रिटायर फौजी की मौत पर अस्पताल में डाक्टर पर हमला
आरा : धरहरा निवासी रिटायर फौजी रवींद्र सिंह की तबीयत खराब होने पर इलाज के लिये अस्पताल लाया गया जहाँ इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। उसके बाद इलाज में लापरवाही का आरोप लगा परिजन हंगामा करने लगे। मृत फौजी के परिजनों का कहना था कि उन्हें उल्टी और दस्त की दो रोज से शिकायतें थी। दोपहर अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उन्हें सांस लेने में प्रॉब्लम हो गई।उसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
आरा सदर अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि मरीज की हालत काफी गंभीर थी। उसे पहले से पेशाब और शौच नहीं होने की शिकायत थी। उसके बाद उन्होंने उसका प्राथमिक उपचार किया पर उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद मरीज के परिजन चेंबर में घुसकर मारपीट और गाली-गलौज करने लगे। उन्हें सलाइन चढ़ाने वाले लोहे के स्टैंड से मार कर चोटिल कर दिया। वहीं घटना की सूचना मिलने पर नगर थाना की पेट्रोलिंग और अस्पताल में मौजूद पुलिस कर्मियों ने एक आरोपित को धर दबोचा। वहीं इस घटना के बाद सदर अस्पताल के सभी डॉक्टरों में आक्रोश देखने को मिला।
आरा सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ० प्रवीण कुमार सिन्हा ने बताया कि डॉक्टरों की मांग है कि प्रशासन सुरक्षा मुहैया कराये। जबतक जिला प्रशासन उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराएगा, वे ड्यूटी नहीं करेंगे। उसे लेकर उन्होंने डीएम से बात की। उस पर डीएम ने आश्वासन दिया कि वह डॉक्टरों को तत्काल एक्स्ट्रा सुरक्षा देंगे। पकड़े गए आरोपित के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी डीएम ने भरोसा दिया है।
आरा सदर अस्पताल में मंगलवार की शाम इमरजेंसी सेवा बाधित हो गई। चिकित्सक के साथ मारपीट की घटना के बाद इमरजेंसी सेवा को ठप्प कर दिया। इससे शहर तथा दूर दराज से आए मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। चिकित्सकों का कहना था कि जब तक उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराया जाएगा। तब तक वे ड्यूटी ज्वाइन नहीं करेंगे। इसको लेकर सीएस कार्यालय में चिकित्सकों ने एक बैठक की। इसके बाद एसडीएम, एसडीओ एवं हेड क्वार्टर डीएसपी सदर अस्पताल पहुंचे, उन्होंने चिकित्सकों के साथ बैठक की। तब ढाई घंटे बाद सदर अस्पताल की इमरजेंसी सेवा बहाल हुई। हालात की गंभीरता को देख एसपी पहुंचे सदर अस्पताल तथा उन्होंने अस्पताल की सुरक्षा बढ़ाने का भी सख्त निर्देश दिया।
बता दें कि आरा सदर अस्पताल में कुछ ही दिनों पहले डॉक्टर विवेकानंद पर हमला कर दिया था। उसके बाद स्थानीय सांसद और केंद्रीय ऊर्जा एवं नवीनीकरण राज्य मंत्री आरके सिंह सदर अस्पताल का जायया लेने आये थे। उन्होंने डॉक्टरों पर हमला करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही थी। उसके बावजूद भी सदर अस्पताल आरा में डॉक्टर पर जानलेवा हमले का प्रयास किया गया।
सदर अस्पताल आरा में सोमवार की रात जबरन ऑक्सीजन लगाने को लेकर मरीज के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड के वार्ड ब्यॉय दीपक कुमार की पिटाई कर दी गयी। वहीं ऑन ड्यूटी डॉक्टर प्रमोद कुमार को भी उठाकर ले जाने का प्रयास भी किया गया। उनके साथ मारपीट भी की गयी। बाद में डॉक्टर ने किसी तरह अपनी जान बचायी।
बताया जा रहा है कि रात में ऑक्सीजन की गाड़ी आयी थी। कुछ मरीज के परिजन लोग ऑक्सीजन के लिये हंगामा करने लगे। इसे देख गाड़ी वाला चला गया। उसके बाद इमरजेंसी वार्ड में इलाज करा रहे कुछ मरीज के परिजन वार्ड ब्यॉव दीपक कुमार पर जबरन ऑक्सीजन लगाने का दबाव दे रहे थे। कहा जा रहा है कि एक शख्स द्वारा तो दूसरे मरीज से ऑक्सीजन निकाल अपने मरीज को लगाने की बात कही जा रही थी। वार्ड ब्यॉय ने इससे इनकार किया, तो उसके साथ मारपीट की जाने लगी। इस दौरान डॉक्टर को भी चैम्बर से खींच कर इमरजेंसी वार्ड के बाहर ले जाकर मारपीट करने का प्रयास किया गया। लेकिन किसी तरह डॉ प्रमोद कुमार ने अपने आप को भीड़ से बचया। घटना के बाद हालात का जायजा लेने एसपी सदर अस्पताल पहुंचे। एसपी देर रात तक अस्पताल में ही जमे रहे।
इस बीच भाकपा माले के अगिआंव (सु) से विधायक मनोज मंजिल ने सदर अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों पर हमले की घटना की कड़े शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार इमरजेंसी व कोविड वार्ड के डॉक्टरों की जान की सुरक्षा की गारंटी करे। मनोज मंजिल ने कहा की सोमवार की रात ही मैं और आइसा-इनौस की टीम ने रात को डॉक्टर प्रमोद पर इस तरह हमला होने पर बचाया था। भाकपा-माले ने परिस्थिति को देखते हुए इस तरह के घटना की आशंका पहले ही व्यक्त की थी और जिला प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी। लेकिन जिला प्रसाशन ने कोई ध्यान नही दिया।
डॉक्टरों से अपील करते हुए कहा कि आप जनता के जीवन के रक्षक हैं और आप इसकी गारंटी करें। भाकपा (माले) आपके सुरक्षा-सम्मान के साथ खड़ी है। मनोज मंजिल ने कहा की मेरे अपील के बाद डॉक्टर अपने काम पर लौटे।.अस्पताल परिसर में डीएस की उपलब्धता की गारंटी की जाए साथ हीं ऑक्सीजन जब उतरे तो सुरक्षा के बीच उतरे नही तो टकराव की स्थिति बन जा रही है।
मनोज मंजिल ने कहा की इस तरह की घटना के लिए सीधे तौर पर सरकार जवाब देह है। इस महामारी में अगर अस्पतालों में ऑक्सीजन, फ्लोमीटर, व जीवन रक्षक दवावों की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध होती तो मरीजों की जान बचाई जा सकती है। दवाओं के अभाव में मरीजों की लगतार मौत हो रही हैं|
राइफल से गोली मार की खुदकुशी
आरा : भोजपुर के जगदीशपुर थानान्तर्गत कौरा गांव में एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई है। मृतक का नाम भोला कुमार बताया जा रहा है। जिसकी उम्र 18 वर्ष बताई जा रही है जो पिंटू सिंह का बेटा है। प्रथम दृष्टया आत्महत्या का मामला सामने आ रहा है| राइफल से खुद को गोली मारी गई है हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस छानबीन के बाद ही हो सकेगी कि मौत कैसे हुई है फिलहाल घटना की जानकारी ग्रामीणों ने पुलिस को दी। पुलिस वहां पहुंची हुई है और मामले की छानबीन कर रही है आपसी विवाद सामने आ रहा है।