13 अक्टूबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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एसएसबी जवानों ने बाइक सवार को 150 बोतल नेपाली देसी शराब के साथ पकड़ा

मधुबनी : एसएसबी बीओपी लगडी के जवानों ने गश्ती के दौरान बुधवार को दिन के करीब सबा नौ बजे योगिया सिमरा टोला से इंडो-नेपाल सीमा जाने वाली सड़क में डेढ़ सौ बोतल नेपाली देसी शराब के साथ एक बाइक सवार को पकड़ा। पकड़ा गया शराब धंधेबाज की पहचान पिंटू कुमार के रूप में की गई। अरेर थाना क्षेत्र के अरेर गांव का रहने वाला है।

हवलदार धर्मवीर सिंह के अनुसार बुधवार को करीब सबा नौ बजे योगिया सिमरा टोला होते हुए सीमा तक जाने वाली सड़क में पीलर संख्या-264/22 से दक्षिण नेपाल से बिना नम्बर की बाइक से एक बाइक सवार आ रहा था। जवानों ने बाइक सवार को शराब सहित गिरफ्त में ले लिया।

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उन्होंने बताया कि आवेदन के साथ बाइक सहित धंधेबाज को 150 बोतल नेपाली देसी शराब के साथ लदनियां थाना पुलिस के हवाले कर दिया।थाना अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह ने बताया कि एसएसबी हवलदार धर्मवीर सिंह के आवेदन के आलोक में केस दर्जकर आरोपित को न्यायिक हिरासत मधुबनी भेज दिया गया।

माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने कराया नवरात्रि के पावन अवसर पर 108 कन्या पूजन

मधुबनी : माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के द्वारा आज राम जानकी मंदिर, कमला रोड,जयनगर में दुर्गा पूजा के शुभ अवसर पर 108 कन्या भोजन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सभी स्थानीय गणमान्य लोग, बुद्धिजीवी एवं समस्त नगरवासियो ने इस पुनीत कार्य मे आकर भाग लिया एवं पूण्य के भागी बने।

बता दें कि जयनगर की ये संस्था पिछले लगभग 500दिनों से रोज ही भूखे, जरूरतमंद, निर्धन, अहसहाय, विकलांग लोगों को एक समय का भोजन करवाती आ रही है। इस संस्था का उद्देश्य ही है भूखे लोगों को भोजन करा कर उनका पेट भरना। आज नवरात्रि के पावन अवसर पर इस संस्था द्वारा 108 कन्या पूजन कराया गया है। इस मौके पर संस्था के सभी सदस्य मौजूद रहे।

इस मौके पर जानकारी देते हुए संस्था के संरक्षकों ने संयुक्त रूप से बताया कि नवरात्र में कन्या पूजन का बहुत अधिक महत्व है। माना जाता है कि कन्याओं की पूजा करने के बाद ही व्रत पूर्ण होता है। मां दुर्गा को समर्पित नौ दिनों का पावन पर्व नवरात्र नममी तिथि के साथ समाप्त हो जाता है। नवरात्र के दिनों में कन्या पूजन का अधिक महत्व है। कुछ लोग नवरात्र की अष्टमी तिथि को कन्या पूजन करते हैं तो कुछ लोग नवमी तिथि के दिन। अष्टमी और नवमी के दिन देवी मां की पूजा के साथ ही कुमारियों को भोजन कराया जाता है।

वहीं, संस्था के संस्थापक सदस्य समाजसेवी भाई श्याम जी राउत ने बताया कि नवरात्र की सप्‍तमी से कन्‍या पूजन शुरू हो जाता है। सप्तमी, अष्टमी और नवमी के दिन इन कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर पूजा जाता है। कन्याओं के पैरों को धोया जाता है, और उन्हें आदर-सत्कार के साथ भोजन कराया जाता है। ऐसा करने वाले भक्तों को माता सुख-समृद्धि का वरदान देती है।

नवरात्र के दौरान कन्या पूजन का विशेष महत्व है। नौ कन्याओं को नौ देवियों के रूप में पूजन के बाद ही भक्त व्रत पूरा करते हैं। भक्त अपने सामर्थ्य के मुताबिक भोग लगाकर दक्षिणा देते हैं। इससे माता प्रसन्न होती हैं। सप्‍तमी से ही कन्‍या पूजन का महत्व है। लेकिन, जो भक्त पूरे नौ दिन का व्रत करते हैं, वे तिथियों के मुताबिक नवमी और दशमी को कन्‍या पूजन करने के बाद ही प्रसाद ग्रहण कर व्रत खत्म करते हैं। शास्‍त्रों में भी बताया गया है कि कन्‍या पूजन के लिए दुर्गाष्टमी के दिन को सबसे अहम और शुभ माना गया है।

वहीं, संस्था के सचिव लक्षमण यादव ने बताया कि नवरात्र के दौरान भारत में कन्याओं को देवी का रूप मानकर पूजा जाता है। लेकिन, कुछ लोग नवरात्र के बाद यह सबकुछ भूल जाते हैं। बहूत-सी जगह कन्याएं शोषण का शिकार होती हैं और उनका अपमान हो रहा है। ऐसे में भारत में बहूत सारे गांवों में कन्या के जन्म पर लोग दुखी हो जाते हैं। जरा सोचिए. क्या आप ऐसा करके देवी मां के इन रूपों का अपमान नहीं कर रहे। कन्या और महिलाओं के प्रति हमें सोच बदलनी होगी।

देवी तुल्य इन कन्‍याओं और महिलाओं का सम्मान करें। इनका आदर कर आप ईश्वर की पूजा के बराबर पुण्‍य प्राप्त करते हैं। शास्‍त्रों में भी बताया गया है कि जिस घर में औरत का सम्‍मान होता है, वहां खुद ईश्वर वास करते हैं। बता दें कि पिछले साल भी इस संस्था से महिला विकास मंच के साथ जयनगर बस्ती में कन्या पूजन कराया था, जो इस वर्ष अनवरत जारी है।

पूजा पंडालों में भक्ति के साथ दी जा रही वैक्सीन की शक्ति

मधुबनी : जिले में शत प्रतिशत लोगों के बीच वैक्सीनेशन सुनिश्चित कराने को लेकर और कोविड-19 संक्रमण को पूरी तरह जड़ से मिटाने के लिए दुर्गा पूजा पंडाल में टीकाकरण एवं जांच शिविर का आयोजन किया जा रहा है। मंगलवार को जिले के सभी प्रखंडों में एक-एक पूजा पंडालों सहित जिले के सदर के भी पूजा पंडालों में लोगों का टीकाकरण किया गया। मंगलवार को 15 सौ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया। यह प्रक्रिया दशमी तक जारी रहेगी।

पंडालों में टीकाकरण के साथ कोविड-19 जांच की व्यवस्था:

पूजा पंडाल में वैक्सीनेशन सेंटर की स्थापना की गई है। इसमें अब तक किसी भी कारण से वंचित लोगों का प्रथम तथा दूसरे डोज के लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा रहा है। पूजा पंडाल में टीकाकरण एवं कोविड जांच सुनिश्चित करने के लिए पांच दिवसीय शिविर की शुरुआत की गई है। ताकि पंडालों में आने वाले लोगों का टीकाकरण निश्चित हो सके और संक्रमण का खतरा भी उत्पन्न नहीं हो। शिविर के सफल संचालन के लिए शिफ्ट वाइज मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। प्रत्येक टीम में 1 चिकित्सक, एक एएनएम,एक डाटा ऑपरेटर एवं जांच कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है। इसके अलावा पूजा स्थलों पर जागरूकता से संबंधित पोस्टर लगाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। ताकि अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण व जांच सुनिश्चित हो सके।

भीड़भाड़ से बचेः प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के. विश्वकर्मा ने बताया त्यौहार के मौसम में हमेशा भीड़भाड़ की संभावना रहती है। एक साथ कई लोग पूजा करने और मेला देखने के लिए घर से निकलते हैं, इसलिए भीड़ लगने की आशंका रहती है। इसलिए भीड़ से बचें। घर से बाहर निकलते वक्त मास्क लगाएं और सामाजिक दूरी का पालन करें। एक-दूसरे के बीच दो गज की दूरी बनाकर रहें। बाहर से घर आने पर 20 सेकेंड तक हाथ की धुलाई आवश्यक तौर पर करें। ऐसा करते रहने से आप भी कोरोना से बचे रहेंगे, साथ ही दूसरे लोगों में भी संक्रमण नहीं होगा।

जिले में टीके लेने वाले की संख्या 24 लाख के पार:

जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने बताया जिले में लगभग 32 लाख लोगों को टीकाकरण करना है ।लक्ष्य के परिप्रेक्ष्य में अब तक 24,38,561 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। जिसमे प्रथम डोज लेने वाले की संख्या 19,04,008 तथा दूसरा डोज लेने वाले की संख्या 5,34,553 हो गई है। जिसमें 11,01,790 पुरुष व 13,36,220 महिला को टीकाकृत किया गया है। टीका लेने वाले में 20,95,767 लोगों को कोविशील्ड,3,42,794 को कोवैक्सीन लगाई गई है । टीका लेने वालों में 18- 44 उम्र के 13,51,948 लोग 45 से 60 वर्ष के 5,59,893 लोग तथा 60 वर्ष से ऊपर के 5,26,720 लोगों को टीका लगाया गया है।

धूमधाम से मनाया जा रहा दशहरा पर्व

मधुबनी : जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक, शक्ति की देवी मां दुर्गा की आराधना का पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया जा रहा है। या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:॥ की गूंज हर जगह सुनाई दे रही है। श्रद्धालु अपने मनोकामनाओं को पूरा करने और जीवन को समृद्ध व खुशहाल बनाने के लिए दुर्गा मां की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। पूजा को लेकर जगह-जगह आकर्षक पंडाल बनाये गए हैं।

पंडालों और मंदिरों को फूल-मालाओं एवं इलेक्ट्रिक बल्बों से सजाया गया है। बुधवार को नवरात्र के आठवें दिन मां की पूजा की गई। श्रद्धालुओं ने पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की और उनसे सदबुद्धि की कामना की तथा अपने और अपने पूरे परिवार की खुशहाली की प्रार्थना की। दुर्गा पूजा को लेकर बच्चों में भी खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी अपने माता-पिता के साथ कपड़ों की खरीदारी करने में मग्न हैं।

दुकानदार भी एक से एक बढ़कर एक डिजाइन के कपड़े से ग्राहकों को लुभा रहे हैं। वहीं खिलौने के दुकानों में भी बच्चों की भीड़ अभी से लगनी शुरू हो गयी है। इधर हर पूजा पंडाल एवं मंदिर में कमिटि के सदस्य पूरी व्यवस्था का ध्यान रख रहे हैं। वहीं प्रशासन द्वारा भी जनता से पर्व को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने की अपील की गई है। इसको लेकर जगह-जगह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।

पंचायत चुनाव में महिलाओं की बढ़ रही भागीदारी, नामांकन में भी महिलाएं आगे

मधुबनी : जिले के बाबूबरही में नामांकन की प्रक्रिया में महिलाओं ने कई पदों पर पुरूषों से अधिक रूचि दिखाई है। लिहाजा इनकी पसंद पंच परमेश्वर बनने, पंचायत समिति सदस्य तथा ग्राम पंचायत सदस्य बनने की ओर अधिक रही है।

बता दें कि बाबूबहरी में विभिन्न पदों के लिए नामांकन के अंतिम दिन कुल 615 पदों के विरूद्व 2092 लोगों ने नामांकन किया। जिसमें महिलाओं की संख्या 1103 व पुरूषों की संख्या 989 है। सरपंच के पंच पद पर 276 महिलाएं व 212 पुरूष, ग्राम पंचायत सदस्य पद पर 581 महिलाएं व 530 पुरूष तथा पंचायत समिति सदस्य पद पर 97 महिला व 72 पुरूष ने नामांकन किया है।

मुखिया पद पर 90 महिला व 108 पुरूष तथा सरपंच पद पर 59 महिला व 67 पुरूष ने नामांकन किया है। बता दें कि बाबूबरही में मुखिया व सरपंच के 20-20, पंसस के 27 तथा ग्राम पंचायत सदस्य व ग्राम कचहरी पंच के 274-274 पद हैं। नामजदगी पर्चे दाखिल करने में लगे कर्मियों को मंगलवार को संवीक्षा की पूर्व तैयारी करने में लगाया गया था। ये लोग टीपीसी भवन में अपने-अपने कार्यों को पूर्ण करने में लगे दिखे। बता दें कि संवीक्षा की तिथि 16 अक्टूबर तथा नाम वापसी व प्रतीक चिन्ह आवंटन की तिथि 28 अक्टूबर तय है।

महज 100 मीटर की दूरी पर थाना होने के बावजूद मामूली कहासुनी पर बेखौफ अपराधीयों ने होटल संचालक पर हुआ जानलेवा

मधुबनी : यूं तो अमूनन रोज ही अपराध और अपराधियों की धड़-पकड़ पुलिस कर रही है। बावजूद इसके अपराधियों में अपराध करने का डर और कानून भय समाप्त हो गया है, ऐसा प्रतीत होता दिखाई दे रहा है। ताजा मामला मधुबनी जिले के जयनगर से जुड़ा है, जहाँ महज सौ मीटर की दूरी पर स्थानीय थाना होने के बावजूद बेखौफ अपराधियों ने होटल संचालक से मामूली कहासुनी पर पहले हाथापाई, फिर जानलेवा हमला किया। इस हमले में जयनगर राजपुताना टोल के लड़कों की होने की बात कही जा रही है। घटना के तुरंत बाद सभी घायलों को इलाज हेतु जयनगर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनका समुचित इलाज समाचार लिखने तक जारी है।

बता दें कि स्थानीय शाहिद चौक के निकट जीवछ साह की प्रसिद्ध दुकान जीवछ स्वीट्स में स्थानीय जयनगर बस्ती के राजपुताना टोल के कुछ लड़कों को काफी देर तक होटल में बैठे रहने पर हिताल के संचालक पंकज साह ने टोका। बस इसी बात से वो सभी उग्र होकर पहले गाली-गलौज, फिर हाथापाई की। इसके बाद बात बढ़ने पर उक्त आपराधिक प्रवृत्ति के लड़कों ने होटल मालिक सहित होटल कर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में होटल संचालक गम्भीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि उक्त आपराधिक प्रवृत्ति के लड़कों के साथ कुछ लड़कियों का भी उठना-बैठना था, और इसी कारण वो सब होटल में अपना समय व्यतीत कर रहे थे।

मिली जानकारी के अनुसार आपराधिक प्रवृत्ति के लड़कों की संख्या चार थी, और उन्होंने चाकू और पिस्तौल से हमला किया है। बरहाल पुलिस अनुमंडल अस्पताल पहुंच अपनी करवाई शुरू कर दी है, पर गंभीर सवाल ये है कि राजपुताना टोल के ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति के लड़कों के पास इतना हिम्मत और ऐसे हथियार कैसे आये? साथ ही कहीं-न-कहीं सवाल ये भी उठता है कि क्या इनको पुलिस-प्रशासन का कोई डर है भी या नहीं।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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