02 सितंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए प्रधान शिक्षिका विभा कुमारी के चयन से जिला गौरवान्वित

मधुबनी : पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर किया जायेगा सम्मानित, बधाई एवं शुभकामनाए देने का चल रहा सिलसिला, राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक हेमंत कुमार ने की उनके उज्जवल भविष्य की कामना। मधुबनी जिले के राजनगर मे स्थित रामेश्वर प्लस 2 विध्यालय की प्रधान शिक्षिका विभा कुमारी का राजकीय शिक्षक पुरस्कार 2021 के लिए चयन हुआ है। इन्हे पांच सितंबर को शिक्षक दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा। राज्य सरकार की ओर से इन्हे प्रशस्ति पत्र एवं 15हजार सम्मान स्वरूप दिये जायेंगे। कोरोना को देखते हुये राज्य स्तर पर सम्मान समारोह नही होंगा। जिला स्तर पर इन्हे सम्मानित किया जायेगा।

राजकीय शिक्षक पुरस्कार के लिए प्रधान शिक्षिका विभा कुमारी के चयन से उनके सहयोगी शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं परिजन मे खुशी की लहर देखी जा रही है। शिक्षिका विभा कुमारी को बधाई देने के साथ लोगो द्वारा सम्मानित करने का सिलसिला चल रहा है। आज प्रधान शिक्षिका विभा कुमारी को विद्यालय के ऑफिस मे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राजनगर इकाई के नगर मंत्री आयुष राणा कॉलेज,अध्यक्ष रंजीत मालाकार एवं छात्र प्रमुख राम जी यादव ने सम्मानित किया।

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पुरस्कारो से सकारात्मक एवं प्रेरणादायी माहौल बनता है : हेमंत कुमार

मधुबनी : जिले के जितवारपूर मे स्थित उत्कृष्ट मध्य विद्यालय के राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित प्रभारी प्राचार्य हेमंत कुमार ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये शुभकामनाए दी है। उन्होने कहा इस तरह के पुरस्कारो से सकारात्मक एवं प्रेरणादायी माहौल बनता है, साथ ही दूसरे शिक्षक उत्साहित होकर अपना बेहतर देने को प्रेरित होते है।

शिक्षित परिवार मे जन्मी प्रधान शिक्षिका विभा कुमारी एम एस सी रसायन शास्त्र एवं. एमए इन एजुकेशन की उनमे योग्यता है। इनके पति अरुण कुमार महतो शिक्षक है। इनके पिता स्वर्गीय अयोध्या महासेठ प्रोफेसर एवं माता स्वर्गीय आशा महासेठ भी प्रोफेसर के पद को सुशोभित कर चुके है।

शिक्षिका विभा कुमारी प्रेरणास्रोत माता पिता को मार्गदर्शक वर्तमान जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक हेमंत कुमार को सहयोगी विधालय परिवार को एवं अभिभावक रामप्रीत पासवान मंत्री को मानती है।रामेश्वर प्लस 2 विधालय के सहयोगी शिक्षक- शिक्षिकाओं ने बताया की हमारे प्रधान शिक्षिका का राजकीय शिक्षक पुरस्कार मे चयन होने से हमलोगो का मान बढ़ा है।

विद्यालय,छात्र-छात्राओ एवं समाज के उत्थान की दिशा मे हमारे प्रधान शिक्षिका हमेशा कार्य करती रहती है। बच्चो को शिक्षा से जोड़ना, समाज के ज्वलंत मुद्दो पर लोगो को जागरूक करना, समय-समय पर प्रतियोगिता का आयोजन करना,छात्रो को किसी ना किसी रूप मे पुरस्कृत कर उनका मनोबल बढ़ाना,आर्थिक रूप से कमजोर बच्चो को मदद करना,स्काउट गाइड का विद्यालय मे संचालन के साथ कई अन्य तरीको से बच्चो मे मानसिक एवं शारीरिक विकास के लिए कार्य करती रहती है, एवं इसके लिए लोगो को प्रेरित भी करती रहती है।

प्रखंड मुख्यालय तक जाने वाली सड़क जर्जर, लोगो के साथ पदाधिकारी को भी झेलनी पड़ती है फजीहत

मधुबनी : जिले के बिस्फी विद्यापति चौक से प्रखंड मुख्यालय तक जाने वाली सड़क की इस्थित बद से बदतर हो चुकी है। दो वर्ष पहले शिल्यानास किया गया था, लेकिन अब तक यह सड़क नहीं बन पाया। इस सड़क पर लोगो के साथ पदाधिकारी भी जैसे-तैसे सड़क से आते जाते हैं।

काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता हैं, एवं आये दिन हमेसा दुर्घटना होता रहता है। भारी दुर्घटना का आशंका बना रहता है। प्रखंड मुख्यालय में पीएचसी में आने जाने वाले मरोजो को काफी मस्कत का सामना करना पड़ता हैं। इस योजना के संवेदक द्वारा आज तक इस सड़क को झांकी मारने तक नहीं आया और न ही इस जर्जर सड़क पर कोई कार्य करवाया गया।

अचानक हुई बारिश ने लोगों की बढ़ी समस्या

मधुबनी : जिले के अंधराठाढ़ी प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को अचानक हुई बारिश ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है। दोपहर 12 बजे के बाद शुरू झमाझम बारिश ने सड़कों सूरत बदल दी। इस दौरान प्रखंड मुख्यालय से लेकर पस्टन, गोनोली, देवहार, मरुकिया गांव के मुख्य सड़कों पर तालाब जैसी स्थिति बन गई। हालांकि किसानों के लिए यह बारिश काफी हद तक मददगार साबित हुई है। लेकिन बाजार में खाद की किल्लत ने किसानों के चेहरे पर एक बार फिर मायूसी ला दी है। गोड़ अंधरा गांव के किसान मुकेश नारायण चौधरी, श्रीनारायण चौधरी, धकजरी के लक्ष्मी कामत, धर्मदत्त चौधरी, सकल देव चौधरी आदि ने बताया कि किसानों के लिए इस बार भगवान इंद्रदेव की असीम कृपा रही है।

समय पर बारिश होने से इस बार धान की फसल अच्छी होने की संभावना बनी थी। लेकिन बाजार में खाद की किल्लत ने सैकड़ो किसान के अरमानों पर पूरी तरह पानी फेर दिया है। सरकार के द्वारा भी कोई पहल नही की गई है। अधिकांश दुकानों में खाद नही मिलता है, वही कई दुकानों में खाद की कालाबाजारी होती है। प्रशासन से लेकर सरकार तक इसके लिए कोई मजबूत कदम नही उठा रही है। बाजार में खाद नही मिलने से एक बार फिर किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। वहीं इस संबंध में प्रखंड कृषि पदाधिकारी को संपर्क करने पर उनसे संपर्क नही हो पाया है।

विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह के लाभार्थियों का होगा टीकाकरण

मधुबनी : जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव तथा संभावित तीसरी लहर से निपटने को लेकर व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन प्रतिबद्ध है। इस दिशा में लगातार सकारात्मक कदम उठाये जा रहे हैं । इसी कड़ी में अब विशेष रूप से कमजोर जन-जातीय समूह के लाभार्थियों को चिह्नित कर टीकाकरण किया जायेगा। इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।

सरकार के सचिव दिवेश सेहरा के निर्देश के आलोक में कार्यपालक निदेशक ने दिशा-निर्देश जारी किया है। जारी पत्र में कहा गया है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा कोविड 19 वैश्विक महामारी के संबंध में निर्गत एडवाइजरी फॉर पीभीटीजीएस के आलोक में जनजातीय समूहों ( पीभीटीजीएस) के 18 वर्ष या इससे अधिक आयुवर्ग के सभी लाभार्थियों को चिह्नित कर उन्हें कोविड 19 के टीका से आच्छादित किया जाना है।

टीका एक्सप्रेस के माध्यम से होगा टीकाकरण:

