब संभव कर पा रही है।
वहीं, पटना के बच्चे अयांश सिंह के लिए भिक्षाटन कर एक लाख रुपये की नगद मदद भी किया। रक्तदान के क्षेत्र में भी इस संस्था के सदस्यों ने लगातार काम किया है। इस मौके पर वक्तों ने कहा इस संस्था का कार्य बोलता है। ये संस्था किसी परिचय का मोहताज नही है। आज सामाजिक हो या आर्थिक या किसी अन्य क्षेत्र में भी बढ़-चढ़ कर सहयोग करती रही है।
सुमित कुमार की रिपोर्ट