तेज रफ्तार कंटेनर की चपेट में आ पुलिस चालक की मौत, पुलिस मेंस एसोसिएशन में शोक
नवादा : जिले के धमौल ओपी थाना क्षेत्र के तपसीपुर मोड़ के निकट तेज रफ्तार कंटेनर की चपेट में आने से धमौल ओपी में पदस्थापित पुलिस ड्राइवर रविंद्र चौधरी की घटनास्थल पर मौत हो गई। बताया जाता है कि रविंद्र चौधरी धमौल में देर रात पेट्रोलिंग की गाड़ी चला रहे थे। इसी दौरान उन्हें शौच के लिए जाना पड़ा। इसको लेकर उन्होनें गश्त गाड़ी साइड में लगा दी और सड़क पार करने लगे। बस यही उनके लिए काल बन गया। अचानक विपरीत दिशा से आ रही तेज रफ्तार कंटेनर ने उन्हें धक्का मार दिया और तेजी से आगे निकल गई। साथ रहे पुलिस जवानों के द्वारा तुरंत आनन-फानन में अस्पताल भर्ती कराया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर सुनते ही बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन में शोक की लहर दौड़ गई। संघ के जिला अध्यक्ष जयराम यादव, संजू कुमारी, अमित कुमार, संतोष कुमार नवल कुमार अनिल कुमार ने बताया कि उनके परिवार वाले को सूचना दे दी गई है। दर्दनाक मौत हुई है। हम लोग प्रार्थना करते हैं। भगवान इनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष ने बताया कि मुजफ्फरपुर के रहने वाले रविंद्र चौधरी सिपाही नंबर 230, जो नवादा जिले के धमौल ओपी में ड्राइवर पद पर तैनात थे और ड्यूटी के दौरान ही शौच के लिए जाने के क्रम में रोड पार कर रहे थे। उसी दौरान कंटेनर गाड़ी ने धक्का मार दी। जिसके कारण इनकी मौत हो गई। मृतक के परिवार को इसकी सूचना दे दी गई है।उनके पार्थिव शरीर को सलामी देने के बाद गांव पहुंचाया जाएगा।
जिले में बढ़ा वायरल बुखार,टायफाइड व डेंगू का प्रकोप
नवादा : जिले में वायरस व बैक्टीरिया का प्रकोप बढ़ गया है। तापमान में आर्द्रता की अधिकता के कारण ऐसा हो रहा है। ऐसे में वायरल बुखार तेजी से पैर प्रसार रहा है। इसकी चपेट में सामान्यत: सभी आयुवर्ग के लोग आ रहे हैं लेकिन बच्चों को ज्यादा संकट झेलनी पङ रही है। तेजी से बढ़ रहे वायरल बुखार के प्रकोप के कारण सरकारी और निजी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ी हुई है। सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ.प्रभाकर सिंह ने बताया कि ओपीडी में बुखार की चपेट में आए मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। अभी जो मामले सामने आ रहे हैं उसमें से 99 फीसदी मामले वायरल बुखार के हैं। इसमें टायफायड का भी मामला दिख रहा है। जबकि महज एक फीसदी मामला डेंगू का आ रहा है।
डॉ.प्रभाकर सिंह ने बताया कि सामान्यत: वायरल बुखार के साथ सर्दी और खांसी का होना आम माना जाता है, लेकिन इस बार वायरल बुखार के साथ हंफनी की परेशानी भी मरीजों में देखी जा रही है। इस कारण मरीजों को ज्यादा संकट झेलनी पड़ रही है। वायरल बुखार के क्रम में प्लेटलेट्स कम होने की शिकायत रहती है इसलिए मरीज को अतिरिक्त चेत कर चलने की जरूरत है। कई नए लक्षण के कारण वायरल बुखार ठीक होने में कम से कम सात से दस दिन का समय लग जा रहा है।
फेफड़े का संक्रमण कर रहा परेशान:-
मौसम की आर्द्रता के कारण जिले में वायरस व बैक्टीरिया का प्रकोप बढ़ गया है। चिकित्सकों के अनुसार तापमान में आर्द्रता अधिक होने से वायरस व बैक्टीरिया सक्रिय हो गए हैं। इस कारण तेजी से इसका आक्रमण हो रहा है। यही कारण है कि फेफड़े में संक्रमण के कारण लोगों को ऑक्सीजन लेने की क्षमता घट गयी है। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ.महेश कुमार के अनुसार अधिकांश मरीजों में बुखार, सर्दी-खांसी, टायफायड, निमोनिया, कै-दस्त समेत सांस लेने में परेशानी की शिकायतें पायी जा रही है। प्रतिदिन इस प्रकार के 70 से 100 बच्चे आ रहे हैं जिनमें इन लक्षणों के साथ ही सांस लेने में परेशानी यानी हंफनी जैसी परेशानी दिख रही है। इसके साथ ही शरीर में तेज दर्द व बुखार की शिकायत के मामले भी सामने आ रहे हैं।
वायरल बुखार से बचाव के उपाय:-
आमलोग गंदगी से बचें, मच्छर से बचाव का उपाय करें।
– गर्म और फ्रेश भोजन करें। पुष्टिकारक भोजन लें।
– काफी देर से काटकर रखे गये फल या सब्जी को खाने से बचें।
– शौच के बाद हाथ की सफाई ठीक से करें।
– भोजन करने से पहले हाथ की पूरी सफाई करें।
– शुद्ध पानी का हमेशा सेवन करें।
– घर की साफ-सफाई पर पूरा ध्यान दें।
– पानी को उबाल कर पीएं।
– फ्रिज के पानी का प्रयोग कम या नहीं करें।
आदर्श आचार संहिता मामले में बुरे फंसे पंसचिव,मांगा स्पष्टीकरण
नवादा : जिले के अकबरपुर प्रखंड कार्यालय में पदस्थापित पंचायत सचिव राम स्वरूप प्रसाद यादव आदर्श आचार संहिता उल्लंघन मामले में बुरे फंसे हैं । जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने मामले में संज्ञान लेते हुए स्पष्टीकरण की मांग की है। पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा भेजे गए ज्ञापांक 2069 दिनांक 14 सितंबर 2021 के अनुसार रजौली पूर्वी पंचायत मुखिया के संभावित प्रत्याशी सुरेश प्रसाद यादव के समर्थन में उन्होंने चुनाव प्रचार आरंभ किया है। इसकी शिकायत न केवल अधिकारियों से की गयी है बल्कि सोशल मीडिया पर खबरें प्रकाशित की गयी है।
ऐसा कर उन्होंने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन तो किया ही है सरकारी कर्मचारियों के लिये लागू नियमावली का उल्लंघन किया है जो दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है। संलग्न आरोपों की प्रति के साथ चौबीस घंटे के अंदर स्पष्टीकरण का जबाब उपलब्ध नहीं कराये जाने पर एकपक्षीय दंडात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है । भेजे गए पत्र की प्रतिलिपि अकबरपुर बीडीओ को उपलब्ध कराते हुए पत्र का अपने स्तर से तामिला सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
70 लाख रुपये ठगी मामले में पिता-पुत्र गिरफ्तार
नवादा : जिले के हिसुआ नगर परिषद बाजार के पांचू मोहल्ले के जगदीश प्रसाद तथा उसके पुत्र दीपक कुमार को जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल के निदेशक शिक्षाविद डॉ. आरपी साहू से हिसुआ में 31 डिसमिल जमीन रजिस्ट्री के नाम पर 70 लाख रुपये ठगी कर जमीन नहीं देने के मामले में बुधवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर दोनों पिता-पुत्र को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
थानाध्यक्ष राजीव रंजन पटेल ने बताया कि एसपी धूरत सायली सांवला राम के निर्देश पर गिरफ्तार किया गया। शिक्षाविद आरपी साहू ने बताया कि 14 अक्टूबर 2018 को एक करोड़ 77 लाख रुपये में जमीन रजिस्ट्री का इकरारनामा किया गया था ।जिसके बदले बयाना के तौर पर 70 लाख रुपये दिए गए। जब जमीन रजिस्ट्री की तिथि निर्धारित हुई तब पता चला कि यह जमीन विवादित है ।जब रुपये वापसी के लिए कहा गया तो आजकल पर टालते हुए रुपये देने से इनकार कर दिया। इसके विरुद्ध हिसुआ थाने में थाना कांड संख्या 487 / 20 दर्ज किया गया।
भारतीय दंड विधान की धारा 420 ,406 सहित कई सुसंगत धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया। नवादा के एसपी ने भी इस बड़े रकम की ठगी के मामले को सही करार देते हुए गिरफ्तारी का आदेश दिया। दोनों पिता-पुत्र ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में अग्रिम जमानत की अर्जी पेश की ।जिसे एक बड़े रकम की ठगी का मामला मानते हुए अस्वीकृत कर दिया गया। एसपी के निर्देश पर पुलिस ने बुधवार को पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया । दोनों ठगों ने शिक्षाविद आरपी साहू को रुपये लौटाने के लिए दो वर्षों तक झूठ का सहारा लेता रहा। अंत मे दोनों को जेल की हवा खानी पड़ी।
महिला मतदान कर्मियों के दूसरे चरण के प्रशिक्षण का शुभारंभ
नवादा : यश पाल मीणा जिला पदाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन अधिकारी नवादा के आदेश के आलोक में आज से महिला मतदान कर्मियों का द्वितीय चरण का प्रशिक्षण शुरू हुआ, जो आज से 17 सितंबर 2021 तक मास्टरट्रेनर के द्वारा कन्हाई इंटर विद्यालय नवादा में दिया जा रहा है। यह प्रशिक्षण निर्धारित विषय पर दोनों पाली में दी जाएगी। जिला निर्वाचन पदाधिकारी के आदेश के आलोक में 51 मास्टर प्रशिक्षकों के माध्यम से सभी मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 5 हजार 404 महिला मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण 03 दिनों में दोनों पालियों में दिया जा रहा है। इसके लिए प्रतिदिन 600 महिला मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण दोनों पालियों में 16 कमरों में 51 मास्टर ट्रेनों के माध्यम से लगातार दिया जा रहा है। प्रशिक्षण कोषांग के नोडल अधिकारी उमेश कुमार भारती अनुमंडल पदाधिकारी नवादा ने बताया कि सभी महिला मतदान कर्मियों को पीठासीन अधिकारी च्1ए च्2ए च्3 आदि का प्रशिक्षण एक साथ दिया जा रहा है।
सभी प्रशिक्षणार्थियों को ईवीएम मशीन के पी यू, सी यू और कंट्रोल यूनिट्स और मतपेटीका के बारे में हैंड्स ऑन ट्रेनिंग दिया जा रहा है। जिससे कि मतदान केंद्रों पर मशीनों से किसी प्रकार के व्यवधान पैदा नहीं हो सके और सुचारू और सुगम तरीके से पंचायत आम निर्वाचन 2021 में मतदान का कार्य संपन्न किया जा सके। जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी नवादा ने स्पष्ट कहा कि प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को परीक्षा के दौर से गुजरना होगा। आज करीब 16 कमरों में 600 से अधिक पीठासीन और अन्य मतदान कर्मियों का को पंचायत निर्वाचन मतदान कार्यों को स्वच्छ, निष्पक्ष, भयमुक्त वातावरण एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
सभी मतदान केंद्रों पर बिना रुकावट और बिना बाधा के मतदान संपन्न हो सके इसके लिए आज सभी पीठासीन पदाधिकारियों को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया। मास्टर ट्रेनर के द्वारा सभी प्रशिक्षणार्थियों को हैंड ऑन ईवीएम मशीन का और मतपेटियों का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। मशीन की बारिकियों को एक-एक कर बताया गया।
कन्हाई इंटर विद्यालय में सभी प्रकार की आधारभूत सुविधा प्रशिक्षणार्थियों के लिए उपलब्ध कराई गई है। जिला निर्वाचन अधिकारी के निर्देश के आलोक में प्रशिक्षण के बाद सभी प्रशिक्षणार्थियों के लिए मतदान एवं ईवीएम संचालन संबंधी आयोग के निर्देश के जानकारी की परख के लिए एक परीक्षा आयोजित की जाएगी। आज कन्हाई इंटर विद्यालय में प्रशिक्षण के समय नोडल अधिकारी उमेश कुमार भारती अनुमंडल अधिकारी नवादा, सत्येंद्र प्रसाद डीपीआरओ नवादा अमु आमला वरीय उप समाहर्ता के साथ-साथ अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
उच्च न्यायालय के फ़ैसले को किया दरकिनार,स्नातक कला में प्रोन्नति के लिए डीएम से लगायी गुहार
नवादा : जिले के नारदीगंज प्रखंड राजकीय मध्य विद्यालय कहुआरा के सेवानिवृत्त शिक्षक कौशलेन्द्र कुमार ने डीएम को आवेदन देकर स्नातक कला में प्रोन्नति देने की गुहार लगायी है।उन्होंने कहा कि मैं 28 फरवरी 2015 को राजकीय मध्य विद्यालय कहुआरा से सेवानिवृत्त हुआ हूं।
उच्च न्यायालय पटना सीडब्ल्यूजेसी संख्या 2563/2009 दिनांक 12 जुलाई 2011 के पारित आदेश के आलोक में उत्क्रमित मध्य विद्यालय फ़लडु में स्नातक कला के पद पर प्रोन्नति किया गया था,जिसका वेतनमान 9300/34800 ग्रेड पे 4600 में प्रोन्नति दी गई थी। इसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी,( स्थापना)नवादा के कार्यालय पत्रांक 1129 दिनांक 8 अप्रैल 2013 ने उच्च न्यायालय, पटना के आदेश पर तत्काल प्रभाव से स्नातक कला के रिक्त पद पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय फ़लडु में प्रोन्नति दी गई थी।आदेशानुसार उत्क्रमित मध्य विद्यालय फ़लडु में योगदान दिया था,लेकिन इसी बीच जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना), नवादा के कार्यालय पत्रांक 2971 दिनांक 4 अक्टूबर 2013 के आदेशानुसार उन्हें अवनीत करते हुए मध्य विद्यालय कहुआरा में मैट्रिक प्रशिक्षित पद पर वापस किया गया।
कहा गया कि एलपीए-476/2013 में कौशलेन्द्र कुमार बनाम बिहार सरकार में दिनांक 22 अगस्त 2019 के पारित आदेश के आलोक में अवनीत किया गया है। जिसमें शिक्षक कौशलेन्द्र कुमार का डिग्री सहित्यालंकार (हिंदी विद्यापीठ, देवधर) को अवैध करार किया गया था।
कहा गया इसी बीच कुछ शिक्षकों के माध्यम से उच्च न्यायालय में सीडब्ल्यूजेसी संख्या 4358/2010 में सहित्यालंकार डिग्री वैधता के लिए दायर किया,तब उच्च न्यायालय ने 23 सितंबर 2019 को उस डिग्री को वैध करार किया।उस फैसला के आलोक में उप सचिव, बिहार (पटना) का पत्रांक 883 दिनांक 16 जून 2020 को उन सभी शिक्षकों को पुनः सम्बंधित विद्यालय में नियुक्ति की गई।
उन सभी शिक्षकों की नियुक्ति से संबंधित मामला जिला परिषद, नवादा के पत्रांक 298/दिनांक 4 अप्रैल 2020 में भी स्पष्ट है। लेकिन उच्च न्यायालय के फैसले के बाद भी मुझे प्रोन्नति का लाभ नहीं मिल पा रहा है। अतएव उच्च न्यायालय के फैसले को देखते हुए स्नातक कला पद की प्रोन्नति का लाभ दिया जाय,ताकि उच्च न्यायालय की गरिमा बनी रहे सके।
रोजगार मेला में बेरोजगार नहीं ले रहे रूचि
नवादा : श्रम संसाधन विभाग, बिहार, पटना के निर्देशानुसार जिला नियोजनालय, नवादा द्वारा दिनांक 15.09.2021 को संयुक्त श्रम भवन (जिला नियोजनालय), नवादा के प्रागंण में एक दिवसीय रोजगार कैम्प का आयोजन किया गया। जिसमें बेरोजगार युवक/युवतियों के लिए चलाये जा रहे रोजगार से संबंधित योजना एवं प्रयास के बारे में मार्ग दर्शन दिया गया।
जॉब कैम्प की शुरूआत जिला नियोजन पदाधिकारी एवं जिला कौशल प्रबंधक, नवादा के द्वारा किया गया। इस जॉब कैम्प में निजी क्षेत्र के नियोजक बार्क सिक्यूरिटि सॉल्यूशन प्रा0लि0, गया की कम्पनी भाग लिया जिसमें 236 रिक्ति के विरूद्ध 49 आवेदन प्राप्त हुआ और साक्षात्कार के उपरान्त 13 अभ्यर्थियों का स्थल पर चयन किया गया। संयुक्त श्रम भवन, नवादा में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी बेरोजगार युवक/युवतियों को कोविड-19 से वचाव के लिए सुझाव दिया गया। लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की गई। जिला नियोजन पदाधिकारी जैनेन्द्र कुमार, जिला कौशल प्रबंधक अजय कुमार, दीपक कुमार, प्रशान्त कुमार, सदानन्द कुमार आदि उपस्थित थे।
पंचायत चुनाव को ले डीएम-एसपीने जारी किया संयुक्तादेश
नवादा : पंचायत आम निर्वाचन 2021 के अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी यश पाल मीणा एवं पुलिस अधीक्षक डी.एस. सावलाराम के द्वारा संयुक्त आदेश जारी किया गया है। प्रखंडों में चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों पर मतदाताओं को लुभाने हेतु राशि, कपड़ा वितरण, शराब वितरण एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री जैसे-शराब, हथियार इत्यादि की संभावना को देखते हुए निर्वाचन नियमों के सुसंगत धाराओं के तहत प्रभावकारी कार्रवाई करने हेतु प्रत्येक प्रखंड में स्टैटिक सर्विलांस टीम का गठन किया गया है।
स्टेटिक सर्विलांस टीम के नोडल पदाधिकारी के रूप में विनय कुमार, राज्यकर संयुक्त आयुक्त, नवादा एवं वरीय प्रभारी पदाधिकारी के रूप में वैभव चौधरी उप विकास आयुक्त, नवादा को नियुक्त किया गया है। टीम में दस चरणों में प्रखंड स्तर पर स्टैटिक सर्विलांस टीम का प्रतिनियुक्ति स्थल पर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है। स्टेटिक सर्विलांस टीम दल को विभिन्न दायित्व सौंपा गया है :- यह दल निर्धारित चेकपोस्ट पर अवैध नगदी, अवैध शराब संदेहास्पद वस्तु या शस्त्रों इत्यादि की आवाजाही पर निगरानी रखेंगे। जॉच के दौरान अभ्यर्थी या उसके एजेंट के वाहन में पचास हजार रूपया से अधिक की नगदी पायी जाती है या वाहन में पोस्टर या निर्वाचन सामग्री या कोई ड्रग्स, शराब, हथियार अथवा गैर कानूनी वस्तुएं ले जाई जा रही है तो जब्ती की कार्रवाई की जायेगी।
नगद दस लाख रूपया से अधिक है तो दल के पदाधिकारी अविलम्ब नोडल पदाधिकारी, एस.एस.टी., सहायक व्यय प्रेक्षक, जिला निर्वाचन पदाधिकारी के संज्ञान में लायेंगे ताकि मामला आयकर विभाग को सौंपा जा सके। स्टैटिक निगरानी दल को समस्त प्रक्रिया की विडियोग्राफी लेने का आदेश दिया गया है। जॉच के दौरान यदि किसी अपराध होने की कोई आशंका है तो कार्यकारी मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में सीआरपीसी के प्रावधानों के अनुसार दल के प्रभारी पुलिस अधिकारी द्वारा नगदी या अन्य मदों की जब्ती की जायेगी तथा अपने क्षेत्राधिकारी वाले न्यायालय में 24 घंटे के भीतर शिकायत/एफआईआर दर्ज की जायेगी।
स्टैटिक निगरानी दलों के कार्यकलाप एवं उनके आचरण का पर्यवेक्षण उड़नदस्ता दल अपने-अपने क्षेत्रों में जॉच के दौरान करेंगे। जब्ती के बाद जब्त की गई धनराशि न्यायालय द्वारा यथा-निर्दिष्ट तरीके से जमा की जायेगी और दस लाख रूपया से अधिक की नगदी की जब्ती की एक प्रति इस प्रयोजनार्थ परिनियोजित आयकर प्राधिकारी को अग्रेसित की जाएगी। यह टीम प्रतिदिन अपना रिपोर्ट लेखा प्रबंधन कोषांग को निश्चित तौर पर उपलब्ध करायेंगे। सभी थानाध्यक्ष/ओ.पी. अध्यक्ष को निदेश दिया गया है कि पुलिस पदाधिकारी के साथ पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति अपने-अपने थाना से करना सुनिश्चित करेंगे।