बिजली की चपेट में आने से मवेशी की मौत, सड़क जाम
आरा : भोजपुर जिला के जगदीशपुर थानान्तर्गत पीरो-बिहया स्टेट हाईवे के बुधउल गांव के समीप करंट की चपेट में आने से मवेशी की मौत हो गई। ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। स्थानीय प्रशासन समझा-बुझाकर किसी तरह सड़क को जाम से छुड़ाया। साथ ही बिजली विभाग के जेई ने दूरभाष के माध्यम से आश्वासन दिया कि मुआवजा जल्द मिल जाएगा।
पीड़ित हंस लाल यादव ने बताया कि पोल में विद्युत प्रवाहित होने के कारण उसके मवेशी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही के कारण किसी इंसान की जान चली जाती तो इसकी जवाबदेही किसकी होती।
‘घर में रहें योग करें’ की थीम के साथ मनाया जायेगा योग दिवस
आरा : कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग लोगों को कोविड टीकाकरण के साथ योग व व्यायाम के लिए भी प्रेरित किया कर रहा है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि योग से शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक रूप से व्यक्ति स्वस्थ्य रहता है. कोविड काल में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत रखने के लिए इसका महत्व और भी अधिक है. नियमित रूप से योग अपना कर अवसाद और तनाव को दूर किया जा सकता है. योग की प्रमुख क्रियाओं में सूर्य नमस्कार, प्राणायम, मंडूकासन, शशकासन, ताड़ासन, तिर्यक ताड़ासन, उष्ट्रासन, योगमुद्रासन, गोमुखासन, भुजंगासन, पादहस्तासन, पवनमुक्तासन, मर्कटासन, वक्रासन, कटिचक्रासन, भुजंगासन आदि मुख्य रूप से शामिल किये गये हैं जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक माने गये हैं.
कोविड संक्रमण काल में ‘घर में रहें, योग करें’ की थीम के साथ 21 जून को विश्व योग दिवस मनाया जायेगा. सातवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राज्य सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भी अपने ट्विटर के माध्यम से लोगों को योग अपनाने के लिए प्रेरित किया है. वहीं राज्य सरकार का आयुष विभाग 21 जून को सुबह सात बजे से योग संबंधी कार्यक्रम शुरू करेगा. राज्य आयुष समिति द्वारा योग के लिए ayush.bihar.gov.in पर लोगों से रजिस्ट्रेशन करने की अपील की गयी है।
योग की कई प्रक्रियाएं फेफड़ों को रक्तसंचार को बढ़ाती हैं। प्राणायम श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने के लिए एक विशेष योगाभ्यास है। श्वसन क्रिया के दौरान गहरी सांस लेते हुए वायु को भीतर खींचते हैं। सांस को अधिक से अधिक समय तक रोके रखते हैं और अंत में धीरे धीरे सांस छोड़ते हैं। इससे शरीर को आवश्यक मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होता है। टीबी सहित श्वसन संबंधी रोग को दूर करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अभ्यास है। इसके अलावा अनुलोम-विलोम प्राणायाम भी फेफड़ों को मजबूत रखता है. योगा के लिए शांत और साफ जगह का चयन का ध्यान रखना चाहिए. इसके अलावा कई अन्य योग प्रक्रियाएं की जानी चाहिए।
संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर भी योग को अच्छे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण माना है. योग दिवस के मौके पर यूएन के भी अधिकारी हिस्सा लेंगे. इसका प्रसारण यूएन वेब टीवी पर सुबह 8 बजकर 30 मिनट से 10 बजे तक लाइव प्रसारित किया जायेगा. यूएन ने कहा है कि योगा शारीरिक, मानसिक और अध्यात्मिक रूप से व्यक्ति को स्वस्थ्य रखता है।
हर विधानसभा में 5 स्वास्थ्य उप-केंद्र
आरा : राज्य सरकार द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ आम जनों को नजदीक में मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 05 स्वास्थ्य उप केन्द्र का निर्माण कराये जाने संबंधी निर्णय लिया है| स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़, बेहतर एवं विस्तारशील बनाये जाने तथा बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ आम जनों को नजदीक में ही मुहैया कराने के उद्देश्य से जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 05 स्वास्थ्य उप केन्द्र का निर्माण कराया जाएगा।
स्वास्थ्य उप केन्द्र का निर्माण कार्य पूरा हो जाने पर आम लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं में काफी सुविधा मिलेगी एवं लोग अपने घर के नजदीक ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ ले सकेंगे। पूर्व से संचालित स्वास्थ्य केन्द्र जीर्णशीर्ण अवस्था में पाये जाने के कारण वहा आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा का लाभ नहीं मिल पा रहा था, जिसके कारण आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है एवं ईलाज हेतु लोगों को दूरस्थ प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अथवा सदर अस्पताल जाना पड़ता है।
प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में वैसे 05 स्वास्थ्य उप केन्द्र का निर्माण कराया जाएगा, जहा पर भवन जर्जर है तथा सरकारी भूमि उपलब्ध है। इसके लिए विधानसभावार प्रस्ताव दिनांक 25.06.2021 तक विहित प्रपत्र में उपलब्ध कराने का अनुरोध जिले के सभी माननीय विधायकों से की गयी है। नये स्वास्थ्य उप केन्द्र के निर्माण हेतु प्राप्त प्रस्ताव विभाग को भेजी जाएगी। विभाग से अनुमति मिलने के बाद स्वास्थ्य उप केन्द्रों का निर्माण कार्य शीघ्र ही प्रारंभ करा दिया जाएगा।
रामदेव के एलोपैथ विरोधी टिप्पणियों के खिलाफ डॉक्टर्स ने किया ओपीडी का बहिष्कार
आरा : कुछ दिन पहले योग गुरु रामदेव की एलोपैथ के खिलाफ टिप्पणी के विरोध में आज डॉक्टर्स ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के आह्वाहन पर आरा सदर अस्पताल में सुबह 8.30 से 12.30 तक ओपीडी सेवा का बहिष्कार कर दिया। सरकारी अस्पताल के अलावे निजी अस्पतालों में एलोपैथ डॉक्टर्स ने सुबह 8.30 बजे से 12.30 बजे तक ओपीडी का बहिष्कार किया. आईएमए भवन एवं चिकित्सीय संस्थानों में डॉक्टर्स ने काला मास्क लगाकर धरना प्रदर्शन भी किया. हालांकि, इस दौरान डॉक्टर्स ने गंभीर और कोरोना पीड़ित मरीजों भी ख़याल रखा।
बिहार राज्य स्वास्थ्य संगठन, भोजपुर इकाई के सचिव डॉ नरेश ने बताया कि योग गुरु रामदेव कोई डॉक्टर नहीं है और उनकी एलोपैथ डॉक्टर्स के प्रति टिप्पणी आपत्तिजनक तथा अपमानजनक है साथ ही यह संसार की सबसे सशक्त चिकित्सा पद्धति पर भी प्रहार है जिसे किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नही किया जा सकता है|
उन्होंने कहा कि जब तक रामदेव पर कार्रवाई नही होती, डॉक्टर्स चैन से नही बैठेंगे| रामदेव के चिकित्सा विज्ञान, चिकित्सा पद्धति, चिकित्सक विरोधी बयानों, कोविड शहीदों का अपमान और सरकार द्वारा नियत कोविड चिकित्सा एवं कोविड टीके के खिलाफ बोलने के लिए विभिन्न कानूनों के अंतर्गत कार्रवाई और साथ ही सजा दिलाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने मांग की कि सरकार डॉक्टर्स एव चिकित्सीय संस्थानों पर लगातार हो रहे हमले को रोके तथा डॉक्टर्स को सुरक्षा मुहैया कराये| उन्होंने सरकार से मांग की कि सरकार डॉक्टर्स को कोविद कहामारी का मुवावजा भी दे|
रेलवे प्रशासन के उदासीन रवैया के खिलाफ 18 दिन भी भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा का आन्दोलन जारी
आरा : भारत सरकार और रेलवे प्रशासन द्वारा भोजपुरी चित्रकला को अवसर नहीं देना इसके साथ अन्याय करना है। पूर्व के राजसत्ता द्वारा भोजपुरी चित्रकला के साथ भेदभाव करते हुए इसे मौका नहीं प्रदान किया गया।उपरोक्त बातें वीर कुँवर सिंह विश्विद्यालय के हिंदी और भोजपुरी भाषा के पूर्व विभागाध्यक्ष एवं जलेस,बिहार के अध्यक्ष प्रो नीरज सिंह ने भोजपुरी कला संरक्षण मोर्चा द्वारा भोजपुरी चित्रकला को सम्मानजनक स्थान दिलाने के लिए सकारात्मक गतिविधियों के माध्यम से चलाये जा रहे आंदोलन के 18वें दिन अपना समर्थन व्यक्त करते हुए जनता से संवाद के अंतर्गत कही।
जनता के संवाद के अलावा मोर्चा के कोषाध्यक्ष एवं चित्रकार कमलेश कुंदन के निर्देशन में भोजपुरी चित्रकला के जागरूकता प्रसार हेतु चित्रकार रूपा कुमारी, रुखसाना परवीन आदि द्वारा मास्क पर भोजपुरी पेंटिंग किया गया।जिसे बाद में आम लोगों के बीच वितरित भी किया गया।एबीवीपी के अमरेंद्र शक्रवार ने कहा कि सामूहिक प्रयास से ही भोजपुरी चित्रकला को इसका उचित स्थान प्राप्त हो पायेगा। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल राज ने कहा कि हमारी भोजपुरी संस्कृति अत्यंत समृद्ध है।गीत,चित्र,कथाएं हमारी सशक्त अभिव्यक्ति का प्रमाण हैं।
रंगकर्मी मनोज सिंह ने कहा कि भोजपुरी सांस्कृतिक विरासत के साथ अब दोयम दर्जे का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।हमारा अधिकार हमें देना होगा।मोर्चा के संयोजक भास्कर मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि यह आंदोलन न केवल भोजपुरी चित्रकला को इसके लक्ष्य तक पहुँचाने का कार्य करेगा अपितु भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने से लेकर भोजपुरी गीतों में बढ़ रही अश्लीलता को रोकने का भी कार्य करेगा।रंगकर्मी रवींद्र भारती ने कहा कि पूर्व मध्य रेलवे प्रशासन को आगे बढ़कर कलाकारों,सामाजिक कार्यकर्ताओं, रंगकर्मियों,बुद्धिजीवियों आदि की भावनाओं का सम्मान करते हुए भोजपुरी चित्रकला को यथाशीघ्र अवसर देना चाहिए।
मंच संचालन करते हुए रंगकर्मी अशोक मानव ने कहा कि यह अत्यंत हर्ष की बात है कि विभिन्न धड़ो के लोग आज भोजपुरी के लिए सकारात्मक ऊर्जा के साथ एक हो भोजपुरी के मान सम्मान के लिए मोर्चा के सदस्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।रंगकर्मी कृष्णेन्दु ने अपने उद्बोधन में कहा कि भोजपुरी की माटी में कला रची बसी हुई है।हर गाँव में पारंपरिक लोकसंस्कृति विद्यमान है। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए मोर्चा के उप संयोजक विजय मेहता ने कहा कि मोर्चा का यह आंदोलन बिना लक्ष्य को प्राप्त किये वापस नहीं लौटेगा।सांस्कृतिक और अनुशासनबद्ध आंदोलन को सफल बनाने में रंगकर्मी कमलदीप कुमार,रूपेश कुमार पांडेय,मनोज श्रीवास्तव,ओ पी पांडेय,रतनदेवा,कमलकान्त, लक्ष्मण दूबे,चित्रकार कौशलेश कुमार,पत्रकार धर्मेंद्र कुमार, संतोष कुमार आदि ने सराहनीय भूमिका निभाई।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट