बच्चों और ससुर के सामने ही कर दिया पत्नी का कत्ल
आरा : भोजपुर जिला के धोबहां ओपी अंतर्गत देवड़ी गांव में पति ने अपने बच्चों तथा ससुर के सामने सोमवार की देर शाम ही चाकू से गोद पत्नी को मार डाला। मृत महिला देवड़ी गांव निवासी अख्तर अंसारी की 32 वर्षीया मुन्नी खातून थी। वह सोमवार को मायके से ससुराल आयी थी। घटना का कारण पति-पत्नी का आपसी झगड़ा बताया जा रहा है। पुलिस ने पति को गिरफ्तार कर लिया है तथा मौक़ा-ए वारदात से चाक़ू भी बरामद कर लिया है|
शव का पोस्टमार्टम आरा सदर अस्पताल में कराया गया| पुलिस ने मृतिका के पिता मैजुद्दीन उर्फ़ डोमन के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की छान-बीन शुरू कर दी है| ओपी इंचार्ज विपुल कुमार ने बताया कि करीब 6 माह पहले मुन्नी खातून मायके गयी थी। दामाद के बुलाने पर सोमवार को मैनुद्दीन बेटी और दोनों बच्चों एहसान अंसारी तथा रेशमा परवीन को पहुंचाने आये थे। बेटी और बच्चों के घर में घुंसते ही दामाद ने चाकू घोंप दिया। इससे मुन्नी खातून की मौत हो गयी।
मैनुद्दीन उर्फ डोमन ने दामाद पर बेटी को धोखे से बुलाकर हत्या करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि सोमवार की सुबह उनके दामाद ने बेटी को फोन पर तबीयत खराब होने की बात कही। कहा कि उसके मुंह से खून आ रहा है। तुम जल्दी आ जाओ। खबर सुनकर वह उनके साथ अपने ससुराल पहुंची। ससुराल पहुंचने पर दामाद ने उनकी आंखों के सामने ही चाकू मार डाला। उन्होंने बेटी को बचाने का प्रयास किया, लेकिन बचा नहीं सके। उन्होंने बताया कि पहले दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। मृतिका का बेटा एहसान अंसारी ने भी पिता पर धोखे से मां को बुलाने और हत्या का आरोप लगाया है। बताया कि वह अपनी बहन और मां के साथ ननिहाल में पिछले 6 माह से रह रहा था।
सोने-चांदी के जेवरों की लूट
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा के नगर थाना थानान्तर्गत गोपाली चौक स्थित शुक्ला मार्केट में दो स्वर्ण दुकानों एपी ज्वेलर्स तथा जे के ज्वेलर्स से हथियारबंद लूटेरों ने लगभग पौने बारह लाख के सोने-चांदी के जेवरों की लूट की है। लुटेरों ने फायरिंग कर जेके ज्वेलर्स के मालिक जयंत कुमार को हल्ला करने से रोकनी की कोशिश की पर फायरिंग नही हो पाने से जयंत कुमार की जान बच सकी|
नगर थानान्तर्गत अबरपुल निवासी प्रेमशंकर प्रसाद के पुत्र जयंत कुमार ने बताया कि लगभग 10 की संख्या में रहे नकाबपोश लूटेरों ने हथियार के बल पर 10 किलोग्राम चांदी जिसकी कीमत लगभग 5 लाख रुपये थी लूट ली। जयंत कुमार ने हल्ला करने की कोशिश की तभी एक लूटेरे ने फायरिंग कर दी हालांकि फायरिंग नही हो पायी जिसके कारण वो बाल-बाल बच गए।
वही एपी ज्वेलर्स के मालिक आरा नगर थानान्तर्गत रामगढ़िया निवासी शम्भू प्रसाद के पुत्र अरुण कुमार ने बताया कि उनकी दुकान से भी 100 ग्राम सोने के साथ एक 15 ग्राम की सोने की चेन एवं थोड़े चांदी के जेवर एवं नगद लगभग 50 हजार रुपये लूटेरों ने लूट लिया। दुकान के मालिक ने बताया कि कुल लगभग पौने सात लाख की लूट की गई है। इस दौरान लूटेरों का पीछा करना दुकानदारो ने सोचा तो लूटेरों ने एक छोटे से बैग जिसमें कुछ चांदी के जेवरात थे फेंकते हुए फायरिंग करते ब्राहमण टोली के रास्ते भाग निकले।
आरा नगर थानाध्यक्ष शम्भू प्रसाद भगत एवं नवादा थानाध्यक्ष संजीव कुमार दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंच जांच में जुट गए। आरा नगर थाना क्षेत्र के चौक स्थित शुक्ला मार्केट में लगे सीसीटीवी फुटेज को चेक कर पुलिस लूटेरों को पकड़ने में लगी है। शहर के टाउन थाना क्षेत्र के गोपाली चौक स्थित सोना-चांदी के दो दुकानो में हथियारबंद अपराधियों ने धावा बोलकर लाखों रुपए के आभूषण लूट लिए।
लूट की इस वारदात से इलाके में सनसनी मच गई। घटना को अंजाम देने के बाद सभी अपराधी भाग निकले। हालांकि इस दौरान दूकान के स्टाफो ने अपराधियों का पीछा किया। लेकिन सभी फायरिंग करते हुए पैदल ही ब्राह्मण टोली के रास्ते निकल गये। सूचना पाकर सदर एसडीपीओ एवं नगर थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर छानबीन में जुट गई है।
बता दें कि एक माह पूर्व ही नवादा थाना क्षेत्र के पकड़ी सर्किट हाउस के समीप हथियारबंद लुटेरों ने एक आभूषण दुकान से लाखों रुपए के जेवर लूट लिया था। हालांकि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 48 घंटे में ही कांड का उद्भेदन कर लूटे गए सोना को बरामद कर लिया था और लूट कांड में शामिल अपराधियो को गिरफ्तार कर लिया था।
नाबालिग चालकों के अभिभावकों का लाइसेंस किया जाएगा निरस्त
आरा : नाबालिग युवकों एवं युवतियों के बाइक चलाने पर पकड़े जाने पर जुर्माना की जगह अब उनके अभिबावाकों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करेगी| एसपी विनय तिवारी के आदेश मिलने के बाद पुलिस मंगलवार से सड़कों पर नाबालिग चालकों से लाइसेंस और वाहन के कागजात की मांग करती दिखी| लाइसेंस उपलब्ध नहीं कराने पर पुलिस नाबालिग को कुछ नहीं करेगा। पुलिस वाहन का नंबर नोट कर सीधा उसके अभिवावक का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई करेगी|
बता दें कि शहर में बहुत ऐसे अभिभावक है जो अपने बच्चों को कम उम्र में ही बाइक दे देते हैं। लाइसेंस नहीं होने से बच्चे मनमर्जी तरीके से सड़कों पर बाइक दौड़ाते नजर आते हैं, कभी लहरिया कट तो कभी बीच सड़क पर स्टंट कर लोगों को भी डरा देते हैं। इससे कई बार हादसा भी हो जाता है। एसपी विनय तिवारी ने मंगलवार से यह नियम लागू करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं| चार चक्का वाहन तथा टेम्पो की कमान तो आजकल आरा शहर में खासकर नाबालिगों के हाथ में है जिससे सड़क जाम तथा गुन्दागार्दी आये दिन होती रहती है|
शाहपुर नगर पंचायत के मुख्यपार्षद पर पार्षदों ने लाया अविश्वास प्रस्ताव
आरा : भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत के मुख्य पार्षद पर पार्षदों द्वारा अविश्वास प्रस्ताव नगर पंचायत की वार्ड संख्या 10 की महिला पार्षद जुगनू देवी के नेतृत्व में लाया गया| अविश्वास प्रस्ताव का आवेदन नगर पंचायत कार्यालय में मुख्य परिषद के साथ-साथ उस की प्रतिलिपि कार्यपालक पदाधिकारी को दी गई। नपं के 8 वार्ड पार्षदों द्वारा हस्ताक्षरित अविश्वास प्रस्ताव के आवेदन दिया गया।
आवेदन में मुख्य पार्षद पर नियमित रूप से बैठक नहीं कराने, संचिकाओं को बेवजह रोक कर नगर पंचायत के विकास कार्य को बाधित करने की बाते कही गई है। साथ-साथ सशक्त स्थाई समिति की बैठक भी समय नहीं कराने का आरोप लगाया गया। वार्ड संख्या 10 की महिला पार्षद ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद कहा कि मुख्यपार्षद व उपमुख्यपार्षद अब अकेले रह गए है। इससे समझा जा सकता है कि नपं में वार्ड पार्षदों के बीच माहौल क्या है।
अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले वार्ड पार्षदों में वार्ड 10 की पार्षद जुगनू देवी, वार्ड 1 के धर्मपाल पासवान, वार्ड 2 के मो. मुख्तार शाह, वार्ड 3 की बसंती देवी, वार्ड 6 के विवेक कुमार, वार्ड 7 की संध्या देवी, वार्ड 8 की आनंदी देवी तथा वार्ड 11 की देवान्ति देवी शामिल है। विदित हो कि शाहपुर नगर पंचायत में कुल 11 वार्ड पार्षद है।
अभिनव शंकर थे स्वामी करपात्री जी महाराज–आचार्य भारतभूषण
आरा : अखिल भारतवर्षीय धर्मसंघ एवं रामराज्य परिषद् के संस्थापक महान् संन्यासी विचारक धर्मसम्राट् स्वामी करपात्री जी महाराज की जयंती के अवसर पर श्रीसनातन शक्तिपीठ संस्थानम् के तत्त्वावधान में आज ऑनलाइन राष्ट्रीय गोरक्षा-दिवस का आयोजन किया गया।इस राष्ट्रीय वेबिनार कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के अध्यक्ष पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी के शिष्य एवं स्वामी करपात्री जी महाराज के प्रशिष्य आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने की। विशिष्ट वक्ता के रूप में पूर्व आईपीएस अधिकारी अरुण कुमार उपाध्याय (भुवनेश्वर), डॉ. अरुणेश्वर झा (कोलकाता), आचार्य रामकुमार शर्मा (दिल्ली), डॉ.परमेश्वर दत्त शुक्ल (काशी) ने भाग लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महंत रामकिंकर दास जी महाराज (बड़ी मठिया,आरा) ने कहा कि स्वामी करपात्री जी महाराज ने वेदों और शास्त्रों का भाष्य किया तथा ऊँची तपस्या की और सम्पूर्ण विश्व में वैदिक संस्कृति तथा सनातन धर्म की सार्वकालिक प्रासंगिकता का प्रकाशन किया। पूर्व आईपीएस अधिकारी तथा वैदिक विज्ञान एवं गणित के प्रसिद्ध विद्वान् अरुण कुमार उपाध्याय (भुवनेश्वर) ने कहा कि स्वामी करपात्री जी ने धर्म का प्रचार, शास्त्रों की मर्यादा की रक्षा और गोवंश की रक्षा हेतु सर्वस्व समर्पित करने वाले महान संन्यासी थे। प्रो. बलिराज ठाकुर (आरा) ने स्वामी जी के ग्रंथों वेदार्थ पारिजात, रामायण मीमांसा और रामराज्य और मार्क्सवाद की विस्तृत चर्चा करते हुए उनकी अप्रतिम मेधा को रेखांकित किया।
अध्यक्षीय भाषण करते हुए आचार्य भारतभूषण पाण्डेय ने कहा कि स्वामी जी सर्व संग परित्यागी महात्मा होते हुए भी अखण्ड भारत में सबसे बड़े संगठन धर्म संघ तथा स्वतंत्र भारत के प्रमुख राजनीतिक संगठन रामराज्य परिषद् के निर्माता थे। उनके द्वारा चलाए गए अभियानों का समाज और राजनीति पर गहरा प्रभाव पड़ा है और सत्ता में बैठे लोगों को सीधा लाभ मिला है। श्रीराम जन्मभूमि जैसे श्रद्धाकेन्द्रों के पुनरुद्धार, मठ-मंदिरों की प्रतिष्ठा, गोवंश की रक्षा और सभी प्राणियों के परम उत्कर्ष के लिए रामराज्य की प्रतिष्ठा के लिए स्वामी करपात्री जी द्वारा चलाए गए अभियान आज भी समाज और राजनीतिक वर्ग के लिए प्राणशक्ति हैं। आचार्य ने कहा कि परतंत्र भारत में यज्ञ लगभग बंद हो गये थे ।
दक्षिण भारत के विद्वानों ने अपने आश्रमों में यज्ञ की पद्धतियों को किसी तरह बचा कर रखा था। स्वामी करपात्री जी ने परतंत्र भारत में कोटिशतमुख होमात्मक यज्ञ किया जिसकी भव्यता से प्रभावित होकर तत्कालीन वायसराय ने हैट उतार कर प्रणाम किया और उस यज्ञ का प्रभाव न केवल देश के लोगों के चिंतन, वैदिक आस्था की दृढ़ता बल्कि स्वतंत्रता संग्राम पर भी पड़ा। स्वामी जी अभिनव शंकराचार्य की तरह लोक में प्रतिष्ठित महान तपस्वी, संन्यासी, आचार्य, संगठक और प्रेरक महात्मा थे जिनकी प्रेरणा आनेवाली पीढ़ियों को विचार, चरित्र और समर्पण का संबल प्रदान करती रहेगी। ने कहा कि वर्ष १९६६ में गोपाष्टमी तिथि पर स्वामी जी के नेतृत्व में दिल्ली मेंआयोजित गोरक्षा सम्मेलन हुआ जिसपर तत्कालीन सरकार ने गोली चलवाकर तमाम साधुसन्तों, श्रद्धालु गृहस्थों को मरवा दिया। स्वामी जी को जेल में डाल दिया गया।
अखण्ड भारत के लिए, कश्मीर के लिए, गोरक्षा के लिए स्वामी जी ने कई बार जेल यात्रा की। सरकार के दमन के बावजूद वे सूर्य की तरह देदीप्यमान रहे और आज भी उनकी प्रभा जगत को आलोकित कर रही है। सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पूरे देश में गोवध बंदी तथा गोवंश की रक्षा के लिए कानून बनाने और पाकिस्तान तथा बांग्लादेश में हिन्दुओं और मंदिरों पर हो रहे लगातार हमलों के विरुद्ध प्रभावी कदम उठाने की मांग की गई।पूरे विश्व में हिन्दुओं की रक्षा के लिए भारत सरकार से प्रभावी रणनीति बनाने की मांग की गई।
स्वागत भाषण राकेश कौल गुरखा (श्रीनगर-कश्मीर), संचालन जगदीश शास्त्री (मुंबई) एवं धन्यवाद ज्ञापन वासुदेवाचार्य (काशी) ने किया। इस अवसर पर अरुण कुमार उपाध्याय (भुवनेश्वर), देवाशीष मुखर्जी और दीप्तेन्दु बराल (कोलकाता), डॉ. अरुणेश्वर झा , आचार्य रामकुमार शर्मा, देश कुमार कौशिक (दिल्ली), दिनेश जिंदल (कुरुक्षेत्र), अनिल शर्मा भारद्वाज, बजरंग सोमरा(जयपुर), पुरुषोत्तम दास फलाहारी (अयोध्या) डॉ.परमेश्वर दत्त शुक्ल,अंजनी तिवारी (वाराणसी), प्रवीण शास्त्री (वृन्दावन),अरविंद सहाय,मृत्युंजय शुक्ल,अवधेश श्रीवास्तव,रामबुझारत वर्मा(गोण्ड),बी. के. रमनारेड्डी (चित्तूर), एम सुधाकर चौधरी (तिरुपति), संगु कृष्णन (चेन्नई), गोपाल भाई पटेल और मयूर जानी (अहमदाबाद),धर्मेन्द्र कुमार ओझा, आशीष शुक्ल (मुंबई)कमलेश्वर तिवारी और मोहित प्रधान (बक्सर)पं मधेश्वरनाथ पाण्डेय, डॉ.सत्यनारायण उपाध्याय,विश्वनाथ दूबे,जनार्दन मिश्र, सत्येंद्र नारायण सिंह,अखिलेश्वर नाथ तिवारी,सियाराम दूबे,उमेश सिंह कुशवाहा (आरा) ने भाग लिया।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट