13 मई : मधुबनी की मुख्य खबरें

0
swatva samachar

फ्रंट लाइन वारियर्स के रूप में सरकार के दिशा-निर्देश पर पत्रकारों का वैक्सीनशन हुआ शुरू

मधुबनी : जिले में भी अब फ्रंट लाइन वारियर्स के रूप में पत्रकारों को सरकार के गाइडलाइंस के बाद वैक्सीन लगाना शुरू कर दोये गया है। बिस्फी प्रखंड के पंचायत सरकार भवन में बारिश के दरमियान भी युवाओं का उत्साह टीका के प्रति खूब देखा गया। लोग भीँग करके भी टिका स्थल पर अपना अपना टीकाकरण करवाया।

वही इस दौरान मीडियाकर्मी राकेश कुमार यादव ने भी विधिवत कोविड-19 का टीकाकरण लगवाए हैं। यूनिसेफ बीएमसी आफताब आलम ने बताया कि दिन के तीन बजे तक 18 प्लस वाले एक सौ व्यक्ति को टिका लग चुका है। एनएम रंजना कुमारी एवं कविता कुमारी के द्वारा टीका लेने वाले लाभार्थी को आधा घंटा बैठने की सलाह दी गई, और 42 दिन के बाद पुनः आने को कहा गया।

swatva

वहीं, डॉक्टर हैदर अली के द्वारा बताया गया कि अभी भी लगातार पॉजिटिव केस की संख्या बढ़ती जा रही है। आज तक एक्टिव केस की संख्या 114 है, जिसे होम आइसोलेशन में रखकर देखभाल की जा रही है। आशा और सेविकाओं की टीम उनके घर पर सुबह शाम जाकर फॉलो आप करते हैं।

यूनिसेफ बीएमसी आफताब आलम ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को एक व्हाट्सएप ग्रुप का निर्माण जिला पदाधिकारी महोदय के द्वारा किया गया है, जिसमें अनुमंडल पदाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को जोड़ा गया है। इस ग्रुप के माध्यम से समय-समय पर उनको उचित सलाह दी जा रही है। इस मौके पर सुनील कुमार चौधरी, बृज मोहन, फिरोज़, राजीव कुमार, अरविंद कुमार, उमा कुमारी सहित स्वास्थ्य विभाग के टीम मौजूद थे।

जयनगर के कुआढ से शराब की बड़ी खेप बरामद, एक व्यक्ति गिरफ्तारए। ऐएसपी ने प्रेसवार्ता कर दी जानकारी

मधुबनी : जिला के जयनगर में शराब तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को जयनगर थाना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के कुआढ गांव के वार्ड नंबर पांच में एक झोपड़ी में लावारिस हालत में रखे भारी मात्रा में देशी व विदेशी शराब के साथ एक व्यक्ति व एक बिना नंबर के मोटरसाइकिल को जप्त किया।

इस बाबत जयनगर थाने में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसडीपीओ डॉक्टर शौर्य सुमन ने बताया कि पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए 161 बोतल विदेशी और 3360 देशी शराब के साथ एक बिना नंबर का ग्लेमर मोटरसाइकिल बरामद किया है। जबकि एक धंधेबाज कुआढ गांव निवासी पांडव यादव को गिरफ्तार किया गया है। आगे भी पुलिस की ऐसी करवाई जारी रहेगी।

होम आइसोलेशन में गए एनएचएम कर्मी, स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराने के आसार

मधुबनी : राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत संविदा पर बहाल स्वास्थ्य कर्मियों ने चिकित्सकीय कार्य से अलग कर होम आइसोलेशन में जाने का निर्णय लिया है। संविदा कर्मियों ने जिला पदाधिकारी के नाम लिखे पत्र में कहा है कि होम आइसोलेशन में रहेंगे एवं अस्पताल के संपूर्ण जिम्मेदारी से हम सब मुक्त रहेंगे।

बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ बिहार के द्वारा बार-बार स्मार पत्र दिए जाने के बाद भी सरकार द्वारा संविदा कर्मियों की मांगों को लगातार अनदेखा की जा रही है एवं कोविड-19 महामारी के दौरान भी मृत कर्मियों को दी जाने वाली सुविधाओं में नियमित एवं संविदा का भेदभाव की जा रही है। जबकि संविदा कर्मी प्रत्येक स्थान पर सबसे आगे बढ़कर कार्य कर रहा है। इसीलिए जिला स्तर से लेकर स्वास्थ्य उपकेंद्र तक एनएचएम के तहत कार्यरत सभी श्रेणी के संविदा कर्मी मंगलवार से होम आइसोलेशन में जाने का निर्णय लिया।

होम आइसोलेशन में गए संविदाकर्मी :

संविदा कर्मी के जिलाध्यक्ष दयाशंकर निधि ने बताया मधुबनी ने बताया कि सरकार एवं विभाग से लंबित मांगों को लेकर जिला अंतर्गत संविदा पर कार्यरत जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला लेखा प्रबंधक, जिला अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी,जिला डेटा सहायक, जिला कार्यालय सहायक, जिला लेखा सहायक, अस्पताल प्रबंधक, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक एफ.आर. यू. लेखापाल, प्रखंड लेखापाल प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक प्रखंड अनुश्रवण एवं मूल्यांकन सहायक पर्यवेक्षक कालाजार तकनीकी पर्यवेक्षक, वरीय यक्ष्मा पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी यक्ष्मा पारा मेडिकल फार्मासिस्ट,एएनएम, एएनएमएवं अन्य कर्मी होम आइसोलेशन में चले गए।

फ्रंटलाइन के बराबर हो बीमा :

संविदा कर्मचारी संघ के अध्यक्ष दयाशंकर निधि ने बताया सभी कर्मचारी स्थाई स्वास्थ्य कर्मियों के भांति अपने कार्यों का निर्वहन कर रहे हैं लेकिन उन्हें मेडिकल बीमा है बताया जो मेडिकल बीमा स्थाई स्वास्थ्य कर्मियों को दी जा रही है वही सही संविदा कर्मियों को भी दिया जाए इस संबंध में संघ ने 3 दिन का अल्टीमेटम दिया था। कहा 6 मई से 8 मई तक कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर कार्य किया तथा मांग पूरी नहीं होने पर 12 मई से सभी कर्मचारी खुद को आइसोलेट हो गए। उन्होंने कहा कि बिना बीमा के कर्मचारियों की मौत हो रही है। और कोरोना संक्रमण के शिकार भी हो रहे हैं।

संविदा कर्मियों की प्रमुख मांग :

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत संविदा कर्मियों पदाधिकारियों का मानदेय पुनरीक्षण कर शत प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाए। कोविड-19 के बीच कार्य कर रहे संविदा कर्मियों एवं आउटसोर्सिंग के तहत कार्य कर रहे कर्मियों के लिए 50 लाख का बीमा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। कोरोना काल में जिन कर्मियों की मृत्यु हुई है उनके आश्रितों को तत्काल राशि उपलब्ध कराई जाए। ग्रुप एक्सीडेंटल पॉलिसी एवं मेडिकल हेल्थ पॉलिसी लागू की जाए।

जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारी द्वारा बिना किसी प्रमाणित कारण के सेवा से हटाने की परंपरा बन गई है इस पर रोक लगाई जाए। कर्मचारियों के लिए एचआर पॉलिसी लागू किया जाए। जिला स्वास्थ्य समिति अंतर्गत सभी पदाधिकारी कर्मियों को ईपीएफ एवं ईएल लागू किया जाए।

अब स्कूल एवं कॉलेजों में बनाया जायेगा कोविड टीकाकरण केंद्र

मधुबनी : जिले में वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोविड टीकाकरण अभियान को तेज किया गया है। अब 18 से 44 वर्ष तक के लाभार्थियों का टीकाकरण किया जा रहा है। इस कड़ी में स्वास्थ्य विभाग ने स्कूल व कॉलेजों में टीकाकरण केंद्र बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।

जारी पत्र में कहा गया है कि कोविड 19 वैश्विक महामारी से सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से 18 से 44 वर्ष आयुवर्ग के सभी लाभार्थियों का सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में निःशुल्क टीकाकरण कराया जा रहा है। इस आयुवर्ग के लाभार्थियों की अत्यधिक संख्या को देखते हुए टीकाकरण सत्र स्थल को कोविड 19 की जांच एवं उपचार किये जा रहे स्वास्थ्य संस्थान परिसर से अलग रखे जाने का निर्णय लिया गया है। टीकाकरण पूर्व से संचालित स्वास्थ्य संस्थानों से अलग सरकारी स्कूल, कॉलेज आदि में आयोजित किया जाना है।

टीकाकरण केंद्र को प्रतिदिन किया जायेगा सैनिटाइज :

प्रत्येक सत्र स्थल पर कम से कम तीन तीन कक्ष होगा। पहला कक्ष लाभार्थियों के टीका लेने प्रतीक्षालय कक्ष, दूसरा कक्ष टीकाकरण के लिए एवं तीसरा कक्ष टीकाकरण के पश्चात 30 मिनट तक लाभार्थी के निगरानी के लिए बनाया जायेगा। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि प्रतिदिन सत्र स्थल को टीकाकरण कार्य प्रारम्भ करने के पूर्व अनिवार्य रूप से सैनिटाइज कराना सुनिश्चित किया जाय। टीकाकरण दल के लिए पर्याप्त संख्या में ग्लॅब्स् मास्क, सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय।

मेडिकल कचरा निस्तारण का होगा प्रबंध :

लाभार्थियों के वेटिंग रूम, अवलोकन रूम में बैठने के लिए कुर्सी, पीने के पानी आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। टीकाकरण के पश्चात् सत्र स्थल पर टीकाकरण जनित कचरों का निस्तारण बॉयोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के दिशा निर्देश के आलोक में प्रति दिन कराना सुनिश्चित किया जायेगा।

जिला शिक्षा पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करें :

पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि सरकारी स्कूलों, कॉलेजों में कोविड 19 टीकाकरण सत्र के आयोजन के लिए जिला के जिला शिक्षा पदाधिकारी से सम्पर्क स्थापित कर आवश्यक सहयोग उपलब्ध प्राप्त करना सुनिश्चित किया जाय। सभी बिन्दुओं के आलोक में लाभार्थिकों का टीकाकरण कराना सुनिश्चित किया जाय।

इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर रहें :

• मास्क का उपयोग और शारीरिक दूरी का पालन जारी रखें
• लक्षण महसूस होने पर कोविड-19 जाँच कराएं
• जरूरी नहीं हर सर्दी-खांसी कोरोना ही है, इसलिए, निर्भीक होकर सकारात्मक सोच के साथ कराएं जाँच
• अधिक जरूरी पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें
• घर में सकारात्मक माहौल बनाएं और रचनात्मकता कार्य करें
• साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और लगातार साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं

टीका लेने वाले युवा कर रहे अपील, अफवाहों से रहें दूर कोविड वैक्सीन लगाएं जरूर

मधुबनी : मधुबनी जिला मुख्यालय सहित जिले के सभी प्रखंडों में 18 वर्ष से ऊपर के युवकों का कोविड टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। बड़ों की अपेक्षा युवकों में टीका लेने के प्रति काफी उत्साह है। जिले में 9 मई से युवाओं का टीकाकरण किया जा रहा है। अब तक जिले में 13 हजार से अधिक युवाओं ने टीका ले लिया है। वहीं जिले में बुधवार को युवाओं के लिए 21 हजार कोविशील्ड वैक्सीन की डोज प्राप्त हुई है।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के विश्वकर्मा ने बताया वैक्सीन के प्रति लोगों की सोच सकारात्मक रखनी चाहिए| वैक्सीन लेने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। वैक्सीन लेने वाले अगर संक्रमित भी हो रहे हैं तो उनमें कोई गंभीर लक्षण प्रतीत नहीं हो रहे हैं। वैक्सीन लेने के बाद किसी किसी में बुखार तथा दर्द की समस्या होती है लेकिन कुछ घंटों में यह ठीक हो जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि बेहिचक वैक्सीन लें और अपने परिवार को वैक्सीन दिला कोरोना संक्रमण से बचें।

13 हजार से अधिक युवाओं ने लिया टीका :

यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया जिले में युवाओं के टीकाकरण के लिए मधुबनी सदर में वाटसन हाई स्कूल में टीकाकरण स्थल बनाया गया है। जहां बुजुर्गों के लिए ग्राउंड फ्लोर पर तथा युवाओं के लिए सेकंड फ्लोर पर टीकाकरण किया जा रहा है ताकि एक जगह भीड़ एकत्रित ना हो सके। वहीं जिले के सभी प्रखंडों में युवाओं का टीकाकरण किया जा रहा है। जिले में 9 मई से टीकाकरण किया जा रहा है अब तक 13,133 युवाओं का टीकाकरण किया जा चुका है| जिसमें 9 मई को 5,689, 10 मई को 3,683, 11 मई को 3,091, 12 मई को 670 युवाओं को टीका दिया गया है।

टीका लेने वाले युवा कर रहे अपील :

युवा वर्ग जरूर लें टीका राघव कुमार (उम्र 23 वर्ष )ने बताया मैंने कोविशील्ड की पहली डोज ली है । युवाओं में यह धारणा है कि युवाओं की इम्युनिटी मजबूत होती है उन्हें वैक्सीन की जरूरत नहीं है। लेकिन कोरोना से बचाव के लिए सभी वर्ग के लोगों को टीका लेना चाहिए। तभी सब मिल एकजुट होकर इस महामारी से लड़ सकते व कोरोना को हरा सकते हैं।

कोरोना से बचाव का एक ही उपाय टीका :

शिक्षिका कुमारी सुनीता, (37वर्ष) ने बताया कोरोना का एक ही उपाय टीकाकरण है| यदि हम टीका नहीं लेते हैं तो खुद का जीवन खतरे में डालते हैं| कोरोना की पहली लहर में कहा जा रहा था कि बुजुर्ग अधिक संक्रमित हो रहे हैं लेकिन दूसरी लहर में हर उम्र के लोग संक्रमित हुए। ऐसे समय में एकमात्र टीका ही है जो हमारी जान बचा सकता है।टीका लेने के बाद कई लोग खुद को सुरक्षित महसूस करने लगते हैं वह ऐसा नहीं करें| वह मास्क जरूर पहने और कोरोना से बचाव के लिए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का जरूर पालन करें।

अपने परिवार के बचाव के लिए जरूर लगाएं टीका :

41 वर्षीय गृहिणी प्रेमा झा ने बताया मैंने अपने परिवार की सुरक्षा के लिए कोविड-19 का टीका लिया है| एक महिला अपने परिवार में सभी सदस्यों से जुड़ी होती हैं| इसीलिए उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है| सरकार द्वारा कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है| मैं महिलाओं से अपील करती हूं कि कोविड-19 का टीका जरूर लगाएं।

घबराएं नहीं, टीका हम सब की सुरक्षा के लिए है :

छात्रा कुमारी रचना,( उम्र 25 साल) ने टीका लेने के बाद बताया टीके से घबराना नहीं चाहिए| वैक्सीन हम सब की सुरक्षा के लिए है| टीका लगवाने के बाद किसी तरह की पीड़ा महसूस नहीं हुई | इसलिए टीका सभी को जरूर लगाना चाहिए।

सोशल डिस्टेंसिंग का करे पालन :

छात्रा सुतन्या ने बताया टीका पूरी तरह सुरक्षित है| मैंने टीका का पहला डोज ले लिया| किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है| बस इतना ध्यान रखना पड़ता है कि टीकाकरण केंद्र पर हम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। जल्दी बाजी नहीं करें| भीड़ से अलग रहकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करें| टीका हम सबके लिए जरूरी है| इसीलिए सभी युवाओं से अपील करती हूं कि जरूर टीका लगवाएं।

सुमित कुमार की रिपोर्ट

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here