आरा में क्रास मोबाइल के जवानों पर रोडे़बाजी
आरा : भोजपुर जिला मुख्यालय के टाउन थानान्तर्गत अबरपुल इलाके में रविवार की रात्री पेट्रोलिंग कर रहे बाइक सवार क्रॉस मोबाइल के जवानों पर शरारती तत्वों ने पथराव किया जिसमे क्रॉस मोबाइल के एक जवान की बाइक क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि पथराव में दोनों जवान बाल-बाल बच गये। सूचना पर टाउन थाना की पुलिस मौके पर पहुंच कर बदमाशों को पकड़ने के लिये पीछा किया गया लेकिन बदमाश पकड़ में नहीं आ सके।
बताया जाता है कि टाउन थाना के चार क्रॉस मोबाइल के जवान दो बाइक पर सवार होकर गश्त करने अबरपुल के रास्ते धरहरा की ओर निकले थे। इसी बीच अवरपुल के पास काफी संख्या में युवकों की भीड़ लगी थी। इस पर क्रॉस मोबाइल के जवानों ने लॉकडाउन का हवाला देते हुए सभी को घर जाने के लिए कहा गया। लेकिन सभी लोग वहीं बैठे रहे। इस पर जवानों ने बाइक से उतर कर सभी को घर की भेजा। इसके बाद जब क्रॉस मोबाइल के जवान वापस सड़क पर आ रहे थे तभी बदमाशों ने जवानों पर पथराव किया। इसमें एक बाइक क्षतिग्रस्त हो गई हालांकि पथराव के दौरान क्रॉस मोबाइल के जवान बाल-बाल बच गया।
जिलाधिकारी ने सदर अस्पताल के निरीक्षण में पायी कई खामिया
आरा : भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने आरा सदर अस्पताल का निरीक्षण के दौरान कई खामियां पायी| उन्होंने पदाधिकारियों एवं कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया।
डीएम ने सदर अस्पताल के लावारिस सेवा केन्द्र में संचालित कोविड-19 से संबंधित टीकाकरण केन्द्र का निरीक्षण किया। वहाँ भीड़ की अधिकता को देखते हुए सदर अस्पताल के अधीक्षक एवं अस्पताल प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि 18 से 44 आयु वर्ग के व्यक्ति एवं 45 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को अलग-अलग करते हुए टीकाकरण का कार्य करें ताकि भीड़ को नियंत्रित किया जा सके।
सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि टीकाकरण के लिए आने वाले व्यक्तियों के बैठने हेतु लावारिस सेवा केन्द्र में टेंट/पंडाल लगवाना सुनिश्चित करें। अस्पताल परिसर, लावारिस सेवा केन्द्र में पर्याप्त मात्रा में पानी एवं साफ-सफाई की व्यवस्था कराने का निर्देश सदर अस्पताल प्रबंधक एव अधीक्षक को दिया। जिलाधिकारी ने आरा अस्पताल परिसर में महत्वपूर्ण एवं सुगम स्थान पर साईन बोर्ड, फ्लैक्स लगाने का निर्देश सिविल सर्जन दिया गया ताकि अस्पताल में ईलाज कराने हेतु आने वाले मरीजों, परिजनों को ईलाज कराने में कठिनाई नही हो।
डीएम ने जिला भंडार कक्ष में दवाई का संधारण सही ढंग से नहीं पाया। स्टाक पंजी का भी संधारण सही ढंग से नहीं किया गया था। स्टोर में साफ-सफाई की स्थिति भी काफी दयनीय पायी गयी। सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि उपरोक्त अनियमितता के लिए सभी संबंधित से 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण करते हुए मंतव्य सहित प्रतिवेदन दे|
आरा सदर अस्पताल के आपातकालीन कैम्पस में संचालित जन औषधि केन्द्र में विभागीय मानक के अनुरूप दवाइयों की उपलब्धता नहीं थी, बल्कि केन्द्र में बाजार से खरीद की गयी अंग्रेजी दवायें उपलब्ध थी। सदर अंचलाधिकारी को निर्देश दिया कि अविलंब उक्त केन्द्र को सील करें साथ ही सदर अस्पताल के अधीक्षक को निर्देश दिया कि संबंधित केन्द्र के संचालक से स्पष्टीकरण पूछते हुए उनके विरूद्ध विभागीय निर्देशो की अनदेखी के लिए प्राथमिकी दर्ज करें।
इमरजेंसी वार्ड कुछ लोग काफी दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं। उनका स्वास्थ्य भी बेहतर है पर उनके परिवार वालों से संपर्क नहीं हो पा रहा है। सदर अस्पताल के अधीक्षक एवं सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि उनके परिवार वालों से संपर्क कर उन मरीजों को उनके घर वापस भेजना सुनिश्चित करेंग।
डीएम ने इमरजेंसी वार्ड में वार्ड बॉयज और ड्रेसर अपने ड्रेस में नहीं थे। अस्पताल के कर्मियों के ड्रेस में नहीं होने से ईलाज कराने हेतु आने वाले मरीजों को उन्हें पहचानने में काफी परेशानी होती है। सिविल सर्जन को निर्देश दिया कि आउट सोर्सिंग एजेंसी को सख्त निर्देश दें कि सभी कर्मी अपने ड्रेस में रहेंगे।
जिलाधिकारी ने आरा सदर अस्पताल के प्रबंधक को निर्देश दिया कि व्यक्तिगत अभिरूचि लेते हुए सदर अस्पताल परिसर में साफ-सफाई की स्थिति, शौचालय की साफ-सफाई, पेय जल की व्यवस्था आदि कराना सुनिश्चित करें साथ ही व्हाट्सअप ग्रुप में प्रतिदिन तीन बार फोटो शेयर करें। अस्पताल प्रबंधक एवं डीपीएम को निर्देश दिया कि वार्ड की साफ-सफाई की व्यवस्था सही तरीके से कराना सुनिश्चित करें तथा वार्ड का मुख्य द्वार बंद रखने का भी निर्देश दिया।
निजी स्वास्थ्य संस्थानों में किसी भी आयुवर्ग के लाभार्थियों का नहीं होगा नि:शुल्क टीकाकरण
आरा : भोजपुर जिले में कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अब 18 वर्ष से 44 वर्ष तक लाभुकों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी बीच स्वास्थ्य विभाग ने एक अहम निर्णय लिया है। अब निजी स्वास्थ्य केंद्रों में किसी भी लाभार्थी का टीकाकरण नि:शुल्क नहीं होगा। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र जारी कर दिशा-निर्देश दिया है।
राज्य सरकार के निर्णयानुसार 45 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लाभार्थियों का कोविड-19 टीकाकरण निजी स्वास्थ्य संस्थाओं के माध्यम से भी राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराये गये कोविड-19 टीकाकरण निःशुल्क किया जा रहा था। इसी क्रम में भारत सरकार से प्राप्त निदेशानुसार 1 मई 2021 से निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कोविड टीकाकरण हेतु निजी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा अपने स्तर से वैक्सिन क्रय कर टीकाकरण किया जाना है। अब किसी भी आयुवर्ग के लिये निजी संस्थानों को निःशुल्क वैक्सिन राज्य सरकार उपलब्ध नहीं कराएगी|
निर्देश दिया गया है कि पंजीकरण के लिए इच्छुक संस्थानों को सिविल सर्जन को टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर उपयुक्त जगह की उपलब्धता, वैक्सिन की प्राप्ति के लिए टीकाकर्मी की उपलब्धता, वैक्सीन भंडारण की क्षमता एवं एईएफ प्रबंधन के लिए आवश्यक तैयारी की सूचना सहित आवेदन प्रस्तुत करना होगा। आवेदन प्राप्ति के उपरांत सिविल सर्जन अपने स्तर से जांच कराकर निजी स्वास्थ्य संस्थानों को कोविड-19 टीकाकरण केन्द्र संचालन की स्वीकृति प्रदान करेंगे।
सिविल सर्जन से स्वीकृति प्राप्त होने के उपरांत कोविड-19 टीकाकरण सत्र स्थल के संचालन के लिए निजी स्वास्थ्य संस्थानों को कोविन पोर्टल पर पंजीकृत किया जायेगा। निजी स्वास्थ्य संस्थानों अपने स्तर से वैक्सीन एवं अन्य आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए टीकाकरण का कार्य संचालित किया जायेगा। निजी स्वास्थ्य संस्थान टीकाकरण से आच्छादित लाभार्थियों को विवरणी कोविद पोर्टल पर दर्ज करना अनिवार्य होगा।
18 वर्ष से अधिक आयुवर्ग के लाभार्थियों का कोविड-19 का टीकाकरण ऑनलाइन किया जायेगा। किसी भी परिस्थिति में ऑफलाइन अथवा ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन के माध्यम से नही किया जायेगा। कोविड-19 टीकाकरण के दौरान इसका सघन अनुश्रवण एवं औचक निरीक्षण सभी स्तर पर कराना सुनिश्चित किया जायेगा। ताकि भारत सरकार द्वारा निर्धारित लाभार्थियों का ही टीकाकरण कराया जा सके।
राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट