ज्वेलरी शॉप में लूटकांड के खिलाफ माले का प्रतिरोध सभा
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नगर थानान्तर्गत गोपाली चौक स्थित ज्वेलरी शॉप लूट कांड के खिलाफ भाकपा माले ने आज प्रतिरोध सभा की। अबरपुल पर आयोजित प्रतिरोध सभा के माध्यम से अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की गयी है। मार्च में लघु व्यवसाई संघ भी शामिल था। मार्च का नेतृत्व महागठबंधन समर्थित भाकपा माले आरा विधान सभा के प्रत्याशी क्यामुद्दीन अंसारी और मो फैज उर्फ राजन और बब्लू गुप्ता ने किया।
माले राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि अतिव्यस्त गोपाली चौक पर शाम में अपराधियों द्वारा स्वर्ण व्यवसाइयों की दुकान लूट ली गयी। लूटकांड स्थल के दोनों तरफ करीब 100 गज की दूरी पर पुलिस मौजूद थी, पर हरकत में नहीं आ सकी। उन्होंने कहा कि भाजपा नीतीश राज में अपराध तेजी से बढ़ा है। अपराधी बेखौफ होकर लूटपाट कर रहे हैं और पुलिस देखती रह जाती है।
माले नेता ने कहा कि पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार करे और व्यवसाईयों पर हो रहे हमले को रोके अन्यथा एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जायेगा। माले नेता राजन ने कहा कि पुलिस व्यवसाईयों को सुरक्षा प्रदान करने में विफल रही है। लघु व्यवसाई संघ के बब्लू गुप्ता ने कहा कि अपराधियों की गिरफ्तारी तक आंदोलन जारी रहेगा। सभा में लघु व्यवसाई संघ के संयोजक महेन्द्र सिंह, माले के मो. इजहार, रेयाजुद्दीन, मो. राज, अखतर कुरैशी, आकाश कुमार, नीरज कुमार, मो. राजा, ढेमन पड़ित और गौस राजा थे।
इसी बीच भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने कहा कि गोपाली चौक स्थित शुक्ल मार्किट की दो सोने की दूकानों से सोमवार की देर शाम करीब 13 लाख के गहनों की लूट हुयी थी| इस लूट काण्ड के उद्भेदन के लिए गठित 9 सदस्यीय पुलिस टीम ने अपराधियों की पहचान कर ली है तथा शीघ्र ही अपराधी सलाखों के पीछे होंगे| उन्होंने बताया कि दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछ-ताछ की जा रही है|
बैटरी चोरी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार
आरा : भोजपुर जिले में कोईलवर थानान्तर्गत सुरौन्धा कॉलोनी में बीते 4 अगस्त को बैटरी चोरी के आरोप में पकड़े गए चार आरोपियों ने व्यक्ति से मारपीट करने के बाद उसके प्राइवेट पार्ट में कथित तौर पर पेट्रोल डाल दिया गया था. घटना की जानकारी मिलने के साथ ही भोजपुर के एसपी विनय तिवारी ने तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया था. इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कार्रवाई करते हुए सोनू खान नामक मुख्य आरोपी को कोइलवर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया।
बता दें कि 4 अगस्त को कोइलवर सुरौधा कॉलोनी में स्थानीय निवासी सोनू खान ने बैट्री चोरी के आरोप में चार लड़कों को पकड़ मारपीट कर प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाल दिया गया था. प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालने के मामले में स्थानीय थाना में एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी जिसमें मुख्य आरोपी सोनू खान को बनाया गया था।
भोजपुर में बाढ़ से बिगड़े हालात, तटबंध बना आश्रयस्थल
आरा : बाढ़ और लगातार हो रही वारीश कारण घरबार छोड़कर तटबंध पर शरण लिए विस्थापित परिवारों की परेशानियों को बढ़ा दी है। दामोदरपुर के समीप बक्सर-कोईलवर सुरक्षा तटबंध पर बाढ़ के कारण पलायन कर आये परिवार बारिश के कारण ठीक तरीके से खाना भी नही बना पा रहा है। विस्थापित लोगो के अनुसार चिमकी और खर-पतवार की झोपड़ी किसी तरह से बनाकर परिवार रह रहा है लेकिन बारिश के कारण ईंधन की किल्लत हो गई। लिहाजा खाना जैसे-तैसे बनाकर लोगो खाने को मजबूर हो रहे है।
बांध पर रहने वालों लोगो सरकार से राहत की मांग कर रहे है। गरीब जो प्रत्येक दिन काम कर अपने परिवार का जीविका चलाते थे बाढ़ के कारण मजदूरी भी नही मिल रही है। अब तो हाल यह है कि परिवारों के घरों के खाद्यान्न खत्म होने को है तो पशुओं के चारे भी। ऐसे में यदि बाढ़ से प्रभावित व विस्थापित परिवारों के लिए राहत कार्य नही चलाये जाते है तो भूखे रहने की नौबत आ सकती है। सड़को पर बाढ़ का पानी भरने से अंचल क्षेत्र के तकरीबन आधे से ज्यादा गांवों का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालय से कट गया है। लोगो कोसो बाढ़ का पानी पार कर अपने गंतव्यों तक पहुंचना पड़ रहा है।
बक्सर-कोईलवर सुरक्षा तटबंध गंगानदी के तटीय इलाकों के गांवों के लिए बाढ़ के समय आश्रयस्थल बन चुका है। तटबंध पर लालू के डेरा गांव के समीप माधोपुर, मरचइया, सईया, रमकरही गांव के लोग आश्रय लिए हुए है। वही दामोदरपुर के समीप जवइनिया, दामोदरपुर, गंगापुर, नंदपुर तथा भुसहुला गांव के सैकड़ो लोग अपने परिवार व मवेशियों के साथ घरबार छोड़कर आश्रय लिए हुए है।
बाढ़ के पानी के बढ़ने के साथ ही बिजली विभाग द्वारा विधुत आपूर्ति को लगाए गए कुछ ट्रांसफॉर्मर तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। जिसके मद्देनजर विधुत विभाग द्वारा कुछ इलाकों की बिजली की आपूर्ति बंद कर दी गई है। शाहपुर सीओ पंकज कुमार झा ने नाव से कर्मियों के साथ क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों का जायजा लिया। सीओ द्वारा तटबंध पर शरण लिए 80 परिवारों को पॉलीथिन शीट दिया गया। सीओ ने बताया सरकारी स्तर से 7 नाव का परिचालन कराया जा रहा है।
बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगो द्वारा आलू व प्याज, दाल, चना की खरीदारी का स्टॉक करने मानो होड़ लग गई है। यही हाल एलपीजी गैस सिलेंडर का है। शाहपुर के आलू व प्याज के व्यवसायी पिंकू गुप्ता के अनुसार पिछले तीन दिनों से आलू व प्याज की बिक्री में अप्रत्याशित रूप से बढ़ी है। लोग थोक में आलू व प्याज खरीदारी कर रहे है। वही किराना दुकान से चना, गुड़ दाल, नमक और मसालों की खरीदारी भी पिछले सप्ताह के मुकाबले ज्यादा बढ़ी है।
शाहपुर स्थित इंद्रावती इंडेन एजेंसी के प्रबंधक अवध किशोर के अनुसार रविवार से गैस सिलेंडर की मांग दोगुना हो गया है। जहां प्रति दिन 400 गैस सिलेंडर मांग रहती थी। बाढ़ के कारण यह मांग अब एक हजार सिलेंडर प्रति दिन हो चुकी है। यही हाल गौरा स्थित महामृत्युंजय गैस एजेंसी के व्यस्थापक कवींद्र ओझा के अनुसार बाढ़ के कारण गैस सिलेंडर का डिमांड पहले से तीन गुना अधिक हो गया है।
