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29 अक्टूबर : मधुबनी की मुख्य ख़बरें

आयुष्मान कार्ड बनाने में तेजी लाने का जिलाधिकारी ने दिया निर्देश

मधुबनी : आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने में गति प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण भारत सरकार, नई दिल्ली ने यूटीआईआईटीएसएल के साथ करार किया है। जिसके तहत यूटीआईआईटीएसएल के कर्मी जिले सहित सभी प्रखंड के सभी पंचायत गांव में जाकर पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाएंगे। आयुष्मान कार्ड बनाने में लाभार्थी से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। उक्त कार्य के सफल संचालन के लिए जिलाधिकारी अमित कुमार ने जिले के सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा अन्य विभागों को पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है।

विदित हो कि पूर्व में भी आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत फरवरी 2021 से मार्च 2021 के दौरान पात्र लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन किया गया था। जारी पत्र में जिलाधिकारी ने बताया जिले में 23 लाख 70 हजार 685 लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है,परंतु अब तक 2,30,895 लाभार्थी कार्ड बनाया गया है। शेष 21,39,790 लाभार्थियों का कार्ड बनाया जाना है। कार्ड बनाने के लिए अब कॉमन सर्विस सेंटर (वसुधा केन्द्र) और पंचायत भवन में क्रियाशील आरटीपीएस (लोक सेवा केंद्र) के अलावा यूटीआईआईटीएसएल के कर्मी भी सभी पंचायतों के गांव में जाकर कार्ड बनाएंगे।

कार्ड बनवाने में निम्न कर्मी करेंगे सहयोग:

जारी पत्र में जिलाधिकारी के निर्देश दिया है कि जिला परियोजना प्रबंधक जीविका, प्रखंड परियोजना प्रबंधक जीविका ,ग्राम स्तर पर जीविका दीदी को यूटीआईआईटीएसएल के कर्मी को आयुष्मान कार्ड बनाने में अपेक्षित सहयोग करेंगे। साथ ही जिला सामुदायिक उत्प्रेरक प्रखंड स्वास्थ्य उत्प्रेरक आशा के माध्यम से यूटीआई आईटी एसएल कर्मियों का आवश्यक सहयोग करेंगे।

पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड:

केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। जिला कार्यक्रमसमन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी को ईलाज करने एवं आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

जिलांतर्गत ,

•मधुबनी मेडिकल कॉलेज

•क्रिब्स हॉस्पिटल

•हरसन हॉस्पिटल

•मां उग्रतारा नेत्रालय

•आस्था सर्जिकल अस्पताल

सूचीबद्ध है एवं सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ दिया जा रहा है। साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी की जा रही है।सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

जयनगर अनुमंडल में डी.बी. कॉलेज को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी का मिला पहला स्टडी सेंटर :- डॉ नंद कुमार

मधुबनी : डी.बी. कॉलेज, जयनगर को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी, पटना द्वारा स्टडी सेंटर कोड 239 एलॉट कर दिया गया है। इस संबंध में महाविधालय के प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार ने बताया कि, नालंदा ओपेन यूनिवर्सिटी का संबध जयनगर अनुमंडल में पहला स्टडी सेंटर कोड नंबर 239 शुक्रवार को डी.बी. कॉलेज, जयनगर को प्राप्त हुआ है।

विदित हो कि शुक्रवार 29 अक्टूबर को नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के कुलसचिव डॉ० घनश्याम रॉय के द्वारा अध्ययन केन्द्र का उदघाटन कुलपति डॉ० के.सी. सिन्हा के निर्देश पर निरीक्षण के साथ किया गया। जिस पर त्वरित कारवाई करते हुवे शुक्रवार को पटना पहुंचते ही कुलसचिव डॉ० घनश्याम राय द्वारा डी.बी. कॉलेज जयनगर को 239 सेंटर कोड एलॉट कर दिया गया है। कोड मिलते ही महाविधालय से कला, विज्ञान एवं वाणिज्य तीनों संकायों के किसी भी विषय में पीजी करना आसान हो गया है। उसमें भी जहां अनुसूचित जाति/जनजाति के छात्र छात्राओं को निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं सभी वर्ग की महिलाओं को कोर्स फीस में 25 प्रतिशत की छूट प्रदान की गईं हैं।