कार्यपालक निदेशक ने निर्देश दिया है कि जनजातीय समूह के सभी योग्य लाभार्थियों को चिह्नित करते हुये आवश्यकतानुसार मोबाइल वैन भेजकर उनके टीकाकरण का कार्य अगले 10 दिन में पूरा किया जाये। टीका एक्सप्रेस गांव-गांव जाकर चिह्नित लाभार्थियों का टीकाकरण करेगी। 18 आयुवर्ष से लेकर वरिष्ठ नागरिक तक के लोगों को टीकाकरण किया जा रहा है। शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि कोविड-19 से बचाव एवं सुरक्षा के लिहाज़ से यही एक मात्र साधन है। इसके साथ ही नियमित रूप से हर आधा घण्टे पर अपने हाथों को रगड़-रगड़ कर अनिवार्य रूप से धोते रहना है।

तीसरी लहर से बचाव के लिए एक मात्र हथियार है कोविड का टीका: 

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की भी संभावना जताई जा रही है। ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसकी वजह से हमें अभी से ही इस महामारी के खिलाफ सावधान होने की जरूरत है, ताकि हम तीसरी लहर से भी खुद को सुरक्षित रखने के साथ अपने बच्चों को भी इस महामारी के प्रभाव से दूर रख सकें। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को रोकने और उससे बचाव का फिलहाल एकमात्र उपाय टीकाकरण है। सरकार लोगों को सुरक्षित रखने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण अभियान चला रही है।

टीकाकरण के बाद भी नियमों का पालन जरूरी:

भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दूसरी खुराक लेना महत्वपूर्ण है। यह हर किसी (टीका लगा चुके और बिना टीका लगवाये) के लिए जरूरी है कि कोविड को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखें।

एसएसबी ने किसानों से अधिग्रहण किए गए जमीन को किया घेराबंदी, कुछ किसानों ने किया विरोध

मधुबनी : जिले के हरलाखी क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के बीओपी फुलहर में किसानों से वार्ता के बाद अधिग्रहण किए गए करीब ढाई एकड़ जमीन को एसएसबी ने घेराबंदी की है। हालांकि कुछ किसानों ने इसका जमकर विरोध किया। दरअसल कुछ किसानों का आरोप है कि हमलोगों ने एसएसबी कैम्प के लिए जमीन दिए हि नही है, जबकि एसएसबी के पास सभी साक्ष्य है।

वही इस मामले को लेकर 48वीं वाहिनी एसएसबी कमांडेंट शंकर सिंह ने मीडिया को बताया कि वर्ष 2006 में ही जमीन अधिग्रहण का कागजी प्रक्रिया शुरू हुआ था, जिसके बाद इसी जगह करीब एक एकड़ जमीन को घेराबंदी कर विभाग के द्वारा फुलहर बीओपी बनवाया गया। जितने भी किसानों ने जमीन दी है, उन सभी किसानों के जमीन का मुआवजा डीएम कार्यालय में वर्ष 2011 में ही आ चुका है। लेकिन जमीन कब्जा करने का विरोध किया जा रहा था। इस मामले की शिकायत भूअर्जन विभाग को की गई थी। जिसके बाद डीएम मधुबनी के निर्देश पर किसानों से वार्ता कर अधिग्रहण किए गए भूमि को घेराबंदी किया गया है।

इस दौरान विरोध करने वाले किसानों के भूमि को तत्काल घेराबंदी नही किया गया। इन किसानों को दो महीने का मौहलत देते हुए कहा गया है कि यदि कुछ गलत हुआ है तो न्यायाल का शरण ले सकते है। बरहाल करीब दर्जन भर किसानों से वार्ता सफल रही और इन किसानों ने स्वीकार किया कि हमलोग जमीन लिख चुके है। किसानों से वार्ता में कमांडेंट शंकर सिंह, डिप्टी कमांडेंट चंद्र शेखर, असिस्टेंड कमांडेंट मल्लू राम चौहान, सीओ सौरभ कुमार समेत दर्जनों एसएसबी के जवानों के साथ भारी संख्या में पुलिस बल तैनात थे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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