पुलिस हिरासत में महिला की मौत मामले में पीरो थानाध्यक्ष, ओडी ऑफिसर सहित तीन महिला पुलिस कर्मी निलंबित
आरा : भोजपुर जिले के पीरो थाना परिसर में रविवार को पुलिस हिरासत में कथित रूप से महिला की फांसी लगाकर खुदकुशी करने के मामले में भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने पीरो एसडीपीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर पीरो थानाध्यक्ष अशोक चौधरी तथा ओडी ऑफिसर के साथ तीन महिला पुलिसकर्मी नैना, प्रियंका व खुशबू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है|
भोजपुर पुलिस 8 सितम्बर की रात में मुन्नू प्रसाद उर्फ़ मुन्नू कहार की पत्नी शोभा देवी 46 एवं उसके पुत्र को देशी चिकित्सक की मौत के मामले में पूछ-ताछ के लिए हिरासत में लेकर थाने आई थी और सभी नियमों को ताक पर रखकर उससे थाने परिसर में एक महिला सिपाही के क्वार्टर में ही रख उससे लगातार पूछ-ताछ की जा रही थी| उसकी सुरक्षा के लिए तीन महिला सिपाहियों नैना, प्रियंका व खुशबू की ड्यूटी लगाई गई थी। नियमानुसार किसी भी संदिग्ध या आरोपित को बंदी प्रत्यक्षीकरण क़ानून के तहत 24 घंटे से अधिक पुलिस हिरासत में नही रख सकती है| उस संदिग्ध या आरोपित को 24 घंटे के अन्दर न्यायालय में पेश करना होता है पर पुलिस ने ऐसा नही कर शोभा देवी को चार दिन तक पुलिस हिरासत में रखा| इतना ही नहीं| पुलिस ने शोभा देवी और उसके पुत्र को सिर्फ शक के आधार पर हिरासत में लिया था| शोभा देवी और उसके पुत्र पर ना तो कोई प्राथमिकी दर्ज है और ना ही किसी ने उनके खिलाफ को आरोप दाखिल किया है|
चार दिन पुलिस हिरासत में उसकी अंतत: मौत हो गई। उसकी मौत को पुलिस आत्मह्त्या बता रही है| पुलिस का कहना है कि शोभा देवी ने शौचालय में गमछे से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली है| यहाँ सवाल यह है कि पुलिस हिरासत में महिला के साथ ऐसा क्या हुआ, जिसके बाद उसने अपनी जिंदगी खत्म करने का फैसला कर लिया। दूसरी तरफ मृतिका के परिजन पीट कर ह्त्या करने का आरोप पुलिस पर लगा रहे है| उनका कहना है कि पुलिस ने चार दिनों तक हिरासत में रखकर शोभा देवी की पीट पीट कर ह्त्या कर दी| वे थानाध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं|
भोजपुर के पीरो थानान्तर्गत मोथी गांव निवासी ग्रामीण चिकित्सक मंतोष कुमार आर्य की हत्या के मामले में पुलिस ने महिला के अलावे उसके एक बेटे और हत्याकांड के नामजद अभियुक्त रजेयां गांव निवासी वीरेंद्र राम को आठ सितंबर से ही हिरासत में रखा गया था। मृतक मंतोष कुमार के तीन चचेरे भाइयों मंजय कुमार, अरविंद कुमार व नीरज कुमार को संदेह के आधार पर पुलिस ने नौ सितंबर को मोथी गांव स्थित उनके घर से पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ये तीनों युवक भी चार दिन से पुलिस की हिरासत में थे।
मृतिका शोभा देवी चार जवान बेटों, विकास कुमार, आकाश कुमार, प्रकाश कुमार तथा मंगल कुमार तथा एक बेटी पुतुल कुमारी की मां थी। दो बेटे गुजरात के राजकोट में प्राइवेट जाब करते हैं। बेटी की शादी हो चुकी है। पुलिस को शक था कि महिला ग्रामीण चिकित्सक मंतोष कुमार आर्य की हत्या में शामिल है। इस मामले में एसपी विनय तिवारी ने पीरो डीएसपी अशोक कुमार आजाद की जांच रिपोर्ट के आधार पर पीरो थानाध्यक्ष अशोक कुमार चौधरी, ओडी ऑफिसर तथा थाने में तैनात तीन महिला पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. उन्होंने बताया कि घटना की न्यायिक जांच भी करायी जायेगी।
जांच रिपोर्ट में दोषी पाये जाने वाले पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी| एसपी ने बताया कि हत्या के मामले में पूछताछ के लिये महिला को पुलिस को हिरासत में लिया गया था। पूछताछ के दौरान हत्या में उसकी संलिप्ता भी सामने आयी थी। शनिवार की सुबह उसने बाथरूम में खुदकुशी कर ली। इस मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आ रही है। सदर अस्पताल के सिविल सर्जन सह प्रभारी अधीक्षक डा एलपी झा के निर्देश पर चार सदस्यीय डाक्टर की टीम गठित कर मजिस्ट्रेट की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम कराया गया तथा उसकी विडियोग्राफी भी हुयी।
पंखे से लटका मिला विवाहिता का शव, पति सहित तीन गिरफ्तार
आरा : भोजपुर के उदवंतनगर थानान्तर्गत पियनिया गांव में बिगत रात्री पंखे से लटका एक विवाहिता का शव बरामद हुआ। उदवंतनगर थाना इंचार्ज ज्योति कुमारी घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। मृतका पियनिया गांव निवासी हरिओम तिवारी कि 30 वर्षीया पत्नी ब्यूटी तिवारी उर्फ बुची है।
मृतका के भाई व बंगाल पुलिस का जवान राकेश दुबे ने उसके पति एवं दो देवरों पर दहेज को लेकर फांसी लगाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। उसने बताया कि बक्सर जिले के ब्रह्मपुर थानान्तर्गत देवकुली गांव निवासी राज नारायण तिवारी ने अपनी पुत्री ब्यूटी तिवारी उर्फ बुची की शादी उदवंतनगर थानान्तर्गत पियनिया गांव निवासी स्व.केदारनाथ तिवारी के पुत्र हरिओम तिवारी से 2 मई 16 को हुई थी। उसके पिता ने आरा में जमीन खरीदा है। जिसको लेकर उसका पति उस पर जमीन लिखवाने हेतु अक्सर मारपीट करता था। जिसकी शिकायत उसने कई बार मायके वालों से भी की थी। उसने बताया कि वह इसी वर्ष दो मई को अपने मायके आयी थी और करीब एक महीने तक वहीं थी। उसी दरम्यान उसका देवर हरिओम तिवारी उसे लेने उसके मायके गया। तब पंचायती कर उसे वापस अपने घर ले आया।
कल दोपहर उसने मायके में फोन किया और उसने बताया कि उसका पति मायके वालों से पैसे मांगने हेतु बना रहा है। इसी वजह से दोनों के बीच झगड़ा हुआ है। उसी दिन शाम उसके ससुराल के ही एक व्यक्ति ने फोन पर मृतका के परिजनों को सूचना दी कि उसके ससुराल में कुछ ठीक नहीं है। सूचना पाकर मृतका के परिजनों ने उसके मोबाइल पर करीबन 20 कॉल किया।लेकिन उसका फोन नहीं उठा। जिसके बाद परिजन घबरा गए और फौरन उसके ससुराल पहुंचे। जब वह उसके ससुराल पहुंचे तो उन्होंने उसके घर के सभी दरवाजे बंद पाया। जिसके बाद परिजनों इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। सूचना मिलते ही स्थानीय थाना मौके पर पहुंचा और दरवाजा खुलवाया तो मृतका का पति एवं देवर भागने लगे जिन्हें पुलिस ने खदेड़ कर गिरफ्तार कर कर लिया। मृतका के पिता राज नारायण तिवारी के बयान पर पति हरिओम तिवारी, उसके दो भाई श्रीओम तिवारी एवं हरेराम लाल तिवारी पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है।
शराब की तस्करी रोकने को जिले की सीमा पर वाहन चेकिंग तेज
आरा : भोजपुर में पंचायत चुनाव स्वच्छ एवं निष्पक्ष तरीके से संपन्न कराने को लेकर शराब की तस्करी रोकने को लेकर पुलिस ने जिले की सभी सीमा पर स्थित चेक पोस्ट पर चौकसी बढ़ा दी है। वाहन चेकिंग भी तेज कर दी गयी है। सीमावर्ती जिले की पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर वाहनों पर नजर रखने और चेकिंग करने की रणनीति तैयार की जा रही है।
