बाढ़ : बाढ़ प्रखंड के पंचायतों के प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला आगामी 24 नवंबर को होगा। पंचायत के ग्रामीणों से जन समर्थन के लिए प्रत्याशी जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं। वहीं, शहरी पंचायत के मुखिया प्रत्याशी योगेंद्र सिंह उर्फ जोगी सिंह अपने पंचायत के हर टोले में घूम-घूम कर अपने पक्ष में मतदान करने का निवेदन कर रहे हैं।
शहरी पंचायत के कई ग्रामीणों ने बताया कि जोगी सिंह गांव के लोगों की हर संभव मदद करने के साथ ही पंचायत के विकास के लिये, हमेशा प्रयत्नशील रहे हैं।ग्रामीणों के समर्थन से मुखिया प्रत्याशी जोगी सिंह काफी खुश हैं। राणा विगहा पंचायत से पूर्व मुखिया एवं महिला मुखिया प्रत्याशी ललिता देवी के साथ महिलाओं की टीम काफी सक्रिय है। मुखिया प्रत्याशी ललिता देवी अपने समर्थकों के साथ पंचायत के हर गांव और टोले में सघन जनसंपर्क अभियान चला कर ग्रामीणों से अपने पक्ष में मतदान करने की अपील कर रही हैं।
वहीं अगवान पुर पंचायत के मुखिया प्रत्याशी संजीव कुमार उर्फ रिंकू सिंह के जनसंपर्क अभियान में पंचायत के ग्रामीणों की हुजूम थी और प्रत्याशी रिंकू सिंह के पक्ष में ग्रामीण काफी उत्साहित होकर एक-दूसरे से मतदान करने की अपील कर रहे थे।
जबकि ग्रामीणों का कहना है कि मुखिया प्रत्याशी रिंकू सिंह अपने पंचायत की जनता की निष्ठा से सेवा करते आ रहे हैं और प्रतिनिधी बनकर अपने पंचायत का विकास अवश्य करेगें। बेढ़ना पूर्वी पंचायत से मुखिया प्रत्याशी राजकुमार भी अपने समर्थकों के साथ चुनाव जीतने के लिये अपनी पूरी ताकत झोंक दिया है। इसके पूर्व मुखिया रहे राजकुमार पंचायतों के विकास के लिये काफी प्रयत्नशील रहे हैं और राजकुमार अपने समर्थकों के साथ अपने पंचायत के गांव एवं टोलें में काफी जोर-शोर से जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं।
दूसरी ओर राणाविगहा पंचायत से मुखिया प्रत्याशी मृत्युंजय कुमार सिंह भी चुनाव मैदान में जनसंपर्क अभियान चला कर ग्रामीणों को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं और अपने समर्थकों के साथ पंचायत के गांवों का सघन दौरा कर रहे हैं। और राणाविगहा पंचायत मुखिया प्रत्याशी सौरभ कुमार भी अपने भाग्य की आजमाइस कर रहे हैं और सौरभ कुमार अपने समर्थकों के साथ पंचायत के हर मतदाताओं से संपर्क कर रहे हैं।
बाढ़ प्रखंड के पंचायतों का दौरा कर रहे मीडियाकर्मियों की टीम को उक्त पंचायतों के सभी प्रत्याशियों ने अपनी-अपनी जीत को सुनिश्चित बताया लेकिन, ग्रामीणों में पंचायत चुनाव को लेकर कोई खास उत्साह नहीं दिख रही है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट