मेयर रूबी तिवारी व डिप्टी मेयर पुष्पा कुशवाहा की कुर्सी बची
आरा : आरा नगर निगम की मेयर रूबी तिवारी व डिप्टी मेयर पुष्पा कुशवाहा के खिलाफ विरोधी खेमे के मंसूबे पर पानी फिर गया। आरा नगर निगम में एक बार फिर अपनी कुर्सी को बचाने में मेयर रूबी तिवारी और उप मेयर पुष्पा कुशवाहा कामयाब रही। इन दोनों महिलाओं के सर पर एक बार फिर से ताज बना रहा। सत्ता पक्ष के लोगों के द्वारा एक दूसरे को सभी मिठाई खिलाते नजर दिखाई दिए तो वही विरोधी खेमे में साफ तौर पर नाराजगी दिखाई दी।
मेयर पति राजा तिवारी के द्वारा दावा किया गया था कि एक बार फिर से हम अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब होंगे जो बिल्कुल सच साबित हुआ। विरोधी खेमे की ओर से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सदन में गिर गया।बता दें कि मेयर और डिप्टी मेयर का कार्यकाल 23 जुलाई को पूरा हो गया था जिसके 1 दिन बाद अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था लेकिन अब फिर से इन दोनों की अगले 1 साल के लिए कुर्सी बच गई। आरा नगर निगम में अविश्वास प्रस्ताव में कुल 24 संख्या लानी थी लेकिन इन संख्या में विपक्ष असफल रहा और कुल 18 संख्या लाकर हार का सामना करना पड़ा।
पहली मीटिंग में जिले के थानेदारों को मिला टास्क
आरा : भोजपुर एसपी बिनय तिवारी ने थानेदारों के साथ अपनी पहली मीटिंग में शराब मामलों में जब्त वाहनों के खिलाफ प्राथ्मिदी दर्ज कर अधिग्रहण प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया| उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में शराब और अवैध बालू के धंधेबाजों को गिरफ्तार करे तथा गिरफ्तारी नही होने पर धंधेबाजों की कुर्की-जब्ती करे| उन्होंने कहा कि शराब तथा अवैध बालू से सम्बंधित केसों का प्राथमिकता के आधार पर निष्पादन करे।
एसपी ने सभी थानेदारों से शराब और अवैध बालू सहित गंभीर कांडों की समीक्षा की| केसों के डिस्पोजल और आरोपितों की गिरफ्तारी की भी जानकारी ली। जब्त वाहनों के अधिग्रहण प्रस्ताव की समीक्षा। जिन मामलों में वाहनों के अधिग्रहण का प्रस्ताव नहीं भेजा गया है उसमें जल्द प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया गया ताकि वाहनों की नीलामी की जा सके।
एसपी ने बताया कि थानेदारों को अवैध बालू को लेकर सरकार से जारी नये सर्कुलर की जानकारी दी तथा थानेदारों को उसी के अनुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया। क्राइम कंट्रोल और धरपकड़ को लेकर भी कुछ निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि शराब मामले में जब्त वाहनों का अधिग्रहण प्रस्ताव प्राथमिकी के साथ ही भेजने तथा सभी थानेदारों को इसका कड़ाई से पालन करने का निर्देश दिया गया है।
एसपी ने सभी थानेदारों को अपराधियों की गिरफ्तारी का सख्त आदेश दिया है। इसके लिये थानेदारों से गंभीर हेड के कांडों के अपराधियों की लिस्ट की मांग की है। साथ ही लिस्ट के हिसाब से उनकी गिरफ्तारी के लिये छापेमारी करने का टास्क दिया है। छापेमारी की सूचना भी देनी होगी। एसपी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे। एसपी ने बताया कि हर दो दिन पर वर्चुअल मीटिंग के माध्यम से गिरफ्तारी की समीक्षा की जायेगी। इसके लिये सभी थानेदारों को हत्या, लूट, रेप, डकैती सहित गंभीर कांडों में वांछित और पहले से फरार चल रहे अपराधियों की सूची बनाने को कहा गया है। उसी सूची के अनुसार गिरफ्तारी को छापेमारी की जायेगी। हर रोज छापेमारी की जानी है। थानेदारों को इसकी अपडेट सूचना भी देनी होगी।
एसपी ने कहा कि वे मुंशी से लेकर चौकीदार तक से सीधा संवाद करेंगे ताकि इलाके की अपराध सहित हर बिंदु पर फीडबैक मिल सके। एसपी ने बताया कि थाने की हर गतिविधियों पर नज़र रखने के उद्देश्य से थाने के हर स्टाफ से सीधा संवाद स्थापित किया जाएगा साथ ही पुलिस कर्मियों की समस्याओं से भी अवगत हो सकेंगे और उसी के अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी| बताते चलें कि चौकीदार को पुलिस विभाग के महत्वपूर्ण सूचना सूत्र माना जाता है। चौकीदार के जरिये पुलिस गांव-देहात और दूरदराज के इलाके की हर गतिविधियों पर नजर रखती है।
एसपी अब चौकीदार के माध्यम से हर छोटी-बड़ी गतिविधियों की जानकारी लेने की तैयारी में हैं। माना जा रहा है कि एसपी हर पुलिस कर्मियों के साथ अलग-अलग मीटिंग कर अफसरों की कार्य क्षमता और दक्षता को भी परखने की कोशिश में हैं। थानेदारों को अब थाने पर आने वाले हर फरियादियों की शिकायतों का निपटारा करना होगा ताकि किसी को शिकायत लेकर एसपी तक नहीं जाना पड़े। इसे लेकर एसपी विनय तिवारी ने मीटिंग में थानेदारों को सख्त आदेश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि हर थाने में ओडी अफसर तैनात हैं। उनकी यह ड्यूटी है कि कोई फरियादी निराश नहीं लौटे। फरियादी की शिकायतों का हर हाल में निपटारा करना होगा। मामले की जांच की जाये और अगर प्राथमिकी करनी हो, तो करें। लेकिन उनके पास शिकायत नहीं आनी चाहिए। कहा कि अगर उनके पास प्राथमिकी दर्ज कराने के लिये शिकायत आयी, तो संबंधित अफसर और थानेदार पर कार्रवाई तय है। कहा कि थाने आने वाले हर फरियादी के साथ ढंग से पेश आना होगा।
इंटर का छात्र अगवा, एक गिरफ्तार
आरा : भोजपुर जिले के मुफस्सिल थानान्तर्गत सारंगपुर गांव इंटर के एक छात्र को हथियार के बल पर मोटरसाइकिल स्वर छ अपराधियों ने अगवा कर लिया तथा चितकुंडी गांव ले जाकर उसके साथ मारपीट भी की| हालांकि पुलिस ने कुछ घंटे के बाद ही छात्र को बरामद कर लिया एक आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया गया जबकि पांच आरोपित भाग निकले।
गिरफ्तार आरोपित टाउन थाना क्षेत्र के मझौंवा का रहने वाला संजीव प्रसाद है। उसके पास से पिस्टल, एक मैगजीन और दो गोली बरामद की गयी है। मौके से तीन बाइक भी जब्त की गयी है। मामला मझौंवा निवासी इंटर के छात्र आकाश कुमार हत्याकांड से जुड़ा है। पुलिस के अनुसार अपहरण के आरोपित मृत छात्र के पक्ष के हैं। हत्या में शामिल लोगों और क्लू लेने के लिए रोहित दूबे को अगवा किया गया था। गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ कर पूरी घटना की जानकारी ली जा रही है। वहीं उसकी निशानदेही पर फरार पांच आरोपितों की धरपकड़ के लिये छापेमारी की जा रही है।
रोहित दूबे शुक्रवार को किसी काम से आरा आया था। तभी टाउन थाना क्षेत्र से कुछ लोग जबरन वाहन से चितकुंडी गांव ले गए और वहा पर उसके साथ मारपीट की गयी। इस बीच कुछ ग्रामीणों पुलिस को इसकी सूचना दे दी गयी। सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष अनिल कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचक्र छात्र को बरामद कर लिया। पुलिस को देख पांच आरोपित तो भाग गये। लेकिन एक को गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से हथियार और गोली भी बरामद की गयी। पुलिस मामले की छानबीन और फरार आरोपितों की धरपकड़ में जुटी है।
बताते चले कि सात जून को शहर की पुरानी पुलिस लाइन स्थित पेट्रोल पंप के पास मझौंवा निवासी इंटर के एक छात्र आकाश कुमार की गोली मार हत्या की गयी थी। उस संबंध में मझौंवा निवासी दो भाइयों समेत छह नामजद और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस किया गया था। उसमें एक आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया गया था।
राष्ट्रीय लोक आदालत के आयोजन हेतु बैठक
आरा : बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना के निर्देशानुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, भोजपुर, आरा, शैलेंद्र सिंह के प्रकोष्ठ एवं उनकी अध्यक्षता में आगामी 11 सितंबर 2021 को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु गठित समिति के सभी सदस्यगण तथा कार्यपालक विभाग के पदाधिकारीगण के साथ आज एक बैठक की गई। इस बैठक में आगामी राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल बनाने हेतु गठित समिति को निर्देशित किया गया की अपनी-अपनी समिति से संबंधित सुलहनीय वादों के निष्पादन हेतु संबंधित न्यायिक पदाधिकारीगण एवं संबंधित विभाग के साथ बैठक कर राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने हेतु उचित दिशा निर्देश देंगे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव मुकेश कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने हेतु जिला एवं सत्र न्यायाधीश भोजपुर आरा द्वारा कुल 10 समिति का गठन किया गया है जिनके सदस्यों द्वारा अलग-अलग प्रकृति के वादों का प्री-काउंसलिंग के साथ-साथ उनके द्वारा निष्पादन में सहयोग किया जाना है।आगामी 11 सितंबर 2021 को होने वाले राष्ट्रीय लोक अदालत की सूचना सभी विभाग को दी जा चुकी है तथा आमजन तक इसके प्रचार-प्रसार हेतु जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी को भी निर्देश दिया गया है।
राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी प्रकार के सुलहनीय वादों जैसे आपराधिक अपराधिक मामले, एन.आई.एक्ट. धारा 138 के वाद का निपटारा किया जाएगा। इसके साथ-साथ बैंक ऋण वसूली वाद, मोटर दुर्घटना न्यायाधिकरण वाद, वैवाहिक वाद (विवाह विच्छेद छोड़कर) श्रम वाद, भूमि अधिग्रहण मामले, राजस्व मामले, विद्युत,पानी बिल(चोरी के मामले को छोड़कर) वन विभाग समेत अन्य दीवानी वाद का मुख्य रूप से निपटारा सुलह के आधार पर किया जाएगा।
बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना द्वारा प्राप्त निर्देशानुसार इन मामलों हेतु जैसे मोटर दुर्घटना वाद, पारिवारिक वाद, चेक बाउंस वाद अंतर्गत एन.आई.एक्ट.मनी रिकवरी वाद, श्रम वाद और अन्य सिविल वाद की बैठक या प्री काउंसलिंग सेशन का भी आयोजन भौतिक रूप से सुविधानुसार सामाजिक दूरी बनाए रखने के साथ किया जाएगा।
सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, भोजपुर द्वारा यह भी बताया गया कि राष्ट्रीय लोक अदालत की तैयारी शुरू कर दी गई है, राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा ताकि किसी प्रकार की परेशानी पक्षकारों को न हो। इसका प्रचार प्रसार सभी जगह यहां तक कि गांव गांव तक भी पारा विधिक स्वयंसेवक द्वारा भी इसका प्रचार प्रसार व्यापक तौर पर किया जा रहा है।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट