25 नवंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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विकास और सबका साथ के मुद्दे को लेकर प्रत्याशि कर रहे क्षेत्र में दौरा, लोगों से मांग रहे समर्थन

मधुबनी : बिहार में पंचायत चुनाव अब अपने चरम पर है। लगभग कुछ ही चरणों के मतदान अब बांकी रह गए हैं। ऐसे में मधुबनी जिले के बिस्फी में पंचायत के सर्वांगीण विकास हेतु जनता द्वारा अंतिम निर्णय लेने का समय आ गया है।

क्षेत्र के दौरे पर निकले एक मुखिया प्रत्याशी ने बताया कि मैं भी चुनाव मैदान में हूं, और जनता का आशीर्वाद की परम जरूरी है। अगर जनता का आशीर्वाद मिला, तो पंचायती राज विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों में नागरिक सुविधा बढ़ाने को लेकर किए गए कार्यक्रम को उतारा जाएगा।

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आज बिस्फी के विभिन्न पंचायत के कई वार्डों में जनसंपर्क अभियान के दौरान मुखिया प्रत्याशीयों ने कहा कि गांव को शहरों की तर्ज पर स्मार्ट बनाने की पहल पंचायत चुनाव के बाद की जाएगी। इसके तहत साफ-सफाई से लेकर गांव को जग मग करने का काम किया जाएगा।

पंचायत की कई सड़कों पर पानी लगने की समस्या दूर करने के साथ पक्की सड़क से संपर्कता देने के लिए गांव की गलियों का पक्कीकरण का कार्य किया जाएगा। सभी घरों में स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय का निर्माण, सभी जरूरतमंद लोगों को वृद्धावस्था पेंशन, प्रधानमंत्री आवास, किसानों को समय पर खाद बीज उपलब्ध कराने के साथ प्रधानमंत्री किसान सम्मान मैं नाम जोड़ा जाएगा।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का नवीनीकरण, सुदृढ़ आंगनवाड़ी केंद्रों, जन वितरण विक्रेताओं के साथ, सभी विद्यालयों समय पर पठन-पाठन के लिए कदम उठाए जाएंगे। बच्चों मे शिक्षा के साथ खेल प्रतियोगिता एवं पंचायत में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराया जाएगा। हाट बाजार दुकान के साथ सौंदर्यीकरण की जाएगी। गांव का शत-प्रतिशत विद्युतीकरण की जाएगी।

मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत हर घर नल-जल योजना पहुंचाया जाएगा। पंचायत में पंचायत सरकार भवन का निर्माण की जाएगी। वहीं पर जन समस्याएं आम जनता को सुनकर हल कर दिया जाएगा, साथ ही गांव की सड़कों व गलियों मे स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे।

प्रत्याशियों ने बताया कि मतदाता मालिक चुनाव नजदीक आ गया है। पंचायत के लिए परिवर्तन बहुत जरूरी है। हमें उम्मीद है कि दिनांक 12 दिसम्बर 2021 को मतदान के दौरान जनता मालिक विवेकानुसार उत्तम फैसला लेते हुए ही अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसके नींव पर अगले पांच वर्षों में उनके संबंधित पंचायत के समृद्धि और विकास की मजबूत इमारत बुलंद होगी।

इस मौके पर रिंकू देवी(मुखिया प्रत्याशी), परसौनी उत्तरी पंचायत बिस्फी सादुल्लाहपुर क्षेत्र संख्या सात से सरपंच पद के लिए गोविन्द कुमार यादव ने भी अपना नामंकन दाखिल करने के बाद लोगो से अपने लिए समर्थन देने को अपील किया।

बकाया पेंशन एवं सेवांत लाभ नही मिलने पर नगर निगम कर्मियों ने किया धरना-प्रदर्शन

मधुबनी : बिहार राज्य स्थायीय निकाई कर्मचारी संघ शाखा मधुबनी नगर निगम के द्वारा 14 महीनों के लंबित वेतन तथा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के बकाया वेतन और सेवांत लाभ नही मिलने पर कर्मचारियों ने आज कलमबंद एवं औजारबंद धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि डीएम से भी हमलोगों ने जनता दरबार मे मिलकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया था, पर उन्होंने ने भी संज्ञान शायद नही लिया, क्योंकि एभी तक करवाई नही हो पाई है।

इस मौके पर अध्यक्ष रामावतार राम, उपाध्यक्ष रामाशीष राम, सचिव मोहन मंडल, उप-सचिव रामकेवल पासवान ने संयुक्त रूप से कहा की मांगों के पूरा नही होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा। जब तक मांगों को पूरा नही किया जाता है, हमलोग प्रदर्शन पर ही रहेंगे। इस मौके पर राजू राम, महेंद्र राम, मुकेश राम, रोशन राम, भोला राम सहित करीब 50की संख्या में कर्मचारियों की मौजूदगी रही।

मिथिला चित्रकला प्रतियोगिता के माध्यम से शराबबंदी, नशा मुक्ति का संदेश

मधुबनी : बिहार मे शराबबंदी को लेकर सीएम नीतीश कुमार के कड़े रुख के बाद कई जगहो पर छापेमारी अभियान के साथ जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है। इसी क्रम मे मधुबनी नगर के परिवहन कार्यालय के बगल मे स्थित ई.भी.एम. वेयर हाउस के बगल मे जिला प्रशासन द्वारा मिथिला चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमे मिथिला चित्रकला के माध्यम से शराबबंदी, नशा मुक्ति का संदेश शीर्षक पर पेंटिंग बनाने के लिए कई कलाकारो ने भाग लिया। सभी कलाकारो ने एक पर एक पेंटिंग बनाई है। प्रतियोगिता मे भाग ले रहे कलाकारो को जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।

वही जिला पदाधिकारी सह निदेशक मिथिला चित्रकला संस्थान अमित कुमार ने प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाते हुए शराबबंदी एवं नशामुक्ति पर बनाए जा रहे चित्रो का अवलोकन किया। प्रतियोगिता कार्यक्रम मे प्रतिभागियों के उत्साहवर्धन के लिए मिथिला चित्रकला संस्थान के वरीय कलाकार शशिकला देवी, उर्मिला देवी, कल्पना सिंह, विनीता झा एवं मंजू पाठक उपस्थित थी।

वही, मिथिला चित्रकला संस्थान के प्रभारी उप-निदेशक रसूल के समन्वयन एवं संचालन मे संस्थान के आचार्यो शिवन पासवान, डॉक्टर रानी झा, संजय जायसवाल, प्रतीक प्रभाकर एवं संस्थान के लेखपाल सुरेंद्र प्रसाद यादव एवं सहायक रूपा कुमारी की भूमिका महत्वपूर्ण रही।

आपको बता दे की बिहार सरकार के सभी कर्मियों में मद्य निषेध के प्रति चेतना जागृत करने को लेकर नशा मुक्ति दिवस पर 26 नवंबर को उनको पुन: शपथ दिलायी जायेगी। राज्य मुख्यालय लेकर प्रखंड कार्यालय प्रांगणों में सुबह 11 बजे एक साथ यह शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। शपथ के बाद उससे संबंधित प्रतिवेदन मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग को उपलब्ध कराना होगा।

वहीं, नगर विकास एवं आवास विभाग ने सभी नगर आयुक्त व कार्यपालक पदाधिकारियों को पत्र लिख कर शपथ ग्रहण कार्यक्रम में स्थानीय जन प्रतिनिधियों को भी शामिल करने का निर्देश दिया है। बता दें कि शराबबंदी कानून को सख्ती से लागू कराने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने हाल में ही अहम बैठक की है।

गौरतलब है कि शराबबंदी को लेकर सीएम नीतीश कुमार के कड़े रुख के बाद सूबे में ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है।सख्त आईएएस अधिकारी के.के. पाठक को शराबबंदी की कमान थमाई गई और पटना में ताबड़तोड़ छापेमारी की गई। होटलों और स्लम एरिया के साथ ही सड़क पर चलने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है, वहीं अब पटना के तर्ज पर ही पूरे बिहार में छापेमारी के आदेश दिये गये हैं।

युवा पत्रकार अविनाश को न्याय दिलाने हेतु आईरा ने निकाला कैंडल मार्च, आयोजित की श्रद्धांजलि सभा

मधुबनी : जयनगर प्रखंड अध्यक्ष मनीष सिंह यादव ने कहा कि युवा पत्रकार अविनाश को न्याय दिलाकर रहेंगे। अभी न्याय मिलने में देरी हो रही है लेकिन ऐसा आभास हो रहा है की न्याय ज़रूर मिलेगी। इसलिए हमसभी पत्रकारों ने आईरा बैनर के तले न्याय के लिए लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है। इस मौके पर प्रेस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पत्रकार लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, और अगर वोही सुरक्षित नही है, तो लोग कैसे सुरक्षित महसूस करेंगें।

हम जल्द से जल्द अविनाश के हत्यारों को लड़ने के साथ स्पीडी ट्रायल चला कर सजा जल्द देने की मांग करते हैं। साथ ही इस मौके पर सुमित कुमार राउत ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून जल्द से जल्द लागू करने की सरकार से मांग करते हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस श्रद्धांजलि सभा मे मनीष सिंह यादव, संतोष शर्मा, सुमित कुमार राउत, नीतीश कुमार मौजूद रहे।

नशा मुक्ति के लिए लिए बच्चों ने निकली जागरूकता रैली, दिया शराब से दूर रहने का संदेश

मधुबनी : जिले के राजनगर प्रखंड क्षेत्र के भगवानपुर राजकीयकृत मध्य विद्यालय के प्रांगण से नशा मुक्ति अभियान को ले निकाली गई। प्रभात फेरी में छात्र-छात्राओं के हाथों में नशा मुक्ति अभियान के विभिन्न तरह के जागरूकता स्लोगन दिए गए थे। जैसे नशा मुक्ति से आई खुशहाली दूर होगी सब की बदहाली, महिलाओं का सपना साकार शराब मुक्त हुआ बिहार, शराब पीकर आओगे घर नहीं पहुंच पाओगे। ऐसे कई तरह के जागरूकता स्लोगन लेकर छात्र छात्राओं के ने विभिन्न गांव मोहल्ले में घूम कर जागरूकता फैलाई, जिसमें स्कूल के सभी शिक्षक एवं शिक्षिकाएं साथ ही प्रधानाध्यापिका भी मौजूद थी।

आपको बता दें बिहार में पूर्ण शराबबंदी के बावजूद लगातार जहरीली शराब से हो रही मौतों के बाद बिहार के मुख्यमंत्री ने यह कदम उठाया है। वही धड़ल्ले से बिक रही शराब की लगातार पकड़े जाने के बाद बिहार प्रशासनिक पदाधिकारी हरकत में दिख रहे हैं।

सुपोषित बच्चे रखेंगे पोषित समाज की नीव :- मंत्री, समाज कल्याण विभाग

मधुबनी : समाज कल्याण विभाग अंतर्गत “अपना घर” सक्षम के सभागार में मंत्री, समाज कल्याण विभाग, मदन साहनी की अध्यक्षता में समेकित बाल विकास विभाग के जिला प्रोग्राम पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी।

इस बैठक में अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण विभाग अतुल प्रसाद, विशेष सचिव, दयानिधान पांडेय, राज कुमार, प्रभारी निदेशक, आईसीडीएस, सामाजिक सुरक्षा एवं माननीय मंत्री के आप्त सचिव. अभिजीत कुमार एवं विजय कुमार चौधरी तथा आईसीडीएस निदेशालय के सभी नोडल पदाधिकारी एवं सभी जिलों के डीपीओ उपस्थित थे।

सुपोषित बच्चे रखेंगे पोषित समाज की नीव- मदन साहनी बैठक में अपने संबोधन में श्री मदन साहनी ने कहा, आंगनवाड़ी केंद्र समाज कल्याण विभाग की पहचान हैं और इनका समुचित संचालन सबका कर्तव्य है. केन्द्रों में नामांकित बच्चों को समुचित पोषण की उपलब्धता एक पोषित समाज के निर्माण में अहम् भूमिका अदा करता है।

केन्द्रों पर बच्चों को मिलने वाले भोजन के मेन्यू में विविधता और पौष्टिकता रहनी चाहिए ताकि बच्चे केंद्र की तरफ आकर्षित हों और उन्हें पोषणयुक्त भोजन प्राप्त हो सके. माननीय मंत्री ने बताया कि केन्द्रों पर बांटे जा रहे पौष्टिक लड्डू पोषक हैं किन्तु रागी के समावेश के कारण उनके स्वाद में जो कड़वापन आता है उसे दूर करने की आवश्यकता है. इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह लेकर रागी का कोई विकल्प तलाश किया जा सकता है।

उन्होंने यह भी कहा कि इस विभाग में सभी स्तर पर मुख्यतः महिला पदाधिकारी है जिनपर बच्चों के सर्वांगीण विकास का दायित्व है इसलिए उनके व्यव्हार में ममत्व झलकना चाहिए,ऐसी अपेक्षा है।

केंद्र पर हो बच्चों के नामांकन में पारदर्शिता:

बैठक को संबोधित करते हुए अपर मुख्य सचिव, समाज कल्याण विभाग अतुल प्रसाद ने कहा, सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर वास्तविक लाभार्थियों का नामांकन हो और यह सुनिश्चित किया जाए की बच्चे पर्याप्त संख्या में केन्द्रों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करायें. नवंबर माह के अंत तक सभी केन्द्रों में नामांकित बच्चों का सत्यापन किया जाये. श्री अतुल प्रसाद ने कहा, “आँगन” एप के माध्यम से इसकी नियमित मॉनिटरिंग की जाए ताकि केंद्र पारदर्शी एवं सुचारू तरीके से संचालित हों. अब आंगनवाड़ी केंद्र के लाभार्थियों को पोषाहार की राशि डीबीटी के माध्यम से की जानी है और जहानाबाद एवं लखीसराय जिलों में इसकी शुरुआत हो चुकी है.

केन्द्रों का हो सुचारू रूप से संचालन:

माननीय मंत्री ने कहा, सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों की नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिये. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को यह सुनिश्चित करना चाहिए की सभी नामांकित बच्चों की केंद्र पर नियमित उपस्थिति दर्ज हो और आईसीडीएस द्वारा दी जानेवाली सभी सेवाएं प्रदान की जाएं। आमजनों को भी आइसीडीएस की सेवाओं के प्रति जागरुक करने हेतु व्यापक प्रचार प्रसार करवाया जाए।

मिशन परिवार विकास के तहत पुरुष नसबंदी पखवाड़ा की हुई शुरुआत, 4 दिसंबर तक चलेगा परिवार नियोजन पखवाड़ा

मधुबनी : जिले के राजनगर सीएचसी में परिवार नियोजन पखवाड़ा की शुरुआत की गई। परिवार नियोजन पखवाड़ा 4 दिसंबर तक चलेगा। इसे लेकर प्रथम चरण में प्रचार प्रसारकिया गया। जिसमें आशा एवं एएनएम के द्वारा गांव के लोगों को परिवार नियोजन के बारे में बताया गया। इसके क्या फायदे हैं, इसकी जानकारी दी जा रही है। साथ ही परिवार नियोजन में अस्थाई संसाधनों के इस्तेमाल के बारे में लोगों को बताया जा रहा है।

सिविल सर्जन डॉ० सुनील कुमार झा ने बताया कि परिवार नियोजन पखवाड़ा के तहत जिले के सभी अस्पतालों में बंध्याकरण की व्यवस्था की गई है। हालांकि सभी अस्पतालों में सालोंभर यह सुविधा रहती है और लोग आकर नसबंदी करवाते भी हैं। अभी परिवार नियोजन पखवाड़ा को लेकर एक अभियान के तहत यह काम किया जा रहा है।

पखवाड़ा शुरू होने से पहले आशा कार्यकर्ताओं ने 15 से 21 नवंबर तक क्षेत्र में जाकर योग्य दंपतियों से संपर्क कर उनकी एक सूची बनाई है। सूची के अनुसार जिसे काउंसिलिंग की जरूरत है, उसकी काउंसिलिंग की जा रही है, जिसे नसबंदी करवानी है, उसकी नसबंदी की जा रही है।

अस्थाई सामग्री का भी हो रहा वितरणः 

परिवार नियोजन में अस्थाई सामग्री की बहुत अच्छी भूमिका रहती है। इसलिए लोगों में इसका वितरण किया जा रहा है। एसीएमओ डॉ० सुनील कुमार ने बताया कि प्रचार-प्रसार के साथ ही लोगों को अस्थाई संसाधन भी उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। सभी प्रखंडों में लोगों को कंडोम और छाया उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके साथ लोगों को बेझिझक इसके इश्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है। लोगों को समझाया जा रहा है कि परिवार नियोजन के लिए अस्थाई संसाधनों के इश्तेमाल से किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसलिए परिवार नियोजन के लिए इसका इस्तेमाल लोग बिना डरे हुए करें।

पुरुष नसबंदी पर फोकसः 

इस बार परिवार नियोजन पखवाड़ा में पुरुष नसबंदी पर फोकस किया जा रहा है। वैसे तो पुरुषों के साथ महिलाओं की भी नसबंदी की जा रही है, लेकिन इस बार प्रयास हो रहा कि अधिक से अधिक पुरुषों की नसबंदी भी हो। लोगों को इसे लेकर जागरूक भी किया जा रहा है।

ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में पुरुष नसबंदी को लेकर थोड़ी झिझक है, जिसे जागरूकता कार्य़क्रम के तहत दूर किया जा रहा है। उन्हें समझाया जा रहा है कि पुरुष नसबंदी महिलाओं के बंध्याकरण के मुकाबले ज्यादा आसान है। इससे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं होता है, इसलिए बिना किसी संकोच के पुरुष नसबंदी कराने के लिए आगे आएं।

मौके पर संजीव कुमार झा, डॉ. रामरूप, प्रखंड स्वस्थ प्रबंधक महेश कुमार, लैब टेक्नीशियन इस्माहतुल्लाह उर्फ गुलाब,केअर इंडिया के प्रखंड प्रबंधक प्रवीण कुमार व ज़ीनत नाज एवं परिवार नियोजन काउंसेलर अनिता कुमारी के द्वारा संयुक्त रूप से मेले का उद्घाटन किया गया।

जश्न-ए टीका पुरस्कार के लिए जिला से भेजी गई सूची

मधुबनी : कोरोना संक्रमण काल का दौर सभी के लिए दुखदाई रहा है। संक्रमण काल के दौर को लोग अभी भी नहीं भुला पाए हैं। संक्रमणकाल लोगों के रहन-सहन में परिवर्तन लेकर आया है। हालांकि इस महामारी ने समाज के लोगों को एक दूसरे के प्रति समर्पण और सेवा की भावना को भी विकसित किया है। इस दौरान लोग निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करते रहें।

हालांकि इस दौरान दूसरों की सेवा करते करते कितने लोगों ने अपनी जान गवाई है, परंतु सेवा और समर्पण की भावना कम नहीं हुई। संक्रमण काल में लोगों की जिंदगियाँ बचाने का सबसे बड़ा दायित्व स्वास्थ्यकर्मियों के ऊपर था। इन लोगों ने इसे बखूबी अंजाम दिया। जिला स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी हो या फिर निचले स्तर के स्वास्थ्यकर्मी सभी ने अपना भरपूर योगदान दिया।

हालांकि इस दौरान कई डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मी कोरोना से संक्रमण की चपेट में भी आए बावजूद इसके संक्रमण से उबरने के बाद पुनः अपने कर्तव्य के प्रति पूर्ण समर्पित दिखाई दिए और बिना डर भय के लोगों की जिंदगी बचाने में दिन रात एक करते रहे। उसके बाद संक्रमण से बचाने के लिए 16 जनवरी से जारी टीकाकरण अभियान में भी सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने एक बार फिर अपने दायित्वों को निर्वाह करते करते हुए जिले के सभी प्रखण्डों में लोगों का टीकाकरण करवाने में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

जश्न-ए-टीका पुरस्कार के लिए भेजी गई सूची:

कोरोना संक्रमण जैसी महामारी में अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों की जान बचाने वाले कोरोना वॉरियर्स को समय-समय पर केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया गया। इसी के तहत राज्य में 6 महीना 6 करोड़ टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में योगदान देने वाले कोरोना वॉरियर्स को कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले पदाधिकारी एवं कर्मी को चयनित कर सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार ने घोषणा की है।

इसके लिए सभी जिलाधिकारी व सिविल सर्जन से सूची मांगी गई थी। इसी के आलोक में जिला स्वास्थ्य समिति ने कोविड टीकाकरण अभियान में अपनी उत्कृष्ट योगदान देने वाले लोगों की सूची भेज दी है।जश्न-ए-टीका पुरस्कार के टीम कार्यों के लिए व्यक्तिगत रूप से अपना योगदान देने वाले एमसीएच सदर हॉस्पिटल मधुबनी की एएनएम अलका कुमारी, सीएचसी राजनगर की एएनएम मीरा कुमारी, पीएचसी रहिका की एएनएम रितु घोष, पीएचसी पंडौल की एएनएम विनीता गुड़िया, पीएचसी जयनगर की एएनएम राधा कुमारी का चयन करके सूची भेजी गई है।

कोरोना संक्रमण काल में सबकी भूमिका अहम :- डीआईओ

मधुबनी : जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० एस.के विश्वकर्मा ने कहा, कोरोना संक्रमण महामारी से लेकर टीकाकरण अभियान तक स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका काफी अहम रही है। जिन कार्यों के लिए स्वास्थ्य कर्मी जाने जाते हैं, उस कार्य में उन्होंने अपना भरपूर योगदान दिया है।

डॉ विश्वकर्मा ने कहा संक्रमण काल हो या फिर टीकाकरण अभियान स्वास्थ्य कर्मियों के साथ साथ आम लोगों का भी बेहतर सहयोग मिला है और अभी भी मिल रहा है। जिसकी वजह से हम लोग कोरोना संक्रमण को काफी हद तक मात दे ही चुके हैं। टीकाकरण अभियान में भी बेहतर कर रहे हैं।

चित्रकला से मद्य निषेध का संदेश समाज को प्रेरित करनेवाला : जिलाधिकारी

मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी सह निदेशक मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी की प्रेरणा से नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए कलाकार नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में जिला परिवहन कार्यालय, मधुबनी से सटे ईवीएम वेयर हाउस के प्रांगण में जुटे।

बताते चलें कि जिले में नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से मिथिला चित्रकला संस्थान द्वारा आज दिनांक 25 नवंबर 2021 को जिले के कलाकारों को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान कलाकारों ने नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में अपने अपने विचारों को चित्रों के माध्यम से व्यक्त किया।

चित्रकारी प्रतियोगिता में चित्रकारों को चित्रकारी के माध्यम से अपनी अभिव्यक्ति करते देख जिला पदाधिकारी सह निदेशक, मिथिला चित्रकला संस्थान द्वारा संतोष व्यक्त किया गया। उन्होंने कहा कि कला से जुड़े लोग हमेशा बेहतर भविष्य की ओर देखते हैं और जब युवा पीढ़ी कला को अपनाती है तो समाज के उज्जवल भविष्य की कल्पना सहज की जा सकती है।

उन्होंने उपस्थित सभी कलाकारों और दक्ष शिल्पियों को नशा मुक्ति अभियान का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिया कि बेहतर तीन प्रस्तुति को चयनित कर उनके कलाकारों को पुरस्कृत किया जाए।

मौके पर साहब रसूल, उप निदेशक, मिथिला चित्रकला संस्थान, मधुबनी, बालेंदु पाण्डेय, वरीय उप-समाहर्ता, मधुबनी के साथ साथ निर्णायक मंडल से शशिकला देवी, उर्मिला देवी, विनीता झा, कल्पना सिंह, मंजू पाठक एवं कनीय आचार्यों में श्री शिवन पासवान, रानी झा, संजय जायसवाल एवं प्रतीक प्रभाकर मौजूद थे।

बाल विकास परियोजना कार्यालय ने नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने के लिए आयोजित किए कई कार्यक्रम

मधुबनी : जिला पदाधिकारी मधुबनी के दिशाबोध से नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज दिनांक 25 नवंबर 2021 को जिला बाल विकास परियोजना कार्यालय, मधुबनी द्वारा जिले के अलग अलग प्रखंडों में कई रचनात्मक कार्यक्रम आयोजित किए गए।

शोभा सिन्हा, जिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, मधुबनी ने बताया कि नशा मुक्ति अभियान को सफल बनाने को लेकर जिले भर की आंगनवाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं ने संकल्प लिया है। इस परिप्रेक्ष्य में जिले भर में कई रचनात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है।

इन संदर्भ में प्रभात फेरी, मेंहदी लगाना, रंगोली निर्माण, दीवाल लेखन जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर भी जिले भर में और भी व्यापक स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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