इस अवसर पर डी.बी. कॉलेज जयनगर अध्ययन केन्द्र के कोऑर्डिनेटर डॉ० संजय कुमार पासवान ने जयनगर के साथ पूरे जिले भर के लोगो से इस अध्ययन केन्द्र के माध्यम से विभिन्न विषयों में पीजी करने के लिए आग्रह किया है, तथा इससे भविष्य में क्षेत्र के छात्र छात्राओं को काफी लाभ होने की संभावना व्यक्त की है।

धन्यवाद ज्ञापन करते हुवे वाणिज्य शिक्षाविद् डॉ० एस.के. सिंह ने कहा कि, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के स्टडी सेंटर से आसपास के विद्यार्थी विशेषकर महिला विद्यार्थियों को जो स्नातकोत्तर (पीजी) करने से वंचित रह जाती थी, ओ अब काफी सहूलियत के साथ काफी कम फीस पर डी.बी. कॉलेज जयनगर से स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल कर सकती हैं। साथ ही साथ इसके लिए महाविधालय के दूरदर्शी प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार व नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के यशस्वी कुलसचिव डॉ० घनश्याम राय के प्रति आभार व्यक्त किया।

नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के अध्ययन केंद्र के कोड मिलने पर महाविधालय के प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार, डॉ० संजय कुमार, डॉ० अवध बिहारी यादव, डॉ० बुद्धदेव प्रसाद सिंह, डॉ० सुनील कुमार सुमन, डॉ० ओम कुमार सिंह, डॉ० रमण कुमार ठाकुर, डॉ० मदन पासवान, डॉ० एस.के. सिंह सहित सभी शिक्षकों ने प्रसन्नता व्यक्त किया।

मधुबनी के दो घूसखोर पुलिसकर्मी को निगरानी ने दबोचा

मधुबनी : निगरानी विभाग, पटना की टीम ने मधुबनी जिला के देवधा थाना के एक एएसआई और मुंशी को छब्बीस हजार रुपये घूस लेते किया रंगे हाथ गिरफ्तार। गिरफ्तार पुलिस कर्मी में एएसआई सुभाष चंद्र राम और कर्मी रामप्रीत पासवान शामिल हैं।

दरअसल एक केस के सिलसिले में देवधा के निवासी ऋषिकेश कुमार ने निगरानी विभाग में शिकायत की थी, कि पुलिस पदाधिकारी घूस माँग रहे हैं। निगरानी विभाग ने जाल बिछाकर आज रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार होने के बाद प्रेसवार्ता कर उक्त जानकारी दी गयी।

कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत जिला पदाधिकारी के दिशा निर्देश के आलोक में 44 चयनित स्थलों पर किया जायेगा टीकाकरण

मधुबनी: जिले के बिस्फी में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत जिला पदाधिकारी के दिशा निर्देश के आलोक में पीएचसी द्वारा माइक्रो प्लान बनाकर लोगों को वैक्सीन की पहली और दूसरी डोज देने को लेकर प्रखंड क्षेत्र के 44 चयनित स्थलों पर टीकाकरण किया गया। जिसमें परसौनी, भोजपंडोल, सिमरी, सोहॉस, जफरा, रधौली, नरसाम, सिगिया शामिल है। इस मौके पर वरीय समाहर्ता किशोर कुमार,बीडीओ मनोज कुमार, बीएसओ मुकेश कुमार ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं पंचायत सरकार भवन बिस्फी सहित कई केंद्रों का औचक निरीक्षण कर कई दिशा निर्देश जारी किए उन्होंने कई कर्मियों को समय पर टीकाकरण नहीं करने।

लोगों को जागरूकता नहीं करने को लेकर कड़ी फटकार लगाते हुए कड़ी कार्रवाई करने की हिदायत दी कहा कि कर्मियों द्वारा गांव में डोर टू डोर सूचना नहीं देने को लेकर केंद्र पर कम लोग पहुंच रहे हैं, कहा कि जो व्यक्ति पहला, व दुसरा डोज नहीं लिए हैं वह महाशिविर में पहुंचकर टीका जरूर लगवा लें यह मेरा कैप 30 अक्टूबर तक प्रतिदिन प्रखंड क्षेत्र के सभी पंचायतों में आयोजन किया जाएगा वहीं 7 नवंबर को विशेष मेगा शिविर का भी आयोजन की जाएगी।

इस अभियान के तहत बारह हजार लोगों का टीकाकरण किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें सिर्फ चार हजार लोगों को ही टीका लगाया जा चुका है। लक्ष्य की प्राप्ति के लिए विशेष अभियान चलाने की दिशा निर्देश पदाधिकारियों ने दी। इस मौके पर बीएसओ मुकेश कुमार, पत्रकार जीवन झा हेल्थ मैनेजर रेजाऊर रहमान, एमओ धीरेंद्र कुमार, बीईओ अशोक कुमार, कृषि समन्वयक मो जुबेर अहमद अविनाश कुमार बीटीएम विनोद यादव सहित कई लोग उपस्थित थे।

बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ की बैठक

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड में बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला उपाध्यक्ष नूर आलम एवं क्रांतिकारी शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष विकास कुमार ठाकुर द्वारा एक बैठक की गई। बैठक की अध्यक्षता विकास ठाकुर ने किया। बिस्फी बीआरसी भवन में पूर्व बीईओ महेश कुमार पासवान एवं वर्तमान बीईओ अशोक कुमार से डीपीई एरियर सितंबर माह एवं अक्टूबर माह का वेतन 21 शिक्षक ऐसे हैं, जिनका मेडिकल या फिर अन्य वजह से वेतन बंद कर दिया गया था।

उसका पिछला पैसा और जो लोग ट्रेंड नहीं है, उनका वेतन बंद है। इन सब मुद्दों को लेकर दोनों बीईओ से विस्तार से बात हुई। वही महेश पासवान द्वारा अशोक कुमार को चार्ज देने की भी बात सामने आई। बीईओ अशोक कुमार द्वारा महेश पासवान को एक दो रोज में रिलीविंग दे देने की बात कही गई। इस बैठक में दिलीप कुमार, भोगेंद्र राय, राम कुमार, वीरेंद्र कुमार, सुधीलाल कुमार सहित सभी शिक्षक मौजूद थे।

अमित कुमार, भा॰प्र॰से॰ के अध्यक्षता में मादक पदार्थों के अवैध व्यापार पर नियंत्रण हेतु नारको -को- ओडिनेशन सेंटर (एन.सी.ओ.आर.डी.) की जिला स्तरीय बैठक हुई

मधुबनी : इस दौरान अपर समाहर्त्ता, मधुबनी अवधेश राम, जिला पंचायत राज पदाधिकारी-सह- जिला सूचना एवं जनसम्पर्क पदाधिकारी, मधुबनी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सदर मधुबनी, वरीय उप-समाहर्त्ता, मधबनी आरती कुमारी, समादेष्टा, 48वीं बटालियन एस.एस.बी. जयनगर एवं समादेष्टा, 18वीं बटालियन एस.एस.बी., राजनगर, उत्पाद अधीक्षक, सहायक औषधि नियंत्रक तथा अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा कहा गया कि ये नारको-को-ओडिनेशन सेंटर की पहली बैठक है। ये बैठक अब प्रत्येक 03 महीना पर आयोजित की जायेगी। इस बैठक का आयोजन मुख्य रूप से जिले के अंदर मादक पदार्थों के अवैध व्यापार पर रोकथाम हेतु किया गया।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा निम्न बिन्दुओं पर चर्चा किया गया:-

1. ड्रग्स की प्रवृति के संबंध में सूचना/जानकारी का आदान-प्रदान करना।

2. जिले में अवैध अफीम एवं गांजा की खेती का अनुश्रवण, पहचान एवं विनिष्टीकरण।

3. अवैध खेती वाले क्षेत्रों में एन.डी.पी.एस. एक्ट के प्रावधानों एवं हानिकारक प्रभावों के संबंध में जन-जागरूकता अभियान चलाना।

4. ड्रग्स की पहचान हेतु उपकरणों की आवश्यकता का आकलन एवं इसके लिए अधियाचना समर्पित करना।

5. अर्न्त-राज्यीय काण्डों के अनुसंधान की प्रगति का अनुश्रवण करना।

जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा नारकोटिक्स डिस्पोजल हेतु संबंधित अधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया एवं ड्रग्स सिजर को कहा गया कि बॉर्डर वाले क्षेत्र जैसे जयनगर, हरलाखी इत्यादि क्षेत्रों में अधिक तस्करी की सूचना प्राप्त होती है।

संबंधित जगहों पर ज्यादा सक्रिय रहने की आवश्कता है साथ ही यह भी कहा गया की ड्रग्स या मादक पदार्थों की पहचान हेतु उपकरण भी रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि पटना या अन्य जाँच केन्द्रों पर भेजे जाने वाली अवैध पदार्थ की जाँच जिला स्तर पर कराया जा सके तथा जिले के नगर थाना, मधुबनी में जब्त किये गये अवैध पदार्थ (गाँजा, अफीम, ड्रग्स इत्यादि) को भेजना सुनिश्चित करेंगे वहीं तस्करियों को संबंधित थाना क्षेत्र में पुलिस प्रशासन से समन्वय स्थापित कर अग्रेतर कार्रवाई हेतु संसुचित करेंगे।

रक्तदान कर निरन्तर लोगों की जान बचा रहा अयाची नगर युवा संगठन

मधुबनी : जिले के पंडौल प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत अयाची नगर युवा संगठन सरिसब-पाही अपने कार्यों को लेकर चर्चा में रहा है। टीम के द्वारा कई तरह के समाजहित में सराहनीय कार्य किया जाता आ रहा है। इस बीच में ब्लड डोनेशन के मामले में संगठन ने कई महत्वपूर्ण योगदान दिया है। समय रहते कईयो की जानें बची है। 20 वर्षीय पूनम कुमारी जिसके शरीर में मात्र 2.8Gm हेमोग्लोबिन थी। परिवार तरफ से कोई भी डोनेट करने वाला नही था।

शरीर में काफी कम ब्लड रहने के कारण स्थिति चिंताजनक थी। उसे रक्त उपलब्ध करबा कर संस्था ने उसे जीवनदान दिया। वहीं सरिसब-पाही के एक महिला का ऑपरेशन कई दिनों से रुका हुआ था। लाख प्रयास के बाद परिजन को ब्लड उपलब्ध नही हो पा रहा था। ऑपरेशन अत्यन्त जरूरी था। वहीं 60 वर्षीय प्रेम पासवान जो कैंसर पीड़ित है। उन्हें भी ब्लड की जरूरत थी। लेकिन कहीं से कोई इंतजाम नही हो पा रहा था। सभी मरीज के परिजन बहुत परेशान थे। कोई रास्ता नहीं दिख रहा था।

अन्ततः परिजनों ने विकट परिस्थिति में अयाची नगर युवा संगठन के संस्थापक विक्की मंडल से संपर्क किया। तदुपरांत विक्की मंडल ने स्थिति को देखते हुए तीनों मरीज के लिए अपने संस्था के तरफ से ब्लड उपलब्ध करवाया। मरीज के परिजनों को तत्काल जान में जान आयी और इलाज आसान हो सका।

मौके पर संगठन के संस्थापक बताते हैं रक्तदान करने से किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती है। युवाओं को समय-समय पर रक्तदान करना चाहिए, ताकि ब्लड बैंक में ब्लड भरा रहे। रक्तदान के लिए धन की जरूरत नहीं है, एक बड़े दिल और साहस की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि रक्तदान करने से बहुत सारी बीमारियां भी शरीर से दूर रहती है। युवा वर्ग को नियमित समय पर रक्तदान करते रहना चाहिए।

सुमित कुमार की रिपोर्ट