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15 सितंबर : आरा की मुख्य खबरें

डूबने से स्कूली छात्रा की मौत

आरा : भोजपुर जिले के चौरी थानान्तर्गत अनंतपुर गांव में आहार में तीन बच्चे डूब गए। जिसमे एक की मौत हो गयी जबकि दो की जान बचाई जा सकी। मृत बच्ची चौरी थानान्तर्गत अकोढ़ा गांव निवासी सर्वजीत कहार की 7 वर्षीय पुत्री रूही कुमारी है। वह तीसरी कक्षा में पढ़ती थी। मृत बच्ची के परिजन ने बताया कि वह आज दोपहर चिरैली गांव स्थित प्राइवेट स्कूल से बाइक पर अपने दो अन्य सहेली के साथ बैठकर स्कूल से वापस घर लौट रही थी। जैसी ही वह अनंतपुर गांव के समीप आहार पास पहुंची तभी असंतुलित होकर तीनों बाइक से गिर पड़ी और आहार में डूब गई।

वहां के स्थानीय लोगों ने आहार में कूद कर दो बच्चे की पानी से बाहर निकाल कर उनकी जान बचाई जबकि रूही कुमारी की डूबने से मौत हो गई। उसके शव को पानी से बाहर निकाला गया। ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। स्थानीय थाना घटनास्थल पर पहुंचा और शव को अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में करवाया।

बैंक में पैसे जमा करवाने जा रहे युवक से 50 हजार की लूट

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय में आरा नगर थानान्तर्गत बाईपास पर एचडीएफसी बैंक में पैसा जमा करवाने आए एक युवक से अपराधियों ने 50 हज़ार रूपये लूट लिए। युवक का नाम जितेश कुमार है और वह मुफस्सिल थानान्तर्गत बारा बसंतपुर गांव का रहने वाला है। वह आज अपने गांव से 50 हजार रुपए नकद लेकर टाउन थाना क्षेत्र अंतर्गत एचडीएफसी बैंक में जमा करवाने आया था। इसी बीच कुछ युवक उसे यह कहकर अपने साथ ले जाया गये कि तुम्हारे भाई ने तुम्हें बुलाया है। इस पर युवक उन लुटेरों के साथ अपने भाई के पास जाने को तैयार हो गया।

इसी बीच विपरीत दिशा में जाते देख युवक ने लुटेरों से यह पूछा कि तुम मुझे कहां ले जा रहे हो| लुटेरे उसे बाईपास में ले जा चुके थे और वहां हथियार के बल पर उससे 50 हजार नकदी लूटकर रफूचक्कर हो गए। पुलिस मौके पर पहुंचकर आसपास के दुकानों की सीसीटीवी फुटेज चेक कर मामले की जांच में जुट गई है।

सरकार ने बनवाया वेटिंग रूम, अफसरों ने उसे बनाया ‘फल गोदाम’

आरा : नीतीश सरकार ने भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के सरदार पटेल बस स्टैंड में यात्रियों की सुविधा के लिए करोडो रुपए की लागत से एक प्रतीक्षालय का निर्माण करवाया तथा मुख्य मंत्री नीतीश कुमार ने एक साल पहले उसका उदघाटन किया पर तब से इसे यात्रियों के लिए नहीं खोला गया है। यात्रियों की सहूलियत के लिए बने प्रतीक्षालय को अभी तक यात्रियों के लिए नहीं खोला गया है. जिससे बस स्टैंड में आए यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहर के सरदार पटेल बस पड़ाव स्थित नए बस स्टैंड भवन का उद्घाटन 18 सितंबर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया था. नए भवन के साथ-साथ अलग-अलग दुकानें, कैंटीन और प्रतीक्षालय भी बने हैं. इन सभी के बन जाने से लोगों को उम्मीद थी कि बारीश या धूप के दौरान यात्री परेशानियों से बच सकेंगे. भवन के बनने से जहां यात्रियों को काफी खुशी हुई थी वहीं एक साल होने के बाद भी यात्रियों के लिए प्रतीक्षालय नहीं खुलने से यात्रियों को मायूसी हाथ लगी है. सालों से यात्री बस स्टैंड में एक प्रतीक्षालय की बाट जोह रहे थे।

जब प्रतीक्षालय बन गया तो यात्रियों के लिए इसे खोला ही नहीं गया. इससे न तो यात्रियों को शौचालय सी सुविधा मिल रही है और न ही पेयजल की व्यवस्था. नए भवन में स्थानीय व्यापारी उसमें अपना फल रख रहे हैं और उन्हें रोकने वाला कोई नहीं है.बस कंडक्टर अवधेश कुमार ने कहा कि भवन तो बन गया है लेकिन यात्रियों के लिए नहीं खुला है. जिससे यात्री अभी भी परेशान रहते हैं. यात्री एलएम गिरी ने कहा कि सरकार ने भवन बनवा तो दिया है, अब इसे खुलवा भी दे ताकि महिलाओं और बुजुर्गों को शौच व पेयजल के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े।

बिहार में अब सड़क दुर्घटना पर मिलेगा पांच लाख मुआवजा

आरा : सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद बिहार सरकार ने नयी व्यवस्था के तहत आज से वाहनजनित सड़क हादसों में मरने वालों के आश्रितों और घायलों को तत्काल सरकारी मुआवजा मिलने लगेगा। दुर्घटना में मृतक के आश्रितों को पांच लाख जबकि गंभीर रूप से घायल को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इसके लिए मुख्यालय स्तर पर बिहार वाहन दुर्घटना सहायता निधि का गठन किया गया है। परिवहन विभाग ने मंगलवार को इस बाबत सभी जिला परिवहन पदाधिकारियों के साथ बैठक भी की और आवश्यक निर्देश दिए।

परिवहन विभाग के निर्देश के अनुसार राज्य के सभी अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) दुर्घटना दावा जांच पदाधिकारी जबकि जिला पदाधिकारी दावा मूल्यांकन पदाधिकारी होंगे। बिहार वाहन दुर्घटना सहायता निधि से जिला परिवहन पदाधिकारी को आवंटन उपलब्ध कराया जाएगा। संबंधित डीएम इस मद से वास्तविक देनदारों को मुआवजा का भुगतान करेंगे। इसके बाद बीमा कंपनी से राशि की प्रतिपूर्ति की जाएगी।

सड़क दुर्घटना के मुआवजे के लिए सड़क सुरक्षा निधि से 50 करोड़ रुपये की राशि बिहार वाहन दुर्घटना सहायता निधि के रूप में रहेगी। इस निधि से होने वाले खर्च के हिसाब से समय-समय पर राशि का आवंटन किया जाएगा। अंतरिम मुआवजा राशि की प्रतिपूर्ति वाहन की बीमा कंपनी द्वारा बीमा दावा के रूप में देय राशि से की जाएगी।

बीमारहित वाहनों की स्थिति में मुआवजा राशि का समायोजन वाहन स्वामी से किया जाएगा। दावा न्यायाधिकरण के निर्णय के बाद 30 दिनों के अंदर वाहन मालिक को तय मुआवजा राशि देनी होगी। ऐसा नहीं करने पर जिला पदाधिकारी वाहन का अधिग्रहण कर नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर देंगे। उससे प्राप्त राशि कम होने की स्थिति में अंतर राशि बिहार वाहन दुर्घटना सहायता निधि से दी जाएगी। मुआवजा राशि प्राप्त करने के लिए  थानाध्यक्ष की दुर्घटना जांच रिपोर्ट, चिकित्सा प्रभारी की दुर्घटना जांच रिपोर्ट,  दुर्घटना वाले वाहन का निबंधन, बीमा एवं वाहन स्वामी का नाम व पता।

किसान का संदेहास्पद स्थिति में मौत, परिजनों ने लगाया पुलिस पर साजिश के तहत हत्या का आरोप

आरा : भोजपुर जिले के उदवंतनगर थानान्तर्गत सुढ़नी गाँव के एक किसान का शव कसाप गाँव के बधार से मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस पर ह्त्या का आरोप लगाया है| मृतक की पहचान पवन कुमार चौधरी 29 वर्ष के रूप में हुयी है| आज सुबह पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान ट्रिपल लोडिंग के मामले में किसान को पकड़ा था। जिसके बाद शाम में गांव के पास ही स्थित एक बधार से लवारिश अवस्था में किसान शव मिला।

मृतक की पत्नी ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह अपने पति को छुड़ाने थाने गई थी। जिस दौरान उससे पुलिस वालों ने 5 हजार रूपए की मांग की और कहा कि वह शाम तक उसके पति को छोड़ देंगे। पत्नी ने यह भी कहा कि उसे पति से मिलने नहीं दिया गया।

पुलिस ने कहा मृतक के परिजनों का आरोप बेबुनियाद है। पवन कुमार चौधरी की मौत कैसे और किस प्रस्थिति में हुई है इसका स्पष्ट कारण का पता नहीं चल पाया है। मृतक पवन चौधरी सोमवार की सुबह करीब 8 बजे अपने गांव के ही दो दोस्त विनोद एवं नेउर के साथ बाइक से उदवंतनगर बाजार खाद लेने के लिए गए हुए थे, जिस दौरान सुढ़नी मोड़ के पास वाहन चेकिंग कर रहे उदवंतनगर थाना पुलिस को देखकर उसके दोस्त विनोद एवं नेउर बाइक से उतर कर भाग गए। जबकि पुलिस पवन चौधरी को गाड़ी सहित थाने ले आई।

पुलिस की मानें तो पुलिस ने जब पवन कुमार चौधरी से उसकी गाड़ी का कागज मांगा तो उसने बोला कि कागज नहीं है। जिसके बाद पुलिस ने उसे कहा कि घर जाओ और कागज लेकर आओ। वह घर कागज लाने के लिए चला गया। इसी बीच वो कहां गया इस बात की जानकारी उन्हें नहीं है। जिसके बाद युवक का शव संदेहास्पद स्थिति में कसाप गांव के बाधर से बरामद हुआ।

जानकारी के मुताबिक युवक का एक आंख भी डैमजे बताया जा रहा। इस मामले में मृतक की पत्नी शोमा देवी और उसके परिवार वालों ने पुलिस द्वारा दिए गए इस ब्यान को गलत बताते हुए पुलिस पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जब इसकी जानकारी पत्नी को मिली तो पत्नी तुरंत थाने पहुंची और पति को छोंड़ने के साथ उनसे मिलने की विनती की लेकिन उसके पति से पुलिस वालों ने मिलने नही दिया।

बल्कि पांच हजार रुपये की मांग करते शाम 5 बजे छोड़ देने की बात कह कर पत्नी को घर भेज दिया। जिसके बाद पत्नी घर पहुंची और शाम 4 बजे के करीब हल्ला हुआ कि उसके पति पवन चौधरी का शव कसाप गांव में संदेहास्पद स्थिति में पड़ा हुआ है।पत्नी सोमा देवी और उसके परिवार वालो का आरोप है कि पुलिस ने साजीश के तहत उसके पति की हत्या करवा दिया और शव को खेत मे फेक दिया. वही मृतक के पिता आन्नंद चौधरी ने कहा कि उसके बेटे की हत्या हुई है और वरीय अधिकारियों से जांच की मांग की है|

उदवंतनगर थाना का सीसीटीवी भी जांच किया जाए। पिता का भी आरोप है कि उसके बेटे की हत्या हई है और इस हत्या में उदवंतनगर थाना की पुलिस शामिल है। हालांकि ये मामला पूरी तरह से संदेहास्पद बना हुआ है और पुलिस की कार्यशैली पर कहीं ना कहीं सवालिया निशान जरूर खड़े हो रहे है। क्योंकि दो दिन पूर्व पिरो थाना पुलिस के हिरासत में एक महिला की भी मौत हो गई थी अभी वो मामला ठंडा हुआ नही था कि एक बार फिर से भोजपुर पुलिस पर हत्या करने का दूसरा आरोप महज 72 घन्टे के अंदर लग गया।

भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि प्रथम दृष्टया में युवक की मौत आत्महत्या जैसा प्रतीत हो रही है. परिजनों के आरोप गलत और बेबुनियाद हैं. युवक को पुलिस ने हिरासत में लिया ही नहीं था. युवक की गाड़ी को जब्त कर उसे कागज लेने के लिए भेज दिया गया था. एसपी ने बताया की मामले की जांच की जिम्मेदारी सदर एसडीपीओ को दी गई है।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट