ऑक्सीजन भरा टैंकर हाइवे पर जाम में फंसा तो अधिकारियों को करनी पड़ी मशक्कत
नवादा : पटना-रांची रोड पर बिहार-झारखंड के सीमावर्ती इलाके में ऑक्सीजन लिक्विड भरा तीन टैंकर जाम में फंस गया। इसके बाद शासन-प्रशासन में खलबली मच गई। दोनाें राज्यों के बड़े अधिकारी सक्रिय हुए और जैसे-तैसे वाहन को जाम से निकलवाकर गंतव्य के लिए भेजा। इस दौरान नवादा के डीएम यशपाल मीणा और एसपी डीएस सावलाराम घंटों रजौली के चितरकोली स्थित अंतरराज्यीय जांच चौकी पर जमे रहे।
दरअसल हुआ ये कि पश्चिम बंगाल के हल्दिया और झारखंड के बोकारो से 3 टैंकर लिक्विड ऑक्सीजन लेकर टैंकर राजधानी पटना जा रहा था। झारखंड के काेडरमा से बिहार के नवादा के रास्ते में एनएच 31 पर ताराघाटी के समीप जाम में फंस गया। वहां पर सरिया लदा एक ट्रक टेलर पलट गया था। ऐसे में जाम लगा हुआ था। जाम में सभी टैंकर फंस गया था।
सूचना के बाद पहुंचे अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद तीनों टैंकरों को सुरक्षित बाहर निकाला और पटना की ओर रवाना किया। इस दौरान कोडरमा थानाध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह एवं रजौली के निवर्तमान थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी अपने-अपने इलाके में जाम हटवाने के लिए मशक्कत करते दिखे।
इस दौरान अंतरराज्यीय सीमा पर रजौली एसडीओ चंद्रशेखर आजाद व डीसीएलआर विमल कुमार सिंह एवं प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष फिरोज आलम भी मौजूद रहे। टैंकरों को जाम से निकालने में जिला प्रशासन का तमाम अमला तब तक सक्रिय रहा जबकत टैंकर सुरक्षित जाम से निकलकर गंतव्य की ओर निकल नहीं गया।
ऑक्सीजन लिक्विड भरा तीनों टैंकर झारखंड के कोडरमा थाना क्षेत्र के तारा घाटी के पास छड़ लोड कर आ रहे अनियंत्रित ट्रेलर ट्रक के पलट जाने से उत्पन्न भारी जाम में फंसा हुआ था। तीनों टैंकर जब पटना की ओर बढ़ा तो अधिकारियों ने राहत की सांस ली। बता दें इन दिनों देश के कई राज्यों, शहरों में ऑक्सीजन की किल्लत हो गई है। कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण का बयार में ऑक्सीजन की मांग व खपत काफी बढ़ गई है। समय पर ऑक्सीजन नहीं मिलने से मरीजों की असमय मौतें हो रही है।
आधी रात को बाइक से अस्पताल पहुंच गए डीएम और एसडीएम, किसी को नहीं हुई कानों कान जानकारी
नवादा : शनिवार की रात तकरीबन 12 बज रहे थे। जिलाधिकारी यश पाल मीणा और सदर एसडीएम उमेश कुमार भारती बाइक पर सवार होकर अचानक सदर अस्पताल पहुंच गए। उन्होंने ड्यूटी पर रहे स्वास्थ्य कर्मियों से पूछताछ की। कोविड केयर सेंटर पहुंच कर मरीजों के इलाज के संबंध में पड़ताल की। स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली। फिर बातचीत में डीएम ने अपना परिचय दिया। उन्होंने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों के कार्याें की तारीफ करते हुए कहा कि इसी प्रकार समर्पित भाव से मरीजों की सेवा करते रहें।
उम्मीद है अगले 15 दिनों में कोरोना का दूसरा लहर थम जाएगा और हमसब मिलकर महामारी से निबट लेंगे। उन्होंने कहा कि किसी प्रकार की दिक्कत हो तो सूचित करें। डीएम के पहुंचने की सूचना पर प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. अशोक कुमार भी सदर अस्पताल पहुंचे। डीएम ने अस्पताल की सुरक्षा में रहे पुलिस कर्मियों और होमगार्ड जवानों से भी बात की और सुरक्षा को लेकर चुस्त-दुरुस्त रहने का निर्देश दिया। डीएम अस्पताल की व्यवस्था से खुश दिखे।
रात में सास का इलाज कराने पहुंची महिला से लिया हालचाल :-
शहर के एक मोहल्ले की शालिनी सिन्हा अपनी सास का इलाज कराने सदर अस्पताल पहुंची थी। डीएम ने महिला से पूछताछ की तो महिला ने बताया कि शाम में वह जमशेदपुर से नवादा आई है। सास की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। ऑक्सीजन लेबल 74 पर पहुंच गया था। तब उन्होंने रात में ही कॉल सेंटर को फोन किया तो बताया गया कि बेड उपलब्ध है। जिसके बाद उन्होंने सास को सदर अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों ने पूरी तत्परता से मदद की। समय पर ऑक्सीजन चढ़ाया। कुछ ही देर में ऑक्सीजन लेबल 92 पर आ गया। महिला ने अस्पताल की व्यवस्था पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उन्हें तो उम्मीद नहीं थी कि इतनी अच्छी सुविधा नवादा के सदर अस्पताल में मिल सकेगी।
सुबह मिली अस्पताल के अधिकारियों को जानकारी :-
डीएम यश पाल मीणा और एसडीएम उमेश कुमार भारती साधारण आदमी के वेश में औचक निरीक्षण करने सदर अस्पताल पहुंचे थे। मुंह पर मास्क लगाए, ब्लू रंग का टी-शर्ट, काले रंग का पाजामा पहने और गर्दन में सफेद गमछा टांगे डीएम अस्पताल पहुंचे तो महिला स्वास्थ्य कर्मी उन्हें पहचान नहीं सकीं। काफी देर तक डीएम उनसे स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी लेते रहे। कर्मियों के सेवाभाव से संतुष्ट होने के बाद डीएम ने उनसे कहा- हमें पहचान रहे हैं। फिर उन्होंने अपना परिचय दिया।
बता दें कि हाल के वर्षों में यह पहला अवसर है जब रात में डीएम अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। अगले दिन रविवार को सुबह होने पर लोगों को यह जानकारी मिली तो लोग आवाक रह गए। लोगों का कहना था कि जब जिले के आलाधिकारी रात में इस प्रकार जागकर आमजनों की सेवा करेंगे तो निश्चित रूप से कोरोना से जंग लड़ने में मदद मिलेगी। आमजनों का विश्वास सदर अस्पताल व प्रशासन पर बढेगा।
नवादा के गांव में छठी के मौके पर हुआ बार बालाओं का डांस, फिर मचा दो गांवों के बीच बवाल
नवादा : जिले के पकरीबरावां थाना इलाके के चढ़ियारी गांव में शनिवार की रात्रि कर्फ्यू के दौरान जमकर बार बलाओं का डांस हुआ। एक छठी समारोह में बार-बालाओं को ठुमने लगाने के लिए बुलाया गया था। रात भर गीत-संगीत और नृत्य का दौर चलता रहा। लेकिन सुबह होते ही बवाल इस कदर बढ़ा कि मामला थाना पुलिस तक पहुंच गया। और कर्फ्यू के समय बार-बालाओं के डांस का ऑडियो-वीडियो वायरल हो गया। सूचना के बाद पुलिस पहुंची और मामले की जांच-पड़ताल की।
बताया जाता है कि शनिवार 24 अप्रैल को चढ़ियारी गांव के मुन्नी चौहान के यहां छठी था। इस अवसर पर शाम में डांस प्रोगाम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम को देखने पास के देवी बीघा गांव के कुछ युवक पहुंचे थे। प्रोग्राम के दौरान देवी बीघा के युवकों के साथ मारपीट हो गई। रविवार की सुबह प्रतिक्रिया में देवी बीघा के लोगों ने चढ़ियारी के लोगों के साथ मारपीट की। मारपीट में दोनों ओर के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए।
इस दौरान दोनों गांवों के लोगों के बीच रोड़ेबाजी भी हुई। घटना में जहां देवी बीघा के सुरेंद्र यादव, धर्मेंद्र यादव, इंद्रदेव यादव एवं उसकी पत्नी पातो देवी घायल हो गई। वहीं, चढ़ियारी के ललन चौहान, सूरजभान कुमार, पवन कुमार, दुर्योधन कुमार, ब्रह्मदेव चौहान आदि घायल हुए हैं। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच की।
प्रशिक्षु डीएसपी सह पकरीबरावां थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने बताया कि घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। डांस प्रोग्राम के सवाल पर उन्होंने बताया कि उक्त मामले की जांच कर विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि नाइट कर्फ्यू के बीच इन दिनों जगह-जगह गीत-संगीत व नृत्य का प्रोग्राम हो रहा है। कुछ दिनों पूर्व वैशाली जिले में पूर्व विधायक मुन्ना शुक्ला व उनकी पत्नी का नाइट कर्फ्यू के दौरान संगीत कार्यक्रम का वीडीयो वायरल हुआ था।शादी विवाह के मौके पर नवादा जिले के गांवों में आए दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं।
शिक्षिका आभा कुमारी की कोरोना से मौत, शिक्षा जगत में शोक
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रोह प्रखंड के नजरडीह पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय विजय टांड में पदस्थापि शिक्षिका पचास वर्षीया आभा कुमारी की कोरोना से रविवार की सुबह मौत हो गई। इनके निधन से परिजनों के अलावा शिक्षा जगत में शोक की लहर दौड़ गई। ये मूल रूप से नालन्दा जिला के चेरो गॉंव की रहने वाली थी। तत्काल अपने पति के साथ जिला मुख्यालय स्थित जिला शिक्षा कार्यालय के बगल में एक किराए के मकान में रहती थी।
पति ने बताया दो दिन पहले सांस में तकलीफ के बाद सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। कोरोना रिपोर्ट पोजेटिव आने के बाद पावापुरी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई। ये कोरोना की पहली भैक्सिन भी ले चुकी थी। मौत की खबर जैसे ही घर पहुंची लोग स्तब्ध रह गए। बारह वर्षीया पुत्री सोहनी का भी रो रो कर बुरा हाल हो गया है।
विद्यालय शिक्षिका प्रतिमा कुमारी ने बताया कि वे मृदुभाषी व कर्तव्यनिष्ठ महिला थी। इनका असमय जाना शिक्षा जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है। निधन पर शिक्षक नेता रंजीत कुमार, अविनाश कुमार निराला, मिथिलेश कुमार के अलावा विद्यालय के प्रभारी प्रधानध्यापक रोहिणी कुमारी, गंगेश गौतम, जयंत कुमार, प्रशांत कुमार, प्रतिमा कुमारी, मो जुबेर आदि ने शोक व्यक्त करते हुए परिजनों को सांत्वना दी है।