किशोरी के साथ दुष्कर्म, हुयी गर्भवती
आरा : भोजपुर जिले के कृष्णागढ़ थानान्तर्गत एक गाँव में घर आये मेहमान ने घर आये मेहमान ने अकेली पा किशोरी के साथ उसे डरा-धमकाकर कई दिनों तक दुष्कर्म करता रहा| मामला तब उजागर हुआ जब उक्त किशोरी गर्भवती हो गयी। मामला सामने आने के बाद किशोरी के परिजन आरोपित के घर पूछताछ करने गये तो आरोपित ने उन्हने धमकी देकर भगा दिया गया। तब परिजन चार माह की गर्भवती किशोरी के साथ महिला थाने पहुंचे और आपबीती सुनाई। इसे लेकर किशोरी के पिता की तहरीर पर महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि कृष्णागढ़ थानान्तर्गत एक गाँव में बिहिया थानान्तर्गत एक गाँव का सुनील कुमार अपने रिश्तेदार के 24 अप्रैल को आया था| उस समय किशोरी को छोड़ घर में कोई नहीं था| उसमे माता-पिता घर से बाहर गए थे| मौके का फायदा उठाते हुए सुनील कुमार ने किशोरी को डरा-धमाका कर उसकी आबरू से खेला साथ ही धमकी दी कि अगर किसी से बोलेगी तो उसके साथ उसके माता-पिता को मार दिया जाएगा|
किशोरी ने डर से अपने माता-पिता को घटना की जानकारी नही दी| इसका फायदा उठाते हुए सुनील कुमार किशोरी के साथ कई दिनों तक लगातार दुष्कर्म करता रहा ज जिससे किशोरी गर्भवती हो गयी| चार महीने के गर्भ के बाद मामला सामने आया तो परिजन पूछ-ताछ करने सुनील कुमार के घर गये पर सुनील कुमार ने उनलोगों को जान से मारने की धमकी देकर घर से भगा दिया| इसके बाद परिजनों के थाने में इस बात की प्राथमिकी दर्ज़ कराई|
एसपी ने कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। आरोपित की धरपकड़ को लेकर छापेमारी की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा। कहा कि आरोपित किशोरी का रिश्तेदार है और घर छोड़ फरार हो गया है। इस तरह के मामलों में आरोपितों को कठोर सजा दिलायी जायेगी।
महाराजा कमल सिंह के नाम पर हो इंजीनियरिंग कॉलेज का नामकरण
आरा : महाराजा कॉलेज पूर्ववर्ती छात्र संघ सम्मलेन सह सम्मान समारोह 2021 में पारित भोजपुर जिले में कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने इसी वर्ष में पूरा कर दिया है। यह बातें पूर्ववर्ती छात्र संघ के महासचिव डॉ निर्मल कुमार सिंह ने कहीं। उन्होंने कहा कि इस बड़ी उपलब्धि पर पूर्ववर्ती छात्र संघ महाराजा कॉलेज खुश है क्योंकि पहली बार राज्य सरकार ने पूर्ववर्ती छात्र संघ के प्रस्ताव को गंभीरता से लिया और उसे चंद दिनों में ही पूरा कर दिखाया। साथ ही कहा कि पूर्ववर्ती छात्र संघ सम्मलेन सह सम्मान समारोह पारित कृषि इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के प्रस्ताव को अब मुख्यमंत्री ने इसी सत्र से शुरू करने का निर्णय लिया है।इसका अनुमोदन गत दिन कैबिनेट ने कर दिया है।
ऐतिहासिक निर्णय के लिए पूर्ववर्ती छात्र संघ की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह को बधाई दी। महासचिव ने कहा कि आरा में कॉलेज के बगल स्थित जमीन पर बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज का नामकरण महाराजा कमल सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज हो। क्योंकि संघ की आम सभा में इससे संबंधित प्रस्ताव भी पारित किया गया था।
बताया की इसे ले पिछले दिनों संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद, कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह और विधान परिषद सभापति अवधेश नारायण सिंह से मिला और अपने प्रस्ताव से अवगत कराते हुए ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि महाराजा कमल सिंह ने शहाबाद में शिक्षा और चिकित्सा क्षेत्र में अनेक कार्य किए है।
इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए भी जमीन दान की है। जिस पर निर्माण कार्य चल रहा है। बिहार सरकार ने भी दानदाता द्वारा दी गयी जमीन पर बन रहे कॉलेज और अन्य संस्थानों का नामकरण दानदाता के नाम पर करने का निर्णय लिया है। इसलिए महाराजा कमल सिंह द्वारा दी गई जमीन पर बन रहे इंजीनियरिंग कॉलेज का नाम महाराजा कमल सिंह इंजीनियरिंग कॉलेज किया जाय। प्रतिनिधिमंडल में ओमप्रकाश सिंह, अधिवक्ता सुरेश प्रसाद सिंह, सत्यनारायण प्रसाद और अवधेश पांडे शामिल थे।
आरा प्रखंड को बाढ़ क्षेत्र घोषित करने की मांग पर प्रदर्शन
आरा : गंगा नदी मे आयी प्रलयकारी बाढ ने लोगों के जीवन को तहस-नहस कर दिया। बाढ़ पीड़ितों ने आज आरा अंचलाधिकारी के समक्ष प्रदर्शन किया तथा बाढ़ राहत चलाने मे गरीबों के साथ भेदभाव बरतने का आरोप लगाया। बाढ़ पीड़ितों ने झोपड़ी पर डालने के लिए प्लास्टिक की मांग की,चुड़ा-चना भी देने मे भेद भाव का आरोप लगाया है।आज के प्रदर्शन की एक मांग यह भी थी कि आरा सदर प्रखंड को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करो, किसानों के लाखों हेक्टर खेतों मे लगी फसल बर्बाद हो गयी है इसलिए खेतों का लगान माफ हो,तथा फसलों के नष्ट होने का मुआवजा सरकार दे।
अंचल मुख्यालय पर प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि नीतीश सरकार बाढ राहत कार्य चलाने मे पुरी तरह विफल है,तथा जिला प्रशासन बाढ़ राहत कार्य मे भेद-भाव बरत रही है| क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा की बाढ़ से घीरे चाहे किसी भी जाति मजहब के लोग हो उन्हें बाढ़ राहत सामग्री अवश्य मिलनी चाहिए। क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि पशुपालकों के समक्ष आज काफी संकट में है पशुचारा भी पशुपालक को दिया जाय।
माले नेता ने अंचलाधिकारी के गरीब विरोधी रवैया की कड़ी आलोचना की तथा कहा कि अंचलाधिकारी के गरीब और किसान विरोधी रवैइये कोबरदास्त नहीं किया जायेगा ,गरीबों ने एक अदद प्लास्टिक सर छुपाने के लिए मांगा है अगर नहीं मिला तो तीखा संघर्ष हो। आज के प्रदर्शन मे सामिल थे हरिशंकर साह, विनोद चौधरी, गणेश राम,कपील मुनी पड़ीत,भूनेश्वर पड़ीत,जनार्दन गोंड,भीखारी पासवान, सोना मती देवी,बिन्दू देवी|
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट