03 सितंबर : मधुबनी की मुख्य खबरें

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महिला का मन्नते हुई पूरी, एक साथ तीन पुत्रो को दी जन्म, उमगांव के निजी क्लिनिक में इलाजरात है जच्चा-बच्चा

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना क्षेत्र से एक बहुत ही चौकाने वाला मामला सामने आया है। दरअसल उमगांव के एक निजी क्लीनिक में गुरुवार को एक प्रसव पीड़ित महिला ने एक साथ तीन पुत्रों को जन्म दिया है, जिससे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि तीनों बच्चे का वजन बहुत ही कम बताया गया है। चिकित्सक ने बताया है कि एक का वजन एक किलो, दूसरे का नौ सौ ग्राम व तीसरे बच्चे का वजन महज सात सौ ग्राम ही है। हालांकि वजन भरपाई के लिए बेहतर ईलाज किया जा रहा है।

महिला कौवाहा गांव निवासी अमरेश राउत की पत्नी 25 वर्षिय अम्बिका कुमारी है।परिजनों ने बताया कि अम्बिका का मायके इसी थाना क्षेत्र के हुर्राही गांव है, और पांच वर्ष पहले शादी हुई। लेकिन बच्चे नही होने से परेशान रहती थी, जिसके बाद काफी मन्नतों के बाद भगवान के महिमा से तीन पुत्रों को जन्म दी है।

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चिकित्सकों ने बताया कि जच्चा- बच्चा सब ठीक है। लेकिन बच्चे का वजन कम है, जिसका उचित इलाज चल रहा है। पूरी तरह ठीक होने में एक महीना लग सकता है। इधर बच्चे को देखने के लिए रिस्तेदारो के अलावे क्षेत्र के लोगो का तातां लगा रहता है।बहरहाल तीनों बच्चों को दवा के साथ दुआ का भी जरूरत है।

अज्ञात युवक की शव बरामद, धारदार हथियार से काट दी गई थी आधा गर्दन

मधुबनी : जिले के जयनगर थाना क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई, जब अहले सुबह लोगो की नजर सिर कटी युवक की शव पर पड़ी। जिसके बाद आसपास के गांवों में कोहराम मच गया और शव को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। घटना गुरुवार रात की बताई जा रही है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि शुक्रवार की सुबह बरही नहर पुल से करीब सौ मीटर दक्षिण कमला नहर में एक अज्ञात युवक का शव देखा गया। मृतक का आधा गर्दन हलाल किया हुआ था, जिससे उसकी दर्दनाक मौत हो गई।ग्रामीणों के द्वारा घटना की सूचना जयनगर पुलिस को दिया गया। इधर सूचना मिलते ही जयनगर डीएसपी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे, जहां शव को देखने आए लोगों से गहन पूछताछ की।

लेकिन शव की पहचान नही हो सका, जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया। शव के पास कॉफ सिरफ समेत अन्य दवाइयां भी देखा गया। लोगों ने आशंका व्यक्त किया है कि मृतक नेपाल का निवासी हो सकता है। चूंकि घटना की खबर आग की तरह दूर-दूर तक फैलने के बाद भी शव का शिनाख्त नही हो सका है।

दो दिवसीय बाबा गणिनाथ गोविंद जी की होने वाले पूजन उत्सव के भव्य आयोजन की जा रही खास तैयारी

मधुबनी : जिला स्तरीय बाबा गणिनाथ जयंती के अवसर पर मधुबनी स्टेशन चौक स्थित हनुमान प्रेम मंदिर में मंदिर कमेटी के द्वारा दो दिवसीय बाबा गणिनाथ गोविंद जी की होनेवाले पूजन उत्सव के भव्य आयोजन की तैयारी की जा रही है।

ये इस पूजा का यह 35वाँ साल है। आगामी 03 और 04 सितंबर को बाबा गणिनाथ गोविंद जी का जन्म उत्सव की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। उक्त जानकारी कमेटी के अध्यक्ष कैलाश शाह वार्ड पार्षद सचिव राजू कुमार राज, कोषाध्यक्ष रामप्रताप शाह, सह-सचिव दीपक दत्ता संयुक्त रूप से जानकारी दी है।

उक्त अवसर पर मधुबनी बाजार से पांच दिवसीय भगत का टीम आ रही है। 3 सितंबर यानी आज न्यूनतम का कार्यक्रम होगा, जिसमें बरहम बाबा भगवती स्थान काली मंदिर सभी जगह न्यूटन ढोल गाजे-बाजे के साथ किया जाएगा। कल यानी 04 सितंबर को पूजा सुबह से ही शुरू हो जाएगा, जो कि 2बजे तक पूजा होगी। उक्त अवसर पर बच्चे का मुंडन का भी कार्यक्रम होगा।

इसमें कमेटी के लक्ष्मण प्रसाद साह, भरत प्रसाद साह, इंद्रदेव गुप्ता, सतीश महथा, सुनील कुमार, ध्रुव नारायण प्रसाद, अशोक श्रीवास्तव, धीरेंद्र नारायण झा, विजय कुमार गुप्ता एवं अधिवक्ता पुजारी किशोरी शरण दास सहित अन्य लोग कार्यक्रम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं। इसके लिए खास तैयारी की जा रही है।

मिथिला की सांस्कृतिक संगीत परम्परा को संरक्षित करने में पं० कृष्णानन्द मिश्रा का अमुल्य योगदान :- उमेश मिश्र

मधुबनी : मिथिला की प्रमुख सांस्कृतिक संस्था वैदेही कला परिषद द्वारा परिषद् के संस्थापक अध्यक्ष पं० कृष्णानन्द मिश्रा के आठवें स्मृति दिवस पर वक्ताओं ने उन्हें भावभिनी श्रधान्जलि देते हुए संगीत जगत में उनका अमूल्य योगदान की चर्चा की।कार्यक्रम का आयोजन हरि शंकर संगीत महाविद्यालय परिसर, बाबू साहब चौक में किया गया। इस अवसर पर परिषद् के संरक्षक चेतना समिति पटना के सचिव उमेश मिश्र ने मिथिलंचाल मे संगीत के क्षेत्र में उनके विशिष्ट योगदान की चर्चा की।

संगीत के गिरते स्तर की समय उन्होंने श्रोताओं का इक वर्ग तैयार किया। समय-समय पर एक से बढ़कर एक कार्यक्रम के आयोजन से लोगो मे संगीत के प्रति रुचि उत्पन्न करने की चेष्टा की। इस तरह गायकों एवं श्रोताओं का का एक बड़ा समूह बनाकर उन्होंने संगीत की सच्ची सेवा की। समिति के सचिव भोलानंद झा ने परिषद के गठन में उनकी दूरदर्शिता, संगीत के प्रति उनकी प्रतिबद्धता तथा युवा कलाकार को प्रोत्साहित करने के लिए उनकी भूमिका का उल्लेख करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।

वहीं, प्रो० गंगाराम झा ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि संगीत के विकास के क्षेत्र में उनका नाम सदैव अमर रहेगा।इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें स्मरण करते हुए उनके व्यक्तित्व की चर्चा की। कार्यक्रम में सेंट्रल पब्लिक स्कूल के निदेशक एस.एन लाल तथा नागेंद्र गौड़ ने भी श्रद्धांजलि दी।

कार्यक्रम का आरंभ सुश्री श्वेता एवं साक्षी द्वारा जय जय भैरव गायन से हुआ। कार्यक्रम में चंदन कुमार का वायलिन कुश द्वारा बांसुरी वादन आकर्षण का केंद्र रहा, जिसमे तबले पर कुशल संगत आशुतोष मिश्रा ने किया।इस अवसर पर अभिषेक ठाकुर, कृष्ण कुमार चौधरी, सुरुचि ठाकुर, वैभव मिश्रा ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया।

वहीं, धीरज मिश्रा के सोलो तबला वादन को भी खूब सराहा गया। कार्यक्रम का संचालन उनके पुत्र प्रसिद्ध तबला वादक रविशंकर मिश्रा द्वारा किया गया। संगीत में उल्लेखनीय योगदान के लिए चंदन कुमार तथा श्री कुश को सम्मानित किया गया।इस अवसर पर हरिनाथ ठाकुर, सन्नी कुमार, सरिता देवी, मनमोहन जी जैसे कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।

मिशन सुरक्षाग्रह की सफलता की कहानी बनी बिस्फी प्रखण्ड की सुरक्षा प्रहरी किशा कनौजिया

मधुबनी : सम्पूर्ण विश्व कोविड-19 महामारी एवं लंबे समय तक लॉकडाउन के कारण त्रस्त रहा है | इस अदृश्य महामारी के दौरान बहुत से लोग अपनों को खो चुके हैं I स्थानीय समुदाय में कोविड अनुकूल व्यवहार की जानकारी नहीं होने के कारण लोग संक्रमित हो रहे थे|, कोविड संक्रमण के भय से अत्यधिक लोग भ्रान्ति, अफवाह एवं भेदभाव से ग्रस्त थे।

समुदाय के अंतिम पायदान पर आवासित व्यक्ति तक कोविड बचाव की जानकारी, टीकाकरण, स्वच्छता की सही जानकारी पहुंचे तथा समय रहते हुए स्थानीय व्यक्ति को दोहरी संवाद, अफवाह एवं भेदभाव से बचाया जा सके, इसके लिए यूनिसेफ पटना एवं पार्टनर बिहार सेवा समिति ने मधुबनी जिला के बिस्फी एवं मधेपुर प्रखण्ड में मिशन सुरक्षाग्रह कार्यक्रम के तहत प्रत्येक पंचायत में 2-2 सुरक्षा प्रहरी को चयनित कर इस कार्य का जिम्मा सौपा।

सुरक्षा प्रहरी कनौजिया ने उठाया बीड़ा:

बिस्फी प्रखंड के औसी बभनगामा पंचायत की किशा कनौजिया पिछले 3 माह से अपने पंचायत में गृह भ्रमण एवं मुहल्ला बैठक के माध्यम से लोगों को कोविड से बचाव, टीकाकरण लेने, स्वच्छता तथा पोषण पर जागरूक कर रही हैं। वह कोविड टीकाकरण केंद्र पर लोगों को रजिस्ट्रेशन करने में भी मदद कर रही हैं| यह अपने प्रयास से अभी तक 2000 लोगों को टीका दिलवा चुकी हैं I

विकलांगों का भी कराया टीकाकरण:

किशा अपने पंचायत के वैसे लोगों को भी टीका दिलाने में मदद करती हैं जो शारीरिक रूप से चलने फिरने में सक्षम नही हैं I किशा गृह भ्रमण के दौरान औसी, बभनगामा, डीहटोल के मो मुस्तुफा उर्फ़ मंसूर से मिली जो दोनों पैर से दिव्यांग हैं एवं वह ट्राई साइकिल से एक जगह से दूसरी जगह जाते हैं। किशा ने उसे टीका लेने के लिए प्रेरित किया लेकिन घर के बगल में पानी होने के कारण वह घर से निकलने में सक्षम नहीं था| किशा ने टीकाकर्मी से आग्रह कर मुस्तुफा को उसके घर में ही जाकर र टीका दिलवाया। मो० मुस्तुफा ने बताया किशा कनौजिया नहीं होती तो आज हम टीका नहीं ले पाते| वह बताती हैं कि इस पंचायत में मुस्तुफा जैसे और भी व्यक्ति हैं| वह ऐसे लोगों की पहचान कर टीका दिलाने में मदद करेंगी। उन्होंने कहा यह मेरा सौभाग्य है कि सुरक्षा प्रहरी होने के नाते लोगों की सेवा कर रही हैं।

‘‘सुरक्षाग्रह – कोविड पर हल्ला बोल” से मधुबनी सहित 5 अन्य जिलों में जागरूकता पहल शुरू कोविड-19 की दूसरी लहर को देखते हुए राज्य सरकार ने इसकी रोकथाम के लिए कई उपाय किए हैं। सरकारी प्रयासों में सहयोग देते हुए यूनिसेफ के सहयोग से मधुबनी सहित सुपौल, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया और सीतामढ़ी के ग्रामीण इलाकों में ‘सुरक्षाग्रह’ पहल शुरू की गई है जो लगभग 36 लाख आबादी को कवर कर रही है।

बिहार राज्य संघर्षशील प्रेरक कल्याण संघ इकाई की बैठक आयोजित

मधुबनी : जिले के बिस्फी में बिहार राज्य संघर्षशील प्रेरक कल्याण संघ के बिस्फी इकाई की बैठक प्रखंड क्षेत्र के मध्य विद्यालय घजवा के परिसर में आयोजित किया गया।इस बैठक की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष मो० अनवर परवेज ने किया।मौके पर संगठन को और अधिक मजबूत करने के साथ कई अहम बिंदुओं पर विचार की गई।

वही राज्य संघ के आवाहन पर 8 सितंबर को साक्षरता दिवस के अवसर पर प्रेरक संघ के द्वारा जिला मुख्यालय में काला दिवस के रूप में मनाने के निर्णय के तहत प्रखंड के सभी प्रेरकों को इसमें शामिल होने की निर्णय लिया गया। इस बाबत अध्यक्ष ने बताया कि 8 सितंबर शिक्षा दिवस को काली पट्टी बांधकर नई शिक्षा नीति का दहन किया जाएगा, इसके पश्चात रैली निकालकर विरोध जताए जाएगी।

वही जिला पदाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा की ग्रामीण युवक युवती प्रेरक के रूप में कार्य करते हुए अपने अल्प मानदेय दो हजार महीना में शासन की सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण कार्य करते हैं, जिसे 31 मार्च 2018 को हटा दिया प्रेरक को बेरोजगार कर दी गई। जिसे प्रेरक अपने परिवार का पालन पोषण करने में संकट से जूझ रहे हैं, नियमित रोजगार देने की मांग की जाएगी।इस मौके पर धजवा लोक शिक्षा केन्द्र नूरचक प्रेरक ममता देवी, रामदरश यादव, कंचन सिंह, संजय कुमार, कृष्ण देव पासवान, मंजू देवी सहित कई लोग उपस्थित थे।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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