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29 जुलाई : आरा की मुख्य खबरें

आरा की जर्जर सड़कों के निर्माण के लिए धरना

आरा : शहर की सभी जर्जर सड़कों के निर्माण के लिए आंदोलन की शुरुआत करते हुए अबरपुल मे स्थानिय लोगों ने धरना दिया तथा रमगढ़िया के लोगों ने सड़क पर टायर जला कर प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन रमगढ़िया अबरपुल रोड निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले हुआ। यह आंदोलन धरहरा रमगढ़िया अबरपुल से चौक, शिशमहल चौक से स्टेशन, गोढना रोड,पकड़ी, मौलाबाग, पुलिस लाइन, नवादा सहीत चौदह जर्जर सड़कों के निर्माण का सवाल प्रमुख बन गया है। इस आंदोलन का नेतृत्व भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य व महागठबंधन समर्थीत भाकपा माले के आरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी क्यामुद्दीन अंसारी व माले नेता मो फैज उर्फ राजन ने किया।

धरना स्थल पर सभा को संबोधित करते हुए महागठबंधन समर्थीत आरा विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा की आरा शहर की सभी सड़कें जर्जर हो चुकी है लगता है ये सड़कें गड्ढ़ा नुमा तलाब है। इन सड़कों पर आप एक कदम नहीं चल सकते ।क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा कि एक दो माह की वह गर्भवती माता नहीं चल सकती क्योंकि बच्चे के नुकसान होने का जबर्दस्त खतरा है.

भाजपा के आरा विधायक सह मंत्री अमरेन्द्र प्रताप सिंह आज कल केक पैलेस के उदघाटन मे व्यस्त है उन्हे आरा के लोगों से आरा की सड़कों से क्या मतलब।क्यामुद्दीन अंसारी ने कहा की नीतीश राज मे विकास ठप पड गया है अपराधियों का बोल बाला है,रोड ध्वस्त है स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट है,रोजगार नदारद है स्थानिय सांसद आर के सिंह दिखाई ही नहीं देते ।

भाकपा माले नेता फैज उर्फ राजन ने कहा कि आरा शहर के सबसे अधिक खस्ताहाल सड़क धरहरा से बडी चौक स्थित रमगढ़िया अबरपुल रोड है अगर एक माह मे सड़क निर्माण का काम शुरु नहीं हुआ तो एक बडा आंदोलन खड़ा किया जायेगा। शाहनवाज आलम उर्फ रिंकू ने कहा कि स्थानीय लोग अपने आंदोलन के माध्यम से जन प्रतिनिधियों की नींद हराम कर देंगे।

धरना के अंत मे एक प्रस्ताव पारित किया गया की अगर एक माह मे सड़क निर्माण का काम शुरु नहीं हुआ तो अनिस्चित कालीन धरना दिया जायेगा। इस धरना मे सामिल प्रमुख लोगों मे शहाबुद्दीन कुरैशी, मो अली,मो फैज अकरम,संजय,मो मंजूर आलम,अनिल कुमार गुप्ता,प्रिंस कुमार,प्रेम गुंजन,राज हुसैन मो राज, अमित मालाकार, थे।

सीएचपी संचालक से सरेराह लूट, तीन गिरफ्तार

आरा : भोजपुर जिले में बुधवार को करीब आधा दर्ज़न अपराधियों ने हथियार के बल पर एक सीएसपी संचालक से धनगाईं थानान्तर्गत केशवां मोड़ के समीप 80 हजार रुपये, लैपटॉप और सोने की चेन छीन ली|। विरोध करने पर संचालक के साथ मारपीट भी की गयी। संचालक की सूचना पर ग्रामीणों ने पीछा कर तीन बदमाशों को पकड़क्र उनकी पिटाई कर दी गयी जबकि तीन बदमाश भाग निकले। बाद में पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। इन बदमाशों के पास से एक देसी पिस्टल, दो गोली, एक बाइक और संचालक से छीनी सोने की चेन बरामद कर ली गयी।

पैसे और लैपटॉप की बरामदगी नहीं हो सकी है। पकड़े गये अपराधियों में जगदीशपुर थानान्तर्गत विमवा मठिया निवासी पप्पू शर्मा, अगिआंव बाजार थानान्तर्गत पुरैनी निवासी आकाश कुमार सिंह और चरपोखरी थानान्तर्गत अमोरजा गांव निवासी ओम प्रकाश सिंह हैं। लूट की यह घटना पीरो थाना क्षेत्र के बसावन टोला निवासी शारदानंद सिंह के पुत्र नागेंद्र कुमार सिंह के साथ हुई है।

मामले में भुक्तभोगी के बयान पर छह लुटेरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। पुलिस पकड़े गये तीनों अपराधियों से पूछताछ कर रही है। भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि लूट में शामिल तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। तीन अन्य की भी पहचान कर ली गयी है। उन तीनों की निशानदेही पर घटना में शामिल अन्य बदमाशों की गिरफ्तारी और लूटे गये पैसों की बरामदगी के लिये छापेमारी की जा रही है।

एस पी ने बताया कि पीरो थानान्तर्गत बसावन टोला निवासी नागेंद्र कुमार सिंह का धनगाईं थानान्तर्गत दलीपपुर में दक्षिण बिहार ग्रामीण का सीएसपी है। वह हर रोज दलीपुर स्थित बैंक से पैसे निकाल सीएसपी ग्राहकों का लेनदेन करते हैं। उनके एक दोस्त ने मंगलवार को पीएनबी के खाते में डालने के लिये 80 हजार रुपये दिया था। संचालक बुधवार को वह पैसे और लैपटॉप सहित अन्य सामान लेकर बाइक से अपने सीएसपी जा रहे थे। इस बीच केशवा मोड़ और कृषि फार्मा के बीच राइस मिल के पास पहले से मौजूद बदमाशों ने घटना को अंजाम दे दिया।

मृत छात्रा हैदराबाद से बरामद

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय के आरा से अगवा स्चूली छात्र को भोजपुर पुलिस ने हैदराबाद से बरामद कर लिया तथा उसके साथ रहने वाले शहर के एक युवक को भी गिरफ्तार कर लिया है| पुलिस ने पूछताछ के बाद उसे जेल भेज दिया है और छात्रा के व्यवहार न्यायालय में 164 के तहत बयान दर्ज करवा कर उसके परिजनों को सौप दिया गया।

भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि इसी साल एक जून को आरा के नवादा थानान्तर्गत विष्णु नगर से एक स्कूली छात्रा गायब हो गयी थी। काफी खोजबीन के बाद भी उसका सुराग नहीं मिला। पांच जून को उसकी मां ने अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कार्यी। इस बीच 13 जुलाई को पुलिस ने इमादपुर के सहियारा नहर से एक अज्ञात किशोरी का बोर में बंद शव बरामद किया।

जिससे ह्त्या की आशंका जताई गयी थी| छात्रा के परिजनों को इसकी जानकारी और शव का फोटो मिला। तब परिजनों ने शव छात्रा के होने का दावा किया। इसे लेकर परिजन 19 जुलाई को एसपी से मिले और शव की पहचान करने का दावा करते हुये हत्या किये जाने का आरोप लगाया। आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग भी की गयी थी। एसपी विनय तिवारी ने संबंधित अफसरों को पूरे मामले की जांच कर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया। पुलिस ने तफ्तीश शुरू कर दी। इसी क्रम में पुलिस ने छात्रा को हैदराबाद से बरामद कर लिया।

वेब लिंक जारी कर जिले में नया प्रयोग करेगें भोजपुर एसपी

आरा : भोजपुर एसपी विनय तिवारी भोजपुर जिले में कार्यरत दूसरे जिले जिले एवं प्रान्तों के पुलिस ऑफिसर जिन्हें यहाँ की स्थानीय समस्याओं की जानकारी नहीं है, उनके लिए एक वेब लिंक जारी करेंगे| एसपी ने बताया कि उक्त लिंक पर जिले के निवासी या दूसरी जगहो पर रहने वाले भोजपुर के लोग अपनी थोडी डिटेल्स देकर सामूहिक समस्या जैसे अपराध, ट्रैफिक आदि के बारे में जानकारी व सुझाव दे सकते हैं।

सुझाव का पुलिस की एक विशेष टीम मंथन करेगी। विशेष पुलिस टीम जिसमें 3 डीएसपी एवं 4 इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी रहेंगे। यह सुझाव प्रयोगात्मक होगा। उस पर मैं काम करुंगा। जो भी बढ़िया सुझाव देने वाले लोग होंगे उनको 15 अगस्त व अन्य मौके पर पुलिस विभाग सम्मानित करेगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत समस्या के लिए लोग मेरे कार्यालय में मिल सकते हैं।

नितीश सरकार के कड़े रुख के बावजूद हो रहा अवैध बालू खनन

आरा : सोन नद में प्रतिबंध के बावजूद अवैध बालू खनन को लेकर सरकार ने दो एसपी, चार डीएसपी, एक एसडीएम, दस थानेदार, दर्जनभर दारोगा, तीन सीओ और एमवीआई समेत तीन दर्जन अधिकारियों जिनमे ज्यादातर भोजपुर के ही थे को निलंबित कर दिया मगर सरकार के इस कड़े कदम के बावजूद अवैध बालू खनन उन्ही इलाकों में बदस्तूर चल रहा है जहाँ के अधिकारियों पर कार्रवाई हुयी है।

सरकार की कार्रवाई के महज़ कुछ देर में ही सोन नद में बालू उत्खनन शुरू हो गया और सरकार यह जाकर भी चुप बैठी है| भोजपुर में हजारों की संख्या में नाव सोन नद में दिखाई दे रही हैं. स्थानीय लोगों का दावा है कि ऐसी तस्वीरें शाम ढलते हर रोज देखी जाती हैं. एक साथ हजारों की संख्या में नाव लेकर बालू माफिया सोन नद में उतरते हैं और उसके गर्भ से सोना लूटकर ले जाते हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि प्रतिदिन हजारों नाव सोन नद में उतरती हैं और इनसे करोड़ों रुपये का अवैध बालू का कारोबार किया जाता है. यह बालू वैशाली, सोनपुर के दियारा और यूपी के बैरिया में बहुत सारे बिचौलियों से बेचा जाता है. उन्होंने बताया कि सोन नद का बालू बिहार और यूपी समेत कई राज्यों में जाता है. आगे बताया कि एक नाव पर लगभग 20 से अधिक मजदूर रहते हैं. ये मजदूर आरा, पटना या आसपास के अलावे खगड़िया, सीतामढ़ी आदि स्थानों से भी आते है|

ग्रामीणों ने कहा कि सरकार की दृढ इच्छा की कमी से अवैध खनन नही रुक रहा| आरा और छपरा में हजारों ट्रक चलते रहेंगे. ग्रामीणों ने यह भी कहा की खनन रूका है तो सरकार को इनके जीवन यापन के बारे में भी सोचना चाहिए. अगर अवैध बालू खनन रोकना चाहती है तो इन मजदूरों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए।

भोजपुर एसपी विनय तिवारी ने बताया कि अवैध बालू उत्खनन की घटनाएं प्रकाश में आई है| वे अलग अलग समय पर छापेमारी भी कर रही है| इस बड़ी चुनौती से इनकार नहीं किया जा सकता है| एसपी ने कहा कि पुलिस कार्रवाई कर रही है. नावों को जब्त किया जा रहा है। गिरफ्तारियां भी हुई हैं| उन्होंने आगे कहा कि पुलिस जो भी सामान जब्त करती हैं और उसे थाना लाने की स्थिति में नहीं रहते तो उसे किसी की निगरानी में दे देते हैं और उस व्यक्ति की जिम्मेदारी होती है कि वे चीजों की सुरक्षा करे.” उन्होंने कहा कि “चूंकि नाव बहुत बड़ी होती है। इसलिए ये संभव नहीं है कि उसे थाना पर लाया जाये. इसलिए फिलहाल जिला पुलिस बल से पुलिस फोर्स और पुलिस अधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। जहां कुछ जब्त नावों को एकत्रित किया गया है।

हालांकि पिछले रविवार को एसपी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने दियारा इलाके के सुरौंधा, चंदपुरा, महादेवचक सेमरिया, मखदुमपुर, फुहा, कमालूचक महुईमहाल इलाके तक सोन के इलाके में लगभग 11 घंटे तक छापेमारी की तथा 9 नावों को जब्त किया गया तथा 48 मजदूर भी पकड़े गए. ये सभी मजदूर, पटना, सारण , वैशाली और यूपी के रहने वाले थे. सोमवार को भी पुलिस ने सोन नद में छापेमारी अभियान चलाकर 18 नाव जब्त की थी| पर जिला पुलिस की इतनी कठोर कार्रवाई के बावजूद बालू माफिया नियंत्रण में नहीं हैं|

ज़ब्त नाव को सुरक्षित रखने में पुलिस भी असक्षम है. कार्रवाई के बाद भी बालू माफिया सोन से सोना लूटने से बाज नहीं आ रहे हैं. शाम ढलते सोन पर माफियाओं का कब्जा हो जाता है. वे जब चाहें, जहां चाहें, जैसे चाहें सोन से बालू निकलते हैं और सरकारी दाम फिक्स किये जाने के बावजूद मनमाने रेट पर इसे बिचौलियों और अन्य ग्राहकों को बेचते हैं. प्रतिदिन करोड़ों रुपये का खेल होता है. इतना कि आम आदमी इसका आकलन भी नहीं सक सकता।

आरण्य देवी मंदिर के पुजारी की गिरफ्तारी एक अफवाह

आरा : आरा अनुमंडलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि कुछ व्यक्तियों द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक एवं असत्य बातें फैलाई जा रही हैं कि अरण्य देवी मंदिर से संबंधित श्री मनोज पांडेय उर्फ मनोज बाबा को टाऊन थाना ने गिरफ्तार कर लिया है। यह खबर पूर्णतया असत्य है। कोरोना संक्रमण से बचाव हेतु राज्य सरकार द्वारा निर्गत राज्यादेश में स्पष्ट रूप से सभी धार्मिक अनुष्ठानों में आगंतुकों के प्रवेश पर रोक लगाए गई है।

इस आशय की जानकारी थाना स्तर पर एवं अनुमंडल स्तर की विभिन्न बैठकों में शहर के विभिन्न गणमान्य एवं धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़े लोगों को दी गई थी। इस संबंध में सभी मंदिरों के पुजारी एवं महंत गण के साथ भी दिनांक 24.07.2021 को बैठक कर सूचना एवं विमर्श किया गया था। सभी व्यक्तियों द्वारा राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन एवं कोरोना से बचाव के महत्व पर सहमति जताई गई थी।

आरण्य देवी मंदिर के प्रमुख महंत श्री संजय पांडे एवं अन्य के द्वारा भी कोरोना से बचाव के महत्व को समझते हुए राज्य सरकार के द्वारा निर्गत गाइडलाइन का पालन करने की बात की गई है किंतु अरण्य देवी मंदिर के एक पुजारी श्री मनोज पांडे ने न सिर्फ इसका उल्लंघन किया, अपितु यह अफवाह फैलाई की कि उन्हे गिरफ्तार कर लिया गया है, जो पूर्णतः असत्य है।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट