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19 अक्टूबर : आरा की मुख्य खबरें

लापता युवक की सिरकटी लाश बरामद

आरा : भोजपुर जिले के जगदीशपुर थानान्तर्गत जागा का पिपरा गांव में छह दिनो से लापता युवक की सर कटी लाश उसी थानान्तर्गत मोर्चा टोला गाँव स्थित एक बागीचे सके मंगलवार की सुबह बरामद हुयी। जगदीशपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने घटना स्थल पर से शव को लेकर उसका पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया। लेकिन शव पूरी तरह सड़ जाने के कारण उसे पोस्टमार्टम के लिए पटना रेफर कर दिया। हत्या के इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे गहन पूछताछ कर रही है। मृतक जगदीशपुर थानान्तर्गत जागा का पिपरा गांव निवासी शिवधारी गोंड़ का 22 वर्षीय पुत्र अनुज कुमार गोंड़ है।

मृतक के मामा शिव शंकर साहू ने बताया कि वह 13 अक्टूबर की देर शाम घर से दुर्गा पूजा का मेला घूमने के लिए निकला। लेकिन रात में घर वापस नहीं लौटा। परिजनों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। 14 अक्टूबर को ही परिजनो ने स्थानीय थाना में गुमशुदगी का लिखित आवेदन दिया था। जिसके बाद से पुलिस खोजबीन कर रही थी। इसी बीच आज सुबह स्थानीय थाना क्षेत्र के मोर्चा टोला गांव स्थित बगीचे से उसकी सिर कटी हुई लाश बरामद हुई। जिसके बाद पुलिस ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों को दी। सूचना मिलते ही मृतक के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और कपड़े को देखकर उसकी पहचान की।

उन्होंने बताया कि मोर्चा टोला गांव की एक लड़की युवक के गांव जागा का पिपरा ट्यूशन पढ़ने के लिए आती थी। उसी समय से दोनों के बीच करीब छह महीनों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसी प्रेम प्रसंग को लेकर मोर्चा टोला निवासी उक्त लड़की एवं उसके परिवार वालों पर हत्या कर शव को फेंके जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उक्त लड़की उसके पिता एवं भाई को हिरासत में लिया है।जगदीशपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के शरीर से सिर काट हुआ है और गायब है। शव पूरी तरह सड़ गया है। उसकी खोजबीन की जा रही है।

बेटी के ससुराल से लौट रहे रिटायर क्लर्क की सड़क हादसे में मौत

आरा : भोजपुर जिला के सिकरहटा थानान्तर्गत कुरमुरी गांव के समीप सोमवार की देर शाम स्कॉर्पियो ने साइकिल सवार रिटायर क्लर्क को रौंद दिया जिससे उसकी मौत हो गयी| मृतक सिकरहटा थानान्तर्गत इटहुरी गांव निवासी स्व.चंद्रदेव पांडेय के 65 वर्षीय पुत्र रामेश्वर पांडेय थे। वह पनवारी कॉलेज से क्लर्क के पद से 8 वर्ष पूर्व रिटायर हुए थे। हादसे के बाद चालक स्कॉर्पियो लेकर फरार हो गया।

उनके परिजनों ने बताया कि रामेश्वर पाण्डेय सुबह अपनी बेटी रीना देवी के ससुराल पीरो थानान्तर्गत बचरी गांव गए थे। शाम में साइकिल से वापस अपने घर लौट रहे थे। उसी दौरान कुरमुरी गांव के समीप सामने से आ रही स्कॉर्पियो ने उनको रौंद दिया। इसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गए। उन्हें आरा सदर अस्पताल लाया रहा था पर रास्ते में ही दम तोड़ दिया। शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में कराया गया|

ट्रेन की चपेट में आने से अज्ञात बुजुर्ग की मौत

आरा : दानापुर-पीडीडीयू रेलखंड पर आरा रेलवे स्टेशन माल गोदाम के समीप डाउन लाइन पर सोमवार की देर शाम ट्रेन की चपेट में आने से एक अज्ञात 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। रेल थाना पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया।

रेल पुलिस थानान्ध्यक्ष ने बताया कि बुजुर्ग की मौत किसी चलती ट्रेन की चपेट में आने एवं शरीर कटकर दो भाग हो जाने के कारण मौत होना प्रतीत होता है। खबर लिखे जाने तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई है।

जम्मू कश्मीर में धार्मिक आधार पर बिहारियों की हत्या बंद हो

आरा : भोजपुर जिला राष्ट्रीय जनता दल के जिला सचिव ईशान राज ने जम्मू कश्मीर में बिहारियों पर हो रहे धार्मिक आधार पर हत्या पर कड़ा विरोध जताया है और केंद्र की मोदी सरकार और बिहार सरकार से मिलकर जम्मू कश्मीर से आतंकवाद का जड़ से सफाया करने की मांग की है|

उन्होंने कहा है कि बिहार के लोग पूरी दुनिया में अपने परिश्रम, इमानदारी और कुशलता के लिए जाने जाते हैं| पिछले कई दिनों से जम्मू कश्मीर में बिहार के श्रमिकों को आतंकवादी निशाना बना रहे है और उनकी हत्या भी कर रहे हैं| अफसोस है कि राज्य में पिछले तीन दशकों से एनडीए की सरकार है मगर आज भी बिहार के ज्यादातर श्रमिक देश के दूसरे राज्यों में काम करने पर मजबूर हैं|

नीतीश कुमार जी सुशासन का ढोंग रचते हैं विकास की गाथा गाते हैं मगर जमीनी स्तर पर आज भी बिहार में अपने परिवार के भरण-पोषण हेतु बेहतर रोजगार के लिए बिहार के लोगों का पलायन जारी है| राज्य सरकार रोजगार के नाम पर बिहार के युवाओं को चुनावों में ठगने का काम किया है| उन्होंने एक बार फिर जोर देकर कहा है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है| अब वक्त आ गया है कि केंद्र सरकार पाकिस्तान और जम्मू कश्मीर के अलगाववादियों से कोई समझौता ना करें अन्यथा अगले साल आने वाले देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में देश की जनता केंद्र सरकार को सबक सिखाएगी|

भोजपुर में धूमधाम से मनाया गया बारावफात

आरा : भोजपुर में मुस्लिम समुदाय के लोग आज ईद-ए-मिलाद-उन-नबी यानी बारावफात काफी धूमधाम से मनाया गया| यह त्योहार इस्लामिक कैलेंडर के तीसरे महीने की 12 वीं तारीख को पड़ता है। मान्यताओं के अनुसार रबी अव्वल की 12 वीं तारीख को ही मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था। इसीलिए मुस्लिम समुदाय के लोग इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं।

भोजपुर में मुस्लिम समुदाय के लोग रंग-बिरंगे परिधानों में सज-धज कर मस्जिदों में इबादत करने के साथ जलसा का आयोजन किया। गरीबों के बीच कपड़ा के साथ इच्छित सामग्री का वितरण किया। लोग घरों में पवित्र कुरान का पाठ भी कर रहे हैं। इस्लाम धर्म के लोग घरों में विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाते हैं| मोहम्मद साहब का जन्मदिन उत्सवी माहौल में मना रहे हैं। इतना ही नही| मुस्लिम समुदाय के लोग आज आरा में एक जुलुस निकाला जो शहर के विभिन्न मार्गों से होकर गुजरा| पूरा शहर झंडों से पटा पडा था| लोग नारे लगा रहे थे| जिला प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइन्स के मद्देनज़र डीजे पर प्रतिबन्ध के कारण कही भी डीजे नही बजाया जा रहा था|

गौरतलब है कि हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन को पर्व के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को बारावफात या ईद मिलादुन्नबी कहते हैं। इस मौके पर मुस्लिम समुदाय के लोग रात भर मस्जिदों में इबादत करते हैं और जलसा (इस्लामिक सभा) का आयोजन होता है। इसमें मोहम्मद साहब की शान में नज़्म पढ़े जाते हैं कई जगहों पर जुलुस भी निकाला जाता है। इस दिन मस्जिद और घरों में कुरान को खास तौर पर पढ़ा जाता है और गरीबों में जरूरत की चीजें दान की जाती हैं। घरों में पकवान बनाए जाते हैं और एक-दूसरे के साथ मिलकर भाईचारगी का संदेश दिया जाता है।

इस्लाम धर्म में मानवता यानि इंसानियत को सबसे ऊपर रखा गया है , इसीलिए बारावफात के दिन गरीबों को नए कपड़े , राशन और दान देकर इस परंपरा को लोगों तक पहुंचाया जाता है। पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्म अरब के शहर मक्का में 570 ईस्वी में हुआ था। मोहम्मद साहब के पिता का नाम हजरत अब्दुल्लाह और माता का नाम आमना बीबी था। इस्लाम धर्म के अनुसार मोहम्मद साहब आखिरी नबी माने जाते हैं। हज़रत आदम अल इस्लाम से लेकर मोहम्मद साहब से पहले तक एक लाख चौबीस हज़ार नबी आये जिसमें हजरत नूह, हज़ार मूसा, हज़रात ईशा के भी नाम शामिल हैं।

मोहम्मद साहब आखिरी नबी थे और अल्लाह ने इन्हीं को पवित्र कुरान अता किया था जिसे आसमानी (अकाशी) किताब भी कहा जाता है। इस्लाम धर्म में चार आसमानी (आकाशीय ग्रन्थ) है, जिसमें कुरान की सबसे ज़्यादा मान्यता है। मोहम्मद साहब के पवित्र ग्रंथ कुरान के आदर पर ही इस्लाम धर्म का प्रचार किया था। इस्लाम धर्म को पूरी दुनिया में मानने वाले कुरान को मानते हैं।

कश्मीर और बांग्लादेश की घटनाएं अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण

आरा : बांग्लादेश में दुर्गा पूजा पंडालों तथा मंदिरों पर किये गए हमले जिसमें कई निर्दोष हिन्दू मारे गए हैं तथा मंदिर और मूर्तियां भग्न हुई हैं की अखिल भारतीय जनसंघ ने कठोरतम शब्दों में निन्दा की है। जनसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने प्रेस को जारी वक्तव्य में कहा कि संविधान, लोकतंत्र और मानवाधिकार की धज्जियां उड़ाते हुए भारतवर्ष तथा इसके बाहर सभी जगह हिन्दुओं पर सुनियोजित हमले हो रहे हैं।

पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान में हिन्दुओं को वहाँ के वहशी भेड़ियों के रहमोकरम पर नहीं छोड़ा जा सकता है। भारत के अन्दर हिन्दुओं का रहना मुश्किल है। कश्मीर घाटी में निरन्तर हमले हो रहे हैं तथा निर्दोष लोगों की जानें आतंकियों की गोली का शिकार हो रही है। भारत सरकार देश के अन्दर और बाहर हिन्दुओं की सुरक्षा तथा उनके मानवाधिकारों की सुनिश्चितता के लिए यथाशीघ्र प्रभावी कदम उठाये। जनसंघ अध्यक्ष ने कहा कि विश्व के हिन्दुओं की रक्षा और उनके प्रतिनिधित्व की जिम्मेवारी भारत सरकार की है।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट