09 अगस्त : आरा की मुख्य खबरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

युवक की सन्देहास्पद स्थिति में मौत

आरा : भोजपुर जिले के चांदी थानान्तर्गत भदवर में एक युवक की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई. मृतक चांदी थानान्तर्गत भदवर निवासी साधु यादव का 30 वर्षीय पुत्र मुकेश यादव बताया जाता है.घटना की सूचना मिलते ही चांदी पुलिस मौके पर पहुँची लेकिन परिजन ने शव देने से मना कर दिया।

हालांकि सन्देहास्पद स्थिति में हुई मौत को लेकर पुलिस मृतक के बड़े भाई और पिता को पूछताछ के लिए थाना ले गयी है।bग्रामीणों ने बताया कि मुकेश घर मे अक्सर ही मारपीट करता था। रविवार को भी घर मे परिजनों से मारपीट करने के कारण उसे पास के बगीचे में पेड़ से बांध दिया था। लेकिन कुछ घण्टे बाद उसी पेड़ से बंधे हुये शव मिला।

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घटना के बाद परिजन शव को घर ले आये। पुलिस मौके पर पहुँची लेकिन परिजनों से शव देने से मना कर दिया। घटना को लेकर चांदी पुलिस ने बताया कि इस मामले में परिजनों ने कोई मामला दर्ज नहीं कराया है। बीमारी से मौत की बात परिजनों ने बतायी है।

भोजपुर में कई घरों में घुसा बाढ़ का पानी

आरा : पिछले चार दिनों से गंगा नदी के जलस्तर वृद्धि के कारण भोजपुर जिले में गंगा नदी के तटवर्तीय इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है जिसके कारण लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं. बाढ़ का पानी दियारांचल क्षेत्र के कई गांवों के घुस गया है। दामोदरपुर पंचायत के जवइनिया गांव के समीप गंगानदी के तेज धार व मिट्टी के भारी कटाव के कारण ग्रामीणों में दहशत है।

दो दर्जन से ज्यादा विद्यालयों भी बाढ़ के पानी से घिर चुके हैं तो कुछ स्कूलों के भीतर भी बाढ़ का पानी घुस गया है। भोजपुर जिले के बड़हरा और शाहपुर प्रखंड के कई गांव की मुख्य सडकों पर बाढ़ का पानी बह रहा है जिसके कारण के लोगों का संपर्क जिला मुख्यालय और प्रखंड कार्यालय से भी टूट चुका है. गंगा नदी खतरें के निशान 53.08से 12 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है साथ ही हर घंटे तेजी से जलस्तर में वृद्धि हो रही है।

दियारांचल के कारनामेपुर-लालू डेरा सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ने के कारण वाहनो का आवागमन बंद हो चुका है। जिसके कारण पुलिस को पेट्रोलिंग करने में समस्या उत्पन्न हो गई है। वही हजारों एकड़ खड़ी फसलों में बाढ़ का पानी फैल गया है। बाढ़ के पानी के वृद्धि के कारण किसानों ने खेती के कार्य बंद दिया गया है। दामोदरपुर पंचायत के जवइनिया गांव के उत्तर करीब 500 मीटर दूरी पर गंगानदी के तेज धार के कारण मिट्टी की भारी कटाव से ग्रामीणों में भय है।

ग्रामीणों की माने तो पिछले दो दिनों में ही 100 फीट से ज्यादा कटाव देखा गया है। यदि कटाव इसी प्रकार तेज गति से होता रहा तो कब गांव के पास पहुंच जायेगा कहा नही जा सकता। फिलहाल गंगानदी व जवइनिया गांव की दूरी मात्र 500 मीटर के आसपास रह गई है। प्रखंड के करीब 10 हजार एकड़ से ज्यादा खड़ी फसलों में बाढ़ का पानी फैल चुका है। सबसे ज्यादा क्षति दियारांचल में सब्जियों व धान की खेती करने वाले किसानों की है। जिन्हें बाढ़ की पानी ने आर्थिक रूप से तोड़कर रख दिया। धान रोपनी का काम किसानों ने बाढ़ के पानी की वृद्धि को देखते हुए पूरी तरह से बंद रोक दिया हैं।

बडहरा सीओ पंकज कुमार झा ने अंचल क्षेत्र के लक्षुटोला, दामोदरपुर, गौरा समेत कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। साथ सभी नोडल, पर्यवेक्षीय पदाधिकारियों व कर्मियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के कैम्प कर राहत कार्य को लेकर दिशा निर्देश दिए। कारनामेपुर-लालू डेरा पथ, सुहियां-बुझाराय का डेरा पथ, माधोपुर-करीमन ठाकुर डेरा पथ, पुरूषोत्तमपुर-लक्षुटोला पथ, दामोदरपुर-नौरंगा पथ, बरिसवन-चमरपुर, राजपुर-चारघाट, करजा-चारघाट पथ पर चढ़ा बाढ़ का पानी।

लक्षुटोला, माधोपुर, सोनकी, हिरखी पिपरा, बुझाराय का डेरा, सैया डेरा, मरचइया, रामदयाल ठाकुर का डेरा, पंचकौड़ी डेरा, बरसिंघा टोला, दामोदरपुर, गंगापुर, भुसहुला, नंदपुर, गोबिंदपुर,लक्ष्मणपुर, चमरपुर,राजपुर, चारघाट, बहोरानपुर, चक्की नौरंगा, जवइनिया, राजपुर समेत कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। बाढ़ के पानी घिरने वालो पंचायतों के ग्रामीण व जनप्रतिनिधियों द्वारा नाव उपलब्ध कराने की मांग होने लगी है। दामोदरपुर, बहोरानपुर, लालू डेरा तथा लक्षुटोला पंचायत के लोगो द्वारा अब नाव की मांग होने लगी है।

गंगा के जलस्तर में वृद्धि होने से बड़हरा प्रखंड में कई जगहों पर कटाव की भी समस्या शुरू हो गई है. जिसके मद्देनजर भोजपुर बाढ़ नियंत्रण प्रमण्डल ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के इंजीनियर बढ़ते जलस्तर से हो रहे कटाव की लगातार निगरानी कर रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन के अधिकारियों की माने तो जिले में संभावित बाढ़ को देखते हुए पहले से ही सभी तैयारियां पूरी कर ली गई थी। जिससे बाढ़ग्रस्त लोगों को किसी तरह की कोई परेशानी न हो।

बाढ़ से घिरे लोगों तक समय पर उनकी जरूरत की चीजें पहुंचाने और उनको सुरक्षित रखने की सारी कोशिशें की जा रही हैं. बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि उनके पास अब कोई विकल्प नहीं रह गया है. बाढ़ के पानी से बाजार और मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. ग्रामीण जान जोखिम में डालकर पानी के तेज बहाव को पार कर अपने कार्य जा रहे हैं. राम पुकार सिंह ग्रामीण का कहना है कि ‘हर साल यही बोला जाता है कि डैम बना दिया जाएगा जिससे बाढ़ की समस्या नहीं होगी। लेकिन यह एक कोरा आश्वासन भर है. बाढ़ की समस्या झेलते-झेलते हमलोग थक चुके हैं. रात में लाइट भी कट जाती है. जिसके कारण अंधेरे में ही रहना पड़ता है. साथ ही सांप, बिच्छू जैसे जीव-जन्तुओं का खतरा बना रहता है।

बाढ़ के पानी से सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हो रही है. बाढ़ का पानी सड़क के ऊपर से बह रहा है. गंगा के इस रौद्र रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के बीच खाने-पीने और मेडिकल सुविधा जैसी परेशानियां हो गई हैं. यदि कोई बीमार पड़ जाए, तो मरीज को अस्पताल ले जाने तक की कोई सुविधा नहीं है।

अंचलाधिकारी राम बचन राम ने बताया कि ‘बाढ़ प्रभावित लोगों की सूची तैयार कर ली गई है. जल्द ही बाढ़ पीड़ितों तक सरकारी मदद पहुंचाई जाएगी. बाढ़ को लेकर प्रसाशन हर तरफ नजर रख रहा है. जहां भी समस्या उत्पन्न होगी, वहां मदद देने में देरी नहीं की जाएगी. एनडीआरएफ की टीम भी आ गई है. इस समय निचले खेतों में पानी आ रहा है, लेकिन चौकसी बरतने में कोई लापरवाही नहीं हो रही है.|’

छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर बालू माफियाओं का हमला

आरा : भोजपुर जिले के कोईलवर थानान्तर्गत विन्दगांवा के समीप रविवार को छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर अवैध बालू माफियाओं ने हमला कर रोडेबाजी की जिसमे करीब आधा दर्जन पुलिस की गाडिया क्षतिग्रस्त हो गयी| पुलिस के जवानों ने भागकर जान बचाई। हालांकि बाद में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हमले एवं अवैध बालू उत्खनन में शामिल 22 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

भोजपुर पुलिस की टीम बिन्द्गावा के पास अपने वाहनों को खडा कर बिन्दगांवा में सोन के दियारा में छापेमारी कर घाट किनारे बालू उत्खनन में लगी नाव को जब्त कर लिया। इसमें से एक नाव को पुलिस खींचकर बीच सोन में ले गई और उसे पानी में डूबा दिया। हालांकि इसकी पुष्टि नही हो रही है। इससे नाराज़ बालू माफियाओं ने पुलिस की खड़ी गाड़ियों पर रोड़ेबाजी करीब आधा दर्जन गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। गाड़ियों में मौजूद ड्राइवर और राइफलधारी जवान किसी तरह भागकर जान बचाई। बाद में अतिरिक्त बल आने के बाद पुलिस ने करीब 22 लोगों को गिरफ्तार किया।

भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि अवैध खनन के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया गया था। इसमें सफलता भी मिली है। पुलिस का ध्यान भटकाने के लिये दूर खड़ी गाड़ियों पर रोडे़बाजी की गयी है। इसमें कुछ गाड़ियों को क्षति पहुंची है। अवैध खनन और रोडे़बाजी में 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों मामलों में नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। छापेमारी के लिये तीन टीम बनायी गयी थी। दो टीम नदी में थी, जबकि एक टीम बाहर छापेमारी कर रही थी। अवैध धंधेबाजों और रोडे़बाजी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।

भोजपुर में पत्नी की पीट कर ह्त्या

आरा : भोजपुर जिले के चौरी थानान्तर्गत कोसियर गांव में एक युवक ने अपनी मां के साथ मिलकर पत्नी की हत्या कर दी। दोनों ने महिला के पेट में ऑपरेशन वाली जगह पर लात-घूंसों से मार कर जान ले ली। इलाज के लिये अस्पताल ले जाने के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। मृत महिला कोशियर गांव निवासी अविनाश उर्फ भोला चौधरी की 35 वर्षीया पत्नी मनोरमा देवी थी। इस मामले में पुलिस ने महिला के पिता की शिकायत पर पति अविनाश उर्फ़ भोला चौधरी और सास देवकुमारी कुंअर को गिरफ्तार कर लिया तथा मृतका का आरा सदर अस्पताल में अन्त्यपरीक्षण करवाया|

मृतिका के पिता सिकरहट्टा थानान्तर्गत नोनाडीह गाँव के भगवान् चौधरी के बयान पर मृतिका के पति एवं सास के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है| चौरी थानाधय्क्ष पवन कुमार ने कहा कि सिकरहटा थाना क्षेत्र के नोनाडिह निवासी भगवान चौधरी के पुत्री मनोरमा देवी कि शादी लगभग 15 वर्ष पहले कोशियर निवासी स्वर्गीय यमुना चौधरी के पुत्र अविनाश चौधरी उर्फ भोला चौधरी से हुई थी. जहां दोनों के बीच कई बार पहले भी तकरार हुई थी. भोला चौधरी ने कई बार पत्नी को पीटा भी था।

कल शाम छह बजे कल शाम मामूली विवाद को लेकर अविनाश चौधरी ने अपनी पत्नी मनोरमा देवी के साथ मारपीट तथा अपनी माँ के साथ मिलकर जहां पेट में पूर्व में बड़ा ऑपरेशन हुआ था उस जगह पर चोट कर ह्त्या कर दी. भगवान चौधरी को बेटी के साथ मारपीट किये जाने की सूचना मिली। इस पर वह तुरंत बेटी के ससुराल पहुंचे। उनकी बेटी दर्द से छटपटा रही थी। उसे इलाज के लिये तत्काल अस्पताल ले जाया गया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी। उसके बाद वह बेटी का शव लेकर चौरी थाना पहुंचे और घटना की जानकारी दी।

इस आधार पर थानाध्यक्ष पवन कुमार ने त्वरित कार्रवाई करते हुये दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार आपसी झगड़े में मारपीट और गंभीर चोट लगने से मौत होना लग रहा है। वैसे पुलिस छानबीन और दोनों आरोपितों से पूछताछ कर रही है। पति-पत्नी के मामूली झगड़े ने दो बच्चों की खुशियां छीन ली। दोनों बच्चे मां की ममता से वंचित हो गये।

सड़क हादसे में पूर्व मेयर के पिता की मौत

आरा : आरा नगर निगम के पूर्व मेयर अवधेश यादव के 82 वर्षीय पिता शिवशंकर यादव की सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। शनिवार की शाम एक बाइक सवार ने आरा-पटना बाइपास पर धक्का मार दिया था जिससे पूर्व मेयर के पिता के अलावा एक अन्य व्यक्ति घायल हो गये थे। आरा सदर अस्पताल से रेफर होने के बाद पटना के पीएमसीएच में इलाज के दौरान। आज उनकी मौत हो गयी।

मौके पर माले नेता राजू यादव, क्यामुद्दीन अंसारी, नगर सचिव दिलराज प्रीतम, पार्षद कांतु यादव, सत्यदेव कुमार, अमित कुमार बंटी, पार्षद प्रतिनिधि मंटू सिंह, संजय कुमार ज्ञानी, राजेंद्र यादव, राजू कुशवाहा, मुन्ना महतो, संटू लाल, मंटू शर्मा, चंद्रभानु गुप्ता, दीना, विजय चौधरी सहित अन्य मौजूद थे।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट

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