07 सितंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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सुरक्षित मातृत्व अभियान, अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं का होगा कोविड-19 टीकाकरण

मधुबनी : गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक महीने के 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत शिविर का आयोजन किया जाता है। इस अभियान के तहत जिले की गर्भवती महिलाओं की सदर अस्पताल सहित सभी पीएचसी में शिविर लगाकर स्त्री रोग विशेषज्ञ अथवा एमबीबीएस चिकित्सक द्वारा प्रसव पूर्व जांच की जाती है। साथ ही उच्च जोख़िम गर्भधारण महिलाओं की पहचान कर उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाता है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं को कोविड-19 टीकाकरण से आच्छादित कराया जाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। इस संबंध में कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर जिले के सिविल सर्जन को निदेश दिया है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के दिन अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं का ऑन स्पॉट रजिस्ट्रेशन कर कोविड-19 टीकाकरण कराया जाए| कोविंड–19 टीकाकरण पूर्णत कोविन पोर्टल आधारित है। अतएव गर्भवती, महिलाओं के टीकाकरण के लिए पोर्टल पर ऑन-स्पॉट पंजीकरण के आधार पर टीकाकरण कराया जाय।4 प्रसव पूर्व जाँच प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाता है

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को गुणवत्तापूर्ण प्रसव पूर्व जाँच की सुविधा उपलब्ध कराने के साथ उन्हें बेहतर परामर्श देना है। गर्भावस्था के दौरान 4 प्रसव पूर्व जाँच प्रसव के दौरान होने वाली जटिलताओं में कमी लाता है। सम्पूर्ण प्रसव पूर्व जाँच के अभाव में उच्च जोख़िम गर्भधारण की पहचान नहीं हो पाती। इससे प्रसव के दौरान जटिलता की संभावना बढ़ जाती है। उन्होंने बताया इस अभियान की सहायता से प्रसव के पहले ही संभावित जटिलता का पता चल जाता है। जिससे प्रसव के दौरान होने वाली जटिलता में काफी कमी भी आती है और इससे होने वाली मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में भी कमी आती है।

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गर्भावस्था में ये पांच टेस्ट कराना जरूरी:

•ब्लड टेस्ट•यूरिन टेस्ट•ब्लड प्रेशर•हीमोग्लोबीन

•अल्ट्रासाउंड

उच्च जोख़िम गर्भधारण के कारण

• गर्भावस्था में 7 ग्राम से खून का कम होना

• गर्भावस्था में मधुमेह का होना

• एचआईवी पॉजिटिव होना(एडस पीड़ित)

• अत्यधिक वजन का कम या अधिक होना

• पूर्व में सिजेरियन प्रसव का होना

• उच्च रक्तचाप की शिकायत होना

उच्च जोख़िम गर्भधारण के लक्षण :

• पूर्व की गर्भावस्थाओं या प्रसव का इतिहास

• दो या उससे अधिक बार गर्भपात हुआ हो

• बच्चा पेट में मर गया हो या मृत पैदा हुआ हो

• कोई विकृत वाला बच्चा पैदा हुआ हो

• प्रसव के दौरान या बाद में अधिक रक्त स्राव हुआ हो

• गर्भवती होने से पहले कोई बीमारी हो

• उच्च रक्तचाप

• दिल या गुर्दे की बीमारी

• टीबी या मिरगी का होना

• पीलिया या लिवर की बीमारी

• हाइपोथायराइड से ग्रसित होना

महाअभियान 2.0 कोविड टीकाककरण के दूसरे दिन 185 सत्र स्थलों पर हुआ टीकाकरण

मधुबनी : जिले में कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को शत-प्रतिशत हासिल करने के उद्देश्य से लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी महा-अभियान 2.0 जारी रहा। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने कहा जिले में 2 दिनों में 1.27 लाख लोगों को टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा गया है| लक्ष्य के विरुद्ध प्रथम दिन 76,000 लोगों को टीकाकृत किया गया| दूसरे दिन 185 सत्र स्थलों पर 52,000 डोज के साथ टीकाकरण शुरू किया गया। जिसमे कोवैक्सीन 16,860 व कोविशील्ड 35,980 जिले के पास उपलब्ध थी।

बुजुर्ग से लेकर युवा सभी ने टीकाकरण उत्सव में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लोगों में टीका लगवाने का जुनून इस कदर था कि कई केंद्रों पर सुबह से ही लंबी-लंबी कतारें देखने को मिली। इस अभियान के दौरान सेकेंड डोज लाभार्थियों को प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण किया गया। कोविड-19 टीकाकरण महा अभियान की सफलता को लेकर स्वास्थ्य महकमा भी पूरी तरह से गंभीर रहा। इसको लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों की टीम पूरे दिन अलग-अलग प्रखंडों में निगरानी करती रही। 18 वर्ष एवं इससे अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों को कोविड-19 टीकाकरण से आच्छादित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पूरे राज्य में छह माह छह करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

आमजनों ने टीका लगवाकर निभायी जिम्मेदारी:

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कि आम लोगों ने भी टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचकर टीका लगवाकर खुद और समाज को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभाई है। वैक्सीनेशन की गति यूं ही बरकरार रही तो तीसरी लहर आने से पहले हम सभी लोगों को टीका लगाने में पूर्ण कामयाब भी होंगे। कोविड टीकाकरण अभियान के दौरान सेकेंड डोज पर विशेष जोर दिया गया। सेकेंड डोज से वंचित लाभार्थियों को विशेष रूप से टीकाकरण किया गया।

टीकाकरण केंद्रों पर अधिक से अधिक सेकेंड डोज के ड्यू लाभार्थियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। इस बीच सिविल सर्जन से लेकर डीपीएम, डीआईओ व प्रभरी चिकित्सा पदाधिकारी तक लगातार अभियान की मॉनिटरिंग करते रहे। सत्रों का प्रत्येक स्तर पर सघन अनुश्रवण किया गया। इसके लिए प्रति 3 सत्र पर एक पर्यवेक्षक तथा 10 सत्र स्थलों पर एक सेक्टर पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए थे।

मोबाइल पर कॉल करके लाभार्थियों को दी गयी सूचना:

स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के लिए उनके पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर एसएमएस के साथ-साथ कॉल के माध्यम से सूचित भी किया गया। टीकाकरण महा अभियान में कोविड-19 टीका के दूसरा डोज को विशेष प्राथमिकता देने के लि आंगनवाड़ी सेविका /सहायिका आशा कार्यकर्ता, जीविका दीदियों के द्वारा उपलब्ध कराई गई डीयू लिस्ट के अनुसार डोर डोर टू डोर संपर्क स्थापित कर उन्हें उत्प्रेरित (मोबलाइज्ड) किया गया।

टीकाकरण के लिए दूसरी डोज है जरूरी: 

मधुबनी जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ० एस.के विश्वकर्मा ने कहा कि ऐसे लाभार्थी जिन्होंने कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज लेने से लोग कोरोना वायरस से संक्रमण से पूर्ण तौर पर सुरक्षित हो जाते हैं। उनके शरीर में कोविड- 19 वैक्सीन पहली डोज से विकसित रोग प्रतिरोधक क्षमता का स्तर बना रहे, जिसके लिए सभी लोगों को कोविड- 19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेना बहुत जरूरी है।

बाढ़ के पानी के रेत से एक दर्जन से अधिक पंचायतो के सड़क टूटने से यातायात व्यवस्था अवरुद्ध

मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र के बिस्फी थाना से होते हुए छछुआ होकर घाट भटरा एव सिधासो, सिंधिया पूर्वी एवं पश्चिमी जाने वाली सड़क टूटने से यातायात पूरी तरह अवरुद्ध हो गया है। बिस्फी प्रखंड क्षेत्र में तीन बार आए बाढ़ में तीनो बार टूट गया, जिससे एक दर्जन से अधिक पंचायत के लोगों को प्रखंड एवं अनुमंडल से संपर्क भंग हो गया है। ग्रामीणों ने आम लोगों के सहयोग से एवं आपस में चंदा कर चचरी पुल बनाने का संकल्प लिया और आरंभ भी कर दिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार इस सड़क के माध्यम से एक दर्जन पंचायतों में खाद आपूर्ति द्वारा मिलने वाली अनाज, साग सब्जी की गाड़ी, गैस सिलेंडर की गाड़ी सहित व्यापार करने वाले व्यापारी का समान भी इसी मार्ग से इन पंचायतों में पहुंचता है। वही, दो दर्जन से अधिक गांव बाहर निकलने का कोई चारा नहीं देखकर लोगों ने अपने जरूरतमंद सामानों को लेकर बिस्फी, नुरचक, धजवा बाजार एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बिस्फी आने के लिए चचरी पुल प्रारंभ कर दिया। ग्रामीणों ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र में तीन बार बाढ़ आ चुकी है। लोग लंबे समय से परेशान हैं। जलजमाव एवं सड़क संपर्क भंग होने के कारण पशुओं के लिए चारा नहीं मिल रहा है।

ग्रामीण मो० सहुद एवं मो० मोगल एवं अन्य स्थानीय लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र के लोग 90% किसान है। सभी के दरवाजों पर कोई ना कोई पशु जरूर है, जिससे उनकी जीवन यापन चलती है। तो वही खाने के लिए दुकानदार दुकान से सामान नहीं मिल रहा है, क्योंकि यातायात अवरुद्ध कारण व्यापारी समान नहीं ला पाते हैं। लेकिन प्रशासन इन तीन महीने के अंतराल में कोई कदम नहीं उठाया है, जिससे इनके बीच नाराजगी व्याप्त है।

महिला विकास मंच का पूरा हुआ एक वर्ष का कार्यकाल, महिला शशक्तिकरण के अलावा कई सामाजिक कार्यों में रही उल्लेखनीय भूमिका

मधुबनी : महिला विकास मंच जयनगर मधुबनी टीम की गठन का एक वर्ष आज पूरा हुआ है।इस अवसर पर दीपशिखा सिंह (जिलाध्यक्ष,महिला विकास मंच) ने प्रेस विज्ञप्ति जाती कर अपने सभी सहयोगियों एवं सदस्यगणों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करती हूँ।उन्हीने कहा कि आप लोगों ने हमारा साथ और सहयोग बनाए रखा, जिस कारण सभी के सहयोग से आज एक वर्ष का कार्यकाल पूर्ण हुआ।उन्होंने निवेदन करते हुए कहा कि आपसे अपेक्षा है कि ऐसे ही आने वाले समय मे अपना सहयोग बनाए रखें। आपके सहयोग से हमलोग और मजबूती के साथ महिलाओं के अधिकार एवं सशक्तीकरण के लिए आवाज उठाते रहेंगे।

बता दें कि महिला विकास मंच विभिन्न समयों पर सामाजिक कार्यों जैसे विभिन्न त्योहारों पर भारत-नेपाल सीमा पर तैनात एसएसबी के जवानों के साथ दीवाली,रक्षाबंधन जैसे त्योहार मनाना। महिलाओं के खिलाफ हो रहे अत्याचार और उत्पीड़न के खिलाफ जिले भर में उसको प्रमुखता से समस्याओं को हल करना, सामाजिक कार्य जैसे गरीब लोगों को खाना खिलाना, कोरोना वारियर्स को सम्मान कर उनका उत्साहवर्धन करना इत्यादि।

मौके पर आज माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के सहयोग से जयनगर रेलवे स्टेशन परिसर में केक काटकर गरीबों को खाना खिलाया गया। इस अवसर पर माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के द्वारा इनके सदस्यों को सम्मान भी किया गया।ज्ञात हो कि महज एक साल के कार्यकाल में महिला विकास मंच ने जिलाध्यक्षा दीपशिखा सिंह के नेतृत्व में उन उचाईयों को हासिल किया है, जो वाकई काबिले तारिफ़ है। इस अवसर पर सचिन सिंह, बिमल गुप्ता, शोभा देवी, राधा अग्रवाल, मीनू अग्रवाल, विक्की चौखनी एवं संस्था के अन्य सभी सदस्य मौजूद रहे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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