नवादा : त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 का बिगुल बज गया है। चुनाव लड़ने की मंशा पाल रहे लोग चुनाव की तैयारी में जुट गये हैं । इसके लिए जाति, आय, आवासीय प्रमाण पत्र बनाने की होड़ मची हुई है। ऐसे में अंचल कार्यालय नारदीगंज आरटीपीएस काउंटर पर आए दिन जाति, आय, आवासीय प्रमाण पत्र बनाने के लिए दौड़ लगा रहे हैं। लेकिन आरटीपीएस काउंटर पर कार्यरत कर्मियों की मनमानी रवैया अपनाने के कारण प्रमाण पत्र बनाने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। ऐसे में प्रमाण पत्र के अभाव में चुनाव लड़ने की मंशा पाल रहे लोगों को चुनाव से वंचित होने की संभावना दिख रही है।इसके अलावा अन्य लोगों को भी प्रमाण पत्र बनाने में पसीना छूट रहा है।
अधिकारी भी शिकायत को अनसुनी कर रहें है।वैसे तो नारदीगंज प्रखंड में 8 वाँ चरण में 24 नवम्बर को मतदान होगा। लोगों का शिकायत है कि आरटीपीएस काउंटर पर कार्यरत कर्मियों से प्रमाण पत्र बनाने में नजराना की मांग की जाती है। नजराना दो,और प्रमाण पत्र लेकर जाओ। जो व्यक्ति नजराना देते हैं, उन्हें प्रमाण पत्र बनाने के लिए काउंटर पर आवेदन जमा लिया जाता है, अन्यथा मनमाफिक राशि नहीं देने पर लिंक फेल का बहाना बनाकर वापस लौटा दिया जाता है। कहा जाता है कि बाहर से ऑनलाइन आवेदन कर दे।
गुरुवार को गोतरायन निवासी रंजू कुमारी, राजू कुमार, परमा निवासी शंकर कुमार, बभनौली निवासी मनोज कुमार, शानिदेवल कुमार समेत कई लोग प्रमाण पत्र बनाने के लिए नारदीगंज अंचल कार्यालय में आरटीपीएस काउंटर पर आवेदन पत्र जमा करने के लिए गए थे,लेकिन वहां कार्यरत कर्मियों ने राशि की मांग किया।राशि देने से इंकार करते हुए कहा कि यहाँ निःशुल्क प्रमाण पत्र बनता है, तो उन्होंने लिंक फेल का बहाना बना दिया, और फार्म जमा लेने से इंकार कर दिया।
कहा गया कि बाहर से ऑनलाइन कर दो।हमलोग नहीं करेंगे। इनलोग जब से इस काउंटर पर कार्यरत हुए हैं, तभी से लोगों के साथ यही हरकत कर परेशान कर रहें हैं। अधिकारी भी शिकायत पर संज्ञान नहीं लेते है। इस व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ तो प्रखंड के लोग प्रमाण पत्र से वंचित हो जायेंगे। मामले की जानकारी प्राप्त करने के लिए आरटीपीएस के कार्यपालक सहायक चंदशेखर कुमार के मोबाइल पर सम्पर्क कर राय लेने का प्रयास किया, तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। सीओ अमिता सिन्हा के सरकारी मोबाइल पर गुरुवार को दोपहर में 1 बजे कॉल कर पक्ष लेने का प्रयास किया,तो कॉल रिसीव नहीं करने के वजह से उनका भी पक्ष नहीं लिया जा सका।