हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वट-सावित्री पूजा, सुहागिन महिलाएं पति के लंबी आयु के लिए करती हैं ये पूजा
मधुबनी : वट सावित्री व्रत को सौभाग्य देने वाला और संतान की प्राप्ति में सहायक व्रत माना गया है। इस व्रत की तिथि को लेकर भिन्न मत हैं। एक मत के अनुसार ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को यह व्रत करने का विधान है, वहीं दूसरे मत के अनुसार ज्येष्ठ मास की अमावस्या को व्रत करने की बात कही गई है।
इस मौके पर महिलाओं ने संयुक्त रूप से बताया कि वट वृक्ष यानी बरगद के पेड़ की पूजा और सावित्री-सत्यवान की कथा के विधान की वजह से यह व्रत वट सावित्री के नाम से जाना जाता है। सावित्री को भारतीय संस्कृति में ऐतिहासिक चरित्र माना जाता है। सावित्री का अर्थ वेद माता गायत्री और सरस्वती भी होता है।
हर साल ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को महिलाएं वट सावित्र का व्रत रखकर पूजा अर्चना करती है। वट सावित्री का व्रत उत्तर भारत में ज्येष्ठ मास की अमावस्या एवं दक्षिण भारत की महिलाएं ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को मनाती है। पौराणिक कथा के अनुसार, इस देवी सावित्री ने यमराज से अपने मरे हुए पति के प्राण पुनः वापस मांगकर उन्हें जीवित कर लिया था। तभी से विवाहित सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना से यह व्रत रखती है।
इस मौके पर सैकड़ों महिलाओं ने इस महाव्रत को पूरे विधि-विधान से किया।
भाजपा विधायक को पागलखाने भेजेंगे जदयू एमएलसी
मधुबनी : बिहार के बांका के एक मदरसे में मंगलवार को हुई बम ब्लास्ट की घटना पर सत्ताधारी नितिश कुमार और भाजपा विधायक आपस में भिड़ गए। भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर ने बिहार में सभी मदरसों और मस्जिदों को बंद करने की मांग कर दी है। भाजपा विधायक की इस मांग से बिफरे जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी ने ऐसा बयान देने वाले नेताओं को पागलखाने भेजने की मांग की है।
बिस्फी से भाजपा विधायक हरि भूषण ठाकुर ने आरोप लगाया है कि बिहार में मदरसा और मस्जिदों के अंदर आतंकवाद की शिक्षा दी जा रही है। मदरसों में बम बनाने और हिंसा फैलाने की ट्रेनिंग दी जाती है। उन्होंने सरकार से बिहार के सभी मदरसों और मस्जिदों को बंद करने की मांग की है। विधायक के मुताबिक, बच्चों को मदरसों से निकालकर सामान्य स्कूली शिक्षा दी जानी चाहिए। हरि भूषण यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक समाज दलितों का उत्पीड़न कर रहा है। जमुई, गोपालगंज और पूर्णिया के मामलों को उन्होंने इसका उदाहरण बताया है।
भाजपा विधायक का यह बयान जदयू नेता गुलाम रसूल बलियावी को नागवार गुजरा। जदयू के विधान पार्षद बलियावी ने ठाकुर के साथ ही भाजपा को भी निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को चुनाव के समय मस्जिद और मदरसा नहीं दिखता, तब वो सर्वधर्म समभाव की बातें करते हैं, लेकिन चुनाव जीतते ही अपने असली एजेंडे पर आ जाते हैं।
स्वास्थ्य विभाग एवं सहयोगी संस्था व मीडिया के प्रयास का दिखने लगा असर: डॉ. एसके विश्वकर्मा
मधुबनी : जिले में टीकाकरण को गति देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीका एक्सप्रेस शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में चलाया जा रहा है। वहीं गुरुवार को टीका एक्सप्रेस स्थानीय विधायक समीर कुमार महासेठ के पहल पर आर.के मैरिज गार्डन एवं वार्ड संख्या 23, प्राथमिक मकतब गोवा पोखर पर पहुंचकर लोगों को टीकाकरण किया।विधायक आवास पर भी बड़ी संख्या में लोग पहुंच अपना टीकाकरण करवाया। सत्र स्थल गोआ पोखर पर लोगों का लक्ष्य अधिक भीड़ इकट्ठा हो गया। जिसके कारण वैक्सीन वाइल खत्म हो गया तथा कुछ समय के लिए टीकाकरण बाधित हो गया। लेकिन जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा के पहल पर जयनगर से अतिरिक्त टीका मंगा कर लोगों को टीकाकरण किया गया।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया स्वास्थ्य विभाग एवं सहयोगी संस्था व मीडिया के लगातार जागरूकता अभियान का परिणाम दिख रहा है। अब टीका एक्सप्रेस निर्धारित लक्ष्य से अतिरिक्त टीका कर रहा है। विदित हो कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा बुधवार एवं गुरुवार को जिले के 17,000 शिक्षकों को टीकाकृत करने का लक्ष्य रखा है। साथ ही 45 प्लस उम्र के लोगों को वार्ड वार बूथ स्तर पर लोगों को टीकाकरण किया रहा है। वहीं जिले में युवाओं का भी टीकाकरण के प्रति काफी उत्साह देखा जा रहा है।
सहयोगी संस्था का प्रयास से दिखने लगा असर :
जिले में टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए आईसीडीएस विभाग, केयर इंडिया, यूनिसेफ, डब्ल्यूएचओ,सिफार, यूएनडीपी, पाथ आदि संस्था लगातार प्रयास कर रही है। केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी ने बताया टीकाकरण अभियान के लिए जिले के लगभग 20 से 25 मौलानाओं के साथ बैठक कर टीका के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया गया, जिसका असर अब दिखने लगा है। वहीं, जिले के मीडिया में लगातार जागरूकता अभियान चलाया गया और मीडिया ने इस चीज को काफी प्रमुखता से प्रकाशित किया जिसका असर प्रतीत हो रहा है।
टीका पूर्णत: सुरक्षित है जरूर करावे टीका :
स्थानीय विधायक समीर कुमार महासेठ ने बताया टीकाकरण के प्रति लोग जागरूक हो रहे हैं। यह जिले के लिए अच्छी संकेत हैं। कोरोना संक्रमण को मात देने के लिए एकमात्र उपाय टीकाकरण ही है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा लोग टीकाकरण स्थल पर पहुंचकर अपना टीका जरूर करावें टीका पूर्णत: सुरक्षित है।
जिले में 4.33 लाख लोगों का हुआ टीकाकरण :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया जिले में अब तक 4 लाख 33 हजार 569 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिसमें 16,265 हेल्थ केयर वर्कर को प्रथम डोज,12,431 हेल्थ केयर वर्कर को सेकंड डोज, 10,948 फ्रंटलाइन वर्कर को प्रथम डोज, 5,317 फ्रंटलाइन वर्कर को सेकंड डोज, 1,54,872 लोग जो 60 वर्ष से ऊपर के हैं को प्रथम डोज,42,363 को सेकंड डोज तथा 45 से 59 वर्ष के 94,932 लोगों को प्रथम डोज,20,465 लोगों को सेकंड डोज दिया जा चुका है। वही 75,976 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है।
संभावित बाढ़ एवं उससे उत्पन्न जलजनित महामारी की रोकथाम हेतु महामारी रोकथाम समिति के साथ बैठक
मधुबनी : जिला पदाधिकारी, मधुबनी अमित कुमार के अध्यक्षता में वर्ष 2021 के संभावित बाढ़ एवं उससे उत्पन्न जलजनित महामारी की रोकथाम हेतु महामारी रोकथाम समिति के साथ आयाजित बैठक सम्पन्न हुई। इस दौरान अपर समाहर्ता, मधुबनी, उप विकास आयुक्त, मधुबनी, सिविल सर्जन, मधुबनी, पुलिस अधीक्षक प्रतिनिधि, मधुबनी, प्रभारी पदाधिकारी, आपदा, मधुबनी एवं कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, मधुबनी आदि उपस्थित थे।
उक्त बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी, मधुबनी द्वारा 2021 संभावित बाढ़ एवं उससे उत्पन्न जलजनित महामारी की रोकथाम को लेकर कई विषयों पर चर्चा करते हुए निदेश भी दिये, जो निम्न प्रकार है :-
1. कहा वर्तमान आपदा के समय में बाढ़ एवं उससे उत्पन्न जल जनित महामारियों की रोकथाम के लिए कोविड-19 के सभी तरीके के अनुसार यथा मास्क का उपयोग सोसल डिस्टेंसिंग, सेनिटाईजेशन, जाँच एवं मरीजों रेफरल प्रगति इत्यादि के साथ इस जलजनित महामारी को मात देना है।
2. वितग वर्षों के अनुभव के आधार पर बाढ़/महामारी से निपटने हेतु जिला से प्रखण्ड स्तर तक दवाओं की उपलब्धता का आकलन कर तैयारी सुनिश्चित कर ली जाय।
3. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जलजनित बीमारियों की रोकथाम हेतु संबंधित आवश्यक दवाओं की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था कर लें।
4. बाढ़ के समय/पश्चात कुत्ता एवं सियार कटाने की घटनायें होती रहती है। अतः एन्टीरेबीज दवा भी नियमानुसार आवश्यकता का आकलन कर भंडारण कर ली जाय।
5. आपदा के दौरान नवजात शिशुओं के लिए नियमित टीकाकरण भी बाधित नहीं हो, इसकी व्यवस्था भी सुनिश्चित कर ली जाय एवं गर्भवती महिलाओं की पहचान पूर्व से हीं कर ली जाय एवं इसके लिए डिलिवारी कीट एवं मैटरनिटी हट की भी व्यवस्था पूर्व में हीं कर लेंगे। इत्यादि।
स्वास्थ्य मंत्री ने 5 आरटीपीसीआर जांच वैन को झंडी दिखाकर किया रवाना
मधुबनी : गुरुवार को राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार के प्रांगण से 5 मोबाईल आरटीपीसीआर वैन को माननीय मंत्री स्वास्थ्य श्री मंगल पाण्डेय जी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मनोज कुमार, कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति समेत अन्य पदाधिकारीगण के साथ सहयोगी संस्थानों के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डे ने बताया कि पूर्व में मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा 5 वैन को रवाना किया जा चुका है, और अब कुल 10 आरटीपीसीआर जांच वैन द्वारा सुदूरवर्ती क्षेत्रों में कोरोना जांच की सुविधा उपलब्ध होगी। ये 10 वैन जब राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों में जायेंगे तो ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच की सुविधा का विस्तार होगा और दूर-दराज क्षेत्रों में रहने वाले लोग आसानी से अपनी कोरोना जांच करवा सकेंगे।
प्रतिदिन 1000 लोगों की जांच की है क्षमता :
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि सभी चलंत वैनों की प्रतिदिन की जांच करने की क्षमता 1000 सैंपल की है, जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच की जा सकेगी. कुल 10 आरटीपीसीआर जांच वैन द्वारा सरकार के टेस्टिंग, ट्रीटमेंट और ट्रैकिंग के लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी. चलंत वैन द्वारा जांच रिपोर्ट 24 घंटे में लाभार्थी के मोबाइल पर उपलब्ध होगी।
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन ने उपलब्ध कराये वैन :
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया ये 5 आरटीपीसीआर जांच वैन बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन द्वारा बिहार सरकार को उपलब्ध कराये गए हैं. फाउंडेशन कोरोना संक्रमण काल के शुरुआत से ही स्वास्थ्य विभाग को अपना तकनीकी सहयोग प्रदान कर रहा है और स्वास्थ्य विभाग इसके लिए फाउंडेशन का आभार मानती है।