लापरवाह लोगों के कारण ही बढ़ती है परेशानी, सख्ती से करें सभी नियमों का पालन
छपराः ‘‘महामारी से खुद व समाज के सुरक्षा के लिए सभी को नियमों का पालन करना जरूरी है। यदि प्रशासन की ओर से दिए गए आदेशों का पालन 10 में से 9 लोग ही करते हैं, तो वह एक व्यक्ति न केवल अपनी सेहत के लिए खतरा पैदा करेगा, बल्कि परिजन, समाज व अन्य लोगों के लिए भी संकट खड़ा करेगा। समाज के लापरवाह लोगों के कारण ही परेशानी बढ़ती है। कोविड-19 जैसी खतरनाक बीमारी को रोकना हम सबकी जिम्मेदारी है। इसलिए सभी को आवश्यक सावधानी का परिचय देना होगा’’। यह कहना है कई टीवी सीरियलों में अपने अभिनय से एक अलग पहचान बना चुकी सारण की बेटी ऋषिका सिंह चंदेल का।
जिले में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि भी हो रही है. ऐसे में आम लोगों को कोरोनावायरस से बचाव के लिए जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है. यद्यपि, इसको लेकर स्वास्थ विभाग व जिला प्रशासन प्रयास भी कर रहा है। सरकार के अलावा समाज के अलग-अलग वर्ग के लोग भी अलग-अलग माध्यमों से लोगों को कोरोना वायरस के खतरे से सावधान कर रहे हैं और लोगों को इससे बचने के लिए सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं।
संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में सशक्त हथियार है टीकाकरण :
अभिनेत्री ऋषिका सिंह चंदेल ने कहा हमें अपने देश के वैज्ञानिकों पर गर्व करना चाहिए कि वह इतने कम समय में इस महामारी से रक्षा के लिए वैक्सीन का निर्माण करने में सफ़ल हुए हैं. अभी तक जहाँ 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण हो रहा था. वहीं अब सरकार द्वारा 45 वर्ष या उससे ऊपर के सभी व्यक्तियों के लिए भी टीकाकरण कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि टीकाकरण को लेकर कोई भी भ्रांति मन के अंदर नहीं रखें. टीकाकरण पूर्णता सुरक्षित है।
कोविड के बढ़ते मामलों से बचने के लिए टीकाकरण एक सुरक्षित एवं प्रभावी जरिया है. यह वैक्सीन कोविड-19 संक्रमण से बचाव में एक सशक्त हथियार की भूमिका अदा करेगा। उन्होंने कहा कि अभी उनकी बारी टीका लेने की नहीं आई है, लेकिन वह उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं जब उनकी बारी आएगी. उन्होंने कहा वह अपनी बारी आने पर बेझिझक टीका लेंगी। कोरोना को हराने के लिए सबको मिलकर आगे आना होगा और बिना डरे टीका भी लगवाना होगा।
महामारी से निपटने के लिए जिले में जोर शोर से चलाया जा रहा टीकाकरण अभियान
छपरा : कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए जिले में टीकाकरण अभियान जोर शोर से चलाया जा रहा है। टीकाकरण के लक्ष्य को शत – प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। आम नागरिकों के साथ सरकारी पदाधिकारियों व कर्मचारियों को भी कोविड-19 का टीका दिया जा रहा है। इसी कड़ी में न्यायिक सेवा के पदाधिकारियों व कर्मचारियों के लिए सदर अस्पताल में विशेष व्यवस्था की गई है।
सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद कुमार के निर्देश पर टीकाकरण के लिए न्यायिक सेवा पदाधिकारियों के लिए अलग काउंटर का निर्माण किया गया है। ताकि न्यायिक सेवा के पदाधिकारियों को आसानी से टीकाकरण किया जा सके। अब उन्हें अपना टीकाकरण के लिए लंबे समय तक इंतजार करना नहीं पडेगा। इसी कड़ी में 1 अप्रैल से 45 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई। टीकाकरण के लिए काफी संख्या में लाभार्थी केंद्रों पर पहुंचकर अपना टीकाकरण कराया तथा समाज को सुरक्षित रखने के लिए अन्य लोगों से भी इस अभियान में अपना योगदान देने की अपील की।
लक्ष्य को शत प्रतिशत हासिल करने के लिए विभाग प्रयासरत :
सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने बताया कोविड-19 टीकाकरण के लक्ष्य को शतप्रतिशत हासिल करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। आमजनों की सुविधा को देखते हुए टीकाकरण केंद्रों की संख्या में लगातार वृद्धि की जा रही है। सिविल सर्जन ने बताया फिलहाल जिले में 77 टीकाकरण केंद्रों का संचालन किया जा रहा है और आगे भविष्य में आवश्यकता अनुसार टीकाकरण केंद्रों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। ताकि आमजनों को किसी तरह की परेशानी ना हो।
टीकाकरण केंद्रों पर बैठने की कुर्सी तथा पीने की पानी की व्यवस्था :
सिविल सर्जन डॉ जनार्दन प्रसाद सुकुमार ने कहा सभी टीकाकरण केंद्रों को आमजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सुविधाजनक बनाया गया है। प्रत्येक टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों के बैठने के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही शौचालय व पेयजल की भी व्यवस्था की गई है। टीकाकरण केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर मास्क की उपलब्धता भी सुनिश्चित की गई है।
कोविड-19 रूप नियमों का पालन करने के लिए किया जा रहा है जागरूक :
वैक्सीनेशन के लिए आने वाले लाभार्थियों को वैक्सीन देने के बाद स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा कोविड-19 रूप नियमों का पालन करने का संदेश दिया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मी इस बात की जानकारी दे रहे हैं कि टीकाकरण के बाद भी शारीरिक दूरी का पालन, मास्क का उपयोग और नियमित रूप से हाथों की सफाई करना अनिवार्य है। इसके साथ ही यह भी जानकारी दी जा रही है कि कोविड-19 टीकाकरण दो डोज में पूरा किया जाएगा. इसलिए प्रत्येक लाभार्थियों को दोनों डोज का टीका लेना जरूरी है।
लक्षित लाभार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक
छपरा : कोविड-19 टीकाकरण महामारी से बचाव का एक सशक्त माध्यम है। इसके लिए लक्षित लाभार्थियों का शत-प्रतिशत टीकाकरण किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसी क्रम में भारत सरकार के निर्देशानुसार 1 अप्रैल से राज्य के 45 वर्ष या इससे अधिक आयु वर्ग के सभी लोगों का टीकाकरण की शुरुआत की गई है। नियमित टीकाकरण के अंतर्गत पूर्व में चलाए गए विभिन्न अभियानों जैसे- पल्स पोलियो, खसरा-रूबेला, जापानी इंसेफेलाइटिस आदि में लाभार्थियों का टीकाकरण कराने में शिक्षकों की काफी अहम भूमिका रही है।
इसके लिए शिक्षा विभाग अंतर्गत सभी सरकारी व निजी विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों एवं अन्य पदाधिकारी, जिनकी आयु 45 वर्ष से अधिक है, उन सभी का तथा उनके परिवार के सदस्य जो उक्त आयु वर्ग में आते हैं, को कोविड19 का टीकाकरण कराए जाने तथा स्कूली बच्चों के अभिभावक जो 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के हैं उनको टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित कर कार्य संपन्न कराए जाने का निर्देश दिया गया है। इस संबंध में शिक्षा विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने संयुक्त आदेश जारी किया है।
विशेष सत्र आयोजित कर किया जाएगा टीकाकरण :
जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि प्रखंड एवं जिला स्तर पर शिक्षा विभाग के पदाधिकारी से समन्वय स्थापित कर सभी योग्य लाभुकों का कोविड-19 का टीकाकरण के लिए विशेष सत्र आयोजित करने की व्यवस्था की जाएगी। सत्र आयोजन की जवाबदेही सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी तथा जिला कार्यक्रम प्रबंधक की होगी।
जनप्रतिनिधियों को भी किया जाएगा सम्मिलित :
45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में जिला स्तर पर समन्वय बैठक का आयोजन किया जाएगा। बैठक में शिक्षा विभाग, नगर परिषद, नगर निगम, नगर पालिका के पदाधिकारी एवं चयनित जनप्रतिनिधि, जीविका के पदाधिकारी पंचायती राज के पदाधिकारी एवं चयनित जनप्रतिनिधियों को सम्मिलित किया जाएगा।
जिला स्तर पर जिला शिक्षा पदाधिकारी होंगे नोडल :
पत्र के माध्यम से यह निर्देश दिया गया है कि जिला स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण के लिए शिक्षा विभाग के तरफ से जिला शिक्षा पदाधिकारी इसके नोडल होंगे। एक साथ अत्याधिक संख्या में लाभार्थियों के आगमन तथा भीड़ भाड़ की स्थिति से निपटने की तैयारी करने के भी निर्देश दिए गए हैं। टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों के बैठने के लिए कुर्सी, पीने के लिए पानी, मास्क, सेनीटाइजर आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गयी है। इसके साथ ही कोविड-19 टीकाकरण कराने के संबंध में पूर्व में निर्धारित निर्देशों का यथावत पालन करना है।
जिला प्रशासन की मनमानी व अन्याय पूर्ण रवैया के खिलाफ चलाई जा रही निर्णायक मुहिम
छपरा : नगर भूमि स्वामी संगठन द्वारा संवाददाता सम्मेलन का आयोजन होटल प्लाजा इंटरनेशनल सलेमपुर में किया गया। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संगठन के मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया छपरा नगर के सैकड़ों भू-स्वामीयो को जिला प्रशासन के द्वारा डबल डेकर पुल निर्माण हेतु अधिग्रहित की जाने वाली भूमि का मुआवजा नहीं दिया जाएगा।
छपरा शहर की अधिकतम भूमि को टोपोलैण्ड-असर्वेक्षित के नाम पर सरकारी बताया जा रहा है, जो गलत है। अधिग्रहित की जाने वाली भूमि की सांत्वना राशि देने की बात कहीं गई है। उपरोक्त बातों के विरोध में छपरा नगर भूमि स्वामी संगठन का निर्माण कर सभी भू-स्वामी इस संगठन के बैनर तले संगठित हुए हैं। जिला प्रशासन की मनमानी व अन्याय पूर्ण रवैया के खिलाफ एक निर्णायक मुहिम चलाई जा रही है। हम उम्मीद करते हैं कि जिला प्रशासन की आंखें अब भी खुलेगी एवं भूमि स्वामियों को न्यायोचित अधिकार मिलेगा।
संगठन के सचिव अतुल कुमार ने बताया बिना छपरा की प्रभावित जनता से बात किए ऐसा फरमान जारी करना बहुत विचित्र बात है। हमारे दस्तावेजों को संज्ञान में लेते हुए माननीय उच्च न्यायालय ने तुरंत राहत प्रदान किया। यह कार्य जिला प्रशासन हम से सीधे बात करके भी कर सकती थी। छपरा की धरती को टोपोलैण्ड साबित ही नहीं किया जा सकता है। जिला प्रशासन ने ही आरटीआई के माध्यम से जानकारी दी है कि हमारी जमीन तो टोपोलैंड नहीं है। प्रशासन को हम भू स्वामियों से मिलकर हमारे दस्तावेजों पर एक नजर डालनी चाहिए ताकि हम आपसी मतभेद भूलाकर छपरा के विकास कार्यों में संलग्न रहे।
संगठन के कार्यकारिणी सदस्य मोहम्मद परवेज ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि 1898-99 के सर्वे मैप में जो रोड, नाला, गली, कुआं, पोखरा, पुलिस लाइन वगैरा अंकित किया गया है। वह आज भी छपरा शहर के जमीन पर मौजूद है। इससे यह साबित होता है कि छपरा शहर सर्वेक्षित भूमि है। ना की टोपोलैंड। प्रशासन द्वारा यह कहना कि छपरा की भूमि तो टोपोलैंड है। यह सरासर हास्यास्पद है। संवाददाता सम्मेलन में नगर भूमि स्वामी संगठन के अध्यक्ष पाण्डेय शैलेश कुमार सचिव अतुल कुमार मीडिया प्रभारी श्याम बिहारी अग्रवाल कार्यकारिणी के सदस्य मोहम्मद परवेज,कोषाध्यक्ष शैलेश कुमार, दिवाकर गुप्ता, प्रशांत राज,संतोष कुमार, सम्मिलित हुए।
कुटुंबा ऐप से शिक्षकों का पहचान पत्र डाउनलोड करने की भ्रामक प्रचार
छपरा : बिहार माध्यमिक शिक्षक होली पर्व के बाद कुछ शरारती तत्वों के द्वारा सोशल मीडिया पर एक कुटुंबा ऐप बना कर डाला गया है, जिसमें शिक्षकों से उनका पहचान पत्र डाउनलोड करने की भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। उक्त कार्य कुत्सित मानसिकता से प्रेरित होकर साजिश के तहत किया जा रहा है। इस ऐप में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के लोगो का गलत ढंग से बिना अनुमति प्राप्त किये इस्तेमाल किया गया है, जो न सिर्फ गलत मानसिकता का परिचायक है अपितु साइबर अपराध की श्रेणी में भी आता है।
केदारनाथ पांडेय एवं बिनय मोहन जी ने बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सभी संघनिष्ठ साथियों से अपील की है कि वे इस ऐप के बहकावे में नहीं आएं।अन्यथा OTP लेकर गलत ढंग से खाते से पैसा निकालने की घटना घटित हो सकती है। नेता द्वय ने सभी शिक्षकों को सावधान और सचेत करते हुए कहा है कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ इस ऐप का खंडन करते हुए, जिनके द्वारा भी ये कुत्सित कार्य किया गया है उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही करने के लिए साइबर सेल से लिखित शिकायत की गई है।