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08 जुलाई : आरा की मुख्य खबरें

हत्या सहित दो मामलों में लाठी गिरफ्तार

आरा : भोजपुर पुलिस ने गला रेत युवक की हत्या करने सहित दो मामलों में वांटेड राहुल कुमार उर्फ लाठी को गिरफ्तार कर लिया। वह शहर के बड़ी मस्जिद इलाके का रहने वाला है। पूछताछ में उसने हत्या सहित दोनों मामलों में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है।
आरा नगर थानाध्यक्ष शंभू कुमार भगत ने बताया कि 22 अप्रैल की रात अपराधियों ने घर से बुला कर दो युवकों का गला रेत दिया था जिसमे एक की मौत हो गयी थी जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया था|

मृतक भलूहीपुर निवासी गौतम कुमार उर्फ प्रभू था। उसका शव शहर के आरण्य देवी इलाके में एक अर्द्धनिर्मित छत से मिला था। घटनास्थल से शराब की और पानी की बोतलें मिली थी जबकि जख्मी युवक मीरगंज पानी टंकी निवासी अंशु कुमार है। वह जख्मी हालत में मीरगंज पड़ाव के पास से मिला था। उस मामले में लाठी सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज दिया गया था| घटना के बाद से आरोपित फरार चल रहा था।

मोबाइल की बैटरी खोलते ही हुआ विस्फोट

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय में नवादा थानान्तर्गत नवादा चौक स्थित मोबाइल दूकान पर मोबाइल की बैटरी खोलते ही अचानक विस्फोट हुआ तथा बैटरी में आज लग गयी| आज एक ग्राहक दूकान पर मोबाइल की बैटरी बदलवाने के लिए आया था|

जैसे ही दुकानदार ने बैटरी खोली, पटाखे की तरह विस्फोट हुआ और बैटरी में आग लग गयी. यह पूरी घटना एक सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गयी है. हालांकि, किसी तरह की क्षति नहीं हुई क्योंकि दूकानदार ने सही समय पर मोबाइल फेंक दिया था. दूकानदार ने बताया कि ऐसा उनके दुकान पर पहली बार हुआ है कि किसी फोन को खोलते के साथ इस तरह का विस्फोट हुआ हो. इस विस्फोट के कारण बिल कॉपी और शर्ट मामूली रूप से जल गई।

मोस्ट वांटेड छोटू मिश्रा और उसके गूर्गों की धरपकड़ को छापेमारी तेज

आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय आरा में ठेकेदार राजू यादव की हत्या में वांटेड छोटू मिश्रा और उसके गूर्गों की धरपकड़ के लिए पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है। इस दौरान लाइनर का काम करने वालों के घरों पर भी पुलिस की रेड पड़ी हालांकि किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।

सूत्रों की मानें तो एक लाइनर पुलिस के हाथ आते-आते रह गया। बताया जा रहा है कि पुलिस उसके काफी नजदीक पहुंच गयी थी। लेकिन ऐन मौके पर वह भाग निकला। दूसरी ओर कुख्यात छोटू और हत्या में उसके साथ रहे गूर्गों के दूसरे जिले में शरण लेने की चर्चा चल रही है।

बताया जा रहा है कि वह भोजपुर के सीमावर्ती बक्सर या रोहतास में पनाह ले रखा है। सूत्र के अनुसार जनवरी में पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद भी वह दूसरे जिले में छुप गया था। वह पूर्व में बलिया के इलाके में पनाह लेता रहा है जबकि लाइनर का काम करने वालों के शहर में ही छुपे होने की बात कही जा रही है।

बता दें कि रविवार की सुबह नगर थानान्तर्गत सपना सिनेमा मोड़ के पास युवा ठेकेदार राजू यादव को गोलियों से भून दिया गया था। उसमें मोस्ट वांटेड छोटू मिश्रा, उसके गूर्गे विपुल और गोलू सहित आठ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।

भोजपुर पुलिस जिस छोटू मिश्रा को एक साल से ढूढ़ रही है। वह आरा में एक युवा ठेकेदार को गोलियों से भून कर भाग निकला। पुलिस उसके पीछे लगी रही, लेकिन वह बाइक पर सवार होकर हथियार लहराते निकल गया। हत्या के 36 घंटे बाद भी पुलिस को उसका क्लू नहीं मिल सका है। सूत्रों के मुताबिक वह शहर होते बक्सर जिले की ओर भाग निकला। ठेकेदार राजू यादव की हत्या में कुख्यात छोटू मिश्रा और उसके सात गूर्गों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। छोटू मिश्रा और उसके गूर्गों पर जमीन के विवाद में ठेकेदार की हत्या करने का आरोप लगाया गया है। वहीं पोखरे पर कब्जे का विवाद भी बताया जा रहा है। अब पुलिस उसकी धरपकड़ में जुटी है। इसे लेकर ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही है।

बता दें कि बीते 11 जनवरी को पुलिस के साथ छोटू मिश्रा की मुठभेड़ हुई थी। उसमें वह तो बच कर भाग निकला था, लेकिन उसकी मां गोली की शिकार हो गयी थी। उसके बाद से पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। लेकिन छह माह बाद भी वह पुलिस की पकड़ में नहीं आ सका। इन सबके बीच छोटू मिश्रा आरा पहुंचता है। शनिवार ठेकेदार को धमकी भी देता है, पर पुलिस को भनक तक नहीं लग सकी। इसके बाद रविवार को उसने अपने गूर्गों के साथ ठेकेदार को सपना सिनेमा मोड़ पर सरेराह गोलियों से भून दिया और भाग निकला।

ठेकेदार राजू यादव हत्याकांड में शामिल सभी अपराधियों की पहचान कर ली गयी है। दो लाइनर भी चिन्हित किये गये हैं। अब पुलिस जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है। इसे ले पुलिस ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है। बताते चलें कि सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार गमछा से मुंह बांधे तीन अपराधियों को देखा जा रहा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार उनमें एक छोटू मिश्रा भी शामिल था। जबकि दो की पहचान विपुल और गोलू के रूप में की गयी है। विपुल मूल रूप से धनगाईं इलाके का रहने वाला है। वह और गोलू दोनों फिलहाल धरहरा इलाके में रहते हैं। छोटू मिश्रा भी आनंद नगर इलाके में ही रहता था। वह मूल रुप से रोहतास का रहने वाला है।

पुलिस मुडभेड़ और ठेकेदार की हत्या के बाद मोस्ट वांटेड बन चुका छोटू मिश्रा शातिर बदमाश है। वह एनकाउंटर में मारा गया कुख्यात मनीष उर्फ हीरो के नक्शे कदम पर चल निकला है। हीरो की तरह बात-बात में ठोक देना इसकी भी आदत बन गयी है। करीब दो साल पहले उसने महज थप्पड़ जड़ने पर एक स्कूली छात्र सहित दो युवकों को गोली मार दी थी जिससे एक स्कूली छात्र की मौत हो गयी थी। उस मामले में वह जेल भी गया था। बाद में जमानत पर आ गया था। इससे पूर्व वह अजीमाबाद थाना क्षेत्र के लूट के केस में बाल पर्यवेक्षण गृह में बंद था। वहीं एक अगस्त 2018 को बाल पर्यवेक्षण गृह में एक किशोर के साथ अप्राकृतिक यौनाचार के प्रयास के मामले में छोटू मिश्रा आरोपित था। तब उस पर पोस्को को अधिनियम की धारा भी लगाई गई थी। इसके अलावे वह कुछ अन्य मामलों में भी दागी रहा है।

छोटू मिश्रा उर्फ चंदन फौजी का बेटा है। वह मूल रूप से रोहतास के मधुकरपुर का निवासी है। बता दें कि शहर के टाउन थाना क्षेत्र के मीरगंज में 22 मई 2019 की रात बाइक सवार बदमाशों ने गोलियां बरसाई थी। उसमें स्कूली छात्र बलराम सिंह की जान चली गई थी। जबकि, दूसरा मोनू सिंह घायल हो गया था। उस मामलें मृत छात्र के पिता ने केस किया था। उसके कुछ दिनों बाद पुलिस ने छोटू मिश्रा को गिरफ्तार किया था। उसके पास से गोलियां भी मिली थी, जबकि उसका साथी हथियार के साथ भाग निकला था। पूछताछ में छोटू ने पुलिस को बताया था कि थप्पड़ मारे जाने के प्रतिशोध में छात्र को गोली मारी थी। सूत्रों की माने तो छोटू मिश्रा कुख्यात मनीष सिंह उर्फ हीरो के नक्शे कदम पर चलने लगा है। बताया जाता है कि वह अपने शार्गिदों के बीच कहा करता है कि वह अपने सर पर कफन बांध कर चलता है।

कुख्‌यात छोटू मिश्रा पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद आरा से भाग गया था। बताया जा रहा है कि उसने दूसरे जिले में शरण ले रखी थी। करीब छह माह बाद वह वापस लौटा, तो ठेकेदार राजू यादव को भून डाला। बताया जा रहा है कि वह शनिवार को आरा आया था। इसके बाद वह ठेकेदार से मिला था। उसने ठेकेदार राजू यादव को धमकी भी दी थी। अगले दिन यानी रविवार की सुबह उसने ठेकेदार को गोलियों से भून दिया।

दहेज की खातिर विवाहिता की हत्या

आरा : भोजपुर जिला के नारायणपुर थानान्तर्गत अहिले गांव में दहेज की खातिर एक विवाहिता की गले में फांसी लगाकर हत्या कर दी गई। सूचना पर नारायणपुर थानाध्यक्ष निकुंज भूषण ने घटनास्थल पर पहुंच और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया। मृतका अहिले गांव निवासी मो.सलाउद्दीन मंसूरी की 19 वर्षीया पत्नी नाजिया खातून है। जहानाबाद जिले के सकुराबाद थानान्तर्गत रतनी बाजार गांव निवासी मृतका के पिता मो.जोहा मंसूरी ने ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना को लेकर गले में तार बांधकर हत्या करने का आरोप लगाया है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 के अक्टूबर माह में उन्होंने अपनी पुत्री नाजिया खातून की शादी नारायणपुर थानान्तर्गत अहिले गांव निवासी मो.शमसुद्दीन मंसूरी के पुत्र मो.सलाउद्दीन से की थी। उन्होंने शादी में दहेज के तौर पर तीन लाख नगद रुपये, एक बाइक एवं सभी सामानों को देकर पूरे रीति रिवाज के साथ की थी। उसका पति शादी के एक वर्ष बाद कमाने के लिए सऊदी अरब चला गया और वह शादी से पहले भी वही रहता था। उसके जाने के बाद उसकी सास, ननद एवं ससुर बराबर दहेज में फ्रीज, टीवी आदि को लेकर प्रताड़ित करते थे एवं उसके साथ मारपीट करते थे। इसकी शिकायत वह बराबर मायकेवालों से करती थी।

मांग पूरी नही होने पर बीती रात ससुराल वालो ने उसके गले में तार बांधकर हत्या कर दी। जिसके इसकी सूचना उन्हें स्थानीय ग्रामीणों से मिली। सूचना मिलते ही मृतका के परिजन पहले गांव पहुंचे। इसके बाद उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी।

मृतका के परिजनों ने स्थानीय थाना में उसके ससुराल वालों के द्वारा गले में तार बांधकर हत्या करने का आरोप संबंधित लिखित आवेदन भी दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा। बताया जाता है कि मृतका को 9 माह का एक पुत्र मो.आदिल है।

बाल श्रमिक मुक्त

आरा : श्रम अधीक्षक प्रियंका के नेतृत्व में गठित धावा दल ने आरा सदर बाजार, रेलवे स्टेशन के पास का बाजार एवं कचहरी रोड अंतर्गत विभिन्न प्रतिष्ठानों एवं गैराजों का बाल एवं किशोर श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के अंतर्गत सघन जांच अभियान चलाया। जांच के क्रम में कचहरी रोड आरा से 3 बाल श्रमिकों को मुक्त कराया गया। उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष उपस्थापित कर बाल गृह में रखा गया है ।नियोजक के विरुद्ध संबंधित थाना में प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है ।

श्रम अधीक्षक प्रियंका ने बताया कि बच्चों से कार्य कराना बाल एवं किशोर श्रम अधिनियम 1986 के अंतर्गत गैरकानूनी है ।इसके तहत नियोजक के विरुद्ध 20000 /-से 50000 तक जुर्माना एवं 2 वर्षों तक कारावास की सजा भी देने का प्रावधान है। साथ ही सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में संबंधित नियोजक से 20000 प्रति बाल श्रमिक की दर से वसूल किए गए जाने का प्रावधान है।

आज के इस विशेष धावा दल में अभिमन्यु कुमार बाल संरक्षण पदाधिकारी महेश चंद्र झा श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बिहिया राणा कुमार एवं प्रवर्तन पदाधिकारी शाहपुर संजय प्रकाश श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी कोइलवर एवं अंकित राज श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी बडहरा भी टीम में शामिल थे|

शिक्षक नियोजन को लेकर जिला पदाधिकारी ने दिए कई निर्देश

आरा : जिला पदाधिकारी, भोजपुर द्वारा बिहार पंचायत प्रारंभिक शिक्षक नियोजन हेतु दिनांक 12.7.2021 को जिले के सभी प्रखंडों में होने वाले काउन्सिलिंग के निमित आवश्यक तैयारियों के संबंध में समीक्षात्मक बैठक की जिसमे सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी/ अंचलाधिकारी/ प्रखंड विकास पदाधिकारी/ उप समाहत्र्ता, भूमि सुधार/ अनुमंडल पदाधिकारी/ जिला शिक्षा पदाधिकारी, भोजपुर एवं अपर समाहत्र्ता, भोजपुर उपस्थित थे|

जिला पदाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी, भोजपुर को निदेश दिया कि पंचायत नियोजन इकाईवार एवं जिला स्तर पर काउन्सिलिंग स्थल की सूचना सभी नियोजन इकाई को दे ताकि नियोजन इकाईयों के द्वारा समय पर सूची प्रकाशित कर काउन्सिलिंग की कार्रवाई की जा सके। साथ ही काउन्सिलिंग स्थल की सूचना जिला के एन0आई0सी0 के वेबसाइट पर अपलोड करायेंगे तथा काउन्सिलिंग के दिन काउन्सिलिंग से पूर्व मेधा सूची की प्रति सूचना पट पर चस्पा करायेंगे।

पंचायत प्रारंभिक शिक्षक नियोजन के काउन्सिलिंग में अभ्यर्थी नियुक्ति हेतु संलग्न किये गये अंक पत्र/ प्रमाण पत्रों के मूल प्रति के साथ दो-दो उसकी अतिरिक्त स्वहस्ताक्षरित छायाप्रति भी साथ लायेंगे। सभी प्रमाण पत्रों एवं अंकपत्रों के साथ-साथ अन्य प्रमाण पत्र को भी विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये वेब पोर्टल पर जिला शिक्षा पदाधिकारी, भोजपुर / जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) द्वारा अपलोड कराया जायेगा, ताकि संबंधित सक्षम स्तर से उसका सत्यापन कराया जा सके। काउन्सिलिंग के क्रम में यदि कोई अभ्यर्थी अपना दावा वापस लेना चाहता हो तो उनके स्वघोषणा पत्र के आधार पर प्रशैक्षणिक एवं टी0ई0टी0 का मूल प्रमाण पत्र वापस ले सकते हैं।

अभ्यर्थी जिस नियोजन इकाई अंतर्गत नियोजित होने हेतु इच्छुक होंगे, निर्धारित काउन्सिलिंग दिवस पर उस नियोजन इकाई से संबंधित काउन्टर पर पूर्वा0 11ः00 बजे निश्चित रूप से उपस्थित रहेंगे। काउन्सिलिंग तिथि को काउन्सिलिंग पूर्ण होने के पश्चात् अभ्यर्थियों के उपस्थिति पंजी को नियोजन इकाई द्वारा बंद कर दिया जाएगा। इसका अवलोकन जिला शिक्षा पदाधिकारी अथवा उनके द्वारा प्राधिकृत पदाधिकारी के द्वारा करते हुए कार्यालय का मोहर भी पंजी पर लगा दिया जाएगा। सभी नियोजन इकाई में काउन्सिलिंग का आयोजन पूर्वा0 11ः30 बजे से अप0 4ः30 बजे तक किया जाएगा। अप0 6ः00 बजे तक चयनित अभ्यर्थियों का नाम प्रकाशित किया जाएगा।

काउन्सिलिंग स्थल पर कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन कराने का निदेश सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी/ प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचलाधिकारी को दिया गया। कांउसलिंग में नियोजन इकाई के सचिव अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे। इसके लिए सभी संबंधित को ससमय सूचना देने का निदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी, भोजपुर को दिया गया। काउन्सिलिंग स्थल पर नियोजन इकाईवार विडियोग्राफी की व्यवस्था जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा करायी जाएगी।

लाईब वेबकास्टिंग की व्यवस्था एन0आई0सी0 के सहयोग से करायेंगे। दिनांक 9.7.2021 को प्रारंभिक शिक्षक नियोजन के काउन्सिलिंग की आवश्यक तैयारी की समीक्षा संबंधित के साथ सभी प्रखंड के वरीय पदाधिकारी आवंटित प्रखंड में उपस्थित रहकर करेंगे। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को निदेश दिया गया कि अपने-अपने क्षेत्राधीन प्रखंडों के संबंधितों के साथ समीक्षा कर काउन्सिलिंग की आवश्यक तैयारी सुनिश्चित करायेंगे।

भोजपुरी चित्रकला के सम्मान हेतु अनिश्चितकालीन आन्दोलन में भोजपुरी गायन

आरा : भोजपुरी पेंटिंग को स्थापित करने के लिए भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा द्वारा कोविद-19 के नियमों का अनुपालन करते हुए चलाये जा रहे सांस्कृतिक आंदोलन के आज भोजपुर जिला गायक संघ का समर्थन मिला।हर दिन इस आंदोलन के काफिले में नए साथी जुड़कर इसको तीव्र बना रहे हैं।शायद ही कोई ऐसा दिन होगा जिस दिन नई जोश से भरे हुए लोग भोजपुरी संस्कृति की पहचान को मजबूत करने के लिए आंदोलन स्थल पर सशरीर आकर अपना समर्थन न दे रहे हो।विगत दिनों में भोजपुर ही नहीं बक्सर, रोहतास ,छपरा और भभुआ से भी लोग आकर या सोशल मीडिया के माध्यम से अपना नैतिक और आर्थिक समर्थन भी दे रहे हैं।

यह सब बातें इस बात को पुष्ट करने के लिए बहुत हैं कि भोजपुरी पेंटिंग की लड़ाई अब पेंटिंग तक ही सिमट कर रह गई है।यह अब तीव्रता से भोजपुरिया भाषी लोगों की पहचान की लड़ाई में परिणत हो रही है। मोर्चा के संयोजक भास्कर मिश्र ने कहा कि इस आंदोलन के सफल होने के बाद विभिन्न विधाओं से जुड़े कलाकारों की माँगों के समर्थन में सक्रियता से कार्य प्रारंभ होगा।उपसंयोजक विजय मेहता ने कहा कि इस सांस्कृतिक आंदोलन को अब सड़कों पर लाकर जनांदोलन में बदलने से ही सफलता मिलेगी।रेल प्रशासन हमारे संस्कार को कमजोरी समझने की भूल कर रहा है।

रंगकर्मी अशोक मानव ने कहा कि वरीय अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि अधिकतम दो दिनों के अंदर वे सकारात्मक पहल करेंगे।इसलिए हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए मंगलवार तक रेलवे स्टेशन पर ही शांतिपूर्ण और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपना विरोध जारी रखेंगे।कोषाध्यक्ष कमलेश कुंदन ने कहा कि इस गंभीर मुद्दे पर जिले के कलाकारों का उत्साह और सहयोग यह साबित करता है कि सभी विधाओं के कलाकार कला के मुद्दे पर एक साथ हैं।जो इनकी परिपक्वता दिखाता है।रंगकर्मी और पत्रकार रवीन्द्र भारती ने कहा कि भोजपुरिया लोगों की यह लड़ाई मील का पत्थर साबित होगी।इसके बाद कलाकारों के स्थायी रोजगार,सांस्कृतिक भवन के छत और अंदरूनी ढाँचे में परिवर्तन,अश्लील गीतों के माध्यम से समाज के स्वरूप को बचाने का प्रयास शुरू किया जाएगा।रंगकर्मी सुधीर शर्मा ने कहा कि भोजपुरी की सांस्कृतिक विरासत की तुलना किसी अन्य संस्कृति से कर इसे अवसर न देना दुःखद है।

भोजपुरी गायक संघ अध्यक्ष सह लोक गायक मुक्तेश्वर उपाध्याय भोजपुरी गायकी में अपनी अश्लील विरोधी गायकी के लिए जाने जाते है। मुक्तेश्वर उपाध्याय को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव द्वारा बिहार विजय महोत्सव के दौरान जोड़ी सम्राट के रूप में नवाजा गया था। उन्होंने भी इस आंदोलन की आवश्यकता बताई।नागेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि लोककलाओं की मधुरता हमारी सोच को परिलक्षित करता है।मंच संचालन करते हुए किशन सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की प्राथमिकता में भोजपुरी भाषा और इससे जुड़ी लोककलायें हैं ही नहीं।यह हमारे राजनीतिज्ञों के साथ साथ इस क्षेत्र के पदाधिकारियों की भी हार का प्रतीक है।भोजपुर जिला गायक संघ के अध्यक्ष मुक्तेश्वर उपाध्याय,नागेन्द्र नाथ पांडेय, कमलेश व्यास,धनजी पांडेय,प्रमोद कुमार आदि ने अपने पारंपरिक लोकगीतों के माध्यम से जनता को भोजपुरी भाषी संस्कृति से परिचित कराया और उनसे गीतों के माध्यम से ही इस संघर्ष को आगे बढ़ाने में सहयोग करने की बात कही।

धन्यवाद ज्ञापन आरा रंगमंच के सचिव डॉ अनिल सिंह ने किया।आज के कार्यक्रम को सफल बनाने में रंगकर्मी चैतन्य कुमार, मनीष यादव, रतन देवा, संजय सिंह, पल्लवी प्रियदर्शिनी, आकांक्षा प्रियदर्शिनी,गुड़िया कुमारी,मो गुलाब ने उल्लेखनीय योगदान दिया।