मद्य निषेध अवर निरीक्षक नागेन्द्र प्रसाद निलम्बित, होगी विभागीय कार्रवाई
नवादा : जिले में 16 लोगों की मौत के मामले में जहरीली शराब होने की अधिकारिक पुष्टि भले ही अबतक नहीं की गई है, लेकिन दोषियों को चिन्हित कर उनपर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बुधौल गांव के विकास मिश्रा, नगर थानाध्यक्ष तारकेश्वर नाथ तिवारी के बाद उत्पाद अवर निरीक्षक नागेन्द्र प्रसाद को निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि नवादा जिला प्रशासन ने जिले में 15 लोगों के मौत की आधिकारिक पुष्टि कर दी है। डीएम यशपाल मीणा और एसपी धूरत सयाली सावलाराम ने 3 अप्रैल की शाम नवादा परिसदन में प्रेस से बात करते हुए 15 लोगों की मौत की पुष्टि की थी। अधिकारी द्वय ने बताया कि 15 मृतकों में से 4 लोगों का विसरा जांच के लिए पटना लैब भेजा गया है।
इस मामले में अबतक 7 एफआइआर दर्ज की गई है। 5 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जिससे पूछताछ में शराब से संबंधित अहम जानकारियां और पुख्ता प्रमाण मिले हैं। कार्रवाई के सवाल पर कहा कि बुधौल गांव के चौकीदार विकास मिश्रा व नगर थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है।
एसपी ने बताया कि नगर थाना क्षेत्र के सात स्थानों पर शराब को लेकर छापेमारी कराई गई है। जिसमें कुल 155 लीटर शराब की बरामदगी हुई है। सात लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। शराब बांटने वालों के खिलाफ मिले सबूत, जल्द होगा पर्दाफाश होगा। इतनी बड़ी घटना के पीछे प्रशासनिक चूक के सवाल पर एसपी ने कहा कि वैसे अफसरों के खिलाफ रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी गई है।
बता दें कि 31 मार्च से लेकर 2 अप्रैल तक जिले में 16 लोगों की मौतें हुई। मौत के पीछे जहरीली शराब का सेवन की बात सामने आ रही है। जिला प्रशासन शराब से मौत से इंकार कर रही थी। वैसे अब भी शराब से किसी की मौत की पुष्टि नहीं हो सकी है। लेकिन, अधिकारी अब संभावना को पूरी तरह से खारिज करने की स्थिति में नहीं हैं।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर नवादा पहुंचे उत्पाद आयुक्त डी कार्तिकेय धनजी व अन्य अधिकारियों द्वारा मीडिया रिपोर्ट व मृतकों के परिजनों के बयानों तथा साक्ष्याें व गुप्तचरों के इनपुट के आधार पर शराब से मौत की संभावना से इंकार नहीं किया है। उन्होंने कहा है कि मामले की जांच चल रही है।
इसी कङी में नवादा में कार्यरत उत्पाद अवर निरीक्षक नागेन्द्र प्रसाद को निलंबित कर उन्हें दरभंगा उत्पाद आयुक्त कार्यालय में योगदान के आदेश निर्गत किये गये हैं। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई आरंभ की गयी है। आदेश की प्रति संबंधित लोगों को उपलब्ध करायी गयी है। अभी और कार्रवाई होनी लगभग तय मानी जा रही है।