भोजपुर में बेलगाम बस ने ऑटो, बाइक एवं साइकिल सवार को रौंदा, दो की मौत
आरा : आरा-सासाराम स्टेट हाइवे पर जिले के उदवंतनगर थाना के सामने बेलगाम बस ने ऑटो, दो बाइक एवं साइकिल सवार को रौंद दिया जिसमे रोहतास के बाइक सवार निजी अस्पताल के संचालक एवं साइकिल सवार अज्ञात अधेड़ की मौत हो गई। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान दोनों ने दम तोड़ दिया।
जबकि दो महिला समेत पांच लोग जख्मी हो गए। इसमें दो को पटना रेफर कर दिया गया। अन्य घायलों का आरा सदर अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है। सूचना मिलते ही स्थानीय थाना पुलिस ने बस का पीछा कर जब्त कर लिया। वही चालक व खलासी को गिरफ्तार कर लिया है।
मृतकों में रोहतास जिला के नासरीगंज थानान्तर्गत तरावं गांव निवासी विजेंद्र साह का 27 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार गुप्ता एवं एक अन्य अज्ञात है। मृतक राहुल कुमार गुप्ता निजी अस्पताल के संचालक है। जबकि जख्मियों में गड़हनी थानान्तर्गत सिकटी गांव निवासी मो.कलामुद्दीन की पत्नी कुसुम बेगम, उनका दो माह का पुत्र शाहनवाज, तबारक हुसैन की पत्नी मुन्नी खातून एवं रोहतास जिला के नोखा थानान्तर्गत खरवथ गांव निवासी कामेश्वर सिंह के पुत्र व आरा के गौसगंज स्थित निजी स्कूल के संचालक लाल बिहारी सिंह शामिल है।
आरा सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में हंगामा और तोड़फोड़
आरा : सदर अस्पताल, आरा के इमरजेंसी में शुक्रवार की रात एक महिला मरीज की इलाज के दौरान मौत होने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। इस दौरान अस्पताल में तोड़फोड़ भी की गयी। इससे इमरजेंसी में तैनात डाक्टर व नर्सिंग स्टाफ फरार हो गये। करीब 6 घंटे तक इमरजेंसी सेवा बाधित रही।
इमरजेंसी सेवा बाधित होने से शहर तथा दूरदराज इलाके से आए मरीज व उनके परिजनों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। एक सप्ताह के भीतर आरा सदर अस्पताल में इमरजेंसी वार्ड में सेवा ठप्प रहने का यह तीसरा मामला है| इस घटना से डाक्टर भड़क गए तथा प्रशासन से सुरक्षा की गुहार लगाई है। कहा कि प्रशासन सुरक्षा की पूर्ण व्यवस्था करे तभी चिकित्सक सेवा भाव से अपनी ड्यूटी करेंगे।
तोड़फोड़ के बाद अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड और कोविड वार्ड में हाहाकार की मच गया| अस्पताल में भर्ती मरीज इलाज के बगैर तड़प रहे थे, वहीं नए मरीज अस्पताल से लौटने को मजबूर थे। स्थिति इसलिए अधिक गंभीर हो गई है क्योंकि शहर के ज्यादातर निजी अस्पताल कोरोना संकट में बंद कर दिए गए हैं।
शुक्रवार की रात करीब बारह बजे आरा सदर अस्पताल में रोहतास जिला के गोड़ारी थाना क्षेत्र के देवपरसर गांव निवासी राम कुमार सिंह की पत्नी आरती देवी की मौत हो गई। स्वजनों का कहना है कि अस्पताल में मेडिकल स्टाफ के दवा देते ही उनके मरीज की तबीयत अचानक अधिक खराब हो गई। मरीज बेचैन होकर छटपटाने लगा और थोड़ी ही देर बाद दम तोड़ दिया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने डॉक्टर और अन्य नर्सिंग स्टाफ के साथ बदसलूकी की।
मरीज का परिवार फिलहाल आरा टाउन थाना क्षेत्र के गौसगंज स्थित वीर कुंवर सिंह के समीप किराये के मकान में रहता है। मृतका के पति राम कुमार सिंह ने चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ पर काम में लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी आरती देवी को दो दिन से बुखार था और उनका इलाज़ एक निजी क्लिनिक में चल रहा था पर रात के करीब 12 बजे अचानक पत्नी की तबीयत ज्यादा खराब होने पर वे लोग सदर अस्पताल आए थे।
