21 अगस्त : मधुबनी की मुख्य खबरें

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कोरोना काल में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सम्मानित

मधुबनी : कोरोना के वैश्विक महामारी में मधुबनी ज़िले में सिविल सर्जन डा0 सुनील कुमार झा के नेतृत्व में कोरोना रोगियों की जाँच एवं इलाज और कोविड केयर सेंटर रामपट्टी से लेकर ज़िले के सभी कोविड सेंटरों पर अच्छी चिकित्सीय सुविधाओं के साथ अन्य अच्छी सुविधाएं देने एवं जन समुदाय को जागरूक करने को लेकर सिविल सर्जन डा. सुनील कुमार झा के साथ उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों व केयर इंडिया के प्रतिनिधि को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग बिहार सरकार के मंत्री रामप्रीत पासवान के द्वारा सम्मानित किया गया।

जिला अतिथि गृह में सम्मान समारोह आयोजित कर कर्मवीर कोरोना योद्धाओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मंत्री रामप्रीत पासवान ने कहा कि वैश्विक महामारी के दौरान स्वास्थ्य विभाग ने अपने कर्तव्यों का बखूबी निर्वहन किया और दिन रात मेहनत कर मधुबनी वासी को खतरनाक महामारी से बचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हर किसी ने बिना डरे वक्त छुट्टी लिए दिन रात ड्यूटी की है। ऐसे में उन्हें प्रोत्साहित करना आवश्यक है।

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प्रोत्साहित करने से उनके कार्य करने में अभिरुचि होती है तथा उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। कोरोना में स्वास्थ्य विभाग ने एक टीम के रूप में काम किया और इस महामारी में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ सहयोगी संस्थाओं की भूमिका भी काफी महत्वपूर्ण रही है। सम्मान समारोह में जिला के सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा, केयर इंडिया केडीडीएल महेंद्र सिंह सोलंकी, लैब टेक्नीशियन मो. इस्मतुल्लाह उर्फ गुलाब को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19 ) की विषम परिस्थितियों से लेकर कोरोना टीकाकरण में सिविल सर्जन के नेतृत्व में मधुबनी जिला के स्वास्थ्य विभाग का कार्य बहुत ही सराहनीय रहा है। सिविल सर्जन के बेहतर रणनीति मेहनत और लगन से न केवल अपने दायित्वों का निर्वहन हुआ है बल्कि सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के साथ मधुबनी जिला का नाम भी रोशन हुआ है सिविल सर्जन के कुशल नेतृत्व में ही कोविड केयर एवं डीसीएससी रामपट्टी से लेकर जिला के सभी कोविड सेंटर में रोगियों की अच्छी चिकित्सीय व्यवस्था एवं अच्छी सुविधाएं दी गई।

हजारों रोगी ठीक होने के उपरांत खुश होकर घर लौटेकोरोना महामारी में केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी के द्वारा तत्परता से पॉजिटिव आए लोगों के क्लोज कांटेक्ट लोगों की खोज कर उनकी जांच कराई गई एवं कोविड केयर सेंटर रामपट्टी में मरीजों के बीच रहकर उनकी सेवा की गई साथ ही महेंद्र सिंह द्वारा कोविड टीकाकरण में मुस्लिम, दलित, महादलितों के बीच जाकर उनकी भ्रांतियों को दूर करते हुए उन्हें टीका दिला कर समाज के प्रति सराहनीय कार्य किया गया।

वहीं सीएचसी राजनगर लैब टेक्नीशियन मो. इस्मातुल्ला उर्फ गुलाब के द्वारा तत्परता से जिले में सर्वाधिक कोरोना जांच करने का कीर्तिमान बनाने के साथ कोविड केयर सेंटर रामपट्टी में मरीजों की सेवा एवं जिले के सभी अल्पसंख्यक, दलित, महादलित इलाकों में कोरोना टीका के प्रति जागरूकता अभियान चलाकर लोगों की भ्रांतियों को दूर करने का अहम योगदान रहा।

आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की सूची अब ऑनलाइन

मधुबनी : आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों की लिस्ट तथा अस्पतालों की लिस्ट देखने के लिए अब किसी सीएसपी (वसुधा केंद्र) या किसी सरकारी कार्यालय के चक्कर काटने की आवश्यकता नहीं है। अब भारत सरकार ने एक लिंक जारी किया है जिससे लाभार्थी घर बैठे मोबाइल से इंटरनेट के माध्यम से देख सकते हैं। इस वजह से लोगों के समय की भी बचत होगी और कठिनाइयों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।

आयुष्मान भारत के डीपीसी कुमार प्रियरंजन ने बताया आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ शत प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए कटिबद्ध सरकार ने एक और पहल करते हुए लाभार्थियों की सूची अपने अधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध कराया है। इस सुविधा के हो जाने से राजस्व ग्राम वार सूची को डाउनलोड किया जा सकता है। और पात्र लाभार्थी नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर(वसुधा केंद्र) और पंचायत भवन में आरटीपीएस (लोक सेवा केंद्र) पर जाकर अपना और अपने परिवार का आयुष्मान कार्ड मुफ्त में बनवा सकते है।

इसी कड़ी में एक और सुविधा उपलब्ध कराया गया है जिसके तहत आयुष्मान मित्र के रूप में पंजीकृत हो कर लाभार्थियों को लाभ पहुंचाने में मदद किया जा सकता है। डीपीसी ने बताया अगर कोई व्यक्ति हॉस्पिटल लिस्ट देखना चाहते है तो वह घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से योजना की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आसानी से देख सकते है और योजना का लाभ उठा सकते है। लाभार्थी को योजना के तहत 5 लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं। इलाज सरकार द्वारा जारी की गयी हॉस्पिटल लिस्ट में करा सकते हैं जिन हॉस्पिटल का नाम सूची में शामिल होगा उसी हॉस्पिटल में आप अपना इलाज मुफ्त में करवा सकते है।

पात्र लाभार्थियों का बनता है गोल्डन कार्ड :

केंद्र सरकार ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। बीओसीडब्ल्यू के पंजीकृत मजदूरों का भी आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है।इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। कुमार प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी लाभ लेने व गोल्डेन कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
जिलांतर्गत,

•मधुबनी मेडिकल कॉलेज
•क्रिब्स हॉस्पिटल
•हरसन हॉस्पिटल
•मां उग्रतारा नेत्रालय
•आस्था सर्जिकल अस्पताल

सूचीबद्ध है एवं सभी सरकारी अस्पतालों में भी योजना का लाभ दिया जा रहा है साथ ही योग्य निजी अस्पतालों को सूचीबद्ध करने की प्रक्रिया भी को जा रही है। सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया ने कहा कि यह केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना है। इसे सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपए तक प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में सुविधा उपलब्ध कराई जाती है।

पूर्व खाद्य विक्रेता के लिए 15 दिनी प्रशिक्षण कार्यक्रम की हुई शुरुआत

मधुबनी : कृषि विज्ञान केंद्र सुखेत में समेकित पोषण तत्व प्रबंधन को लेकर जिले के पूर्व उर्वरक विक्रेताओं को 15 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हुई। उर्वरक अनुज्ञप्ति को लेकर दिए जा रहे प्रशिक्षण में जिले के 35 पूर्व उर्वरक विक्रेता को इस प्रशिक्षण में शामिल किया गया है। मुख्य अतिथि व प्रशिक्षक के रूप में पहुंचे राजेंद्र प्रसाद विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा उपनिदेशक डॉक्टर अनुपमा कुमारी ने बारीकी से उपस्थित उर्वरक विक्रेताओं को जानकारी दी।

उन्होने कहा कि जिस प्रकार दवा की दुकान में दवा लेने के लिए पुर्जा की जरूरत होती है। अब ऐसे ही फर्टिलाइजर्स के दुकान में भी पूरजॆ आएगें। किसान फसल उत्पादन के लिए तकनीक व खाद का उपयोग करने लगे हैं। पोषक तत्व प्रबंधक खरीफ फसल को लेकर उसमें इस्तेमाल होने वाली खादों के बारे में विस्तृत से जानकारी उपनिदेशक के द्वारा दिया गया। इसके अलावा मृदा वैज्ञानिक डॉक्टर सर्वेश कुमार ने भी मृदा से संबंधित प्रशिक्षण में पूर्व विक्रेताओं को जानकारी दी।

उन्होने फसल में कीट लगने के बाद व पूर्व में कौन से आर्गेनिक दवा का उपयोग की बाबत जानकारी साझा किया। वरिय वैज्ञानिक सुधिर दास ने खरीक फसल के बाबत जानकारी दी। वरिय शोधकर्ता आशुतोष यादव ने कहा कि उर्वरक विक्रेताओं को प्रशिक्षण के बाद प्रमाण पत्र मुहैया कराया जाएगा। जिसके आधार पर इन उर्वरक विक्रेताओं को फिर से लाइसेंस उपलब्ध हो जाएगी। जिस विक्रेताओं के द्वारा या 15 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा उसको ही यह प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा और लाइसेंस निर्गत किया जाएगा।

कई प्रखंडों के आज तक तरस रहे हैं शुद्ध पानी के लिए

मधुबनी : जिले के ऐसे कई प्रखंडों के आज तक शुद्ध पानी के लिए तरस रहे हैं। जयनगर प्रखंड के सभी पंद्रहों पंचायत का हाल एक जैसा ही देखा जा रहा है। कमिशन के खेल ने सरकार के महत्वाकांक्षी योजना को कागज पर पूर्ण बताया जा रहा है। जबकि जमीनी हकीकत कुछ और नजर आ रहा है। प्रखंड के सभी पंद्रहों पंचायतों में पंचायत प्रतिनिधि, क्रियान्वयन समिति एवं कनीय अभियंता के मिलीभगत से हर घर नल जल योजना को पूर्ण दिखाया गया है।

लेकिन सच तो जमीन पर जाने से पता चल रहा है। बेलही पूर्वी पंचायत के वार्ड नंबर चार छर्रा पट्टी निवासी पूर्व प्रमुख सूर्यनाथ यादव, पूर्व मुखिया देव नारायण यादव एवं राजेश्वर यादव समेत अन्य ग्रामीणों ने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पानी के किल्लत को दूर करने के लिए महत्वाकांक्षी योजना में हर घर नल जल योजना की शुरुआत की। लेकिन सारी व्यवस्था को सरकार नहीं बल्कि सरकारी तंत्र को देखरेख की जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन ये योजना ने अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों को कामधेनु गाय बन कर सामने आया है।

प्रखंड के बेलही पूर्वी पंचायत के वार्ड नंबर चार का मामला उठाते हुए पूर्व प्रमुख सूर्यनाथ यादव, पूर्व मुखिया देव नारायण यादव एवं राजेश्वर यादव ने बताया कि हर घर नल जल योजना जयनगर प्रखंड में महा फ्लाॅप साबित हो रहा है। हर घर नल जल योजना पंचायत प्रतिनिधियों, संवेदक एवं कनीय अभियंता के मिलीभगत से बङे पैमाने पर कागजी प्रक्रिया कर खानापूर्ति की गई है।

रफ्तार का कहर से एक ही गांव के तीन युवक की मौत, मचा कोहराम

मधुबनी : जिले के कलुआही थाना इलाके के कलुआही और हरिपुर नीम चौक के बीच में मिथिला लाईन होटल के समीप यह सड़क हादसे हुआ, जिसमें तीन युवक एक बाईक पर सवार होकर जा रहा था। अचानक बाईक अनियंत्रित हो गया और खड़ी ट्रक में पीछे से टक्कर मार दिया, जिसके बाद तीनों युवक की घटनास्थल पर ही मौत हो गया।

बताया जाता है कि मृतक तीनों युवक कलुआही थाना के मलमल गाँव का रहने वाला था। वही एक युवक के घायल होने की बात बताई जा रही है, जिसे रेफर कर दिया गया है। मौत की खबर से मलमल गांव में मातम का माहौल कायम है, औऱ परिजनो का रो रोकर बुरा हाल है।

जिले में मिल रहे नए कोरोना मरीज, विभाग सकते में

मधुबनी : जिले में एक बार फिर कोरोना संक्रमित मरीज मिलने का मामला सामने आया है। फुलपरास प्रखंड क्षेत्र की बलानसेर में 70 वर्षीय पुरूष, हरलाखी प्रखंड क्षेत्र के हुर्राही में एक 20 पुरुष और मधेपुर प्रखंड क्षेत्र के विशनपुर में 40 वर्षीया एक महिला कोरोना संक्रमित मिली है। इन तीनों प्रखंड क्षेत्र में जिस-जिस जगह से कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं, उन जगहों को ईपिसेंटर घोषित करते हुए तीन किमी परिधि वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। इस संबंध में जिला पदाधिकारी सह जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष अमित कुमार ने आदेश जारी कर दिया है ।

सदर अस्पताल से जिला पदाधिकारी को रिपोर्ट मिली कि फुलपरास एवं हरलाखी प्रखंड में एक-एक पुरुष एवं मधेपुर प्रखंड में एक महिला कोरोना संक्रमित मिले हैं। इसी रिपोर्ट के आलोक में डीएम ने संबंधित क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। कंटेनमेंट जोन को प्रत्येक 50 घर की दर से सेक्टर में बांटा जाएगा। पल्स पोलियो अभियान की तर्ज पर प्रत्येक घर के सदस्यों की स्क्रीनिंग किया जाएगा।

कंटेनमेंट जोन की प्रत्येक एक हजार की आबादी पर एक चिकित्सा पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की जाएगी। कंटेनमेंट जोन में सभी को तीन लेयर वाले मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। जो पुरुष एवं महिला कोरोना संक्रमित पाए गए हैं, उनके स्वजनों, निकटतम संबंधी और किसी न किसी प्रकार से संपर्क में आने वाले सभी लोगों को होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य कर दिया गया है।

कोरोना संक्रमित मरीज जब तक निगेटिव नहीं हो जाते हैं तब तक उन्हें होम क्वारंटाइन में रहना होगा। कंटेनमेंट जोन के अंदर निवास करने वाले सभी लोगों को होम क्वारंटाइन में रहना अनिवार्य कर दिया गया है। कंटेनमेंट जोन में सभी प्रकार के वाहनों एवं व्यक्तियों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया है। केवल अनिवार्य सेवा को प्रतिबंध से बाहर रखा गया है।

पहला ग्रामीण बाजार शुरू किया जीविका ने, एसडीओ ने किया उद्घाटन

मधुबनी : जिले के राजनगर प्रखंड के विश्वास जीविका महिला संकुल संघ के तत्वावधान में थाना रोड में धूमधाम से ग्रामीण बाज़ार की शुरुआत की गई। इसका विधिवत उदघाटन अनुमंडल पदाधिकारी अभिषेक रंजन ने फीता काट कर किया। इस मौके पर राजनगर की प्रखंड विकास पदाधिकारी निवोदिता, जीविका की जिला परियोजना प्रबंधक डॉ० ऋचा गार्गी, प्रबंधक-गैर कृषि अशोक रंजन, रविकांत शर्मा, हिमांशु रंजन, अंजली कुमारी, निशि राज, बुद्धदेव कुमार आदि मौजूद थे।

इस अवसर पर जीविका के जिला परियोजना प्रबंधक डॉ० ऋचा गार्गी ने कहा कि यह ग्रामीण बाज़ार मधुबनी जिले का पहला ग्रामीण बाज़ार है और जल्द ही अन्य प्रखंडों में भी जीविका की ओर से ग्रामीण बाज़ार की शुरुआत की जाएगी। इस ग्रामीण बाज़ार से किराना दुकान करने वाली दीदियों को थोक मूल्य पर सभी सामान प्रखंड में ही उपलब्ध हो जाएंगे जिससे उनके मधुबनी आने-जाने का समय बचेगा।

साथ ही उन्हें गुणवत्तापूर्ण सामानों की आपूर्ति भी सुनिश्चित हो पाएगी। उन्होंने कहा कि राजनगर में अब तक जीविका का कार्य उत्कृष्ट रहा है, जिसके कारण यहां जीविका द्वारा ना केवल विभिन्न तरह के नए कामों की शुरुआत की जाती रही है, बल्कि उनका सफलता पूर्वक संचालन भी किया जाता रहा है, जिसका पूरा श्रेय प्रखंड की जीविका दीदियों, कैडर एवं कर्मचारियों को जाता है।

अनुमंडल पदाधिकारी अभिषेक रंजन एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी निवोदिता के द्वारा भी प्रखंड में जीविका दीदियों के द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रशंसा की गई। अधिकारियों ने कहा कि चाहे वो शौचालय का निर्माण हो या कोरोना महामारी के दौरान मास्क का निर्माण या कोविड से बचाव के लिए टीकाकरण, जीविका दीदियों ने उत्कृष्ट कार्य किया है। ग्रामीण बाज़ार में मांग के अनुसार आने वाले समय में और भी सामानों की बिक्री की जाएगी।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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