14 जून : आरा की मुख्य खबरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

कुख्यात खुर्शीद कुरेशी समेत 10 अभियुक्तों को सजा ए मौत

आरा : आरा व्यवहार न्यायालय के नवम अवर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार ने विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से बहुचर्चित बैग व्यवसायी मो. इमरान हत्याकांड में कुख्यात खुर्शीद कुरैशी समेत 10 अभियुक्तों को मृत्युदंड की सजा सुनाई है तथा सभी अभियुक्तों पर विभिन्न धाराओ के अन्तर्गत 2 लाख 60 हजार जूर्माना लगाया।

सजा पाने वाले में खुर्शीद कुरैशी, उसके भाई अब्दुल्ला कुरैशी, नाजीरगंज के राजू खान, रौजा मोहल्ला के अनवर कुरैशी, मिल्की मोहल्ला के अहमद मियां उर्फ़ सरला मियां, खेताड़ी मोहल्ला के बब्ली मियां, तौशिफ आलम व फुरचन उर्फ फुचन मियां, रोजा के गुड्डू मियां उर्फ़ गुड्डू चोर व अबरपुल मुहल्ला शमशेर मियां हैं।

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केस की सुनवाई सिविल कोर्ट के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रुम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी अभियुक्तों की पेशी हुई। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता भुनेश्वर तिवारी, अमित कुमार गुप्ता, शिवजी सिंह, सरकारी पीपी नगेंद्र सिंह सुनवाई के दौरान उपस्थित थे जबकि प्रॉसिक्यूशन की तरफ से अधिवक्ता मोहम्मद इख्तेसर उर्फ़ लाला थे|

अधिवक्ता मोहम्मद इख्तेसर उर्फ़ लाला ने बताया कि 9 मार्च 2021 को आरा शहर के चर्चित बैग कारोबारी इमरान खान हत्या में आरा सिविल कोर्ट ने खुर्शीद कुरैशी सहित दस आरोपितों को दोषी पाया था। आरोपितों में एक खुर्शीद कुरैशी का भाई अबदुल्ला भी शामिल है। दोषी पाये जाने के बाद कोर्ट के आदेश पर सभी आरोपितों को जेल भेज दिया गया था। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार के कोर्ट ने सभी आरोपितों को हत्या, आपराधिक षड़यंत्र आर्म्स एक्ट और रंगदारी के लिये भय पैदा करने में दोषी पाया था।

इस मामले में एपीपी नागेंद्र प्रसाद सिंह ने ही अभियोजन की ओर से बहस की गयी थी। 6 दिसंबर 2018 को दिनदहाड़े धर्मन चौक स्थित शोभा मार्केट पर अंधाधुंध फार्यंरिग की गयी थी। उसमें दूध कटोरा निवासी बैग कारोबारी इमरान खान की मौत हो गयी थी। वही इमरान के भाई अकील अहमद और एक बीएसएनएल कर्मी भी गोली लगने से जख्मी हो गये थे। उसे लेकर अकील अहमद के बयान पर टाउन थाना में खुर्शीद कुरैशी और उसके भाई सहित अन्य के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। उसमें कहा गया था कि उससे दस लाख रुपये रंगदारी की मांग की गयी थी।

पैसे देने से इंकार किया तो आरोपितों द्वारा उन पर अंधाधुंध गोली चलायी गयी। उसमें इमरान की मौत हो गयी, जबकि उनके भाई अकील अहमद और एक कर्मी जख्मी हो गये थे। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद नवम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश मनोज कुमार ने भादवि की धारा 387/34, 302/34, 307/34,120 (बी ) व 27 आर्म्स एक्ट तहत खुर्शीद कुरैशी उसके भाई अब्दुल्ला कुरैशी, नजीरगंज के राजू खान, रौजा मोहल्ला के अनवर कुरैशी, मिल्की मोहल्ला के अहमद मियां, खेताड़ी मोहल्ला के बब्ली मियां, तौशिफ आलम व फुरचन उर्फ फुचन मियां, रोजा के गुड्डू मियां व अबरपुल मुहल्ला शमशेर मियां को दोषी करार दिये।

6 दिसंबर 2018 को शहर के काफी भीड़-भाड़ वाले धर्मन चौक के पास बैग और बेल्ट कारोबारी इमरान को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया था। उसे नजदीक से दर्जन भर गोलियां मारी गयी थी। इसमें इमरान के भाई और बगल में काम कर रहे बीएसएनएल के एक कर्मी को भी गोली लग गयी थी। दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग की घटना से पूरा शहर दहल उठा था। गोलियों की आवाज सुन लोग भाग गये थे। कुछ देर के बाद जब गोली बारी थमी, तब लोगों को इमरान के मारे जाने और दो लोगों गोली लगने की खबर मिली थी। उस घटना के बाद जबरदस्त बवाल भी मचा था। गोलीबारी थमने के बाद उस मामले में कभी डॉन के नाम से चर्चित रहे खुर्शीद कुरैशी का नाम आया था।

बहुत दिनों के बाद खुर्शीद कुरैशी के अपराध की दुनिया में लौटने से सनसनी मच गयी थी। छानबीन में पुलिस को पता चला कि धर्मन चौक स्थित मार्केट पर कब्जा को लेकर खुर्शीद और इमरान में विवाद था। उसी में घटना को अंजाम दिया गया था। बाद में पुलिस ने खुर्शीद कुरैशी को नयी दिल्ली के जहागीर मेट्रो रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया था\ सरकार ने उसपर पहले ही 50000 रुपये का इनाम रख चुकी थी| खुर्शीद कुरैशी कुख्यात नौशाद कुरैशी का भाई है जो उत्तर प्रदेश में भाजपा विधयाक हत्याकांड के पुलिस एनकाउंटर में 2005 में मारा गया था|

रेलवे के बिलम्ब पर भोजपुरी चित्रकारों में आक्रोश

आरा : भोजपुरी भाषीचित्रकारों,कलाकारों,रंगकर्मियों,सामाजिक कार्यकर्ताओं,पत्रकारों आदि द्वारा आज 14वें दिन भी आरा रेलवे स्टेशन पर भोजपुरी चित्रकला को सम्मान सहित स्थान दिलाने हेतु शांतिपूर्ण तरीके से कोविद 19 के नियमों का अनुपालन करते हुए बैग पेंटिंग और जनता से संवाद किया गया। भोजपुरी चित्रकला के कलाकारों कमलेश कुंदन, रौशन राय,विजय मेहता,कौशलेश कुमार,रूपेश कुमार पांडेय (ज्ञानपुरी),रूपा कुमारी,निक्की कुमारी,शालिनी कुमारी, प्रशंसा पटेल,गुड़िया कुमारी आदि ने बैग पर आकर्षक भोजपुरी चित्रों का अंकन किया। ‘ले मशालें चल पड़े हैं लोग मेरे गांव के’ क्रांति गीत गाकर आज के जनता से संवाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

मोर्चा के सदस्यों एवं आमलोगों द्वारा रेलवे प्रशासन द्वारा सकारात्मक कदम नहीं उठाए जाने से आक्रोश और दुःख व्यक्त किया गया।मोर्चा द्वारा कल आरा रेलवे स्टेशन प्रबंधक के कक्ष के समक्ष मुँह पर काली पट्टी बांध कर मौन प्रदर्शन किया जाएगा।जनता से संवाद के दौरान यह बात भी उभरी कि अगर यथाशीघ्र सकारात्मक पहल नहीं हुई तो मजबूरी में मोर्चा के सदस्यों के साथ साथ आम जनता से भी कुछ लोग आमरण अनशन जैसे कदम भी उठाने को बाध्य हो जायेंगे।

कार्यक्रम को सफल बनाने में रंगकर्मी अशोक मानव,रवींद्र भारती,कृष्णेन्दु,नागेंद्र नाथ पांडेय,संजय शाश्वत,ओ पी पांडेय,डॉ0 पंकज भट्ट,डेजी खान,रतन देवा,साधना श्रीवास्तव, शालिनी श्रीवास्तव,अविनाश पांडेय, राजू कुमार मिश्र,नागेंद्र कुमार,हरेश्वर सिंह,पत्रकार डब्ल्यू कुमार,धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार सिंह,मूर्तिकार रूपेश कुमार,सामाजिक कार्यकर्ता भास्कर मिश्र,रुपेश कुमार पांडेय(ज्ञानपुरी),अभिनव कुमार,संजय कुमार सिंह,विकास कुमार,ब्रजेंद्र महाराज,नमो नारायण सिंह, किरण जायसवाल,एम ए खान आदि की भूमिका उल्लेखनीय रही।

विश्व रक्तदान दिवस पर रेड क्रॉस आरा में रक्तदान

आरा : आज स्थानीय रेडक्रास भवन में विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर स्वैच्छिक रक्तदान शिविर एवं एवं रक्तदाता सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता वाइस चेयरमैन डॉ निर्मल कुमार सिंह ने की। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष डॉक्टर प्रतीक एवं कार्यकारिणी के सदस्य डॉ राजेश सिंह, तारकेश्वर ठाकुर, डी राजन,विजय कुमार सिंह की उपस्थिति रही।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए डॉ निर्मल कुमार सिंह ने कहा कि, प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी रक्तदाता दिवस के अवसर पर रक्त दाताओं के सम्मान की परंपरा को अपनाया गया ,परंतु आज का यह सम्मान समारोह कुछ विशेष इसलिए है कि, कोविड-19 महामारी के दौरान पूरे वर्ष ऐसे रक्तदाता जिन्होंने एक अपील पर आकर लगातार रक्तदान किया और जरूरतमंदों को सहयोग करने में सहयोग पहुंचाया ,यह उनका सम्मान है। हम सभी इन सभी रक्त दाताओं के प्रति बहुत ही आभारी हैं।

कोषाध्यक्ष डॉक्टर प्रतीक ने कहा कि ,रेडक्रॉस द्वारा संचालित दोनों ही ब्लड बैंक, रेड क्रॉस ब्लड बैंक एवं सदर अस्पताल ब्लड बैंक पूरे वर्ष महामारी के दौरान भी अपनी नियमित सेवा जरूरतमंदों को प्रदान करते रहे और यह तभी संभव हो पाया जब इन रक्त दाताओं ने मदद की। रक्तदान शिविर में स्वामी विवेकानंद सेवा संस्थान के युवा साथियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पूरे वर्ष समय-समय पर रक्तदान करने के साथ ही आज भी कुल 11 युवा साथियों ने स्वैच्छिक रक्तदान किया।

अन्य रक्त दाताओं में वार्ड पार्षद 33 के प्रतिनिधि श्री ओम प्रकाश तथा नियमित रक्तदाता श्री पदमाराज केसरी प्रमुख रहे। अन्य रक्त दाताओं के नाम इस प्रकार रहे अमलेश कुमार, कुमार प्रतीक, अंकित कुमार, आशुतोष नंदन, राजेंद्र कुमार गुप्ता ,रवि रंजन कुमार, अरिहंत विजय जैन, श्रीमन राय ,आशुतोष कुमार, रोहित कुमार पांडे ,कुश कुमार प्रसाद, श्याम ओझा ,अविनाश विषण,उमेश कुमार ,अजीत कुमार ,कुमार दीपक, एवं प्रभु नारायण जालान। आप सभी रक्त दाताओं को प्रशस्ति पत्र एवं गुलाब का फूल देकर सम्मानित किया गया। आज के कार्यक्रम का संचालन रेड क्रॉस की सचिव डॉ विभा कुमारी के द्वारा किया गया।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट

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