एसएसबी ने मनाया अपना स्थापना दिवस
मधुबनी : जिले के जयनगर के बाजार समिति प्रांगण में अवस्तिथ 48वीं वाहिनी एसएसबी ने अपना 11वां स्थापना दिवस मनाया। इस समारोह के उपलक्ष्य में 48वीं वाहिनी एसेसबीके कार्यवाहक कमाण्डेन्ट शंकर सिंह, सहेक कमाण्डेन्ट रवि कुमार एवं अन्य एसएसबी कर्मियों ने वृक्षारोपण किया। साथ ही इस अवसर पर एसएसबी मुख्यालय में वॉलीबाल एवं रस्साकशी का मैच आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यालय वाहिनी विजय घोषित हुई।
इस अवसर पर कार्यवाहक कमाण्डेन्ट शंकर सिंह ने सारे जवानों को बधाई देते हुए अपने 48वीं वाहिनी को ऊंचे मुकाम तक पहुंचाने ने सतत प्रयास करने को कहा। उन्होंने कहा कि अपने बटालियन के यहाँ मुस्तैद होने के बाद से अपराध के दर में कमी आई है, साथ ही सीमा पर गलत ओर अपराधिक गतिविधियों पर लगाम लगाया गया है।
सही वक़्त पर सटीक निर्णय सफलता का है मूलमंत्र : डॉ. अजय
मधुबनी : तालियों की गूंज के बीच छात्रों के चेहरे पर सफ़लता की उम्मीद स्पष्ट देखी जा सकती थी। यह किसी फ़िल्म का दृश्य नहीं था, बल्कि पटना सिटी स्थित विद्या जंक्शन क्लासेज के क्लास रूम में डॉ. अजय कुमार सिंह के उत्साहवर्धक शब्दों का असर था। युवाओं के पथ प्रदर्शक के रूप में अपनी अलग पहचान बना चुके डॉ. अजय कुमार सिंह विगत दिनों विद्या जंक्शन क्लासेज के 11 वीं एवं 12 वीं के छात्रों को संबोधित करने पहुंचे थे।
बताते चलें डॉ. अजय नई दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के टेकनिया इंस्टीट्यूट ऑफ़ एडवांस स्टडीज़ में सहायक प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। वहीं, वह अपने अनुभव एवं ज्ञान को समाजोपयोगी बनाने की दिशा में भी निरंतर कार्य कर रहे हैं। ‘डॉ. अजय स्पीक्स’ नाम से उनका यू-ट्यूब चैनल भी है, जिसमें वह युवाओं की शैक्षणिक, व्यक्तिगत एवं मानसिक समस्याओं की गुत्थी को आसानी से सुलझाते हुए दिख जाएंगे।
समय की परख जरुरी:
डॉ.अजय कुमार सिंह ने बच्चों को बेहतर भविष्य के लिए प्रोसाहित किया। उन्होंने छात्रों को विभिन्न कोर्सेज की जानकारी भी दी। जो आने वाले समय में उन बच्चों के भविष्य के लिए बेहतर विकल्प हो सकता हैं। डॉ. सिंह ने बच्चों को समय, स्वास्थ्य और संसाधन कि बेहतर प्रयोग के बारे में भी बताया। डॉ. अजय ने कहा कि छात्र जीवन में कई अवरोध सामने आते हैं। ये अवरोध शारीरिक एवं मानसिक दोनों हो सकते हैं। इसलिए छात्रों को इन अवरोधों के प्रति सचेत रहने की भी जरूरत है।
उन्होंने बताया कि छात्र जीवन में समय की महत्ता को जानकर उसका सदुपयोग करना सफ़लता की प्रथम सीढ़ी है। बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बताया कि किसी भी काम को जीवन के किसी पड़ाव में किया जा सकता है। जबकि कैरियर के लिए समय सीमा और उम्र सीमा निर्धारित है। इसलिए समय का प्रयोग बहुत सोच समझ जाना चाहिए। समय के प्रयोग में कड़ाई से अनुशासन का प्रयोग होना चाहिए।
स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं :
हम धन कमाने के लिए स्वास्थ्य को खराब करते हैं। उसी धन को फिर हम स्वास्थ्य ठीक करने के लिए खर्च करते हैं। जबकि स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन नहीं है। बच्चों को डॉ.अजय ने बार-बार स्वास्थ की महत्ता के बारे में अवगत कराया। साथ ही स्वास्थ्य को कैसे ठीक रखा जाए यह भी बताया।
सीमित संसाधनों का अधिकतम प्रयोग सफ़लता की राह करती है आसान :
डॉ. अजय ने जोर देते हुए कहा कि सीमित संसाधनों का अधितकम इस्तेमाल करना छात्र जीवन के लिए जरुरी है। कोई भी बड़ा लक्ष्य प्राप्त करने के लिए संसाधन के महत्व को आसानी से समझा जा सकता है। आर्थिक संसाधन, सामाजिक संसाधन, भौतिक संसाधन का काफ़ी महत्व है। विद्यार्थियों के लिए तैयारी के लिए पैसों की आवश्यकता होती है। कॉपी खरीदने के लिए पैसे चाहिए। लैपटॉप-इंटरनेट के लिए पैसे चाहिए।
सामाजिक संसाधन से ज्ञान और सूचना मिलती है। संसाधन का सही और यथोचित प्रयोग होना चाहिए। संसाधन का अपव्यय कदापि नहीं होना चाहिए। इस मौके पर विद्या जंक्शन क्लासेज के डायरेक्टर अमित कुमार पाठक ने कहा कि मुझे यकीन है कि डॉ. अजय सर के मोटीवेशन बच्चों को प्रेरित करेगा।
