28 अगस्त : आरा की मुख्य खबरें

0
आरा की मुख्य ख़बरें

आरा में फांसी लगाकर नवविवाहिता की हत्या

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नगर थानान्तर्गत जमीरा रोड धरहरा गांव में शुक्रवार की देर शाम फांसी लगाकर एक नवविवाहिता की हत्या कर दी गई। मृतका जमीरा रोड धरहरा गांव निवासी अभिनाश प्रसाद उर्फ राकेश कुमार की 23 वर्षीया पत्नी काजल कुमारी है।

कोईलवर थानान्तर्गत काजीचक मोहल्ला वार्ड नंबर-5 निवासी मृतका की मां मनोरमा देवी ने बताया कि उनकी पुत्री काजल कुमारी की शादी इसी वर्ष 20 जून को टाउन थाना क्षेत्र के धरहरा गांव निवासी स्व.राजेंद्र प्रसाद के पुत्र अविनाश प्रसाद उर्फ राकेश कुमार के साथ हुई थी। शादी के कुछ दिन बाद से ही दहेज के बकाये पैसे व गाड़ी की मांग को लेकर बराबर उसका पति व जेठानी उसके साथ गाली-गलौज और मारपीट करते थे। 27 अगस्त की देर शाम उसके जेठ ने सूचना दी की आपकी बेटी की तबीयत बिगड़ गई है। जिसके बाद वह उसके परिजन जब उसके ससुराल पहुंचे तो उन्होंने अपनी बेटी को मृत अवस्था में जमीन में लेटे देखा। उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। टाउन थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत घटनास्थल से शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया।

swatva

टाउन थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतका के पति अविनाश प्रसाद उर्फ राकेश कुमार को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है।

आरा में रोड ओवरब्रिज के उद्घाटन, में सिर्फ बीजेपी के नेताओं का नाम

आरा : स्थानीय सांसद सह केन्द्रीय उर्जा मंत्री आर के सिंह आरा शहर में पूर्वी गुमटी पर करीब 97 करोड़ की लागत से बने रोड ओवरब्रिज का उदघाटन आज किया| कार्यक्रम के दौरान वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी भी जुड़ें. कार्यक्रम के बाद आरके सिंह ने आरा जंक्शन पर निर्माणाधीन चार नंबर रेलवे प्लेटफार्म का लिया. कार्यक्रम को लेकर आरा रेलवे परिसर में एनएचएआई की ओर से भव्य पंडाल का निर्माण कराया गया है. हालांकि इस कार्यक्रम से राजनीतिक विवाद भी जुड़ गया है. दरअसल इस कार्यक्रम में सिर्फ भाजपा के नेताओं को ही आमंत्रित किया गया है जबकि सीएम नीतीश कुमार सहित जदयू के किसी भी नेता को निमंत्रित नही किया गया है| कार्यक्रम के लिए बनाए गए पोस्टर में भी केवल भाजपा नेताओं का ही जिक्र किया गया है, जिससे सियासती हलचल पैदा हो गई है.

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ आरके सिंह, राज्य मंत्री डॉ वीके सिंह, डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद, रेणु देवी, बिहार विधान परिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह, बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन और कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह शामिल थे पर ये सभी भाजपा के नेता हैं. ऐसे में जदयू नेताओं की नाराजगी दिख रही है.

पूर्वी गुमटी पर ओवरब्रिज के उद्घाटन कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री का जिक्र नहीं होने की वजह से जदयू नेताओं ने भाजपा के खिलाफ नाराजगी जताई है. जदयू भोजपुर जिलाध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि यह बहुत ही निंदनीय है कि मुख्य कार्यक्रम स्थल पर नीतीश कुमार की तस्वीर नहीं लगाई गई है जबकि भाजपा नेताओं की तस्वीर लगाई गई है.

जदयू आरा लोकसभा प्रभारी रतिकांत ने कहा कि नीतीश कुमार को विकास कुमार भी कहा जाता है. उनकी वजह से ही आज बिहार में विकास हो रहा है. लेकिन कार्यक्रम में फ़ोटो नहीं देने पर निंदा करता हूं. बता दें कि आउट साइड एरिया में कहीं-कहीं पोस्टर पर जदयू नेताओं का जिक्र किया गया है. लेकिन मुख्य कार्यक्रम स्थल पर जदयू के किसी नेताओं का जिक्र नहीं होने की वजह से नेताओं में नाराजगी है

युवा जदयू के राष्ट्रीय सचिव और पूर्वोत्तर राज्य प्रभारी प्रिंस बजरंगी ने कहा कि सीएम नीतीश को नजरअंदाज करना बिलकुल दुर्भाग्यपूर्ण है. जनता दल यूनाइटेड इस कार्यक्रम का जबरदस्त विरोध करेगी. क्योंकि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में दिन दूना रात चौगुना तरक्की हुई है. जो विकास का चेहरा हैं, गठबंधन में उनका ही अपमान किया जा रहा है।

इन विवादों के बीच आरा पूर्वी गुमटी पर रोड ओवरब्रिज के बनने से शहर में जाम की समस्या से निदान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा आरा और आसपास के 180 से अधिक पंचायतों के लोगों को इससे राहत मिल सकती है. इतना ही नहीं बल्कि आरा-सासाराम स्टेट हाइवे पर जाने वाले लोगों को भी अब गुमटी पर खड़ा होकर समय बर्बाद नहीं करना होगा. शहर में पूर्वी रेलवे गुमटी के फाटक पर 4 जून, 2017 को रेलवे ओवरब्रिज की नींव रखी गई थी. इस ओवरब्रिज से लोगों को रेल फाटक पर लगने वाले जाम से मुक्ति मिल गयी है।

दयाल हाई टेक एंड बाबा हंस ज्वाइंट एडवेंचर दिल्ली के सहयोग से आरओबी का निर्माण किया गया है. इस पुल के निर्माण को 18 महीने की अवधि में बनाने को कहा गया था, लेकिन इसे बनाने में चार साल से अधिक का समय लग गया। पुल की लंबाई 1.6 किमी है।

पूर्वी गुमटी के रेलवे फाटक के अक्सर बंद रहने से शहरवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता था. खास तौर पर मरीज, शवयात्रा, प्रसव और आपातकालीन सेवाओं के दौरान पूर्वी गुमटी पर फाटक बंद होने से हालात काफी बिगड़ जाती थी. लेकिन ब्रिज के बनने से रेलवे लाइन की दूसरी ओर रहने वाली शहर की आधी आबादी को काफी राहत मिलेगी।

मुख्यपार्षद के अविश्वास प्रस्ताव पर फर्जी बैठक का खुलासा

आरा : भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत के कुछ वार्ड पार्षदों द्वारा मुख्यपार्षद को फर्जी तरीके से अपदस्थ करने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। नगर पंचायत में सारा बखेड़ा उपमुख्यपार्षद रमेश कुमार राम के अध्यक्षता वाली बैठक को लेकर खड़ा हो गया है। आश्चर्यजनक बात यह है कि जिस बैठक की अध्यक्षता उपमुख्यपार्षद ने की और जिस बैठक के आलोक में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की तिथि रखने की मांग की गई है उसमें उपमुख्यपार्षद का हस्ताक्षर तक नहीं है। अपने नाम को बदनाम होता देख उपमुख्यपार्षद ने इसकी शिकायत डीएम भोजपुर को पत्र लिखकर की। साथ अपने नाम पर साजिश रचने वालो के खिलाफ कारवाई की भी मांग की।

9 अगस्त को वार्ड पार्षदों ने मुख्यपार्षद पर अविश्वास प्रस्ताव के लिए कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखा। फिर सात दिनों के अंदर मुख्यपार्षद द्वारा पत्र पर कार्रवाई नहीं करने के उपरांत 17 अगस्त को विरोधी पार्षदों द्व्रारा उपमुख्यपार्षद की अध्यक्षता में बैठक करने एवं दिनांक 25 अगस्त को चर्चा व् विभाजन की तिथि निर्धारित कर दी गयी। कार्यपालक पदाधिकारी ने अधियाचक पार्षदों द्वारा प्रेषित पत्र के आधार पर इसकी सूचना सभी पार्षदों को ससमय देने के साथ विशेष बैठक के लिए अन्य आवश्क अपेक्षाओं यथा वरिये पदाधिकारियों को सूचना आदि की अनिवार्यता भी कर दी गयी! लेकिन कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा 23 अगस्त को मुख्यपार्षद को नियमानुसार समय नहीं देने के कारण सुचना को रद्द कर दिया गया।

अधियाचक पार्षदों ने एक बार फिर दिनांक 25 अगस्त को पूर्व के दिए पत्र के अलोक में 02 सितम्बर को तिथि निर्धारित कर कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र भेजा| अविश्वास प्रस्ताव प्रक्रिया नियमावली, प्रकाशित 2010 के अनुसार बिहार नगरपालिका अधिनियम, 2007 की धारा 25(4) के अन्तर्गत मुख्य पार्षद के विरूद्ध लाये गये अविश्वास प्रस्ताव पर मुख्य पार्षद को हटाये जाने के लिए निर्वाचित पार्षदों की विशेष बैठक आहूत की जाएगी। विशेष बैठक की अध्यक्षता उपमुख्य पार्षद द्वारा की जायगी

मुख्य पार्षद द्वारा बैठक हेतु नियत तिथि के भीतर सूचना निर्गत नहीं करने पर अथवा नियत तिथि के भीतर बैठक का आयोजन नहीं करने की स्थिति में अधियाचको द्वारा विशेष बैठक बिहार नगरपालिका अधिनियम, 2007 की धारा-48 (3) के अनुसार बुलायी जायेगी और इसके लिये सूचना मुख्य नगरपालिका पदाधिकारी के द्वारा निर्गत की जायेगी।

यहा दिलचस्प बात यह है की मुख्य पार्षद द्वारा नियत तिथि के भीतर बैठक का आयोजन नहीं करने की स्थिति में अधियाचको द्वारा उपमुख्यपार्षद की अध्यक्षता में बैठक, तथा इसके लिये सूचना मुख्य नगरपालिका पदाधिकारी के द्वारा निर्गत की गयी,जिसको उपमुख्यपार्षद ने फेक बैठक कह नकार दिया है और वरिये पदाधिकारी को सुचना दी है

वही शाहपुर नगर पंचायत के मुख्यपार्षद विजय कुमार सिंह ने बताया की विरोधी पार्षदों द्वारा निराधार आरोपों के साथ फेक बैठक के माध्यम अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया की गयी है इसकी सुचना हमने वरिये पदाधिकारी को दी है आशा है दोषी लोगों पर विधि सम्मत उचित करवाई की जायगी! वही उपमुख्यपार्षद रमेश कुमार राम के दिए शपथ पत्र से मिली जानकारी के अनुसार दिनांक १७ अगस्त को उनकी अध्यक्षता में कोई बैठक ही नहीं की गयी है। अब चुकी मामला फर्जी बैठक का है तो देखना यह है की क्या दो सितंबर को अविश्वास प्रताव की बैठक आयोजित होंगी या फेक बैठक पत्र प्रकरण की जाँच की जाएगी!

तीन दिवसीय “आजादी का अमृत महोत्सव” का आयोजन

आरा : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के रीजनल आउटरीच ब्यूरो, पटना द्वारा आरा के महंत महादेवानंद महिला महाविद्यालय में 28 अगस्त से तीन दिवसीय “आजादी का अमृत महोत्सव” विशेष कार्यक्रम एवं फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। “आजादी का अमृत महोत्सव” पर इस विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि आर.के. सिंह, केंद्रीय मंत्री विद्युत नवीन एवं नवीकरणीय उर्जा, भारत सरकार एवं स्थानीय सांसद ने आज किया|

प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो और रिजनल आउटरिच ब्यूरो के अपर महानिदेशक शैलेश कुमार मालवीय ने यह जानकारी देते हुये बताया कि उद्घाटन समारोह के दौरान अमरेंद्र प्रताप सिंह कृषि मंत्री, बिहार सरकार विशिष्ट अतिथि थे जबकि वीर कुँवर सिंह विश्वविधायल आरा के कुलपति राजेन्द्र प्रसाद, एनसीसी डायरेक्टरेट बिहार-झारखंड के एडीजी मेजर जनरल एम इंद्रबालन, आरा नगर निगम की मेयर रूबी कुमारी, महंत महादेवानंद महिला महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. आभा सिंह अतिथि थी|

देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के अवसर पर देश भर में साल भर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। “आजादी का अमृत महोत्सव” विशेष कार्यक्रम के जरिये आजादी के गुमनाम योद्धाओं को सामने लाने का काम किया जा रहा है ताकि आज की युवा पीढी अपने स्वतंत्रता सेनानियों को जान और समझ सकें। इसी कड़ी में महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुँवर सिंह की कर्मभूमि आरा में यह आयोजन किया जा रहा हैं।

तीन दिवसीय “आजादी का अमृत महोत्सव” के दौरान फोटो प्रदर्शनी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, साइकिल रैली, फ्रीडम रन, परिचर्चा, संगोष्ठी, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, स्वच्छता श्रमदान, वृक्षारोपण समेत अन्य कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। फोटो प्रदर्शनी का आयोजन विशेष है। इस फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से खास कर बिहार के गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों की तस्वीर प्रदर्शित कर उनके बारे में जानकारी दी जाएगी।

बिहार के महान स्वतंत्रता सेनानी बाबू वीर कुंवर सिंह की जन्म स्थली जिला भोजपुर के जगदीशपुर अनुमंडल में 30 अगस्त, 2021 को “फिट इंडिया फ्रिडम रन 2.0” का आयोजन किया जाएगा। फ्रीडम रन में एनसीसी व नेहरू युवा केंद्र के छात्रगण शामिल होंगे। इस कार्यक्रम का उद्घाटन अनुमंडल पदाधिकारी सीमा कुमारी , एनसीसी के कर्नल मनीष कुमार एवं एफओबी-छपरा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी पवन कुमार सिन्हा संयुक्त रूप से करेंगे।

“आजादी का अमृत महोत्सव” विशेष कार्यक्रम का आयोजन एनसीसी, नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस और एमएमएम कालेज आरा के सहयोग से किया जा रहा है। इस बीच ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के अंतर्गत आज एमएम महिला कॉलेज, आरा में चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को कल समारोह के दौरान पुरस्कृत किया गया|

सीडीपीओ निलंबित

आरा : भोजपुर जिले में गडहनी की सीडीपीओ मधुरिमा प्रसाद को समाज कल्याण बिभाग ने कार्यों के दौरान बड़े स्तर पर गड़बड़ी करने के आरोप में निलंबित कर दिया है| विभाग के संयुक्त निदेशक रमेश कुमार झा ने निलंबन का आदेश जारी करते हुए इसकी सुचना विभाग के सम्बंधित पदाधिकारी समेत जिले के आईसीडीएस की डीपीओ को दी है| निलंबन के मामले में लिखा गया है कि मधुरिमा प्रसाद के खिलाफ आंगनबाड़ी केंद्र संख्या तीन के कोड 111 की सेविका प्रियंका कुमारी का चयन फर्जी पाए जाने के कारण रद्द कर दिया गया था| इसके बाद वहां नहीं सेविका संतोषी कुमारी का चयन किया गया था|

बावजूद इसके संतोषी कुमारी को मानदेय नही देगे हुए अवैध ढंग से प्रियंका कुमारी को मानदेय दिया जाता रहा| इसी प्रकार केंद्र संख्या दो कोड 100 की सेविका रेहाना परवीन का चयन 15 जनवरी 2020 को रद्द कर दिया गया था| पर सितम्बर 2020 तक अवैध तरीके से उसका मंदी भुगतान होता रहा| इसी के साथ सीडीपीओ के द्वारा स्थानीय कर्मचारियों को मिलाकर कई प्रकार की गडबड़ी की जाती रही थी|

इस मामले की शिकायत राकेश तिवारी, महेश्वर भारती और ज़मिरुद्दीन अंसारी समेत कई लोगों ने की थी| जांच के दौरान प्रथम द्रष्टया संभी मामले सही पाए जाने के बाद विभाग ने तत्काल प्रभाव से मधुरिमा कुमारी को निलंबित कर दिया है| साथ ही पूरे मामले की जांच तक उनकी तैनाती पटना प्रमंडलीय आयुक्त के कार्यालय में की गयी है|

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here