नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड प्राथमिक विद्यालय बभनौली में पढ़ने बाले छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रहा है जिससे बच्चों का पठन पाठन प्रभावित हो रहा है। जबकि सरकार विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए शिक्षकों को दायित्व सौंपा है,वावजूद शिक्षकों की उदासीनता व अनदेखी के कारण बच्चों को समुचित लाभ नहीं मिल पा रहा है।
कुछ ऐसी ही स्थिति कोशला पंचायत की बभनौली गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय की है। ग्रामीणों की शिकायत है कि आये दिन विद्यालय न तो समय पर खुलता है,और न ही समय पर बंद हो पाता है। यूँ कहा जाय कि विद्यालय खुलने व बंद होने का को समय निर्धारित नहीं है। जबकि शिक्षा विभाग ने विद्यालय खुलने का समय 9 बजे पूर्वाहृन निर्धारित किया है। वही विद्यालय बंद करने के लिए 4 बजे अपराहृन में निर्देशित किया गया है। लेकिन शिक्षक सभी नियम कानून को ताक पर रखकर विद्यालय का संचालन कर रहें है। विद्यालय में दो शिक्षक प्रधान शिक्षक प्रशांत चौधरी व सहायक शिक्षक इंदू देवी है।
बुधवार को विद्यालय खुलते ही दोनों शिक्षक की मौजूदगी में ग्रामीण मनी कुमार, रंजू देवी समेत अन्य ग्रामीणों की शिकायत रही कि एक शिक्षक आते है,तो दूसरे शिक्षक नहीं आते है। सप्ताह में तीन दिन विद्यालय खुलता है। 15 अगस्त को भी झंडोतोलन में सभी शिक्षक नहीं आये। शिक्षकों की मर्जी से विद्यालय का संचालन होता है,और इस विद्यालय में कार्यरत शिक्षक अपनी उपस्थिति पूरे माह का उपस्थिति पंजी पर बनाकर रख देते है।
कहा गया जब बच्चे को ऐसे शिक्षकों से शिक्षा नहीं मिल पाती है,तो इन्हें इस विद्यालय से स्थानांतरण किया जाय,और इनके बदले दूसरे शिक्षकों का पदस्थापना हो,ताकि बच्चें को सही तरीके से शिक्षा मिल सकें। इतना ही नहीं सहायक शिक्षक इंदू देवी र्वष में दो तीन दिन ही विद्यालय पहुंचती है और हाजिरी पूरे र्वष का बना लेती है। जिसे कोई देखनहार नहीं है। इस संबंध में प्रभारी प्रशांत चौधरी कहते हैं कि कुछ ग्रामीण हैं। जो झठे आरोप लगाते है,जबकि विद्यालय नियमित सही तरीके से संचालन होता है।