खासकर यूपी के बलिया और झारखंड के रोहतास व अरवल के रास्ते होने वाली शराब की तस्करी रोकने पर काफी सक्रिय है। इसे लेकर भोजपुर एवं बलिया एसपी के बीच बातचीत भी हुई है। गंगा और सोन नदी के जरिये शराब तस्करी पर भी पुलिस की पैनी नजर है। इसे लेकर पुलिस सोन और गंगा में भी पेट्रोलिंग की तैयारी कर रही है। भोजपुर पुलिस को पंचायत चुनाव प्रभावित करने के लिये शराब बांटे जाने की खबर मिली। इसके लिये अन्य राज्यों से शराब की खेप मंगाये जाने की भी सूचना है।
भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि शराब तस्करी रोकने को लेकर पुलिस सतर्क रहती है। चुनाव को लेकर चौकसी बढ़ा दी गयी है। जिले की सभी सीमा और चेक पोस्ट पर वाहन चेकिंग की जा रही है। इसमें सीमावर्ती जिले की पुलिस की भी मदद ली जा रही है। बलिया एसपी से भी इस मुद्दे पर बात हुई है। कहा की चुनाव के समय सीमा सील कर की जायेगी। कहा कि हर हाल में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराया जायेगा। चुनाव और वोटरों को प्रभावित करने वालों पर पूरी नजर रखी जा रही है|
आरा के प्राचीन चित्रगुप्त मन्दिर में अतिक्रमणकारियों व असामाजिक तत्वो ने मुख्य द्वार पर लगाया ताला
आरा : भोजपुर मुख्यालय आरा के बाबू बाजार में लाला बेनी प्रसाद द्वारा 1897 में निर्मित चित्रगुप्त मंदिर परिसर को असामाजिक तत्वो ने अतिक्रमण कर परिसर के मुख्य रास्ते पर लोहे का स्थायी गेट लगाकर मंदिर और मंदिर परिसर पर पूरी तरह कब्जा कर लिया है तथा इस मन्दिर का नाम बदलने को प्रयास कर रहे है जिसे लेकर कायस्थ समाज मे जबरदस्त आक्रोश उमड़ है।
कायस्थ समाज के प्रतिनिधियों ने कहा है कि कायस्थ समाज के आराध्य देव भगवान चित्रगुप्त के मंदिर पर असामाजिक तत्वो के कब्जे से कायस्थों की आस्था और विश्वास को गहरी चोट पहुंच रही है। इसे किसी भी कीमत पर कायस्थ समाज बर्दास्त नहीं करेगा| अतिक्रमणकारी और असामाजिक तत्वों द्वारा अति प्राचीन चित्रगुप्त मंदिर में पूजा अर्चना को लेकर जा रहे कायस्थ समाज के लोगों के साथ अतिक्रमणकारियों द्वारा मारपीट करने की कोशिश और मन्दिर में प्रवेश करने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
इसे लेकर चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति,बाबू बाजार आरा के मुतवली एवं पदाधिकारियो ने स्थानीय नगर थाना को आवेदन देकर मन्दिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर लगाये जा रहे लोहे के स्थायी गेट को रोकने की दिशा में कार्रवाई करने की मांग की है।थाना को सूचना दिए जाने के बाद भी किसी तरह की कार्रवाई नही किये जाने और अतिक्रमणकारियों और असामाजिक तत्वो द्वारा अति प्राचीन चित्रगुप्त मन्दिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर गेट लगाकर मन्दिर में प्रवेश रोक दिए जाने की घटना में संलिप्त असामाजिक तत्वो पर कार्रवाई करने और गेट हटाने की मांग को लेकर चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति,बाबू बाजार की तरफ से एक आवेदन भोजपुर के एसपी को भी दिया है|
शनिवार को आरा आगमन पर बिहार सरकार के विधि मंत्री प्रमोद कुमार से चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति और कायस्थ समाज के प्रतिनिधियों ने मिलकर चित्रगुप्त मन्दिर में अतिक्रमण कर रह रहे असामाजिक तत्वो और अतिक्रमणकारियों द्वारा मन्दिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर स्थायी गेट लगाकर मन्दिर में प्रवेश रोक दिए जाने की जानकारी दी। इस बात की जानकारी होते ही विधि मंत्री ने तुरन्त भोजपुर के जिलाधिकारी को अतिक्रमणकारियों और असामाजिक तत्वों द्वारा मन्दिर के मुख्य रास्ते पर स्थायी गेट लगाकर प्रवेश रोके जाने के मामले में कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति के मुतवली और पूर्व वार्ड पार्षद दिनेश प्रसाद मुन्ना,मंदिर प्रबन्ध समिति के पदाधिकारी दिनेश प्रसाद सिन्हा, प्रो.डॉ. सच्चिदानंद सहाय,डॉ. संदीप कुमार,दिलीप कुमार श्रीवास्तव सहित दर्जनों प्रतिनिधियों ने विधि मंत्री से मुलाकात की तो मंत्री ने डीएम से इस मामले में तुरन्त एक्सन लेने को कहा और मन्दिर प्रबन्ध समिति के प्रतिनिधियों को कार्रवाई में देर होने पर दो तीन दिन बाद डीएम से मिलने की सलाह दी।
इस बीच चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति,बाबू बाजार के पदाधिकारियो ने रविवार को बाबू बाजार स्थित हनुमान मंदिर के प्रांगण में एक बैठक की जिसमे कायस्थ समाज के कई प्रतिनिधि शामिल हुए।सबने एक स्वर से अति प्राचीन चित्रगुप्त मन्दिर को असामाजिक तत्वो से अतिक्रमण मुक्त करने,मन्दिर के मुख्य रास्ते पर दो तीन दिन पहले लगाए गए लोहे के गेट को हटाने,अतिक्रमणकारियों व असामाजिक तत्वो से मंदिर परिसर को खाली कराने और मन्दिर में पूजा अर्चना के लिए आने जाने वाले भक्तों व श्रद्धालुओ की सुरक्षा बहाल करने की जिला व पुलिस प्रशासन से मांग की। प्रबन्ध समिति के सदस्यों ने स्थानीय नगर थाने की पुलिस की लापरवाही से प्रवेश द्वार पर गेट लगाने और नगर थाना द्वारा असामाजिक तत्वो को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए एसपी से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
कार्रवाई नही होने पर चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति और कायस्थ समाज ने आंदोलन करने की भी चेतावनी दी है। चित्रगुप्त मन्दिर प्रबन्ध समिति के मुतवली दिनेश प्रसाद मुन्ना ने बताया कि आरा शहर के बीचों बीच बाबू बाजार मे लाला बेनी प्रसाद द्वारा बनाये गए चित्रगुप्त मन्दिर के वक्त ही 17 नवम्बर 1897 को उनके द्वारा एक वक्फनामा(इच्छा पत्र) लिख दिया गया था जिसमे लाला बेनी प्रसाद ने लिखा है कि मंदिर,मन्दिर की भूमि और पूरे संपति के मालिक मन्दिर में स्थित देवी देवता हैं।
मुतवली दिनेश प्रसाद मुन्ना ने बताया कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि मठ और मन्दिरो का स्वामित्व मठ और मन्दिर में विराजमान आराध्य देव और देवतागण ही रहेंगे। बिहार सरकार के विधि मंत्री ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आलोक में मठ मन्दिरो से अतिक्रमण हटाने और अतिक्रमित मठ मन्दिरो की सूची सभी जिलों के जिलाधिकारियों से मांगा है ताकि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अक्षरशः पालन कराने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई की जा सके और मठ मन्दिरो को अतिक्रमण मुक्त किया जा सके।
पांच अपराधकर्मियों पर नोटिस
आरा : बिहार अपराध नियंत्रण अधिनियम 1981 की धारा 3 (3) के तहत न्यायालय जिला दंडाधिकारी -सह- जिला पदाधिकारी द्वारा 05 अपराध कर्मी पर नोटिस निर्गत की गयी है। इनमे तरारी थानान्तर्गत स्व राम सकल सिंह के पुत्र रवि कुमार यादव, पीरो थानान्तर्गत केशवा गाँव के मोहम्मद कयूम अंसारी उर्फ़ गुड्डू जोहर अंसारी, हसन बाज़ार ओपी अंतर्गत हरैया गाँव के दीनानाथ के पुत्र दीपक यादव उर्फ़ नेपाली, तरारी थानान्तर्गत करत गाँव के स्व भोला सिंह के पुत्र मुकुल सिंह तथा तरारी थानान्तर्गत बडकागाँव के करमु राम के पुत्र शंकर राम है|
राजीव एन अग्रवाल की रिपोर्ट