25 जून : मधुबनी की मुख्य खबरें

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नीतीश कुमार की सोच भारतीय राजनीति की विचारधारा, जदयू का बिहार माॅडल देश स्तर का उदाहरण

मधुबनी : वैसे तो आजादी के बाद कई मुख्यमंत्रियो ने बिहार में शासन किया लेकिन राजनीतिक और सामाजिक रूप से 2005 मे नीतीश कुमार के शासन मे आते ही एक व्यवस्था परिवर्तन की शुरुआत हुई, जिसके कारण बिहार को एक नयी ऊचाई मिली। सड़क स्वास्थ्य शिक्षा मनोरंजन आधारभूत संरचना जैसे मुद्दों पर ऐतिहासिक विकासात्मक कार्य हुए और इस बदलाव के बाद बिहार में स्वर्णिम काल की शुरुआत हुई जिसका श्रेय केवल बिहार के सीएम नीतिश कुमार को जाता है।

प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता तथा अलीनगर दरभंगा के प्रदेश संगठन प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने नीतीश कुमार के विभिन्न पहल तथा प्रयोग को देश स्तर पर एक उदाहरण बताते हुए कहा कि चार से पांच घंटे में बिहार के हर कोने से पटना पहुचना, कानून व्यवस्था की बहाली, हर घर बिजली, स्वास्थ्य एवं शिक्षा के आधारभूत संरचना की मजबूती शराबबंदी, दहेज प्रथा बाल विवाह जैसी सामाजिक परिवर्तन एवं जल जीवन हरियाली अभियान के तहत विभिन्न उपाय जैसे कार्यक्रमोमें के बदौलत बिहार ने श्रेष्ठ उपलब्धि हासिल की वही बिभाजन के बाद सिमित संसाधन के बाबजूद 16•4% का विकास दर हासिल कर नीतीश सरकार ने बिहार को देश स्तर पर स्थापित किया।

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जदयू नेता ने नीतीश कुमार को एक कुशल राजनेता, एक सक्षम विकासपुरूष, सफल पर्यावरणविद् एवं एक सच्चा समाजसुधारक बताते हुए कहा कि बिहार सरकार की पहल आज देश के विभिन्न राज्यों के लिए अनुकरणीय साबित हुआ है। महिला सशक्तीकरण की दिशा में जदयू को देश स्तर पर इकलौता राजनीतिक दल बताते हुए श्री ठाकुर ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में पचास प्रतिशत, सरकारी नौकरियों में तैतीस प्रतिशत आरक्षण फिर संगठन मे एक तिहाई की भागीदारी देकर जदयू ने साबित कर दिया है, कि सीएम नीतीश कुमार तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।

जदयू नेता ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह को संगठन का शिल्पकार बताते हुए कहा कि पहले राष्ट्रीय संगठन प्रभारी तथा फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने जिस बारीकी से जदयू को कैडर बेस पार्टी बनाया है, उसके लिए वे बधाई के पात्र हैं। जदयू नेता ने राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की कार्यशैली को कार्यकर्ताओं के लिए एक पदचिन्ह बताते हुए कहा कि जिस तरह से प्रशिक्षण, सम्मेलन, वर्चुअल सम्मेलन, डिजिटल प्लेटफार्म पर विभिन्न आयोजनों के माध्यम से संगठन को धारदार बनाने की पहल की जा रही है, वह आनेवाले समय में विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए एक उदाहरण साबित होगा।

आठ दिन पूर्व हुए हत्याकांड के परिजनों ने मिले पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री, कहा अगले 24घंटों में गिरफ्तार हो आरोपी

मधुबनी : जिले के हरलाखी प्रखंड के खिरहर गाँव में हुये मो० हलीम की सर कलम कर निर्मम हत्या आठ दिनों पूर्व कर दिया गया था। इस बाबत आज मिथिला स्टूडेंट यूनियन के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री राघवेंद्र रमण अपने साथियों के साथ उनके परिजन से मुलाकात किया। मौके पर परिजनों ने जानकारी दिया कि 8 दिनों बाद भी मुख्य आरोपी को गिरफ्तार नही किया है।

वहीं, इस बाबत परिजनों ने मिलने के बाद एमएसयू के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री राघवेंद्र रमण ने कहा की इससे पूर्व में भी रामनवमी के दिन भी दो साधुओं की हत्या हुई थी, और अब ये घटना दोनों हत्या एक जैसे किया गया है। उन्होंने कहा कि ये उक्त व्यक्ति शराबकारोबारी है। मंदिर पर शराब रखने के लिए साधुओं से कहासुनी हुआ था, जिसके बाद उसकी हत्या हो गई थी।

उस घटना में भी पुलिस के द्वारा घटना को बिना छानबीन किये मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को हत्या के जुर्म ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। अब पुनः इसी तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है। हम प्रशासन को चेतावनी देते हुये कहना चाहते हैं कि अगले 24 घण्टों में आरोपी को गिरफ्तार नही किया गया, तो सड़क पर उतर कर परिजनों को इंसाफ दिलाने हेतु आंदोलन करने पर विवश होंगे, जिसकी जिम्मेवारी स्थानोय प्रशासन की होगी।

आगामी 30 जून को मंहगाई के खिलाफ भाकपा(माले), सीपीआई, सीपीएम के संयुक्त रूप से करेगा प्रदर्शन

मधुबनी : कोरोना महामारी व लाकडाउन जैसे अवसर का फायदा उठाकर मोदी सरकार ने पूंजीपतियों को तीजोड़ी भरने और जनता को कंगाल बनाने का काम किया है।मंहगाई के खिलाफ में पांच बाम दलों द्वारा 30जून को अखिल भारतीय स्तर पर मंहगाई के खिलाफ प्रस्तावित प्रदर्शन को मधुबनी जिला में भी सफल बनाने के लिए भाकपा-माले, सीपीआई व सीपीएम की संयुक्त बैठक कर्मचारी महासंघ कार्यालय में हुआ। उक्त बैठक में सीपीएम के जिला सचिव भोगेंद्र यादव, भाकपा-माले के जिला सचिव ध्रुब नारायण कर्ण एवं सीपीआई के जिला सचिव मंडल सदस्य मोतीलाल शर्मा ने भाग लिया।

इस बैठक में 30 जून को जिला समाहरणालय एवं जिला के सभी अनुमंडल मुख्यालय पर मंहगाई के खिलाफ संयुक्त प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया। उक्त बैठक को संबोधित करते हुए बाम दलों के नेताओं ने कहा कि कोवीड महामारी व लाकडाउन का फायदा उठाकर मोदी सरकार ने पूंजीपतियों और अमीरों को तीजीरी भरने का काम किया है। दूसरी तरफ जनता को कंगाल बनाने का काम किया है। यही कारण है कि मंहगाई आसमान छू रही है, पेट्रोल और डीजल का दाम सौ रुपए के पार पहुंच गया है।

खाद्य पदार्थों का दाम में भी भारी इजाफा हुआ है। सरसों तेल की कीमत दौ सौ रुपए के पार पहुंच गया है। बेरोजगारी चरम पर चला गया है। परंतु अडानी अंबानी जैसे कारपोरेट पूंजीपतियों और अमीरों के संम्पत्ती में कई गुणा की बृद्धी हूई है। इस तरह मोदी सरकार ने आपदा को पूंजीवादी लूट के अवसर में बदल दिया है। स्वास्थ्य सुविधाएं और चिकित्सा में बरती गई भारी लापरवाही के चलते लाखों भारतीयों को को मौत के मुंह में धकेल दिया गया है।

दर्जनों सार्वजनिक व सरकारी संस्थाओं को पूंजीपतियों के हाथों बेच दिया है। इस तरह मोदी सरकार ने शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है। इस देश बेचू और आदमखोर सरकार के खिलाफ जनता को भी 30 जून के प्रस्तावित प्रदर्शन में भाग लेने की अपील बाम दलों के नेताओं ने किया।

ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन द्वारा महंगाई भत्ता की मांग को लेकर काला दिवस मनाते हुए केंद्र-सरकार से मांग

मधुबनी : आज ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे इम्प्लाइज यूनियन के द्वारा काला दिवस मनाते हुए केंद्र-सरकार से निम्नलिखित मांग रखी गयी :-
1). सभी रेल-कर्मचारी को कोरोना-योद्धा माना जाए।
2).रेलकर्मी को 50 लाख का बीमा कवरेज दिया जाए।
3).NPS को हटाकर OPS लागू किया जाए।
4).रेलवे का निजीकरण बन्द हो।
5).महंगाई भत्ते की सभी किस्तें एरियर सहित तुरंत लागू हो।
6).रात्रि ड्यूटी भत्ता पर से वेतन की सीलिंग हटाई जाए।

इस मौके पर रत्नेश वर्मा(जोनल जॉइंट सेक्रेटरी) के नेतृत्व में रेलवे कर्मचारियों के समुह द्वारा विरोध-प्रदर्शन करते हुए नारेवाजी की गई। इस सभा को संबोधित करते हुए रत्नेश वर्मा(जोनल जॉइंट सेक्रेटरी) ने कहा कि 01 जुलाई से महंगाई-भत्ते की सभी किश्ते दी जाए, तथा कोरोना-महामारी में जान जोखिम में डालकर लगातार कार्य मे डटे रेलकर्मी को कोरोना-योद्धा घोषित करके 50 लाख का बीमा दिया जाना चाहिए।

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पोर्टल पर डाटा अपलोड करने को लेकर प्रशिक्षण

मधुबनी : सदर अस्पताल सभागार में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर कार्यरत चिकित्सा पदाधिकारी, कम्युनिटी हेल्थ ऑफि सर व नवनियुक्त डाटा एंट्री ऑपरेटर को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण जपाईगो संस्था के प्रभात ठाकुर द्वारा दिया गया। प्रशिक्षण में हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पोर्टल, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर एप, एनसीडी एप, डिस्ट्रिक्ट ट्रैकिंग से संबंधित विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।

इस दौरान एचडब्ल्यू सी पोर्टल पर प्रतिदिन डाटा अपलोड करने, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर प्रतिदिन ओपीडी का संचालन करने, सर्विस डिलीवरी रिपोर्ट अपलोड करने, प्रतिदिन योगा सत्र का आयोजन करने, ई टेलीमेडिसिन की सुविधा उपलब्ध कराने तथा नन कम्युनिकेबल डिजीज के तहत ब्लड प्रेशर के मरीज, ग्लूकोज के मरीज, हाइपरटेंशन के मरीज, कैंसर के मरीज, डायबिटीज के मरीज, का जांच हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर सुनिश्चित करने को लेकर प्रशिक्षण दिया गया। विदित हो कि जिले में सक्रिय हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर की संख्या 61 है।

क्या है हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर :

डीपीसी पंकज कुमार ने बताया स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण स्तर पर ब्लड शुगर, बीपी,एचआईवी, टीबी, कोलेस्ट्रॉल इत्यादि 30 से ज्यादा प्रकार की जांच सुविधाएं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर होती है| इसके अलावा संबंधित बीमारियों के लिए सभी प्रकार की दवाइयां भी दी जाती हैं| उन दवाओं का किस प्रकार उपयोग किया जाए इसका भी परामर्श अस्पताल में आने वाले सभी लोगों को दिया जाता है। पहले प्राइमरी हेल्थ सेंटर में मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाता था| अब उसी केंद्र को ‘हेल्‍थ एंड वेलनेस सेंटर’ के तौर पर विकसित किया गया है| इस सेंटर पर कम्‍यूनिकेबल और नॉन कम्‍यूनिकेबल दोनों तरह की बीमारियों का इलाज होता है| यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है।

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर खोलने का उद्देश्य :

हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर खोलने का मुख्य उद्देश जनमानस को सौहार्दपूर्ण वातावरण में विश्वसनीय गुणवत्तापूर्ण एवं विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराना है| केंद्र सरकार द्वारा आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत गरीब कमजोर एवं मध्यम वर्ग के लोगों को सभी तरह की स्वास्थ्य उपलब्ध कराई जाती है| ग्रामीणों को समय रहते हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर ब्लड प्रेशर, डायबिटीज व कैंसर, मैटरनल हेल्थ और डिलीवरी की सुविधा, नवजात और बच्चों के स्वास्थ्य, किशोर स्वास्थ्य सुविधा, कॉन्ट्रासेप्टिव सुविधा और संक्रामक, गैर संक्रामक रोगों के प्रबंधन की सुविधा, आंख, नाक, कान व गले से संबंधित बीमारियों का इलाज किया जाता है। गंभीर बीमारियों का लक्षण पता चलने के बाद मरीज को जिला अस्पताल में रेफर कर दिया जाता है। मौके पर जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार मंडल, डीपीसी पंकज कुमार, आदि उपस्थित थे।

टेम्पू में रखे 250 बोतल शराब के साथ दरभंगा के तीन तस्कर गिरफ्तार

मधुबनी : जिले के हरलाखी थाना पुलिस ने 250 बोतल शराब के साथ टेम्पु समेत तीन तस्कर को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार सभी तस्कर की पहचान दरभंगा जिला अंतगर्त यूनिवर्सिटी थाना क्षेत्र के केदराबाग निवासी मो० सोनू कुमार, नगरथाना क्षेत्र के हसन चौक निवासी राजू दास व केवटी थाना के दिघयार निवासी राजेश कुमार साह के रूप में बताया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रात्री गस्ती पर निकले थाना पुलिस के द्वारा क्षेत्र के कमतौल चौक स्थित एनएच 104 पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। इसी क्रम में एक टेम्पु को रोका गया, जहां टेम्पु चालक समेत तीनो तस्कर भागने का प्रयास किया। परंतु पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों को खदेड़ कर पकड़ लिए। वहीं टेम्पू की तलाशी ली गई, तो टेम्पू में दो लकड़ी का बक्सा मिला, जिसमें शराब रखा हुआ पाया गया। इस बावत थानाध्यक्ष प्रेम लाल पासवान ने बताया कि तीनों तस्कर को जेल भेज दिया गया है।

बेनीपट्टी के कटैया के वार्ड सात-आठ काफी दिनों से मुख्य सड़क पर जमा है वर्षा का पानी, महामारी फैलने का बना खतरा

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के कटैया पंचायत वार्ड सात-आठ में मुख्य सड़क पर ढ़ाई से तीन सौ फीट की दूरी में वर्षा का पानी जमा है, जिसके कारण दर्जनों घर के लोग, राहगीर सहित अन्य परेशान हैं। आवागमन में काफी समस्या झेलनी पड़ रही है। लेकिन जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों द्वारा अबतक जलनिकासी की कोई व्यवस्था नही की गयी है।

ग्रामीणों ने बताया कि पंद्रह-बीस दिनों से वर्षा का पानी मुख्य सड़क पड़ जमा है। कई घरो में भी पानी प्रवेश कर गया था। साथ ही पानी घर के निव में प्रवेश करने के कारण कई फूस घर गिरने के कगार पर है। सड़क पड़ ठेहुने भर पानी जमा रहने के कारण लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। सड़ांध पानी दुर्गंध करने लगा है, जिससे बीमारी भी फैलने की आशंका बनी हुई है। ग्रामीणों ने कहा कि इतने दिनों से पानी जमा है लेकिन मुखिया, प्रमुख, पंचायत सचिव सहित कोई भी जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी अब तक जलनिकासी के दिशा में पहल करना तो दूर सुधि लेने तक नही पहुंचे हैं।

भूमि विवाद में कई राउंड चली गोलियां, घायल हुए पीएमसीएच रेफेर

मधुबनी : जिले के नरहिया ओपी थाना क्षेत्र की बनगमा पंचायत के बनगमा गांव में देर रात दो पक्षों के बीच हुई जमीनी विवाद में कई राउंड हुई फायरिंग में 6 लोग घायल हैं। वहीं तीन की गंभीर हालत को देखते हुए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी देते हुए नरहिया ओपी थानाध्यक्ष सुनील कुमार झा ने बताया कि बनगमा गांव में दो पक्षों के बीच दो महीनों से जमीनी विवाद चल रहा था, जिसमें 23 जून को दोनों पक्षों में हल्का-फुल्का विवाद हुआ। इनमें से चार की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। परिवार के सदस्यों के मुताबिक इनमें से तीन का इलाज दरभंगा में चल रहा है। उसी रात में देर रात एक पक्ष ने कुछ बदमाशों के साथ दूसरे पक्ष के घर पर हमला कर दिया।

बदमाशों ने सोए हुए लोगों को घर से बारी-बारी उठाकर आंगन में बुलाया और उसके बाद उनपर कई राउंड फायरिंग की। इसमें अमीना खातून, महोम्मद बदरुल, महोम्मद ईशा, सलमान खातून, महोम्मद युसुफ़ और महोम्मद अयूब गभीर रूप से घायल हो गए। घायल व्यक्ति महोम्मद अयूब ने नरहिया ओपी थाना पुलिस को इसकी सूचना दी। सूचना मिलते ही नरहिया ओपी थानाध्यक्ष पुलिस दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे तो अपराधी घटना को अंजाम देकर घटनास्थल से फरार हो चुके थे।

इधर जब पुलिस ने आंगन में प्रवेश किया तो देखा कि आंगन में सभी घायल पड़े हुए थे। घटना के दौरान चली गोलियों के आवाज से आस-पड़ोस के लोग भी दहशत में आ गए। कुछ देर के बाद पुलिस और ग्रामीणों की मदद से सभी घायलाें को इलाज के लिए निर्मली अस्तपाल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सुपौल तो सुपौल अस्तपाल में सभी को डीएमसीएच रेफर कर दिया गया। डीएमसीएच में सभी का इलाज प्रारंभ हुआ। इनमें से तीन की स्थिति को ज्यादा गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया।

भारत-नेपाल सीमा पर दर्जनों मवेशियों के साथ दो तस्कर हुए गिरफ्तार, भेजा गया जेल

मधुबनी : जिले के अंधरामंठ थाना क्षेत्र के भारत-नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र में मवेशी की तस्करी करते दो तस्करों को पुलिस ने धर दबोचा। थानाध्यक्ष थानाध्यक्ष धर्मेन्द्र कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि दिवा गश्त के दौरान पुलिस टीम जब भरफोरी गांव पहुंची, तो नेपाल की तरफ से 12 गाय और तीन बैल के साथ दो तस्कर भारत की ओर आ रहे थे।

पुलिसकर्मियों ने मवेशी तस्कर को रोककर पूछताछ की तो तस्कर ने बताया कि नेपाल की तरफ से मवेशी लाकर भारत में बिक्री करते हैं। पूछताछ के दौरान पुलिस ने सभी मवेशी को जब्त कर दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। धराए गए तस्कर की पहचान फूल महोम्मद के रूप में की गई हैं। वहीं, दूसरा अब्दुल सलाम नेपाल का निवासी बताया गया हैं।
उक्त दोनों तस्कर के विरुद्ध थाना में कांड दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया है। वहीं, तस्करों पर नजर रखने के लिए चौकसी बढ़ा गई है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

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