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27 जुलाई : मधुबनी की मुख्य खबरें

जमीनी विवाद में दो पक्षों के बीच मारपीट, दोनों पक्ष से आठ घायल, तीन रेफर

मधुबनी : जिले के बसैठ में जमीनी विवाद के कारण दो पक्षों में मारपीट हो गई, जिसमें दोनों पक्ष से आठ लोग जख्मी हो गए है। आठ में तीन लोगों की हालत नाजूक देख चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद मधुबनी रेफर कर दिया है। घायलों की पहचान क्रमशः एक पक्ष के गोविंद साह, रविशंकर साह, पलटी देवी, सुलेखा देवी और दूसरे पक्ष के अमिरी साह, संतोष साह, लक्ष्मी देवी और ममता देवी के रूप में की गयी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गोविंद साह और अमिरी साह के बीच पूर्व से ही जमीनी विवाद चल रहा है, जो मंगलवार की सुबह विकराल रूप पकड़ लिया। जमीनी विवाद को लेकर पहले दोनों पक्षों में गाली गलौज से शुरूआत हुई, जो कुछ ही देर में मारपीट में तब्दील हो गयी।

मारपीट में दोनों पक्ष से आठ लोग जख्मी हो गए, जिन्हें इलाज के लिए पीएचसी बेनीपट्टी लाया गया, जहां चिकित्सक ने गोविंद साह, रविशंकर साह और अमिरी साह की स्थिति नाजूक देख सामूचित इलाज के लिए मधुबनी रेफर कर दिया। वहीं थानाध्यक्ष अरविंद कुमार ने बताया कि किसी भी पक्ष से आवेदन प्राप्त नही हुआ है, आवेदन मिलते ही जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

पांच सूत्री मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को भेजा गया पत्र

मधुबनी : बिहार ग्राम रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष सह समाजसेवी रामप्रसाद राउत ने खजौली विधान सभा अंतर्गत बासोपट्टी के जनसमस्याओं पर आवाज बुलंद किया है। उन्होंने पांच सूत्री मांगो को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ज्ञापन सौंपा है। जिसमें बासोपट्टी प्रखंड को अनुमंडल का दर्जा देने, सभी उप-स्वास्थ्य केंद्र पर चिकित्सीय सेवा बहाल करने, पीएचसी बासोपट्टी को अनुमंडल अस्पताल का दर्जा देने।

बासोपट्टी-कलुआही-उमगांव मुख्यमार्ग को जल्द से दुरुस्त करने तथा उक्त मार्ग के दोनों तरफ नाला निर्माण करने, बासोपट्टी स्थिति ऐतिहासिक बभनदई तालाब को सौंदर्यीकरण करने समेत बिहार ग्राम रक्षा दल के इग्यारह सूत्री मांगों को जल्द पूरा करने का मांग किया गया है।

उन्होंने यह भी कहा है कि यदि सभी मांगे पूरा नही हुआ तो सरकार के विरुद्ध आंदोलन करेंगे। गौरतलब है कि बासोपट्टी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बदहाली की स्थिति में है। तो वहीं बभनदई तालाब में कचरे का अंबार है। तो वहीं उमगांव बासोपट्टी कलुआही जो कि एनएच 104 और एनएच 105 को जोड़ती है, वो सड़क वर्षो से जानलेवा बना हुआ है।इतना ही नही उक्त मार्ग पर वाहन चालक आए दिन दुर्घटना का शिकार हो रहे है।

डाॅ० शैलेश बने अतिथि शिक्षक संघ के अध्यक्ष, डाॅ० रमण कुमार ठाकुर सचिव व डाॅ० आनंद कुॅवर उपाध्यक्ष निर्वाचित

मधुबनी : ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय अतिथि शिक्षक संघ के निर्देश के आलोक में डी.बी. कॉलेज, जयनगर इकाई की कार्यकारिणी का चुनाव बैठक प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार की अध्यक्षता में आयोजित की गई, जिसमें सभी अतिथि शिक्षकों ने भाग लिया। बैठक में नई कार्यकारिणी के लिए पदाधिकारियों का चुनाव हिन्दी विभागाध्यक्ष-सह-पर्यवेक्षक डाॅ० बुद्धदेव प्रसाद सिंह के पर्वेक्षण में किया गया। जिसमें अध्यक्ष पद के लिए डा० शैलेश कुमार सिंह व डा० सुनिल कुमार सुमन का नाम प्रस्तावित किया गया। जिसमें डा० शैलेश कुमार सिंह 6-1 के अन्तर से अध्यक्ष पद पर विजयी घोषित किए गए।

इसी क्रम में उपाध्यक्ष पद के लिए डा० आनंद कुॅवर का नाम प्रस्तावित किया गया, जो निर्विरोध निर्वाचित किए गए। इसी क्रम में सचिव पद के लिए डा० अनंतेश्वर यादव व डा० रमण कुमार ठाकुर का नाम प्रस्तावित किया गया, जिसमें डा० रमण कुमार ठाकुर 4-3 के अन्तर से सचिव निर्वाचित हुए। उपरोक्त क्रम में कोषाध्यक्ष पद के लिए डा० कुमार सोनू शंकर का नाम प्रस्तावित किया गया, जो निर्विरोध कोषाध्यक्ष निर्वाचित किए गए। साथ ही डा० मदन पासवान को प्रधानाचार्य द्वारा विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मनोनीत किया गया।

नव निर्वाचित कार्यकारिणी का अभिनंदन करते हुए प्रधानाचार्य डॉ० नंद कुमार ने कहा कि, अतिथि शिक्षकों के कठीन परिश्रम से महाविद्यालय के शैक्षणिक गतिविधियों को मजबूती प्रदान किया है। मैं नवनिर्वाचित संगठन के कुशल कार्यकाल की शुभकामना देता हूँ। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक डाॅ० उमेश कुमार सिंह, डॉ० संजय कुमार पासवान, डाॅ० संजय कुमार, अवध बिहारी यादव, डाॅ० मो. मिनहाजुद्दीन, डाॅ० सुनील कुमार सुमन, डाॅ० अंतेश्वर यादव, डाॅ० मदन पासवान, डाॅ० रंजना सहित समस्त शिक्षकों ने कुशल कार्यकाल की शुभकामना व बधाई दी है।

सभी वार्ड में 95% लोगों का किया गया टीकाकरण, टीका एक्सप्रेस का संचालन व धर्मगुरुओं की अपील रही कारगर

मधुबनी : कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में तेजी से वैक्सीनेशन अभियान चलाया जा रहा है|जिसका असर अब दिखने लगा है। लोग बड़ी संख्या में वैक्सीन लगवाने के लिए टीकाकरण केंद्रों पर पहुंचने लगे हैं। स्वास्थ विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले के शहरी क्षेत्रों के सभी वार्ड में 95 % से अधिक लोगों का टीकाकरण कर दिया गया है। इन वार्ड में कुछ लोग गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं तथा कुछ अप्रवासी हैं। इस कारण से यह 5 से 10 प्रतिशत की जो कमी है व पूरा नहीं हो पा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग के बेहतर रणनीति बनी कारगर :

जिलाधिकारी अमित कुमार व एसडीओ अभिषेक रंजन एवं स्वास्थ्य विभाग की बेहतर रणनीति का परिणाम रहा कि जिला टीकाकरण में तेजी से बढ़ रहा है। टीकाकरण को लेकर जिला पदाधिकारी एवं स्वास्थ्य कर्मियों के साथ नियमित बैठक एवं टीकाकरण उपलब्धि की समीक्षा की गई। जिससे टीकाकरण की गति को अधिक बल मिला। वहीं, स्वास्थ विभाग ने टीकाकरण के लिए जिले में चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाया।

शुरुआत में टीकाकरण गति धीमी होने के कारण स्वास्थ्य विभाग ने रणनीति बनाकर धर्मगुरुओं के साथ तथा पंचायती राज्य सदस्यों के साथ लगातार बैठक की | साथ ही शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में टीका एक्सप्रेस के माध्यम से लोगों के घर-घर पहुंच टीकाकरण किया गया है,जिसका प्रतिफल रहा कि जिले के शहरी क्षेत्रों में 95% लोगों का टीकाकरण हो चुका है।

लोगों की भ्रांति तोड़ने में मिली सफलता :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया शुरुआत में लोगों के मन में टीकाकरण को लेकर कई तरह की भ्रांतियां थी, जिसे सामुदायिक बैठक तथा स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों के द्वारा दूर किया गया। लोगों को समझाया गया कि वायरस से लड़ने का एकमात्र उपाय टीकाकरण ही है। इसलिए अपना टीकाकरण जरूर करवाएं। इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं बल्कि लड़ने की जरूरत है।

एसडीओ अभिषेक रंजन, केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी, एवं स्वास्थ विभाग के मो. इस्मतुल्लाह उर्फ गुलाब के द्वारा लगातार सामुदायिक बैठक कर क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ,उलेमाओं, इमामों ,गांव के बुद्धजीवियों एवं ज़िम्मेदार लोगों के साथ लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया व अपील की गई। बैठक में कोरोना टीकाकरण के फायदे एवं लोगों के सवाल जवाब के बाद उनके अंदर फैली भ्रांतियों को दूर करते हुए टीकाकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।

आयुष्मान भारत ने लौटाई शहजादी की मुस्कान

मधुबनी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत जिले वासियों के लिए वरदान साबित हो रही है योजना के तहत वंचित एवं गरीब परिवार के लोगों को 5 लाख तक की निशुल्क इलाज की सुविधा प्रदान कराई जा रही है। गरीबी से लाचार एक महिला का आपरेशन कराकर स्वास्थ्य विभाग ने गरीब परिवार के चेहरे पर मुस्कान ला दी। जिले के रहिका प्रखंड के पान की दुकान से अपनी जीविका चलाने वाली 46 वर्षीय शहजादी जो घुटने के तेज दर्द से परेशान थी दर्द के कारण शहजादी चल भी नहीं पाती थी।

अस्पताल में दिखाने पर पता चला कि घुटना बदलना होगा जिसमें लगभग 2 लाख का खर्च आएगा लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण इलाज करवाने में असमर्थ थी तब आशा कार्यकर्ता के माध्यम से प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के बारे में पता चला और आशा कार्यकर्ता द्वारा आयुष्मान कार्ड बनाने का पत्र भी दिया गया साथ ही सूचीबद्ध अस्पतालों के बारे में भी आशा द्वारा बताया गया। तब शहजादी अपने परिजनों के साथ क्रिब्स हॉस्पिटल मधुबनी में घुटने का जांच कराया जहां डॉक्टर ने घुटने का रिप्लेसमेंट की बात कही।

30 सितंबर 2020 को भर्ती होने के बाद सफलतापूर्वक घुटने का प्रत्यारोपण किया गया और 5 अक्टूबर 2020 को अस्पताल से छुट्टी मिल गया। ऑपरेशन में कुल खर्च 80 हजार का खर्च आया जिसका भुगतान आयुष्मान योजना के तहत किया गया। शहजादी ने बताया इस दौरान आरोग्य मित्र, डॉक्टर और अन्य संबंधित अस्पतालों के कर्मियों के व्यवहार और अस्पताल की व्यवस्था काफी सराहनीय था इलाज के क्रम में आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन और आईटी प्रबंधक प्रभाकर रंजन भी कुशल क्षेम लेते रहे।

आर्थिक स्थिति नहीं आई आड़े :

प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शहजादी और उनके परिवार के लिए एक आशा की किरण बनकर आया जहां वो और उनके परिवार के लोग अपनी आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण यह समझ लिया था कि शहजादी को बाकी बची हुई जिंदगी बिस्तर पर लेट के ही बिताना होगा वही प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के कारण ही शहजादी दोबारा अपने पैरों पर खड़ी हुई और पहले की तरह अपने घर के कामकाज और पान की दुकान चला पा रही हैं।

जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार का बनेगा आयुष्मान कार्ड :

आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया बताया जिले में 4 लाख 91 हजार 247 परिवार को आयुष्मान कार्ड मिलना है जिसमें 23 लाख 70 हजार 685 सदस्य हैं, 1 लाख 14 हजार 612 परिवार को आयुष्मान कार्ड बनाया गया है जिसमें 2 लाख 32 हजार 195 सदस्य को कार्ड मिल चुका है। जिले में अब तक 9,567 मरीज का आयुष्मान योजना के तहत इलाज किया गया है जिसमें 7,022 मरीज का जिले में ही सूचीबद्ध सरकारी व निजी अस्पताल में इलाज किया गया है।

रंजन ने कहा राज्य कार्यालय से निर्देश दिया गया है अब जिले में सीएससी (कॉमन सर्विस सेंटर) के अलावे यूटीआईआईटीएसएल एमओयू साइन किया गया है जो जिले में माइक्रो प्लान बना कर पात्र लाभार्थी का आयुष्मान कार्ड बनाएगा। उन्होंने जिले में योग्य अस्पताल से अपील किया कार्यक्रम के साथ जुड़ें तथा ज्यादा से ज्यादा लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ दिलाएं।

पात्र लाभार्थियों का बनता है आयुष्मान कार्ड :

पीएम नरेंद्र मोदी ने सितंबर 2018 को गरीबी से परेशान लोगों के नि:शुल्क उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरूआत की थी। इसमें सोशल इकनॉमिक कॉस्ट सेंसेज 2011 (सेक डेटा) के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को लाभ दिलाने के लिए पात्र माना गया था। इसी के तहत लोगों को लाभ दिलाया जा रहा है। प्रियरंजन ने बताया कि जिले भर में आयुष्मान भारत योजना के तहत सरकारी अस्पताल सहित 5 प्राइवेट अस्पताल पंजीकृत हैं। इसमें लाभार्थी लाभ लेने व आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।

क्या कहते हैं सिविल सर्जन :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत आयुष्मान कार्ड की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। शत प्रतिशत कार्ड बनाने के लिए सभी सीएचसी, पीएचसी, आशा को निर्देशित किया गया है। अधिक से अधिक गोल्डेन कार्ड बनावा कर पात्रों को नि:शुल्क उपचार दिलाने का भी पूरा प्रयास किया जा रहा है।

इंडो-नेपाल बॉर्डर पर नेपाली सशत्र प्रहरी के विरुद्ध ग्रामीणों ने काटा बबाल

मधुबनी : जिला अंतर्गत बासोपट्टी थाना क्षेत्र के सीमावर्ती क्षेत्र खौना बॉर्डर पर ग्रामीणों व नेपाल के सस्त्र प्रहरी के बीच काफी देर तक बकझक होता रहा। दरअसल आक्रोशित ग्रामीणों का आरोप है कि भारत-नेपाल के बीच बेटी-रोटी का रिश्ता है। जिसका ख्याल रखते हुए अन्य सभी बोर्डरों पर व्यवहारिक रूप से पैदल जाने वाले दोनों देशों के नागरिकों को छूट दिया जा रहा है।

लेकिन, इंडो-नेपाल के खौना बॉर्डर पर नेपाली सशत्र प्रहरी भारतीय लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है, और आने जाने वाले लोगों के साथ अभद्रता से पेश आते है। जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने जमकर बबाल काटा है। आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि नेपाल में हमलोगों का रिश्तेदारी है, जिसको लेकर विभिन्न कार्यो से जाना पड़ता है। उधर कोविड-19 को लेकर करीब डेढ़ वर्ष से दोनों देशों के सरकार के द्वारा बोर्डरों को सील रखा गया है, लेकिन नेपाल प्रशासन हमलोगों का मजबूरी नही समझ रही है।

पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा राजनगर प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सतघाड़ा के चार वार्डों का निरीक्षण किया गया

मधुबनी : इस दौरान प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, राजनगर, तकनिकी सहायक, ग्राम पंचायत के मुखिया जी एवं सम्बंधित वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति सदस्य उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत राज पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा पाया गया की किसी भी वार्ड में योजना बोर्ड नहीं पाया गया, सभी वार्डो में विभिन्न स्थलों पर लीकेज एवम् पाइप में कटाव के कारण सभी घरों में जलापूर्ति समय पर नहीं पाया गया। विभाग के दिशा-निर्देश के अनुरूप पाइप कि गहराई नहीं पाया गया।

नल पोस्ट की उचित ढलाई एवं जहाँ-तहाँ उखाड़ कर फेका हुआ पाया गया, कुछ जगहों नल की टोटी नहीं पाया गयाl वार्ड नंo-09 एवं 04 में स्टेपलाइज़र नहीं पाया गया तथा स्ट्रेक्चर टावर के ऊपर से ही पानी लीकेज करता हुआ पाया गयाl जिला पंचायत राज पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा ग्राम पंचायत सतघाड़ा के मुखिया, तकनिकी सहायक एवं सभी वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति को फटकार लगाया गया साथ ही निदेश दिया गया की एक सप्ताह के अंदर सभी की को ठीक करवाए।उसके उपरांत पुन जांच की जाएगी।

जिला पंचायत राज पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी, राजनगर को निदेशित किया गया सभी वार्डो का निरीक्षण करते हुए कार्यों को 07 दिनों में पूर्ण करवाते हुए प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ।अगर निर्धारित समय-सीमा के अंदर कार्यों को पूर्ण नहीं किया जाता है तो मुखिया सहित सभी दोषियों के ऊपर विधि सम्मत कार्रवाई करने का अनुशंसा भेजे। साथ ही निरीक्षण के क्रम में पंचायत सचिव एवं लेखपाल उपस्थित नहीं पाया गया उनके ऊपर स्पष्टीकरण पूछने का आदेश दिया गया l

जलाशयों की सूची निर्गत करने के संबंध में जिला पदाधिकारी के कार्यालय प्रकोष्ट में हुई बैठक

मधुबनी : इस दौरान अपर समाहर्त्ता, मधुबनी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, मधुबनी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, मधुबनी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, मधुबनी, जिला परियोजना प्रबंधक (जीविका), मधुबनी एवं पशुधन प्रबंधक ग्यास आदि उपस्थित थे।

बैठक के दौरान जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत नव सृजित/विकसित सार्वजनिक जलाशयों का रख-रखाव एवं प्रबंधन, जीविका संपोषित सामुदायिक संगठनों द्वारा किया जाना है, तथा जिला स्तर पर जल-जीवन-हरियाली अभियान अंतर्गत नव सृजित/विकसित सार्वजनिक जलाशयों/जल निकायों/वाटर बोडिज (निजी भूमि में अवस्थित एवं अन्य विभागीय जलाशयों जो संबंधित विभाग के अधिनियमों/ अधिसूचना/परिपत्रों इत्यादि के अंतर्गत बंदोबस्त किया जाता है, को छोड़कर) की पहचान हेतु जिला स्तर पर जिला पदाधिकारी, मधुबनी के समक्ष विस्तृत चर्चा किया गया।

सुमित कुमार की रिपोर्ट