16 जुलाई : सारण की मुख्य खबरें

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बाल हृदय योजना के तहत बच्चों को मिल रहा जीवन दान

छपरा : जन्मजात दिल में छेद से ग्रसित बच्चों के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री की महत्वकांक्षी योजना अब सार्थक सिद्ध होने लगा है। मुख्यमंत्री सात निश्चय पार्ट 2 में शामिल बाल हृदय योजना के तहत बच्चों को नए जीवन देने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी कड़ी में सारण जिले के गरखा थाना क्षेत्र के मिर्जापुर गांव निवासी इलियास खान की पुत्री मुस्कान का दिल में छेद का सफल व निशुल्क ऑपरेशन किया गया है। यह ऑपरेशन अहमदाबाद के एक बड़े अस्पताल में किया गया है।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ अमरेंद्र कुमार ने बताया कि आरबीएसके की टीम के द्वारा बच्ची को चिन्हित कर बेहतर इलाज के लिए पटना आईजीआईसी में भेजा गया था। जहां से उसे अहमदाबाद सर्जरी के लिए भेजा गया। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई। बच्ची को ऑपरेशन के लिए वायुयान के माध्यम से अहमदाबाद भेजा गया था, विमान का खर्च विभाग के द्वारा उठाया गया है। इसके साथ ही बच्ची को घर से एयरपोर्ट लाने तथा एयरपोर्ट से घर पहुंचाने के लिए भी एंबुलेंस की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

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सफल ऑपरेशन के बाद मुस्कान के आंगन में खुशियां चहक रही है। मुस्कान के परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग के तमाम अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया है और कहा कि यह योजना गरीबों के लिए काफी कल्याणकारी है। हम जैसे गरीब परिवार के लोगों के लिए यह ऑपरेशन संभव नहीं था लेकिन स्वास्थ्य विभाग और सरकार की पहल का देन है कि आज हमारी बच्ची का सफल ऑपरेशन हुआ और इसे एक करना ही जीवन दिया गया है।

जीवन का सबसे बड़ा ख़ुशी का पल :

सारण जिले के घर का प्रखंड के मिर्जापुर निवासी इलियास खान अपनी बिटिया के सफल ऑपरेशन के बाद काफी खुश है। उन्होने कहा कि उनकी बेटी का स्वस्थ होकर घर लौटना यह उनके जीवन का सबसे बड़ा ख़ुशी का पल था। उन्होंने यह उम्मीद ही छोड़ दी थी कि कभी उनकी बेटी स्वस्थ हो सकेगी। लेकिन सरकार के प्रयास से यह संभव हो सका है। उन्होंने कहा- ”मेरी बिटिया अब पूरी तरह से स्वस्थ्य है। मेरे आंगन में खुशिया चहक रही है। घर के अंदर खुश का माहौल है। यह ऑपरेशन पूरी तरह से नि: शुल्क किया गया है। यदि मैं निजी अस्पताल में इस ऑपरेशन कराता तो कम से कम 3 से 4 लाख रूपये खर्च हो जाते। यह खर्चा उठाना मेरे लिए काफी मुश्किल था”।

दो और बच्चे भेजे गए अहमदाबाद :

सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने कहा कि बाल हृदय योजना के तहत सारण जिले से दो और बच्चों को 16 जुलाई को विमान के द्वारा अहमदाबाद भेजा गया है। आरबीएसके की टीम के द्वारा चिन्हित किए गए बच्चों को ऑपरेशन के लिए श्री सत्य साईं हॉस्पिटल, अहमदाबाद में भेजा गया है। सिविल सर्जन ने बताया कि मांझी प्रखण्ड के 6 वर्षीय स्नेहा कुमारी तथा दिघवारा के 8 वर्षीय विवेक कुमार को भेजा गया है।

वैश्विक महामारी में भी उपलब्ध करायी जा रही टीबी के मरीजों को बेहतर सेवा, विभाग कृत संकल्पित

छपरा : जिले में टीबी उन्मूलन के लिए विभाग कृत संकल्पित है। वैश्विक महामारी कोरोना काल में भी टीबी के मरीजों को बेहतर सेवा उपलब्ध करायी जा रही है। इसी कड़ी में अब विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों में टीबी का स्क्रिनिंग की जाएगी। इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव पी. अशोक बाबू ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है। जारी पत्र में कहा गया है कि गंभीर कुपोषण से पीड़ित पांच साल से कम उम्र के बच्चों को उपचार और पोषण संबंधी सहायता प्रदान करने के लिए पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) देश भर में सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में कार्य कर रहे हैं।

क्षय रोग (टीबी) और अल्प-पोषण को अक्सर आपस में जोड़ा जा सकता है, इस प्रकार, टीबी किसी भी प्रकार के अल्प-पोषण से जुड़ा हो सकता है। टीबी मुक्त भारत पहल के मद्देनजर, नैदानिक अभिव्यक्ति और पारिवारिक इतिहास के आधार पर, सभी एनआरसी में भर्ती कुपोषित बच्चों को टीबी के लिए स्क्रीनिंग करना महत्वपूर्ण है। 2025 तक टीबी उन्मूलन लक्ष्य को प्राप्त करने की कुंजी है, इसलिए स्वास्थ्य संस्थानों, विशेष रूप से उच्च टीबी की घटनाओं वाले जिलों में अति-गंभीर कुपोषित (एसएएम) त बच्चों में टीबी की जांच सुनिश्चित करें।

टीबी के लक्षणों को अनदेखा न करें :

सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कि ‘बच्चों में टीबी के लक्षण जान पाना और उसका इलाज कर पाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। क्योंकि बच्चों में वयस्कों की तुलना में रोग प्रतिरोधक क्षमता काफी कम होती है। बच्चों का अपनी उम्र के हिसाब से ऊँचाई का कम बढ़ना या वजन में कमी होना टीबी के लक्षण हो सकते हैं। अगर बच्चों में भूख, वजन में कमी, दो सप्ताह से अधिक खांसी, बुखार और रात के समय पसीना आने जैसी समस्या हो रही है, तो इसे अनदेखा न करें। ये टीबी के लक्षण हो सकते हैं।’

कुपोषित बच्चों में टीबी होने का खतरा अधिक :

सिविल सर्जन ने बताया कि टीबी एक संक्रामक रोग है जो संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से फैलता है। कुपोषित बच्चे भी टीबी के शिकार हो जाते हैं। स्वस्थ बच्चे जब टीबी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो वह भी बीमार हो जाते हैं। यदि बच्चे को दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय से लगातार खांसी हो रही हो तो जांच कराना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि 12 साल से कम उम्र के बच्चों में बलगम नहीं बनता है। इस कारण बच्चों में टीबी का पता लगाना मुश्किल होता है। बच्चे की हिस्ट्री और कांटैक्ट ट्रेसिग के अनुसार ही सैंपल जांच के आधार पर ही टीबी का पता लगाया जाता है।

बच्चों का टीबी से बचाव :

• अपने बच्चे को गंभीर खांसी से पीड़ित लोगों से दूर रखें।
• अपने शिशु को जरूरी टीके समय पर लगवाएं।
• जिसमें टीबी वैक्सीनेशन के लिए बीसीजी टीका शामिल होता है।
• टीबी के लक्षण दिखने पर तुंरत बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं।
• एंटी टीबी दवाइयों का कोर्स बच्चे को जरूर पूरा करवाएं।

सुमित कुमार सिंह को छपरा में पहली बार आने पर कार्यकर्ताओ ने गर्मजोसी के साथ किया स्वागत

छपराः बिहार सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री सुमित कुमार सिंह का छपरा परिषदन में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ताओ द्वारा अंग वस्त्र, बुके एवं माला देकर भब्य स्वागत किया गया।

बिहार भाजपा क्रीड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान, किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मदन कुमार सिंह, जिला भाजपा कार्यसमिति सदस्य एवं सदर मंडल के पूर्व अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह, जिला किसान मोर्चा के महामंत्री अर्धेन्दु शेखर, जिला किसान मोर्चा के प्रवक्ता, अशोक कुमार, राज कुमार, अभिषेक कुमार, किशन सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यकर्ताओ ने मंत्री को छपरा में पहली बार आने पर गर्मजोसी से स्वागत किया। मंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं से छपरा के बारे में विस्तार से चर्चा किया।

मांग पत्र में नियोजित शिक्षकों का प्रमाण पत्र वेब पोर्टल पर लोड करने की समय सीमा बढ़ोतरी की मांग

छपरा : जिला शिक्षा कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना निशांत गुंजन से शिक्षक संघ बिहार जिला कमेटी के सदस्यों ने गुलदस्ता एवं मांग पत्र देकर जिले के तमाम नियोजित शिक्षकों के समस्याओं और मांगों पर विचार करने की निवेदन किया। मांग पत्र में नियोजित शिक्षक जिनका प्रमाण पत्र वेब पोर्टल पर लोड करना है उनकी परेशानियों को प्रमुखता से उठाया गया और समय सीमा बढ़ोतरी की मांग की गई।

बिहार कैबिनेट के द्वारा पास 15% वेतन बढ़ोतरी को माह जुलाई के साथ बढ़ाकर देने की बात कही गई। इसके साथ ही अप्रशिक्षित शिक्षकों का रूका हुआ वेतन, प्रशिक्षित शिक्षकों का बढ़ा हुआ वेतन के साथ एरियर का भुगतान किया जाए। लॉकडाउन के समय अवधि में अधिकारियों द्वारा जांच किए गए विद्यालयों एवं शिक्षकों का प्रतिवेदन को शिथिल किया जाए।

स्थापना डीपीओ निशांत गुंजन ने कहा की वेवपोटल में हो रही परेशानी अब कम कम होने लगी है साथ ही जैसे वेतन की राशि जिला में प्राप्त होती है यथाशीघ्र वेतन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। मिलने वालों में मुख्य रूप से जिला सचिव राकेश रंजन सिंह, मीडिया प्रभारी राजेश कुमार तिवारी, महिला संयोजिका रंजीता प्रियदर्शी, गरखा प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष दिलीप कुमार कश्यप सामिल हुए।

फूल-माला, बैंड-बाजा के साथ सैयद शाहनवाज हुसैन का किया गया जोरदार स्वागत

छपराः बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन का देर रात सोनपुर जाने के क्रम में सारण जिला में पहली बार आगमन पर सांसद राजीव प्रताप रूडी के निर्देश पर सैकड़ो भाजपा कार्यकर्ताओं ने छपरा भगवान बाजार जक्शन पर बिहार क्रीड़ा प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में अंग वस्त्र, बुके और फूल माला से बैंड बाजा के साथ जोरदार स्वागत किया।

ओबीसी मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राजेश फैसन, जिला किसान मोर्चा के महामंत्री अर्धेन्दु शेखर, महिला मोर्चा के नीला अध्यक्ष अनु सिंह, जिला किसान मोर्चा के प्रवक्ता अशोक कुमार, मंडल महामंत्री विनोद सिंह, सहित दर्जनों कार्यकर्ता शामिल हुए। सांसद राजीव प्रताप रूडी को जब मंत्री का छपरा आने की सूचना मिली तो वह अपने जिला के सभी कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया था, की मंत्री पहली बार छपरा जिला में आ रहे हैं तो जगह जगह उनका स्वागत होना चाहिए, और छपरा की धरती अतिथि का स्वागत करने के लिए जानी जाती हैं।

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