खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेसी सिंह ने सदर अस्पताल का किया निरीक्षण
मधुबनी : खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग जिले के प्रभारी मंत्री लेसी सिंह ने जिले के सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मंत्री ने अस्पताल में सफाई व दवाओं के रखरखाव सहित कई विभागों का जायजा लिया। साथ हीं संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा- निर्देश दिया। खाने पीने की व्यवस्था पर मरीजों से जानकारी ली। खाने पीने की व्यवस्था पर मंत्री ने संतुष्टि जाहिर की।
स्टोर रूम में विजिट कर एआरबी तथा सांप काटने की दवा की जानकारी लिया जिस पर उपस्थित कर्मी द्वारा बताया गया कि भंडार में पर्याप्त मात्रा में दवा उपलब्ध है। जिस पर मंत्री ने संतुष्टि जाहिर की। अस्पताल में साफ-सफाई को लेकर और बेहतर कार्य करने का निर्देश दिया। मरीजों के बेड पर प्रतिदिन चादर बदलने के निर्देश दिए।महिला वार्ड के सामने कचरा पाया गया जिसे पर मंत्री द्वारा छोभ व्यक्त किया गया तथा ने अविलंब कचरा उठाव का निदेश दिया गया।
इन वार्डो का किया गया निरीक्षण :
मंत्री ने महिला वार्ड, पुरुष सर्जिकल वार्ड, शिशु वार्ड तथा सदर अस्पताल कार्यालय, कुष्ठ रोग नियंत्रण कार्यालय, आईडीएसपी कार्यालय, फलेरिया कार्यालय तथा औषधि नियंत्रण कक्ष, भंडार कक्ष का बारीकी से निरीक्षण किया गया तथा मंत्री ने द्वारा चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिया।
वैक्सीनेशन अभियान पर संतुष्टि जाहिर की :
मंत्री द्वारा डीआरडीए सभा कक्ष में विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक की गई। बैठक के क्रम में जिले में चलाए जा रहे हैं सैंपलिंग तथा वैक्सीनेशन की जानकारी ली जिस पर मंत्री ने संतुष्टि जाहिर की।
अस्पताल आने वाले मरीजों की जाए थर्मल स्क्रीनिंग:
कोरोना वैश्विक महामारी को लेकर मंत्री ने सिविल सर्जन को निर्देश देते हुए कहा कि अस्पताल आने वाले मरीजों तथा उनके परिजनों की थर्मल स्क्रीनिंग की जाए। साथ ही वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी को निर्देश दिया कि कोई भी मरीज तथा उनके परिजन बिना मास्क के अस्पताल में प्रवेश ना करें इसका ध्यान रखा जाए। साथ ही मरीजों तथा उनके परिजनों को सामाजिक दूरी ,मास्क व हैण्डवाश के बारे में भी जरूर बताएं। सभी कर्मी भी इसका पालन करना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य स्वास्थ सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए विभाग संकल्पित :
मंत्री ने बताया कि जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए विभाग संकल्पित है। सभी कर्मी अपने कर्तव्यों का बखूबी पालन कर रहे हैं। समुदाय के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराई जा रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य संस्थानों को दिन-प्रतिदिन विकसित किया जा रहा है। मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के उद्देश्य से अस्पतालों का निरीक्षण किया जा रहा तथा आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति भी की जाएगी।
माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचेन जयनगर के एक बर्ष पूरे होने पर नि:शुल्क चिकित्सा शिविर एवं नुक्कड़ नाटक का हुआ आयोजन
मधुबनी : माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन, जयनगर के एक बर्ष पूरे होने पर आज जयनगर के सुड़ी विवाह भवन परिसर में नि:शुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया गया। जिसमें महिला विभाग(गायनेकोलॉजिस्ट), हड्डी विभाग(ओर्थपेडीक), जनरल फिजिशियन, दांत के डॉक्टर(ओरो डेंटल) चिकित्सकों के द्वारा 257 मरीजों का जांच किया गया, जिसमें सभी मरीजों का नि:शुल्क पैथोलॉजी जांच, एक्सरे एवं अल्ट्रासाउंड का भी जांच करवाया गया। साथ ही मरीजों को निःशुल्क दवा भी दिया गया।
इस कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत नगर पंचायत जयनगर के कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार, नगर पंचायत जयनगर के मुख्य पार्षद कैलाश पासवान, पीजीआरो उपेंद्र सिंह, जयनगर प्रखंड प्रमुख सचिन सिंह, समाजसेवी अरुण जैन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद सभी आगत अतिथियों को मिथिला परंपरा के अनुसार पाग, दुपट्टा और माला पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन जयनगर के अध्यक्ष सह प्रखंड प्रमुख सचिन सिंह ने कहा कि माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन जयनगर हमेशा जयनगर शहर में जरुरतमंद लोगों की मदद के लिए हर समय तत्पर रहती है।
वहीं, संस्था के संरक्षक उपेंद्र नायक ने कहा कि यह संस्था हर दिन गरीब एवं जरूरतमंद लोगों के लिए निःशुल्क भोजन कराती है। आज इस कार्यक्रम के एक वर्ष पूरे होने पर नि:शुल्क चिकित्सा परामर्श के साथ-साथ नि:शुल्क दवा वितरण, नि:शुल्क पैथोलॉजी जांच जैसे ब्लड सुगर, ब्लड प्रेशर, ब्लड ग्रुप जांच की व्यवस्था माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन जयनगर के द्वारा की गई है। जिस कारण निकटवर्ती कई गांव के लोग एवं शहर क्षेत्र से भी सैकड़ों की संख्या में महिला एवं पुरुष एवं बच्चे ने इस सेमिनार का लाभ उठाया। कुल 257 मरीजों का रजिस्ट्रेशन करा कर उनका हेल्थ चेक अप किया गया।
इस शिविर में बोन एंड जॉइंट अस्पताल के डॉ० विजय रंजन, जेवाई मेमोरियल अस्पताल के डॉ० एस खान, डॉ० एनके गुप्ता, डॉ० कुणाल कौशल, डॉ० आरके सिंह ने शिविर को सफल बनाने में सहयोग किया। इसी क्रम में लोक कला मंच के द्वारा माँ अन्नपूर्णा के तत्वाधान में जयनगर के बिभिन्न जगहों पर जैसे पटना गद्दी रोड, शहीद चौक, स्टेशन रोड में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसमें लोगों को जागरूक किया गया।
इसी क्रम में शाम को जयनगर रेलवे स्टेशन परिसर में एमएलसी घनश्याम ठाकुर, एमएलसी सुमन कुमार महासेठ, आरपीएफ जयनगर के प्रभारी नागेंद्र सिंह, जीआरपी जयनगर के प्रभारी मो० मोजमिल को भी माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के द्वारा मिथिला परंपरा अनुसार पाग, माला एवं दोपट्टा से सम्मानित किया गया।
इसी क्रम में समाजसेवा से जुड़े कई संस्था एवं लोगों को भी सम्मानित किया गया।
इस मौके पर माँ अन्नपूर्णा सेवा समिति के सभी सदस्यों ने संयुक्त रूप से बताया कि जरूरतमंद को भोजन कराना और उसकी सेवा करना जीवन का सबसे बड़ा पुण्य होता है। इस कार्य के लिए हर व्यक्ति आगे होता है, ताकि कोई व्यक्ति भूखा ना सोए। इसी उद्देश्य से जयनगर में माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की शुरुआत की गई। माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन का उद्देश्य है कि जयनगर शहर में कोई भी व्यक्ति भोजन के लिए दर-दर न भटके। हर जरूरतमंद को भोजन मिल पाए।
जयनगर के युवाओं ने एक वर्ष पहले कोरोना संकट के समय माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की शुरुआत की थी, लेकिन, अब धीरे-धीरे इस माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन ने जरूरतमंदों के लिए जयनगर स्टेशन परिसर में लंगर लगाकर नि:शुल्क भोजन प्रतिदिन करवा रहे है। माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन के जरिए गरीब भूखे लोगों को गुणवत्ता युक्त भोजन उपलब्ध कराए जाते हैं।
कोरोना संकट में शुरू हुआ माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन अब हर गरीब और असहाय लोगों की भूख मिटा रहा है। अब माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन की ओर से नई पहल करते हुए शहर के लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जन्मदिन हो या पुण्यतिथि लोगों से अपील की जा रही है कि व्यर्थ खर्चा करने के बजाय आप इन जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करें, ताकि सभी लोग भी इनकी मदद के लिए आगे आए हैं।
इस मौके पर माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन, जयनगर के अध्यक्ष सह प्रखंड प्रमुख सचिन सिंह, सचिव विकास चन्द्रा, उपाध्यक्ष लक्ष्मण यादव, उप सचिव प्रथम कुमार, कोषाध्यक्ष सियाराम महतो, संरक्षक डॉ० सुनील राउत, प्रवीर महासेठ, अरुण गुप्ता, मनोज सिंह, ललन यादव, उपेंद्र नायक, राजेश गुप्ता, राघवेन्द्र झा ‘बब्लू’, अमित कुमार अमन, माँ अन्नपूर्णा कम्युनिटी किचन जयनगर के मुख्य संयोजक अमित राउत, मीडिया प्रभारी संतोष शर्मा, पप्पू पूर्वे, सुमित पंजियार, प्रथम कुमार, मिथिलेश महतो, किशन महतो, विक्रांत प्रताप सिंह, सुमित कुमार, सुमित राउत मौजूद थे।
टीबी आरोग्य साथी मोबाइल एप को व्यावहारिक रूप में उपयोग करने का निर्देश
मधुबनी : क्षय रोग से ग्रसित मरीजों का टीबी आरोग्य साथी एप मददगार बनेगा। इस एप के माध्यम से रोगी न सिर्फ अपनी प्रगति रिपोर्ट देख सकेंगे, बल्कि टीबी से संबंधित समस्त जानकारी भी उन्हें प्राप्त होगी। इससे मरीज अपनी आईडी डाल निश्चय योजना द्वारा मिलने वाली राशि की स्थिति भी देख सकते एवं दवा की भी विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यह एक ऐसा प्लेटफार्म होगा, जहां टीबी से जुड़ी हर जानकारी उपलब्ध होगी।
एप को वयावहारिक रूप में प्रयोग करने को लेकर अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी (यक्ष्मा) डॉ. बी के मिश्र ने पत्र जारी कर सभी अपर उपाधीक्षक सह सहायक अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी संचारी रोग पदाधिकारी (यक्ष्मा) को निर्देश दिया कि सभी चिकित्सा पदाधिकारी, स्वास्थ कर्मी, एनजीओ पार्टनर्स, आशा दीदी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सीएचओ अपने मोबाइल में एप को डाउनलोड कर उपयोग करें। डीपीसी पंकज कुमार ने बताया टीबी के मरीज को कोविड 19 महामारी में परेशानी ना हो इसके लिए मरीज को सुविधा देने की पहल करते हुए उन्हें 2 माह की दवा एक ही बार दी जाएगी। मरीज अपने नजदीकी डॉट सेंटर से जाकर दवा ले सकते हैं।
क्या है एप में :
एनटीईपी के तहत पंजीकृत रोगियों के लिए यह डिजिटल रिकार्ड तक पहुंचने के लिए एक पोर्टल की तरह कार्य करेगा। इसके अंतर्गत टीबी परीक्षण और उपचार विवरण, विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं के तहत देय राशि का विवरण, स्वास्थ्य प्रदाता तक पहुंच और उपचार या किसी भी जानकारी के लिए अनुरोध किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त टीबी से संबंधित समस्त जानकारी, टीबी जांच एवं उपचार की नजदीकी सुविधा, टीबी के जोखिम का आकलन करने के लिए स्क्रीनिंग टूल, पोषण संबंधी सहायता एवं परामर्श आदि जैसी जानकारी भी ली जा सकती है।
निक्षय पोषण योजना के तहत मिलते हैं 500 रुपये :
टीबी के मरीजों को उचित खुराक उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार की तरफ से निक्षय पोषण योजना चलायी गयी है। जिसमें टीबी के मरीजों को उचित पोषण के लिए 500 रुपये प्रत्येक महीने दिए जाते हैं। यह राशि उनके खाते में सीधे पहुंचती है। सरकार की मंशा है कि टीबी के मरीजों में 2025 तक 90 प्रतिशत की कमी लायी जा सके।
हर व्यक्ति की नि:शुल्क जांच व इलाज :
जिला संचारी रोग पदाधिकारी जी एम ठाकुर ने बताया जिले के सभी प्रखंडों में प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टीबी के मरीजों के इलाज की नि:शुल्क सुविधा उपलब्ध है। जहां पर वह अपना इलाज करा सकते हैं । इसके साथ उनको नि:शुल्क दवा भी दी जाती है जो नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध है। इससे टीबी के मरीजों को काफी सहूलियत होती है। देश के साथ जिले को टीबी मुक्त बनाने का संकल्प है और इसीलिए टीबी रोग की रोकथाम के विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। टीबी रोगी सघन खोज अभियान में टीबी के लक्षण मिलने पर उसके बलगम की जांच की जाती है। साथ ही टीबी रोग पर नियंत्रण करने के लिए लोगों को सावधानियां बताते हुए जागरूक करने का प्रयास भी किया गया है।
टीबी (क्षयरोग) के लक्षण :
• लगातार 3 हफ्तों से खांसी का आना और आगे भी जारी रहना
• खांसी के साथ खून का आना
• छाती में दर्द और सांस का फूलना
• वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस होना
• शाम को बुखार का आना और ठंड लगना
• रात में पसीना आना
मिशन छह माह में छह करोड़ टीकाकरण अभियान, मधुबनी जिले में मेगा अभियान चलाकर 51 सत्र स्थल पर हुआ टीकाकरण
मधुबनी : कोरोना महामारी पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर अगले 20 जुलाई तक जिले के शहरी क्षेत्रों में शतप्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगाने के लिये अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान को रफ्तार देने के लिए सोमवार को जिले के 51 सत्र स्थलों पर मेगा ड्राइव चलाकर टीकाकरण किया गया| जिसके लिए जिले को 15 हजार डोज वैक्सीन उपलब्ध कराई गई। इस अभियान की सफलता के लिए जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स्वास्थ्य कर्मियों के लिए पूरे नगर निकाय में टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के. विश्वकर्मा ने बताया, जिला प्रशासन व अन्य सभी विभागों की बैठक में जिलाधिकारी अमित कुमार ने वैक्सीनेशन अभियान को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।इस दौरान लाभार्थियों को वैक्सीन की पहली डोज के साथ-साथ दूसरी डोज की अवधि पूर्ण करने वाले लाभुकों के लिये भी टीका दिया जा रहा है। वहीं लाभार्थी का ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन कर टीकाकरण किया जा रहा है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में टीकाकरण किया जा चुका है तथा जहां जल जमाव है उस क्षेत्र में टीका वाली नौका से टीका किया जाएगा।
शत प्रतिशत लोगों का टीकाकरण प्राथमिकता: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एस.के. विश्वकर्मा ने कहा कि टीकाकरण का यह विशेष अभियान 20 जुलाई तक संचालित किया जायेगा। जिसमें जिले के 1.15 लाख व्यक्तियों के टीकाकरण का लक्ष्य है। अभी लगभग 60 हजार लोगों को टीकाकरण किया गया है| टीकाकरण महाअभियान के दौरान जिले में अधिक से अधिक लोगों का टीकाकरण संपन्न कराने को लेकर हर संभव प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि टीकाकरण को लेकर क्षेत्र में लोगों के बीच काफी उत्साह दिखा। उन्होंने कहा कि तमाम शंकाओं को दरकिनार करते हुए लोगों ने टीकाकरण के प्रति अपना उत्साह जाहिर किया।
शहरी इलाकों में लोगों के आवागमन से संक्रमण प्रसार की रहती है प्रबल संभावना: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया, कोरोना अभी पूरी तरह से टला नहीं है। घटते-बढ़ते संक्रमितों से सतर्क किया जा रहा है, जो लोग इसकी चपेट में नहीं आए हैं। वजह यह कि जो संक्रमित नहीं हुए हैं उनके संक्रमित होने की संभावना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। जो संक्रमित होकर स्वस्थ हुए हैं, उनके लिए दोबारा संक्रमित होने की संभावना बरकरार है। जरूरत है सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी गाइडलाइन का पालन करने की। कहा ऐसे में शहर में तभी निकलें जब बेहद जरूरी काम हो या फिर नौकरी-पेशा हैं और दफ्तर जाना जरूरी है।
बेवजह भीड़ का हिस्सा बनना, परिवार व समाज के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। भीड़ में इस बात का अंदाजा लगा पाना कि कौन कोरोना संक्रमित है और कौन स्वस्थ यह मुमकिन नहीं है। सावधानी सबसे सरल उपाय है। क्योंकि कोरोना संक्रमण अदृश्य है। बताया कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण ज़रूर कराएं। इसका उदाहरण कोरोना के दोनों स्ट्रेन में देखने को मिला। जिसके कारण शहरी इलाकों में मेगा वैक्सेनशन कैंपन के तहत वार्डवार सत्र स्थलों का संचालन किया जा रहा है।
जिले के सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर पूरे जोर-शोर के साथ चल रहा है वैक्सीनेशन अभियान :
डीआईओ ने बताया जिला पदाधिकारी अमित कुमार के निर्देश के आलोक में प्रखंड स्तर पर बैठक कर सभी जनप्रतिनिधि से सहयोग प्राप्त कर सभी वैक्सीनेशन सेंटरों पर पूरे जोर-शोर के साथ वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। संक्रमण की संख्या में कमी आई है। बावजूद इसके हमें अलर्ट रहना है, खुद को जागरूक रखना है और दूसरों को भी जागरूक करना है।
जिले में 32 लाख लोगों का होना है टीकाकरण :
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया जिले में 32 लाख लोगों का टीकाकरण किया जाना है व जिसमें अब तक 7 लाख 17 हजार लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है। जिसमें 16,283 हेल्थ केयर वर्कर को प्रथम डोज,12,577 हेल्थ केयर वर्कर को सेकंड डोज, 11,378 फ्रंटलाइन वर्कर को प्रथम डोज, 6,065 फ्रंटलाइन वर्कर को सेकंड डोज, 1,76,962 लोग जो 60 वर्ष से ऊपर के हैं को प्रथम डोज,47,936 को सेकंड डोज तथा 45 से 59 वर्ष के 1,51,479 लोगों को प्रथम डोज,29,020 लोगों को सेकंड डोज दिया जा चुका है। वहीं 2,65,353 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है।
अनुमंडल मुख्यालय जयनगर अन्तर्गत कुआढ ग्राम स्थित ब्रहम बाबा स्थान में पुजा अर्चना के आयोजन से गांव का माहौल बना भक्तिमय
मधुबनी : जिले के जयनगर प्रखंड स्थित डोड़वार पंचायत के अन्तर्गत कुआढ ग्राम ब्रहम बाबा स्थान मंदिर के प्रांगण में हर वर्ष के भांति इस वर्ष भी बड़े धूम-धाम से पूजा अर्चना का आयोजन किया गया है। कोरोना काल में हर जगह मिथिलांचल के गांव-गांव में अष्टयाम का आयोजन किया जा रहा है। कुआढ ब्रहम बाबा स्थान में पुजा अर्चना के आयोजन से नवानी और परमानन्दपुर का माहौल भक्तिमय हो गया है।
लोगों ने बताया कि हर वर्ष हमलोग नवाह, अष्टयाम और त्रिरात्री करते आये हैं। जिससे गांव में सुख, शांति, समृद्धि और समरस्ता बना रहे। पंडित अरूण झा एवं वित नारायण झा के द्वारा विधिवत रूप से मंत्रोचारण से समापन किया गया। इस मौके पर सामाज सेवी राम वरण यादव ने बताया कि भक्ति भजन से हमें शक्ति और शांति मिलती है, और भाईचारा का विकास होता है।
इस अवसर पर कपिल देव यादव, राजदेव महतो, दयानंद कुमार , सम्भू ठाकुर,राज लाल महतो, सरोज ठाकुर, विजय यादव, उपेन्द्र यादव, गोपी कृष्ण महतो, रामशिष दास शिक्षक, राज कुमार दास वार्ड सदस्य, राम सेवक दास, अवधेश यादव, प्रवीण यादव, प्रदीप यादव, शिवनाथ सिंह, पूजारी नरेश यादव, चनदेस्वर यादव, गुरु शरण महतो, राम प्रमोद महतो, अनील महतो, अशोक महतो समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।
प्रभारी मंत्री लेसी सिंह की अध्यक्षता मे मधुबनी प्रशासन के साथ बाढ़ की तैयारियों से संबंधित समीक्षात्मक बैठक की गई आयोजित
मधुबनी : डीआरडीए सभा कक्ष मे खाध एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री की अध्यक्षता मे जिला प्रशासन के साथ बाढ़ की तैयारियों से संबंधित समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। समीक्षात्मक बैठक मे परिवहन मंत्री शीला कुमारी,डीएम अमित कुमार,डीडीसी अजय कुमार,जिले के कई विधायक,जनप्रतिनिधि के साथ कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
उक्त बैठक मे जिले के कई क्षेत्रो मे आई बाढ़ एवं नये क्षेत्रो मे आनेवाली बाढ़ से संबंधित कई मुद्दो पर विस्तार से चर्चा की गई। विधायक एवं जन प्रतिनिधियो द्वारा अपने-अपने क्षेत्रो मे आई बाढ़ एवं समस्याओ की विस्तृत जानकारी प्रभारी मंत्री को दिया गया एवं उनसे समाधान करने की बात कही वहीं, डीएम अमित कुमार ने बाढ़ को लेकर जिला-प्रशासन द्वारा की जा रही तैयारियों से सबको अवगत कराया एवं सुझाव भी मांगे। प्रभारी मंत्री लेसी सिंह ने समीक्षात्मक बैठक मे बताई की राज्य सरकार द्वारा बाढ़ की समस्या को देखते हुऐ जिले को हर संभव मदद की जायेगी।
नवजीवन हेल्थ केयर सेंटर की दूसरी स्थापना दिवस के अवसर कार्यक्रम आयोजित
मधुबनी : जिले के बिस्फी समाज मे ग्रामीण चिकित्सकों की भूमिका को नजर अंदाज करना किसी भी हालत में उचित नही है। यह बातें प्रखंड क्षेत्र के नरसाम बाजार स्थित नवजीवन हेल्थ केयर सेंटर की दूसरी स्थापना दिवस के अवसर पर दिल्ली एम्स हॉस्पिटल से आए डा.अमित कुमार साह ने कहा। अपने उद्घाटन भाषण में उन्होंने कहा इस कोरोना लहर के समय शहरों के डॉक्टर अधिक फि लेते थे औऱ रोगियों से दूरी बनाकर ही इलाज करते थे। यह किसी भी स्थिति में उचित नही है जब डॉक्टर रोगी से बचेंगे तो रोगी की जान कैसे बचेगी।
इस समय में यदि ये ग्रामीण चिकित्सक अपनी क्षमता के अनुसार रोगियों की सेवा नही करते तो आज स्थिति दूसरी ही होती। उन्होंने लोगो से चिकित्सको की प्रति अपना विश्वास बनाए रखने को कहा एवं उन्होंने चिकित्सकों से भी लोगो के विश्वास पर खड़े उतरने की सलाह दी। मुखिया संघ के संयोजक छोटे पंजियार ने कहा कि इस ग्रामीण क्षेत्र में जो किसी भी शहरी क्षेत्र से काफी दूर है एक वर्ष के अंदर इसकी सेवा को नकार नही सकते। खासकर कोरोना काल मे भी गरीब लोगों के लिए बरदान सिद्ध हुआ है।
डेंटल चिकित्सक डा.ओमप्रकाश ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आने वाले समय मे यह नवजीवन हेल्थ केयर सेंटर यंहा के रोगियों को शहरों पर निर्भरता कम करेगा। इस मौके पर डा.असलम, डा. रामावतार रमण, पारामेडिकल इंस्टिचियूट के रंजीत ठाकुर, पतौना ओपी अध्यक्ष विजय पासवान, लखन चौधरी, कुमार प्रभाकर ने अपना विचार प्रकट किया। उक्त कार्यक्रम की अध्यक्षता डा.घनश्याम पंजियार ने की, जबकि मंच संचालन मीडिया प्रभारी डा.सत्यनारायण यादव ने की।
डीएम अमित कुमार ने बिस्फी प्रखंड में बाढ़ का लिया जायजा, दिए आवश्यक निर्देश
मधुबनी : डीएम अमित कुमार ने बिस्फी प्रखंड में आये बाढ़ का जायजा लिया। वही मधुबनी डीएम अमित कुमार ने प्रखंड क्षेत्र के बलहा,जगवन पश्चमी, रघौली,बिस्फी,नूरचक सहित पंचायत में पहुंच कर लोगो से बिजली, स्वास्थ्य, भोजन एवं अन्य समस्याओं के लेकर पूछताछ किया, जहाँ लोगों ने बाढ़ से परेशान लोग अपना दुख दर्द सुनाया, जिस दौरान बिस्फी सीओ श्रीकांत सिन्हा को आदेश देते हुए कहा क्षेत्र में लोगो के समस्याओं पर कड़ी नजर एवं अभिलम्ब निदान करने के निर्देश दिया।
इस मौके पर बेनीपट्टी एसडीओ अशोक कुमार मंडल, डीएसपी अरुण कुमार, बीडीओ मनोज कुमार, सीआई बसंत झा, बिस्फी थाना प्रभारी सुरेंद्र यादव, समाजसेवी मनोज यादव, मुखिया मो० जिया एवं जिले के सहित अधिकारी मौजूद थे।
बाढ़ की बढ़ते पानी के दबाव नए क्षेत्रों में फैलने से कई सड़क का सम्पर्क टुटा लोग घर से बेघर
मधुबनी : जिले के बिस्फी प्रखंड क्षेत्र में बाढ़ की बढ़ते पानी के दबाव नए क्षेत्रों में फैलता जा रहा है। वही बाढ़ की विभीषिका को अब साफ-साफ देखा जा रहा है। प्रखंड क्षेत्र के प्रखंड मुख्यालय से नूरचक-नवटोली-पतौना-परसौन, नूरचक-सकराढ़ी, छ्छुवा-घाट भटरा जाने वाली मुख्य सड़क पानी के दबाव के कारण टूट गया। जिस कारण रधेपुरा, परसौनी उत्तरी, दक्षिणी, सिमरी, नाहस ऱूपौली उतरी, दक्षिणी सहित दर्जनों पंचायत के लोगों का प्रखंड मुख्यालय आने-जानेवाले के लिए काफी कठिनाइयों का सामना करना पर रहा है।
सड़क पर तो फिर से अधिक पानी बह रही है। यहां पानी पश्चिम से पूरब की ओर गिर रहा है। खेतों में पानी इस कदर भर गया है कि धान के बिछड़े पूरी तरह डूब गए हैं। यह पानी महीनों यहां जमी रहेगी। लेकिन बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी, स्थानीय पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि को इसकी मरम्मती कराना जरूरी नहीं लग रहा है। पिछले वर्ष आई बाढ़ के कारण कई जगहों पर सड़क टूट गई थी जिसका मरम्मती कार्य नहीं कराया गया वही कटान स्थल से पानी तेज़ गति से खेतों में फैल गया है। यह पानी इलाके के दो दर्जनों गांवों के किसानों का फ़सल बर्बाद करतीं हैं।
सबसे ज्यादा कठिनाई पशुपालकों को होती है। अभी तक बाढ़ पीड़ितों को सरकारी सुविधा,पशुपालकों के लिए चारा, एवं अन्य ज़रुरत वस्तुएं उपलब्ध नहीं कराया गया जिससे बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश देखा जा रहा है। जाप के प्रखंड अध्यक्ष बेचन यादव समाजसेवी आरिफ जिलानी अंबर ने तत्काल प्रखंड क्षेत्र को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए बड़े पैमाने पर बाढ़ राहत कार्य चलाने की मांग की है। समय रहते बाढ़ पीड़ितों को सहायता प्रदान प्रशासन द्वारा नहीं की गई, तो बाढ़ पीड़ितों को लेकर प्रखंड कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
औपबंधिक सूची में नाम दर्ज रहने के बाद काउंसिलिंग से वंचित हुए दर्जनों अभ्यर्थी
मधुबनी : जिले के बिस्फी में हो-हंगामा और कुब्यबस्था के बीच बिस्फी में शिक्षक नियोजन के लिए काउंसलिग सम्पन हुआ। नूरचक बसबरिया उत्क्रमित उच्च विद्यालय में 11 पंचायतों के लिए काउंसलिग किया जाना था। नूरचक,बिस्फी,तीसी नरसाम उत्तर में बड़ी संख्या में आवेदकों द्वारा आपत्ति दर्ज करायी गयी। बिस्फी और नूरचक के पंचायत सेवक आपत्तियों का निराकरण नहीं कर सके, जिसके कारण काउंसलिग को स्थगित करना पड़ा।
वहीं औंसी, बभनगामा,दक्षिण के पंचायत सेवक के गायब रहने से पंचायत का काउंसलिग स्थगित करना पड़ा, जिसके कारण अभ्यथियों को वापस लौटना पड़ा। कुल 11 पंचायतों में से जगवन पूर्वी, जगवन पश्चिम, सिमरी, रघेपुरा, सादुल्लहपुर, रघौली पंचायतों का काउंसलिग हुआ। कक्षा 1 से लेकर पांच तक के लिए शिक्षकों का नियोजन के लिए काउसंलिग की गई।
शिक्षक नियोजन के कॉउंसलिंग में मुखिया ने लगाया धांधली का आरोप
मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के बौरहर पंचायत के मुखिया ने शिक्षक नियोजन प्रक्रिया के लिए हो रहे कॉउंसलिंग के दौरान हो हंगामा करते हुए बीडीओ व पंचायत सचिव पर धांधली करने का आरोप लगाया है। सोमवार को प्रखंड मुख्यालय उमगांव स्थित दीन दयाल प्लस टू उच्च विद्यालय में आयोजित सभा में दो लोगों का कॉउंसलिंग किया गया, जिसमें रामपुर गांव निवासी व दीन दयाल उच्च विद्यालय के शिक्षक रामहृदय महतो की पत्नी मनीषा कुमारी का यूआरएफ पद पर व उसराही गांव निवासी संतोष कुमार का ईबीसी पद पर कॉउंसलिंग हुआ। जहां उपस्थित मुखिया जेबरी देवी व मुखिया पति रामाशीष दास ने बीडीओ व पंचायत सचिव पर नियोजन की प्रक्रिया में अवैध रूप से बहाली कराने का आरोप लगाते हुए जमकर हो हंगामा किया।
वहीं कई घंटों तक मुखिया व मुखिया पति से बीडीओ व पंचायत सचिव समेत संबंधित पदाधिकारियों के साथ बहसबाजी भी होती रही। मुखिया के विरोध के बावजूद बीडीओ व पंचायत सचिव के अलावे प्रभारी बीईओ समेत संबधित पदाधिकारियों के समक्ष दो लोगों का कॉउंसलिंग कर सभी प्रमाण पत्र नियोजन प्रक्रिया व सत्यापन के लिए विभाग को भेज दिया गया। पंचायत सचिव परशुराम पूर्वे ने बताया कि बौरहर पंचायत में कुल 2 सीट के लिए कुल 566 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, जिसमें 2 अभ्यर्थियों का कॉउंसलिंग किया गया।
मुखिया व मुखिया पति ने बताया कि नियोजन समिति की बैठक के बगैर सबंधित पदाधिकारियों द्वारा जबरन कॉउंसलिंग करना व नियोजन प्रक्रिया में धांधली करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारी से भी की गई है। अगर कार्रवाई नहीं की गई तो न्याय के लिए कोर्ट जाएंगे। बीडीओ अरविंद कुमार सिंह ने मुखिया द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मुखिया व उसके पति कुछ भी आरोप लगाने के लिए स्वतंत्र है। बेबुनियाद आरोप लगाकर नियोजन प्रकिया को प्रभावित नहीं कर सकते।
सुमित कुमार की रिपोर्ट