भोजपुर जिले में बाढ़ से अब तक शाहपुर अंचल के लच्छुटोला एवं दामोदरपुर पंचायत पूर्ण रूप से प्रभावित हैं। वही बहोरनुपर, सुहियां, गौरा एवं करजा पंचायत आंशिक रूप से प्रभावित है। जिले के बड़हरा अंचल अंतर्गत नेकनामटोला, ख्वासपुर, नथमलपुर एवं एकवना पंचायत बाढ़ से आंशिक रूप से प्रभावित हैं। बाढ़ से अब तक जिले के 38 गांव प्रभावित हुएं है। जिला प्रशासन के द्वारा 5 सरकारी एवं 11 निजी नावों का संचालन बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के प्रभावित व्यक्तियों के उपयोग हेतु कराया जा रहा है।
अंचलाधिकारी, बड़हरा एवं शाहपुर को निर्देश दिया गया है कि वे बाढ़ ग्रसित पंचायतों में प्रभावित आबादी को आवश्यकता के अनुरूप सरकारी सहायता उपलब्ध करायेंगे। सभी संबंधित अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि सभी अपने-अपने अंचल क्षेत्रांतर्गत तटबंधों पर सतत् निगरानी रखेंगे, ताकि बाढ़ के बढ़ने की स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके।
शाहपुर एवं बड़हरा के सीओ को निर्देश दिया गया कि यदि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए आपदा राहत केन्द्र/सामुदायिक रसोई के संचालन सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करेंगे, ताकि आवश्यकता पड़ने पर आपदा राहत केन्द्र का संचालन प्रारंभ किया जा सके।
आरा प्रखंड के 16 पंचायतों को बाढ़ क्षेत्र घोषित करो – क्यामुद्दीन अंसारी
आरा : भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा है कि गंगा नदी की बाढ का पानी आरा प्रखंड के 16 पंचायतों मे फैल गया है उन्होंने कहा कि गंगा नदी उफान पर है तथा बाढ के पानी से आरा शहर के कुछ इलाके मझौवां, उजियार टोला,बिन्द टोली, तरी का सम्पूर्ण क्षेत्र, बघवतपुर सहित ज्ञानपुर भी बाढ़ मे घीर गया है. प्रति दिन बाढ़ का पानी नये गांवों को अपने आगोश मे लेता चला जा रहा है। आरा प्रखंड की कुछ सड़कों पर पानी चढ़ गया है।जनता की हालत खराब हो रही है।
क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि आरा शहर सहित प्रखंड के 16 पंचायतों को यथाशीघ्र बाढ़ क्षेत्र घोषित कर युद्ध स्तर पर राहत व बचाव कार्य तेज किया जाय क्योंकि बाढ़ पीड़ित लोग खाने के अभाव मे भूखों मर रहे है और अधिकारी-पदाधिकारी सड़कों पर दौड़ रहे है माले नेता ने प्रशासन से मांग की है कि बाढ़ प्रभावित गांवों मे शीघ्र राहत शिविर खोला जाय।नास्ते खाने का प्रबंध हो।सुरक्षित स्थान पर रहने के लिए तंबु की व्यवस्था की जाय। गांवों मे नाव का प्रबंधन हो| झोपड़ियों को चुने से बचाने के लिए प्लास्टिक का प्रबंध किया जाय। बाढ़ से घिरे गांव के लोगों को रात मे रौशनी के लिए मोमबत्ती दी जाए।
भाकपा माले नेता क्यामुद्दीन अंसारी ने जिला प्रशासन से मांग की है कि सलेमपुर,धमार,धोबहां,और सरैयां में मेडिकल टीम रखा जाय जिससे बाढ पीड़ितों का समय पर इलाज हो सके। भाकपा माले नेता ने आरा विधानसभा के गांवों मे जाकर बाढ़ का जायजा लिया, आरा सलेमपुर डायवर्शन पर पानी चढने वाला है जो जानलेवा साबित होगा। नीतीश भाजपा राज मे बाढ पूर्व खुब बाढ से निपटने की योजना बनायी गयी पर कोई काम नहीं हुआ और बाढ आने पर सरकार सहित सभी आला अधिकारियों के हाथ पांव फुल गए है पुरे इलाके में कहीं भी रिलिफ का काम शुरु नहीं हो सका है|
आरा शहर के प्रवेश द्वार पर ही फेंका जा रहा कचड़ा
आरा : सरकार की ओर से देशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है तो दूसरी तरफ सफाई के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाने के बावजूद गंदगी का अंबार दिख रहा है. सरकार ने जिसके ऊपर जिले को स्वच्छ रखने का जिम्मा दिया है वही सड़क किनारे कूड़े का अंबार लगाता फिर रहा है. आरा नगर निगम के पास डंपिंग ग्राउंड नहीं होने के कारण आरा-बक्सर मुख्य मार्ग पर ही कूड़ा फेंका जा रहा है. जिस कारण रास्ते से गुजर रहे लोगों की परेशानियां बढ़ गई है।
शहर के तीन मुख्य जगहों से प्रवेश द्वार पर कचड़ा फेंक कर बाहर से आने वाले लोगों का स्वागत कचड़े की दुर्गंध करती है. 45 वार्ड के आरा नगर निगम के पास बीते कई सालों से डंपिंग यार्ड नहीं है. जिस वजह से आरा के बाइपास सड़कों को ही डंपिंग यार्ड निगम के द्वारा बना लिया गया है.देखें वीडियोबता दें कि पटना-आरा बाइपास से सपना सिनेमा मोड़ पर कचड़ा फेंका जाता है।
आरा-बक्सर बाइपास में जहां आरा की शुरुआत होती है, वहां कचड़ा फेंका जा रहा है. साथ ही आरा-शलेमपुर मुख्य मार्ग मझौवा पुल पर भी निगम के द्वारा कचड़ा गिराकर रास्ते की सूरत बिगड़ दी गई है. कुल मिलाकर आरा शहर में जहां से भी आप प्रवेश करेंगे. वहां आपको सैकड़ों क्विन्टल कचड़ा और उसका बर्दाश्त नहीं होने वाला दुर्गन्ध आपका स्वागत करेगा.आपको बताते चलें कि आरा नगर निगम अंतर्गत 45 वार्डों की सफाई के लिए हर महीने लगभग 14 लाख रुपये खर्च आते हैं।
वहीं इसको साल में तब्दील करें तो लगभग एक करोड़ 68 लाख रुपये आरा शहर की साफ-सफाई पर खर्च होते हैं. इतनी बड़ी रकम खर्च होने के बावजूद आरा शहर को अंदर और बाहर नरक बनाया गया है. इसके अलावे शहर को साफ करने के लिए 625 मजदूर नगर निगम के पास मौजूद हैं. साथ ही शहर को साफ करने और कूड़ा-कचड़ा उठाने के लिए कुल 62 छोटी-बड़ी गाड़िया है. जिसमें रोबोट जेसीबी बड़ी जेसीबी और कचड़ा ढोने वाली मालवाहक गाड़िया हैं.आरा के लिए नासूर बने इस समस्या पर इन सभी रास्तों से आने जाने वाले राहगीरों ने भी चिंता जाहिर की और कहा कि कोरोना से आरा में कोई मरे या ना मरे लेकिन आने वाले दिनों में कचड़े की दुर्गंध से जरूर मर जाएगा।
शहर को साफ करने के चक्कर में आरा के आसपास के गांवों को गंदा किया जा रहा है. ये एक विकट समस्या है, जिसका जल्द से जल्द नगर निगम प्रशासन द्वारा समाधान निकलना चाहिए.इस बाबत आरा नगर निगम के नगर आयुक्त के प्रभार में आरा सदर एसडीएम वैभव श्रीवास्तव से चर्चा की गई, तो उन्होंने बताया कि डंपिंग यार्ड के लिए जिला प्रशासन के द्वारा नगर निगम प्रशासन को जमीन चिन्हित करने को कहा गया था. लेकिन नगर निगम के द्वारा नहीं किया जा सका है. एक बार फिर से नगर निगम के द्वारा जमीन चिन्हित किया जा रहा है. जैसे ही जमीन मिलेगी उस पर कानूनी प्रक्रिया पूरी कर उसे डंपिंग यार्ड बनाया जायेगा।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट