27 जून : मधुबनी की मुख्य खबरें

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महिंद्र सिंह सोलंकी व स्वास्थ विभाग के मो. इस्मतुल्लाह गुलाब सामुदायिक बैठक कर, समुदाय में कोरोना टीकाकरण के महत्व पर कर रहे हैं चर्चा

मधुबनी : कोरोना संक्रमण से उत्पन्न होनेवाले खतरों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग तथा सहयोगी संस्था की ओर से वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिससे शहरी क्षेत्र से ज्यादा असर अब ग्रामीण छेत्रों में दिखने लगा है। संक्रमण से बचाव के लिए लोग वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचकर अब वैक्सीन लगवाने में बढ़-चढ़कर भाग लेने लगे हैं। साथ ही स्वयं वैक्सीन लगाकर अन्य लोगों को भी वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करते हुए टीका लगाने का संदेश दे रहे हैं।

जिले के अलग-अलग प्रखंड के अलग-अलग गांव में केयर इंडिया के डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी व स्वास्थ्य विभाग के मो. इस्मतुल्लाह उर्फ गुलाब के द्वारा मुस्लिम एवम् दलित महादलित समुदाय के बीच सामुदायिक बैठक आयोजित कर कोरोना से बचाव तथा टीकाकरण के महत्व पर लगातार चर्चा किया जा है। सामुदायिक बैठक में छेत्र के जनप्रतिनिधियों ,उलेमाओं, मस्जिद के इमामों, गांव के बुद्धजीवियों , एवं ज़िम्मेदार लोगों के साथ बैठक की जाती है। बैठक में कोरोना टीकाकरण के फायदे एवम् लोगों के सवाल जवाब के बाद उनके अंदर फैली गलत फेहमियों को दूर करते हुए टीकाकरण के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है।

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समाज में टीका लगवाने के लिए प्रेरित करते हुए अगले दिन वहां टीका कैम्प लगवाकर लोगों का टीकाकरण कराया जा रहा है महेंद्र सिंह सोलंकी एवं मो. गुलाब ने बताया कि भ्रांतियों को लेकर लोग कोरोना वायरस टीकाकरण स्थल पर नहीं पहुंच रहें थे या फिर आने में डर रहें थे उनके अंदर के डर को खत्म करने के लिए बैठक कर जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया की अब तक 2 दर्जन से अधिक गांव व शहरी क्षेत्रों में जाकर सामुदायिक बैठक की गई है जिस के प्रतिफल में लोगों में टीकाकरण के प्रति जागरूकता आई है और लोग टीका केंद्रों पर पहुंचकर बड़ी तादाद में अपना टीकाकरण करवा रहे हैं। उन्होंने बताया की सरकार तथा स्वास्थ्य विभाग का लक्ष्य है कि कोई भी व्यक्ति कोरोना के टीका से वंचित नहीं रह सके।

लोगों में फैले भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश :

सोलंकी और गुलाब ने बताया कि कोरोना वायरस को लेकर लोगों में तरह-तरह की भ्रांतियां फैली हुई है। जिसको दूर करने की लगातार कोशिश की जा रही है। इसको लेकर गांव-गांव में जाकर लोगों के साथ बैठक कर कोरोना टीकाकरण तथा वायरस से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। साथ टीकाकरण स्थल पर आने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है। टीकाकरण स्थल पर आते समय मास्क का उपयोग करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित भी किया जा रहा है।

इन जगहों पर चलाया गया जागरुकता अभियान :

केयर इंडिया की डीटीएल महेंद्र सिंह सोलंकी तथा मो. गुलाब ने बताया अब तक 2 दर्जन से अधिक गांव में संपर्क कर सामुदायिक बैठक कर लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक किया गया है। गुलाब व सोलंकी द्वारा गणमान्य लोगों को ज़िला पदाधिकारी अमित कुमार मधुबनी एवं सिविल सर्जन मधुबनी डा. सुनील कुमार द्वारा निर्गत अपील भरा पत्र भी दिया जा रहा है जिससे लोगों में टीका के प्रति और यकीन बढ़ रहा है और ज़िम्मेदारी के साथ जागरूकता फैलाई जा रही है।

जिसमे भौआरा के मदरसा फलाहुल मुस्लेमीन मदरसा इस्लामियां राघोनगर मदरसा इस्लाहुल मुस्लेमीन ईद गाह चौक, राघोनगर भवारा मधुबनी ,मदरसा अहमदिया बड़ा बाज़ार मोमिनटोला मधुबनी, लहरिया गंज मधुबनी ,बाबूबरही के छोराही गांव ,राजनगर के परिहारपुर मुस्लिम टोला गौस नगर, परसा, नसरुद्दीन टोल, भगवान् पुर मदरसा, पंडौल प्रखंड के तारसराय, मुकर्रमपुर, सीमा ,सागर पुर आदि जगहों पर मस्जिदों के लाउड स्पीकर से लगातार टीका लगवाने की अपील की गई। नवादा मुसहरी, सीमा, पंडौल पूर्वी वार्ड नंबर 7, आदि जगहों पर भी जागरूक कर टीकाकरण कराया गया।

सिमरी पंचायत के चांद टोला केंद्र पर भी मुस्लिम समुदाय के सभी लोगों ने टीका लिया स्थानीय लोगों द्वारा यहां पर फिर कैम्प लगाने की मांग पर दूसरे दिन भी यहां कैंप लगाया गया। सूरत गंज बाटा सभी जगहों पर सैंकड़ों लोगों ने टीका लिया इन सभी जगहों पर स्थानीय लोगों का बहुत सहयोग रहा। लोगों द्वारा यहाँ लगातार टीका कैम्प लगाने की मांग की गई। बताते चलें की पिछले 14 दिनों से लगातार मदरसा फलहुल मुस्लेमीन में कोरोना टीका कैम्प चल रहा है हज़ारों की संख्या में लोग टीका ले रहे हैं।

वायरस से घबराने की नहीं बल्कि साहस रखने की जरूरत :

बैठक में जानकारी दी जा रही है कि वायरस से लड़ने का एकमात्र उपाय टीकाकरण ही है इसलिए लो अपना टीकाकरण ज़रूर करवाएं। इस वायरससे घबराने की जरूरत नहीं बल्कि साहस रखने की जरूरत है। अपने आपको सुरक्षित रखें, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में ना जाएं। टीकाकरण सत्र पर कार्यरत एएनएम को कोविड-19 से बचाव के लिए जारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की जानकारी दी जा रही है। सत्र के दौरान मास्क,ग्लब्स का उपयोग करने का निर्देश दिया जा रहा है।

5 दिवसीय अंतर्रार्ष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान की हुई शुरुआत

मधुबनी : बच्चों में विकलांगता होने के प्रमुख लक्षणों में से एक पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए जिले में अंतर्राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने सदर अस्पताल में शिशुओं को पोलियो ड्रॉप पिलाकर की. इस दौरान सर्जन ने बताया कि पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो किसी व्यक्ति के शरीर को लकवाग्रस्त कर देता है। चूंकि छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है इसलिए उसे इस बीमारी से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है। इसे होने से पहले ही खत्म कर देने के लिए 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जा रही है। उन्होंने जिले के सभी परिजनों से अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें पोलियो की दवा पिलाकर अभियान को सफल बनाने में जिला स्वास्थ्य विभाग की पूरी तरह सहयोग करने की अपील करता की।

हर बच्चा पिये दवा इसलिए टीम है पूरी तरह तैयार :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस के विश्वकर्मा ने बताया पल्स पोलियो अभियान के तहत 27 जून से 5 दिनों तक चलने वाले चक्र में जिले के 8,16,987 घरों को लक्षित किया गया है तथा 6,88,184 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना सबसे लक्ष्य है। तथा अभियान के लिए 14,488 नए बच्चों को भी चिन्हित किया गया है.

अभियान की सफलता के लिए टीम का हुआ गठन :
अभियान के सफलता के लिए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा
डोर टू डोर: 1954
ट्रांजिट टीम: 362
मोबाइल टीम: 116
सुपरवाइजर: 708
लक्षित घर: 8,16,987
लक्षित बच्चे: 6,88,184
का गठन किया गया है। प्रत्येक दल में एक आशा और एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं जो घर-घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलएंगी, दवा पिलाने के बाद बच्चों के और उनके माता -पिता का नाम, गृह संख्या आदि फार्म में भर कर अपने केंद्र में जमा करवाएँगी।

खतरनाक लकवाग्रस्त बीमारी है पोलियो :

डीआईओ डॉ. विश्वकर्मा ने बताया कि पोलियो एक खतरनाक लकवाग्रस्त वायरस जनित रोग है. बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता कम होने के कारण उसे पोलियो का खतरा ज्यादा है.यह बीमारी विशेष रूप से रीढ़ के हिस्सों व मस्तिष्क को ज्यादा नुकसान पहुँचता है. इससे बचाव के लिए लोगों को अपने बच्चों को पोलियो की दवा जरूर पिलानी चाहिए. पोलियो ड्रॉप के साथ बच्चों को संपूर्ण टीकाकरण भी करवाना चाहिए जो 12 जानलेवा बीमारियों से बचाए रखता है.

कोविड संक्रमण से बचाव का रखा जाएगा ध्यान :

यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया कि पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान कोविड संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा जाएगा. कर्मियों द्वारा दवा पिलाने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी तरह से मास्क व ग्लव्स का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है। अभियान के उद्घाटन में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के विश्वकर्मा, सीडीओ डॉक्टर आरके सिंह,डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ. आदर्श वर्गीज यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा,चंचल कुमार आदि उपस्थित रहे।

पिता के मौत के बाद बेसहारा बनी मृतक के दो बेटियां पिता की गर्दन काट हत्या

मधुबनी : जिले के हरलाखी में जाप नेत्री प्रिया राज ने कसेरा गांव स्थित मृतक मो हलीम के घर जाकर उनके परिजनों को सांत्वना दी। पिता के मौत के बाद बेसहारा बनी मृतक के बिटियों को सिलाई मसीन के साथ आर्थिक मदद भी की है। इस दौरान मृतक की पत्नी व दोनों बेटियां भावुक होकर रो पड़े। फिर परिजनों को समझा बुझाकर चुप कराई। उन्होंने कहा कि जब भी किसी बेटी को कोई दुःख देख लेती हूं तो कोशिश यही रहती है कि उसके दुख की घड़ी में साथ देकर उनके दुःखो को बांट लू।

पिता की साया सिर से हटने के बाद परिवार को मुसीबत हो गई है। इसलिए इन बेटीयों को मदद करने का दिल मे खयाल आया और फिर हमने आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से सिलाई मसीन भेंट की हूं ताकि सिलाई सीखकर अपना गुजर बसर कर सके। इस दौरान उन्होंने मृतक के परिजनों को उचित मुआबजा का मांग की है साथ ही घटना में शामिल सभी अपराधियों का जल्द गिरफ्तारी का मांग की है।

वहीं स्थानीय समाजसेवी सशान्त शेखर ने कहा कि महज पांच साल से समाज मे उत्कृष्ट कार्य करती आ रही प्रिया ने एक बार फिर मानवता का मिसाइल कायम की है। इनके द्वारा किए गए मदद बाकई सराहनीय औ प्रेरणास्रोत है। मालूम हो कि करीब दस दिन पूर्व खिरहर थाना क्षेत्र के कसेरा गांव में एक ठेला चालक को इसलिए सिर को धर से अलग कर दिया ताकि दरिंदों के काली करतूतों का पर्दाफाश न हों जाए।

बताया जा रहा है कि मृतक ने गांव के कुछ लोगों को एक महिला के साथ अवैध संबंध बनाते हुए देख लिया था जिसके बाद उनलोगों को भय हुआ कि सुबह सबको पता चल जाएगा। जिसको लेकर मो हलीम को गांव से डेढ़ करीब दूर ले जाकर उनके गर्दन को काटकर अलग कर दिया जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो गई। इतना ही नही उन अपराधियों ने पहचान छुपाने के लिए कटी सिर से दोनों आँखे निकाल ली, दोनों कान भी काट दिया और फिर सिर को कही छुपा दिया गया हालांकि घटना के दो दिन बाद जाती सिर बरामद हो गया।उधर घटना के करीब दस दिन बाद भी हत्यारे की गिरफ्तारी नही होने से क्षेत्र के लोगों में भय व्याप्त है।

डीएम ने लिया बाढ़ पूर्व तैयारी का जायजा, समीक्षा बैठक कर ली जानकारी

मधुबनी : मिथिला का एक कहावत बहुत फेमस है जो वर्तमान सरकार पर सटीक बैठता है। कहावत है ” भोज बेर में कुम्हड़ा रोपना”। मतलब भोज के समय में कद्दू रोपना। पूरा बिहार बाढ़ से लबालब है। जब की मिथिलांचल का मधुबनी अब तक बाढ़ से वंचित है। बाढ़ का सबसे प्रभावी क्षेत्र माना जाता रहा है। पूर्व की बात करें तो 2019 में जो तबाही बाढ़ ने मचाया था। वह किसी से छिपा नहीं है। उसको देखते हुए सरकार की को तैयारी है, बिल्कुल ही नगण्य है। बालू की बैग के सहारे बाढ़ की पानी को रोक पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन सा लगता है।

आपको बता दें कि बाढ़ का खतरा सर पर मंडरा रहा है और सरकार के मंत्री और पदाधिकारी बैठक कर रहा है। वहीं, मधुबनी डीएम अमित कुमार बेनीपट्टी अनुमंडल पदाधिकारियों के साथ बाढ़ की तैयारी हेतु समीक्षा करने पहुंचते हैं, और एसडीएम समेत कई पदाधिकारियों को बाढ़ से निपटने का दिशा निर्देश देते है।

सूखकर पत्थर बन चुके घटिया सीमेंट से की जा रही सड़क की ढलाई के खिलाफ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के बौरहर पंचायत अंतर्गत जिरौल गांव के वार्ड संख्या-07 में पीसीसी सड़क निर्माण में गड़बड़ी के विरोध में ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन व नारेबाजी किया। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव में मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना अंतर्गत घटिया पीसीसी सड़क के ढलाई का काम शुरू किया गया है, जबकि कार्य स्थल पर योजना का बोर्ड भी नहीं लगाया गया है। सड़क के ढलाई निर्माण कार्य में सूखकर पत्थर बन चुके घटिया सीमेंट का इस्तेमाल किया जा रहा है।

सड़क 8 इंच ढलाई करने के बजाय केवल 6 इंच ही ढलाई किया जा रहा है, जहां जहां ढलाई हो रहा है। वहां-वहां गिट्टी व सीमेंट स्वतः ही उखड़ रहे हैं, और गड्ढे भी बनते जा रहे हैं। मिट्टीयुक्त गिट्टी व बालू मिलाकर ढलाई किया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर सड़क निर्माण में अनियमितता हो रही है, जिसकी अगर जांच हो तो मामले का पर्दाफाश हो जाएगा। दबंगई दिखाकर ठेकेदार द्वारा मनमाने तरीके से जबरन घटिया सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

इतना ही नहीं पहले से जो सड़क में खरंजा बना था, उसका ईंट भी उखाड़कर बेच दिया गया है। हालांकि इस सम्बंध में ठेकेदार ने लगाए गए आरोपों से इनकार किया है, और कहा कि निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण किया जा रहा है। इस समस्या को लेकर ग्रामीण रामकुमार यादव, रामलोचन साफी, रामप्रीत यादव, चंदेश्वर शर्मा, मनोज शर्मा, रामानंद प्रसाद, जगदीश साफी, नथुनी ठाकुर, गुदरी यादव, बिलट यादव, विनय यादव, राम विलक्षण शर्मा समेत दर्जनों ग्रामीणों ने घटिया सड़क निर्माण कार्य के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए संबंधित पदाधिकारियों से जांच की मांग की है।

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक

मधुबनी : अपर समाहर्ता सह प्रभारी जिला पदाधिकारी, मधुबनी अवधेश राम, की अध्यक्षता में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक जिला समाहरणालय सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। इस दौरान विधायक,खजौली अरूण शंकर प्रसाद, विधान पार्षद सुमन कुमार महासेठ, विधान पार्षद घनश्याम ठाकुर, उप-विकास आयुक्त, मधुबनी अजय कुमार सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी, मधुबनी एवं अन्य विधायकगण के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

उक्त बैठक में उपस्थित सभी विधायक, जिला पार्षद एवं उपस्थित सभी पदाधिकारी को जिला कृषि पदाधिकारी मधुबनी के द्वारा अवगत कराया कराया गया कि जिले में उर्वरक की उपलब्धता सामान्य है। उर्वरक निगरानी समिति की नीति एवं सरकार के द्वारा जीरो टाॅलरेन्स नीति के आधार पर उर्वरक की निर्धारित मूल्य से अधिक मूल्य पर उर्वरक विक्रेताओ बिक्री करने उसपर एफ०आई०आर० दर्ज करते हुए कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

प्रभारी जिला पदाधिकरी, मधुबनी के द्वारा निदेश दिया गया कि किसी भी परिस्थिति में उर्वरक की बिक्री निर्धारित मूल्य पर कराना सुनिश्चित करेंगे, एवं नियंत्रण रखने के लिए जिला पदाधिकरी द्वारा गठित टीम सभी प्रखण्डो में छापेमारी की जारी रही है, एवं उससे सम्बंधित प्रतिवेदन जिला को उपलब्ध कराया जा रहा है।

बीडीओ से वार्ता के बाद बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय पर शुरू हुआ अनशन समाप्त

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर पांच सूत्री मांगों को लेकर शनिवार को सुबह में शुरू हुआ अनशन बीडीओ से वार्ता के बाद देर शाम तत्काल समाप्त कर दिया गया। दरअसल, एडवोकेट अजय कुमार झा पांच सूत्री मांगों को लेकर कई लोगों के साथ आमरण अनशन पर बैठ गये थे।

अनशन की सूचना पर देर शाम एसडीएम के निर्देश पर बीडीओ मनोज कुमार अनशन स्थल पर पहुंच अनशनकारियों से वार्ता की जिसके बाद बीडीओ और प्रमुख पति राजेश यादव द्वारा जूस पिलाकर अनशन समाप्त कराया गया। अनशनकारी अजय कुमार झा और श्याम कुमार झा ने कहा कि आश्वासन पर संतोष जताते हुए तत्काल अनशन समाप्त किया गया है। अगर प्रसाशन द्वारा भरोसा को तोड़ा गया तो इससे जोरदार आंदोलन की जाएगी।

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