राष्ट्रीय पोषण माह में आंगनबाड़ी से परियोजना और जिलास्तर पर आयोजित की जाएंगी विभिन्न गतिविधियां
मधुबनी : आज से पोषण अभियान के तहत जिलाभर में आगामी 01 से 30 सितंबर तक राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जाएगा। इस दौरान आंगनबाड़ी केंद्र के साथ-साथ परियोजना स्तर और जिलास्तर पर विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी । “कुपोषण छोड़ पोषण की ओर, थामें स्थानीय भोजन की डोर” की थीम पर आयोजित किए जाने वाले राष्ट्रीय पोषण माह के सफल संचालन के लिए समाज कल्याण विभाग के (आईसीडीएस) के निदेशक ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है।
01 से 15 सितंबर तक वृद्धि निगरानी अभियान
समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) शोभा सिन्हा ने बताया कि राष्ट्रीय पोषण माह के दौरान 01 से 15 सितंबर तक वृद्धि निगरानी अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान आंगनबाड़ी सेविका, आशा एवं एएनएम के साथ समन्वय स्थापित कर अपने आंगनबाड़ी केंद्र के पोषक क्षेत्र के 0 से 06 वर्ष तक के सभी बच्चों का वजन, लंबाई और ऊंचाई की माप करेंगी ताकि बच्चों के पोषण स्तर के अनुसार सामान्य, कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों की पहचान की जा सके।
कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए पोषण परामर्श केंद्र का संचालन किया जाएगा-
इसके साथ ही सम्पूर्ण पोषण माह के दौरान जिलास्तर पर सदर अस्पताल एवं जिला कार्यक्रम कार्यालय परिसर में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) की देखरेख में तथा प्रखण्ड स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बाल विकास परियोजना कार्यालय या प्रखण्ड कार्यालय परिसर में बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) की देखरेख में कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए पोषण परामर्श केंद्र का संचालन किया जाएगा। इस दौरान आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका, आशा, एएनएम, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवम पोषण समिति (वीएचएस एनसी) के सदस्यों, शिक्षकों, विकास मित्र, जीविका समूह के सदस्यों के द्वारा स्थानीय वयस्क लोगों के सहयोग से पोषण रैली का आयोजन किया जाएगा।
1 से 7 सितंबर के दौरान शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए जागरुकता अभियान
डीपीओ ने बताया कि 1 से 7 सितंबर के दौरान शहरी क्षेत्रों में स्वच्छता के लिए जागरूकता अभियान एवम समितियों की बैठक में पोषण पर चर्चा के साथ ही जिला एवं प्रखण्ड स्तर पर पोषण संबंधी संदेशों का प्रचार- प्रसार किया जाएगा। इसके साथ हीं आंगनबाड़ी केंद्र, विद्यालय एवम ग्राम पंचायत स्तर पर पौधरोपण एवम पोषण वाटिका का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा परियोजना स्तर पर गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त आहार लेने के लिए प्रेरित करने के लिए स्लोगन लेखन प्रतियोगिता, आंगनबाड़ी केंद्र पर एनीमिया पर जागरूकता के लिए सेल्फी प्रतियोगिता, परियोजना स्तर पर उत्कृष्ट पोषण वाटिका प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा।
8 से 15 सितंबर के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल एवम गर्भवती, धातृ महिलाओं के बेहतर पोषण के लिए योगाभ्यास/आयुष अभ्यास उन्होंने बताया कि 8 से 15 सितंबर के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल एवम गर्भवती, धातृ महिलाओं के बेहतर पोषण के लिए योगाभ्यास/आयुष अभ्यास के जन जागरूकता अभियान के साथ-साथ 8 से 10 बच्चों के साथ विद्यालयों में पोषण कक्षा का संचालन एवं चेतना सत्र के दौरान पोषण संबंधी प्रश्नोतरी का आयोजन किया जाएगा।
16 से 23 सितंबर के दौरान जिला स्तर पर पोषण संबंधी समन्वय समिति की बैठक :
16 से 23 सितंबर के दौरान जिला स्तर पर पोषण संबंधी समन्वय समिति की बैठक एवं पोषण पंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान बोतल से दूध पिलाने मुक्त गांव घोषित करने के अभियान के साथ-साथ आंगनबाड़ी केंद्रों पर स्थानीय खाद्य सामग्री का प्रदर्शन और कृमि नाशक अभियान का भी संचालन किया जाएगा।
24 से 30 सितंबर तक दुकानों में पोषण सुरक्षा मानकों की जांच:
24 से 30 सितंबर तक स्थानीय बाजार में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों के द्वारा स्थानीय भोजनालयों, खाद्य सामग्रियों की दुकानों में पोषण सुरक्षा मानकों की जांच और सभी आंगनबाड़ी केंद्रों अति कुपोषित बच्चों की पहचान कर रेफ़रल अस्पताल भेजने का अभियान चलाया जाएगा।
भविष्य का रास्ता वर्तमान से ही होकर गुजरता है :- डॉ. अजय
मधुबनी : ‘‘क्या मुझे फ़ैशन डिजाइनर का कोर्स करना चाहिए? क्या मैं एक सफ़ल चिकित्सक बन सकता हूँ? मेरे लिए सबसे बेहतर कैरियर क्या होगा’। ऐसे कई सवालों का सहजता एवं विस्तारपूर्वक उत्तर दे रहे थे डॉ. अजय कुमार सिंह।मौका था स्कूली बच्चों के कैरियर चुनाव की मुश्किलों को दूर करने के लिए फेयरगेज़ द्वारा आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम।
स्कूली बच्चों के बीच काम करने वाली संस्था फेयरगेज़ के कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए डॉ. अजय ने बच्चों को अपने भविष्य सुरक्षित और सुनिश्चित करने के विषय में कई जरुरी टिप्स दिए। ज्ञात हो कि डॉ. अजय नई दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के टेकनिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ एडवांस स्टडीज़ में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं।दूसरी तरफ वह कई सोशल प्लेटफार्म के जरिए युवाओं की शैक्षणिक, व्यक्तिगत एवं मानसिक विकास करने में भी जुटे हैं। ‘डॉ. अजय स्पीक्स’ नाम से उनका यू-ट्यूब चैनल भी है, जो युवाओं के बीच काफी तेजी से लोकप्रिय भी हो रहा है।
कैरियर के विकल्पों को सीमित न करें, सफ़लता के चार सूत्रों को रखें याद:
डॉ. अजय ने बताया कि केवल डॉक्टर, इंजीनियर और आइएस ही करियर विकल्प नहीं है। इसके अलावा कई ऐसे विकल्प हैं जो भविष्य में बच्चों को पद, प्रतिष्ठा, पैसा और पहचान दे सकते हैं। जानकारी के अभाव में बच्चो को कुछ पारंपरिक रास्तों पर ही चलने को बाध्य होना पड़ता है। बच्चों से ज्यादा अभिभावक को करियर के विभिन्न विकल्पों के लिए रिसर्च करना होगा और जानकारी लेनी होगी। उन्होंने सफ़लता के लिए चार सूत्रों को उपयोगी बताया। जिसमें उन्होंने खुद को स्वीकार करने, खुद को जानने, खुद की रचना करने एवं स्वयं से साक्षात्कार करने को सफ़ल होने के लिए जरुरी बताया।
ख़ुद को स्वीकार कर स्वयं की शक्ति की पहचान करना जरुरी:
डॉ. अजय ने बताया कि खुद को स्वीकार करना सबसे पहला रास्ता है। खुद को स्वीकारना मतलब खुद की अच्छाइयों को भी जानना तथा खुद की बुराइयों को भी जानना है। इस तरह एक छात्र अपनी मजबूती और कमजोरी से रूबरू हो जाता है। एक बार जब छात्र को अपने बारे में पता चल जाता है उसके बाद वह खुद का सृजन शुरू कर देता है। अपनी अच्छी आदतों को और मजबूत करता है। ज्यादा समय देता है। वही बुरी आदतों से दूरी बनाना शुरू कर देता है। धीरे-धीरे समय के साथ उसकी जो बुरी आदतें होती है वह भी बदलकर अच्छी आदतों में तब्दील हो जाती है। इस तरह व्यक्ति अपना रचनाकार खुद बन जाता है।
खुद को निर्मित करने के बाद स्वयं से साक्षात्कार है मुमकिन:
डॉ. अजय ने कहा कि एक बार जब व्यक्ति अपनी रचना खुद कर लेता है उसके बाद सफलता के तमाम मापदंड को हासिल करने में सक्षम होता है। खुद का विकास करना मतलब अपने साथ परिवार, समाज और देश का विकास करना है। एक बार जब व्यक्ति हर क्षेत्र में मनचाहा विकास प्राप्त कर लेता है तो अगला पड़ाव खुद से साक्षात्कार करना होता है। मतलब हम खुद को बताते हैं जो हमने सोचा था वह हमने प्राप्त किया। अपने करनी पर गर्व की अनुभूति करना है।
सोशल मीडिया पर और जागरूक ओर गतिविधियों को बढ़ाने हेतु नई टीम का हुआ गठन, मधुबनी के विजय बने कार्यकारी मधुबनी जिलाध्यक्ष
मधुबनी : कांग्रेस सोशल मीडिया के नवनियुक्त अध्यक्ष सौरभ सिन्हा ने बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा व कांग्रेस सोशल मीडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहन गुप्ता के सहमति से मधुबनी जिला कांग्रेस सोशल मीडिया की नई टीम के गठन की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि, कांग्रेस सोशल मीडिया अध्यक्ष रणधीर झा को पद पर बरकरार रखा गया है। मधुबनी के प्रसिद्ध समाजसेवी व युवा आंदोलनकारी विजय घनश्याम को कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया है।
खबरों से प्राप्त जानकारी के अनुसार बता दे की। उक्त बात की जानकारी जिला सोशल मीडिया की ओर से आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जिलाध्यक्ष रणधीर झा ने दी। साथ ही उन्होंने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गाँधी के आह्वान पर ऐसे निडर, बहादुर, ईमानदार व समानता की लड़ाई लड़ रहे लोगों को जो की पार्टी से बाहर हैं को संगठन से जोड़ने का प्रयास करें।इसी क्रम में मधुबनी के युवा विजय घनश्याम, साहरघाट से कैलाश कुमार यादव व झंझारपुर से कुलदीप कुमार ठाकुर को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।
सूत्रों के अनुसार बताया जा रहा है कि,सभी कार्यकारी अध्यक्ष दो विधानसभा क्षेत्रों का नेतृत्व करेंगे।मलमल से तल्हा हुसैन और खजौली से धनंजय यादव को उपाध्यक्ष बनाया गया है। कांग्रेस कमिटी की सोशल मीडिया टीम की घोषणा कर दिया है । जिला सोशल मीडिया टीम का प्रमुख लक्ष्य यह रहेगा की जिला के हर विधानसभा के हर वर्ग के लोगों की समस्याएं, सरकार की असफलता को मज़बूती से सामने लाना।
वही विजय घनश्याम मधुबनी नगर व कैलाश यादव हरलाखी क्षेत्र की तारीफ करते हुए कहा कि ये दोनों अभी तक बहुत मुखर रहे हैं। अब कांग्रेस के संगठन की मदद से जनता की परेशानियों और मुद्दों को प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर ज़ोर-शोर से उठाएंगे।
स्नातक पास छात्राओं की राशि विलंब को लेकर मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
मधुबनी : जयनगर संबद्ध महाविद्यालय के छात्राओं के साथ मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना में हो रहे भेदभाव को लेकर मधुबनी जिला अंतर्गत जयनगर अनुमंडल के योगिया निवासी समाजसेवी रघुबर प्रसाद सिंह ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर राज्यभर के वर्ष 2018 से अब तक सभी कॉलेज के छात्राओं को इस योजना का प्रोत्साहन राशि के भुगतान एवं विभिन्न बैंको के विलय के बाद कई बैंको का आईएफएससी कोड के बदल जाने के कारण, इसमें सुधार हेतु वेबसाइट पर विकल्प देने का अनुरोध किया।
ज्ञात हो कि वर्ष 2018 से बिहार राज्य के सभी स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को इस योजनान्तर्गत प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान किया गया है, परंतु वर्ष 2018 में पहली बार भुगतान के समय सभी तरह के महाविद्यालय के छात्राओं का भुगतान किया गया था। परंतु कुछ समय बाद से ही केवल अंगीभूत महाविद्यालय के छात्राओं का ही भुगतान होना प्रारंभ हो गया, एवं संबद्ध महाविद्यालय के छात्राओं को इस योजना के लाभ से वंचित कर दिया गया है। छात्राओं को महाविद्यालय व विश्वविद्यालय के चक्कर काटने के बाद भी समुचित जानकारी नहीं मिल पाता है।
रघुबर प्रसाद सिंह ने कहा कि राज्यभर में लगभग आधे से अधिक छात्राएं सम्बद्ध महाविद्यालयों में अध्ययन करती है, परंतु सरकार के द्वारा एक ही विश्वविद्यालय के विभिन्न महाविद्यालय के छात्राओं के साथ इस तरह का भेदभाव उचित नहीं है। जबकि उन सभी के पास समान उपाधि है, ऐसे में महिला शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण की बात केवल कल्पना बनकर रह जाएगा। आज लाखों के तादाद में ऐसी छात्राएं है, जो अन्य महाविद्यालयों के छात्राओं के योजना का राशि प्राप्त होने की सूचना के साथ ही महाविद्यालय व विश्वविद्यालय का चक्कर काट रही है, परंतु उन सभी को 2 वर्ष बाद भी केवल आश्वासन ही मिल रहा है।
आगे उन्होंने कहा कि अधिकांश छात्राएं जो बैंको के विलय से पूर्व इस योजना हेतु आवेदन की है परंतु अबतक लंबित है। आज उसके सामने बैंक की जानकारी को अपडेट करने का एक अलग ही समस्या उत्पन्न हो गया है। चुकी इस संबंध में वेबसाइट पर कोई विकल्प नहीं है।मुझे आशा है कि मुख्यमंत्री जी शीघ्र ही छात्राओं के हित को ध्यान में रखते हुए इस पर उचित निर्णय लेना चाहेंगे, ताकि छात्राओं को बेवजह चक्कर काटे हुए राशि का मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ मिल सकें।
एसएसबी ने 84 बोतल के साथ एक तस्कर को किया गिरफ्तार
मधुबनी : भारत नेपाल सीमा पर तैनात 48वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा पिपरौन कैम्प के जवानों ने 84 बोतल शराब के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्कर की पहचान बासोपट्टी थाना क्षेत्र के मानसिंहपट्टी गांव निवासी सुरेंद्र मंडल के रूप में बताया गया है।
जानकारी के अनुसार पिपरौन कैम्प के एसएसबी जवानों के द्वारा इंडो नेपाल बॉर्डर स्थित सीमा स्तंभ संख्या 284 के समीप गश्ती की जा रही थी। इसी क्रम में नेपाल से शराब लेकर आ रहे उक्त तस्कर को जवानों ने घर दबोचा। इस बावत असिस्टेंट कमांडेंट मल्लू राम चौहान ने बताया कि तस्करी करने वाले को बक्शा नही जाएगा।
याश तूफान में हुए नुकसान के कारण मिलने वाले सरकारी अनुदान में देरी से किसान और स्थानीय लोगों में बढ़ता जा रहा आक्रोश
मधुबनी : जिले के कई प्रखंड में याश तूफान में जमकर तबाही मचाया था, जिसमें बिस्फी प्रखंड का अधिकांश इलाका व्यापक रूप से प्रभावित हुआ था। तूफान के कहर से न केवल लोगों के घर ध्वस्त हो गये थे, बल्कि हजारों जमीन में लगी फसल भी नष्ट हो गये थे। तूफान के दौरान जनजीवन अस्त-व्यस्त होकर रह गया था। कई लोगों के घर के एस्बेस्टस उड़ गये, किसान इनपुट के लिए इंतजार कर रहे थे। लेकिन तूफान से हुए क्षति के मुआवजे के लिये सरकार के कृषि विभाग द्वारा कृषि इन्पुट के लिए घोषणा कर दिया गया है, ताकि किसानों के क्षति की भरपाई किया जा सके। लेकिन इस सूची में अधिकारियों के मनमानी के कारण प्रखंड को वंचित रख दिया गया।
तूफान के क्षति का लाभ देने में बिस्फी प्रखंड के साथ किये गये भेदभाव को लेकर किसानों में मायूषी और आक्रोश व्याप्त है। किसान काफी आक्रोशित दिख रहे हैं। पत्रकार जीवन झा, प्रगतिशील किसान अखिलेश कुमार झा, अभिजीत पासवान, मो० कलीमुद्दीन शम्स, सुभाष चंद्र झा, विश्वनाथ झा, बैअन झा, अशोक पासवान सहित कई किसानों ने बताया कि याश तूफान के दौरान प्रखंड क्षेत्र के परसौनी सिमरी ज़फरा, बिस्फी, भैरवा सहित कई पंचायतों में काफी क्षति हुई थी।
हम किसान क्षति रहने के बावजूद लाभ से वंचित रह गये हैं, इसके लिए दोषी कौन है इसकी जिम्मेदारी तय करनी चाहिये और सकारात्मक पहल करते हुए वंचित किसानों को तूफान से क्षति का लाभ देना चाहिए। अधिकारियों की इस लापरवाही को हम किसान बर्दास्त नही करेंगे। किसानों ने कहा कि प्रखंड को शामिल नही किया गया, तो 10 सितंबर को प्रखंड कृषि कार्यालय पर बाध्य होकर हम किसान आंदोलन का शंखनाद करेंगे। इस बाबत सीओ श्रीकांत सिन्हा ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा कोई रिपोर्ट अंचल को नहीं प्राप्त हुआ है, जिसके वजह से इस तरह की समस्या आयी है।
वैक्सीनेशन सेंटर का विधायक ने लिया जायजा, दिए जरूरी निर्देश
मधुबनी : जिले के बासोपट्टी प्रखंड क्षेत्र में संचालित टीकाकरण अभियान का निरिक्षण स्थानीय विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने मंगलवार को किया। निरीक्षण के दौरान विधायक ने कहा कि पुरे बिहार में कोरोना महामारी से बचने के लिए मेगा शिविर लगाकर लोगों को टिका दिया जा रहा है। छह महीने में छह करोड़ लोगों को टिका लगाने का लक्ष्य बिहार सरकार बनाया है, जो जोर-शोर से किया जा रहा है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
टीकाकरण बासोपट्टी स्थित ईश्वर सच्चिदानंद प्लस टू उच्च विद्यालय प्रांगण में तीन केंद्र समेत चौदह जगहों पर की जा रही है। इन 14 सेंटर पर लगभग 4000 लोगों को प्रथम तथा दूसरे डोज का टीका दिया गया। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० सुमंत कुमार ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के 14 सेंटर पर शांतिपूर्ण तरीके से वैक्सीनेशन का मेगा ड्राइव संपन्न कराया गया है।
जयनगर में दीपों से जगमग हुआ कमला नदी का तट, कमला आरती में शामिल हुए बिहार सरकार के पीएचईडी मंत्री
मधुबनी : कमला आरती पूजा समिति जयनगर की ओर से पर्ण कुटी मंदिर जयनगर कमला तट पर कमला आरती व दीप महोत्सव कार्यक्रम आज सोमवार को मनाया गया। भक्तिमय भजनों पर श्रोता झूमने को मजबूर हो गए। बालक दास बाबा,की देखरेख में मां कमला का विविध पूजन अर्चना की गई। मंत्रोउच्चारण के साथ लोंगो ने मां कमला की आरती की, वही उपस्थित श्रद्धालुओं ने दीप जलाए। दीपकों से मां कमला का आंचल कई घंटों तक अलौकिक छटा बिखेरता रहा।
बता दे पहली बार जयनगर में बनारस की तरह माँ कमला की आरती गंगा दशहरा के दिन इसकी शुरुआत जयनगर में की गई थी। कमिटी के सदस्यों का कहना है। यह आरती कार्यक्रम प्रत्येक सप्ताह में सोमवार के दिन किया जाता है। आज यह कार्यक्रम का ग्यारवाँ सप्ताह था।समिति के सदस्यों ने लोगों के सुख-समृद्धि व सलामती के लिए कमला मैया से प्रार्थना की। इस दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन किया गया।
इस मौके पर बिहार सरकार मंत्री रामप्रीत पासवान, कमला आरती पूजा समिति के अध्यक्षा रेखा महतो, दिलीफ़ महतो,बालक दास बाबा,नगर पंचायत के अध्यक्ष कैलाश पासवान, पंडित अरविंद तिवारी, राज कुमार सिंह, कालिकांत झा, रामदास हजरा,धीरेंद्र झा,रौशन चौधरी,अमित मांझी,राजेश गुप्ता ,बबलू राउत,दिनेश वर्मा सूर्य नारायण पूर्वे, मनोज सिंह ,जगदीश चौधरी, उत्तमलाल सिंह, सूर्य नारायण शर्मा, विनय कुमार सिंह, रमेश झा,वीरेन्द्र यादव, मोहन राय, शकुंतला देवी, कामेश्वर विराजी, अनीता देवी, शोभा देवी, गंगा प्रसाद साह, बिन्दे सदाय, केवल चौधरी, राम भरोष महासेठ, रामबहादुर यादव, प्रकाश महासेठ, लीला देवी, संजय गुप्ता, धनंजय मिश्रा, विशेश्वर विराजी सहित अन्य मौजूद थे।
मिथिलांचल के लोग कमला को छोटी गंगा भी कहते हैं। यह नदी नेपाल के हिमालयी क्षेत्रों से बहकर जयनगर बॉर्डर होते बिहार में प्रवेश करती है। मिथिलांचल के 10 लाख से अधिक लोगों के लिए कमला जीवनदायिनी है। हर साल कमला में आने वाली बाढ़ उपजाऊ मिट्टी लेकर भी आती है। महापर्व छठ से लेकर विभिन्न प्रकार के अनुष्ठान कमला तट पर होते है।
राजनगर कोविड वैक्सीनेशन सेंटर पर देखा गया अनियमितता, कोरोना प्रोटोकॉल की धज्जियाँ उड़ाते दिखे लोग
मधुबनी : जिला के राजनगर प्रखण्ड अंतर्गत सुगौना पंचायत में वैक्सीनेशन सेंटर पर घोर अनियमितता पाया गया। जब हमारे संवाददाता ने इसकी पड़ताल करने वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंचे, तब सेंटर पर इंजेक्शन लेने आए किसी भी व्यक्ति ने न तो मास्क लगाया था, और न ही कोई सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पाया गया। जब मास्क लगाने को लेकर लोगो से पूछा तो कोई पल्लू से तो गमछे मुँह ढक रहे थे। बहाना लगा रहे किसी ने मास्क नही दिया, तो कोई बोले घर पर है।
भीड़ इतनी थी कि भीड़ देख कर स्वयं कोरोना भी वहां ठहरना उचित नहीं समझेगा। न हीं किसी तरह की कोई प्रशासनिक/आधिकारिक व्यवस्था थी।बता दें कि आज मेगा वैक्सीनेशन के तहत पूरे जिले भर में अधिक से अधिक लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने हेतु सैकड़ों कैम्प का आयोजन किया गया था।
इसके मद्देनजर भारी भीड़ होने की आशंका रहती है, बावजूद इसके मेगा शिविर को लेकर प्रशानिक सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए थी। परंतु सुरक्षा व्यवस्था तो छोड़िये आलम ये था कि लोग कोरोना की वैक्सीन लेने आये पर कोरोना को खुद दावत देते नजर आये। कई कैम्प पर तो ये आलम मिला कि कोविड वैक्सीनेशन में लगे कर्मी ओर सहायक कर्मी भी बिना मास्क के नजर आएं।