अब प्राथमिकता के आधार पर दी जायेगी सेकेंड डोज, अलग से बनाया जायेगा काउंटर
मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करने तथा संभावित तीसरी लहर से निबटने को लेकर टीकाकरण अभियान जोर-शोर से चलाया जा रहा है। ऐसे में टीकाकरण कार्य को आसान बनाने के लिए विभाग के द्वारा लगातार नये-नये निर्देश जारी किये जा रहे हैं । इसी कड़ी में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से यह निर्देश दिया है कि जिले में काफी लोग सेकेंड डोज से वंचित हैं। ऐसे में सेकेंड डोज से वंचित लोगों का टीकाकरण किया जाना आवश्यक है। इसको लेकर टीकाकरण केंद्रों पर सेकेंड डोज के लिए अलग से काउंटर बनाया जायेगा।
प्रत्येक पीएचसी में दूसरे डोज के टीकाकरण के लिए डेडिकेटेड कोविड टीकाकरण केंद्र बनाया जाए। जिले को आवंटित की गई वैक्सीन की 30 से 40% डोज दूसरे डोज के टीकाकरण के लिए खपत की जाए ताकि लाभार्थियों का शत-प्रतिशत दोनों डोज़ का टीकाकरण किया जाए। वहीं जिले के वाटसन स्कूल में संचालित टीकाकरण केंद्र में 30 अगस्त से सुबह 6:00 बजे से रात्रि के 9:00 बजे तक टीकाकरण किया जाएगा| जिसके लिए डॉ. डीएस मिश्रा को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है।उक्त टीकाकरण केंद्र के लिए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी कार्यालय को पर्याप्त मात्रा में एईएफआई किट सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही केयर इंडिया की टीम केंद्र पर दो पालियों में पर्याप्त संख्या में परिचारिका श्रेणी ए/ एएनएम, डाटा एंट्री ऑपरेटर, वेरिफायर एवं अन्य कर्मियों की प्रतिनियुक्ति कर ससमय टीकाकरण कराना सुनिश्चित करेंगे।
तीसरी लहर से बचाव के लिए एक मात्र हथियार है कोविड का टीका:
सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की भी संभावना जताई जा रही है। ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर में सबसे अधिक बच्चे प्रभावित हो सकते हैं। इसकी वजह से हमें अभी से ही इस महामारी के खिलाफ सावधान होने की जरूरत है, ताकि हम तीसरी लहर से भी खुद को सुरक्षित रखने के साथ अपने बच्चों को भी इस महामारी के प्रभाव से दूर रख सकें। कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को रोकने और उससे बचाव का फिलहाल एकमात्र उपाय टीकाकरण है। सरकार लोगों को सुरक्षित रखने के लिए व्यापक पैमाने पर टीकाकरण अभियान चला रही है।
टीकाकरण के बाद भी नियमों का पालन जरूरी:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के. विश्वकर्मा ने बताया भविष्य में कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए दूसरी खुराक लेना महत्वपूर्ण है। यह हर किसी (टीका लगा चुके और बिना टीका लगवाये) के लिए जरूरी है कि कोविड को रोकने में मदद करने के लिए मास्क पहनें, अपने हाथ धोएं और दूसरों से शारीरिक दूरी बनाए रखें।
टीकाकरण के लिए चलाया जा रहा जागरूकता अभियान:
केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया 18 आयुवर्ष से लेकर वरिष्ठ नागरिक तक के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि कोविड-19 से बचाव एवं सुरक्षा के लिहाज़ से यही एक मात्र साधन है। इसके साथ ही नियमित रूप से हर आधा घण्टे पर अपने हाथों को रगड़-रगड़ कर अनिवार्य रूप से धोते रहना है।
मिशन परिवार विकास के तहत दंपत्तियों को मिलेगी परिवार नियोजन की जानकार
मधुबनी : जिले में 6 सितंबर से 25 सितंबर तक मिशन परिवार विकास अभियान आयोजित किया जायेगा। इसके तहत 6 सितंबर से 12 सितंबर तक दंपत्ति संपर्क सप्ताह तथा 13 सितंबर से 25 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा आयोजित किया जायेगा। सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर महिला बंध्याकरण के लिए एक एपैनेल्ड सर्जन तथा पुरुष नसबंदी सेवा सुनिश्चित करने के लिए एनएसवी सर्जन अनिवार्य रूप से मौजूद रहेंगे। साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के अनुसार बंध्याकरण तथा नसबंदी के गुणवत्तापूर्ण सेवा के तहत प्री ऑपरेटिव तथा पोस्ट ऑपरेटिव केयर के लिए मेडिकल टीम गठित कर निःशुल्क सेवा सुनिश्चित की जायेगी। अभियान के दौरान परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी पर जोर दिया जाएगा।
स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने पर दिया जाएगा जोर:
मिशन परिवार विकास अभियान का आयोजन जिले के सभी अस्पताल एवं स्वास्थ्य संस्थानों में आयोजित किया जायेगा। अभियान विभिन्न चरणों में संपादित होगा। इससे पूर्व एक सितंबर से चार सितंबर तक अभियान के संचालन के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जायेगी। इसके बाद दंपति संपर्क सप्ताह, परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा, परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जायेगा। अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अपनी अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग तथा अन्य संबंधित विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी की अध्यक्षता में यह बैठक की जायेगी। प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों के साथ उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन कर मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान इच्छुक तथा योग्य दंपतियों को परिवार कल्याण के अस्थाई एवं स्थाई उपाय अपनाने के लिए उत्प्रेरित किया जायेगा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर सभी एएनएम तथा आशा को पखवाड़ा संबंधित जानकारी दी जायेगी।
दंपत्तियों को मिलेगी परिवार नियोजन की जानकारी:
गर्भनिरोधक सूई अंतरा सेवा की उपलब्धता अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ साथ शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर सहित स्वास्थ्य उपकेंद्र तक के सभी स्वास्थ्य ईकाइयों पर होगा। सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी दंपत्ति संपर्क पखवाड़ा का आयोजन करेंगे और आमजन में जागरूकता लाने के लिए प्रचार प्रसार के अंतर्गत सही उम्र में शादी, शादी के कम से कम दो साल के बाद पहला बच्चा, दो बच्चों में कम से कम तीन साल का अंतर, प्रसव के पश्चात, गर्भपात पश्चात परिवार नियोजन के स्थायी एवं अस्थायी उपाय, परिवार कल्याण ऑपरेशन में पुरुषों की भागीदारी पर जोर देंगे। साथ ही परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत उपलब्ध अस्थायी एवं स्थायी उपायों के बारे में भी आमजन को जागरूक किया जाएगा।
वेल्थ हंगर लाइफ संस्था के सहयोग से बाटा गया आपातकालीन बाढ़ राहत सामग्री
मधुबनी : आपातकालीन बाढ़ राहत कार्यक्रम-2021 घोघरडीहा प्रखण्ड स्वराज्य विकास संघ द्वारा वेल्थ हंगर लाइफ संस्था के सहयोग से आपातकालीन बाढ़ राहत कार्यक्रम बाटा गया। विगत महीना में भारी बारिश के कारण जयनगर प्रखण्ड के केई गाँव में बाढ़ कि इस्तिथि देखने को मिला खासकर इस्लामपुर, परसाही, डोरवार, सिंग्रही तथा अन्य कमला नदी के सटे गाँव में भारी क्षति पहुँची थी। जिसे देखते हुए घोघरडीहा प्रखण्ड स्वराज्य विकास संघ ने बाढ़ से प्रभावित परिवारों की सूचि तैयार किया, ताकि की इन परवारो को राहत सामग्री उप्लब्ध कराया जा सके एवं संस्था से हर संभव सहयोग प्ररादान किया जा सके।
इस केंद्र बिंदु को देखते हुई 200 बाढ़ से प्रभावित परिवारों की सूचि तैयार तथा इन परवारो को बाढ़ राहत सामग्री दिया गया। शेल्टर किट :- तारपोलिन (170ग्राम 15×12), खाद्य सामग्री :- (मसूरदाल – 2kg, चीनी – 2किलोग्राम, टाटा नमक – 2किलोग्राम, सोयाबीन (फार्च्यून) – 1किलोग्राम 1पैकेट, चना सत्तू (अनूप) – 1 kg (500 ग्राम x 2पैकेट), सरसों तेल (फार्च्यून) – 1लीटर. वाश एवं हाइजीन किट :- प्लास्टिक मग, प्लास्टिक बाल्टी ढ़क्कन के साथ (दीपक फर्स्ट क्वालिटी) – 20लीटर, घड़ी डिटर्जेंट पाउडर -1किलोग्राम 1पैकेट, लाइफबाय साबुन-2पीस, सेनेटरी पैड – 1पैकेट (8 पीस),मास्क 2 पीस दिया गया।
इस मौके पर संस्था के ओर से डीफ उमेश कुमार, रविंदर कुमार, मानस कुमार, पंकज कुमार, प्रकाश कुमार एवं प्रोजेक्ट मैनेजर मोहम्मद अत्ताउल्लाह, डॉक्यूमेंट ऑफिसर वासुदेव दास एवं पूर्व अध्यक्ष जितेंदर कुमार सिंह के नेतृत्व में इस आपातकालीन बाढ़ राहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सुमित कुमार की रिपोर्ट