लेकिन यहां चिकित्सक ने मरीज को देखने की जहमत तक नहीं उठाई। इमरजेंसी ड्यूटी में तैनात नर्स ने उनकी पत्नी को एक इंजेक्शन लगाया जिससे स्थिति में कुछ सुधार हुआ पर दूसरा इंजेक्शन लगाते ही मजिज़ वेचैन हो गयी और उसका पूरा शरीर काला पड़ गया और थोड़ी ही देर बाद उनकी पत्नी की मृत्यु हो गई। जिसके बाद चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ इमरजेंसी छोड़ फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस सदर अस्पताल पहुंची। पुलिस ने महिला के स्वजनों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया गया।
हालांकि आज सुबह करीब आठ बजे तक इमरजेंसी वार्ड से चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ फरार रहे और इमरजेंसी सेवाएं पूरी तरह ठप्प रही। इमरजेंसी सेवा ठप्प रहने से शहर तथा जिले के दूर-दूर से आए मरीज व उनके परिजनों को काफी परेशान रहे तथा इलाज के लिए इधर-उधर भटकते रहे। हालांकि इस संबंध में अस्पताल प्रशासन का बयान नहीं मिल पाया है।
भोजपुर जिला भासा के सचिव डॉक्टर नरेश प्रसाद ने बताया कि महामारी के इस दौर में जिले के डाक्टर मरीजों की जान बचाने के लिए जी जान लगे हुए हैं। लेकिन सदर अस्पताल में सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है। पब्लिक मार पीट करती है तो चिकित्सकों का मनोबल टूट रहा है। प्रशासनिक अफसर, जिला स्वास्थ्य समिति के पदाधिकारी, सदर अस्पताल के अधीक्षक एवं हेल्थ मैनेजर चेंबर में रहकर कार्य कर रहे हैं। ऐसे नहीं होगा। प्रशासन से अनुरोध है कि वे सुरक्षा की व्यवस्था कराएं। उन्होंने ने पब्लिक से अपील की कि वे सहयोग करे| हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर महावीर प्रसाद गुप्ता ने कहा कि चिकित्सक तबीयत उन्होंने कहा कि हेल्थ मैनेजर सदर अस्पताल के कैंपस में मौजूद रहे।
इस बीच बिहार के सरकारी अस्पतालों के प्रबंधन को कोरोना मरीजों से ज्यादा चिंता केंद्रीय मंत्री के मेहमाननवाजी को लेकर है। आरा सदर अस्पताल प्रशासन का पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। आरा से सांसद और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह सदर अस्पताल का निरीक्षण करेंगे। अस्पताल अधीक्षक ने इस संबंध में जो आदेश जारी किया है, वह हैरान कर देनेवाला है।
सदर अस्पताल के अधीक्षक के पत्र में कहा गया है कि चाहे आप कोरोना मरीज ही क्यों ना हो लेकिन आपको ड्रेस कोड में अस्पताल आना होगा। सदर अस्पताल के अधीक्षक ने अपने पत्र में कहा है कि 24 अप्रैल को केंद्रीय मंत्री आरके सिंह का सदर अस्पताल आरा में निरीक्षण कार्यक्रम प्रस्तावित है। इस आलोक में सदर अस्पताल के सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मचारी (कोरोना संक्रमित) सहित को आदेश दिया जाता है कि ड्रेस कोड में उपस्थित होना सुनिश्चित करेंगे। सभी कोरोना संक्रमित चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मचारी का R-PCR जांच किया जाना है। समय उपस्थिति होना सुनिश्चित करें। अनुपस्थित पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक के इस पत्र पर बिहार आईएमए ने आश्चर्य जताया है। आईएमए के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजय कुमार ने आश्चर्य जताते हुए कहा है कि क्या कोरोना संक्रमित डॉक्टरों और कर्मियों को मंत्री से मिलने के लिए बुलाया जा रहा है? इस संबंध में जब आरा सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक प्रवीण कुमरा सिन्हा से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें शिकायत मिली है कि सदर अस्पताल के कुछ डॉक्टर कोरोना की गलत रिपोर्ट दिखाकर ड्यूटी से गायब हैं। इन दिनों कोरोना काफी तीव्र गति से बढ़ रहा है। ऐसे में डॉक्टरों का अस्पताल में होना बहुत जरूरी है। लिहाजा जो भी डॉक्टर कोरोना संक्रमित होने का बहना बनाकर ड्यूटी से गायब हैं, उनकी भी जांच हो जाएगी।
अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक ने कहा कि अस्पताल के डॉक्टर सिटी स्कैन की रिपोर्ट दिखाकर गायब हैं। जबकि कोरोना के लिए सबसे विश्वसनीय आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट है। इसलिए ये आदेश जारी किया गया है ताकि उनका कल टेस्ट कराया जा सके। अगर डॉक्टर झूठी रिपोर्ट देकर ड्यूटी से गायब हैं, तो ये अनुशासन के खिलाफ है। कुछ ऐसे भी डॉक्टर हैं, जो महीने भर से ड्यूटी से गायब हैं। गौरतलब है कि कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार कोरोना पॉजिटिव लोगों को पूर्णतः आइसोलेशन में रहना है। लेकिन आरा सदर अस्पताल के अधीक्षक ने कोरोना से संक्रमित कर्मचारियों को भी अस्पताल में हाजिर होने को कहा है।
आरण्य देवी मंडी से युवक की हत्या कर फेंका गया शव बरामद
आरा : आरा के टाउन थानान्तर्गत आरण्य देवी मंडी के बाजारी साह के गोला स्थित दो मंजिले मकान की छत से एक युवक की हत्या कर फेंका गया शव बरामद हुआ है। युवक की गला रेत कर हत्या करने की आशंका जताई जा रही है। घटनास्थल पर शराब की खाली बोतल, टेट्रा पैक व पानी की बोतल बिखरी मिली।। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसका आरा सदर अस्पताल में अन्त्यपरिक्षण करवाया| मृतक भलुहीपुर मोहल्ला का निवासी बताया जा रहा है। हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
बता दें कि गुरुवार की देर शाम बदमाशों ने मीरगंज पडाव के पास ही एक युवक का गला रेत दिया था। उक्त युवक शहर के मीरगंज मोहल्ला निवासी शिव जी प्रसाद का 20 वर्षीय पुत्र अंशु कुमार है। इलाज के लिए सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया था। पुलिस दोनों घटना का तार एक ही एंगल से जोड़कर देख रही है।
तिलक से लौट रहे व्यक्ति की हादसे में मौत
आरा : भोजपुर के गड़हनी थानान्तर्गत धमनिया पुल के समीप मध्य रात्रि सड़क हादसे में चचेरी बहन के तिलक से लौट रहे एक भाई की मौत हो गई जबकि दूसरा गंभीर रूप से जख्मी हो गया। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने दम तोड़ दिया। जख्मी युवक का इलाज शहर के निजी अस्पताल में कराया जा रहा है। मृतक कोईलवर थानान्तर्गत पचैना बाजार निवासी स्व.लालजी चौधरी का 25 वर्षीय पुत्र मुन्ना चौधरी है जबकि जख्मी पृथ्वी चौधरी का पुत्र अखिलेश चौधरी है।
मृतक के परिजनों ने बताया कि मुन्ना चौधरी अपने चचेरे भाई अखिलेश चौधरी के साथ बाइक से अपने चाचा संजय चौधरी की बेटी रेखा कुमारी के तिलक में शामिल होने के लिए गड़हनी थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव गया था। मध्यरात्रि बाइक से अपने चचेरे भाई अखिलेश चौधरी के साथ वापस घर लौटने के क्रम में धमनिया पुल के समीप विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक ने उसकी बाइक को चकमा दे दिया जिससे बाइक अनियंत्रित हो गयी और दोनों बाइक से गिर पड़े और गंभीर रूप से जख्मी हो गए।
उन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया जा रहा था। भी रास्ते में ही मुन्ना चौधरी ने दम तोड़ दिया। बावजूद इसके परिजन उन्हें सदर अस्पताल ले आयें। जहां चिकित्सक ने देख मुन्ना चौधरी को मृत घोषित कर दिया। जबकि जख्मी उसके भाई अखिलेश चौधरी का प्राथमिक उपचार के बाद पटना रेफर कर दिया गया था। हालांकि परिजन उसे पटना नही ले जाकर उसका इलाज शहर के निजी अस्पताल में ही करा रहे है।
लूटपाट करने वाले गैंग के सरगना समेत पांच गिरफ्तार
आरा : भोजपुर पुलिस ने शहर में लूटपाट करने वाले एक बड़े गिरोह के मुख्य सरगना सहित पांच शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से नाइन और 7.65 एमएम के दो पिस्टल, नाइन एमएम के दो और 7.65 एमएम की चार गोलियां और एक अपाची बाइक बरामद की गयी है। गिरफ्तार अपराधियों में बहिरो निवासी कल्लू पासवान उर्फ विकास कुमार, करमन टोला में रहने वाला कौंरा गांव का मोहित कुमार, धरहरा नहर के पास रहने वाला बक्सर के बगेन गांव निवासी मंजित कुमार, शहर के अहिरपुरवा निवासी मनीष कुमार और एमपी बाग में रहने वाला पीरो बस स्टैंड निवासी अनुज कुमार शामिल हैं।इनमें कल्लू पासवान गैंग का मुख्य सरगना बताया जा रहा है।
पांचों को बहिरो लख नहर के पास से गिरफ्तार किया गया। पुलिस की पूछताछ में सभी ने बस स्टैंड स्थित जनरल स्टोर, पूर्वी गुमटी के पास सीमेंट व छड़ दुकान और करमन टोला में जेवर व्यवसायी से लूट सहित अन्य मामलों में संलिप्तता स्वीकार की है।
भोजपुर एसपी राकेश कुमार दूबे के निर्देश पर टीम बना कर लुटेरों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की जा रही थी। इसी क्रम में रात बहिरो लख के पास किसी अपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिये बदमाशों के हथियार के साथ जमा होने की सूचना मिली। पुलिस टीम ने छापेमारी कर पांचों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। तलशी के क्रम में इन बदमाशों के पास से हथियार, गोली और बाइक बरामद की गयी। पूछताछ के बाद सभी को जेल भेज दिया गया। वहीं हथियार बरामदगी के मामले में नवादा थाना में सभी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
मुख्य सरगना सहित लूटेरा गिरोह के पांच सदस्यों की गिरफ्तारी से पुलिस के साथ शहर के व्यवसायियों ने भी राहत की सांस ली है। पुलिस के अनुसार इसी गिरोह द्वारा इस साल ताबड़तोड़ शहर में लूट की घटनाओं को अंजाम दिया गया था। बता दें कि पांच अप्रैल की शाम बस स्टैंड के पास जेनरल स्टोर से हथियार के बल पर 70 हजार नगद और सोने की चेन लूट ली गयी थी। दहशत पैदा करने के लिये फायरिंग भी की गयी थी।
बीते 30 जनवरी की शाम माल गोदाम के पास स्थित दो दुकानों में लूटपाट की गयी थी। दोनों दुकानों से करीब 90 हजार रुपये लूट लिये गये थे। उस समय भी अपराधियों द्वारा फायरिंग की गयी थी। वहीं 15 फरवरी को करमन टोला में आभूषण व्यवसायी से हथियार के बल पर करीब छह लाख के जेवर लूट ली गयी थी। हालांकि लूट की इस घटना में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिल गयी है। एक लाख के जेवर के साथ लाइनर समेत तीन लुटेरे भी गिरफ्तार किये जा चुके हैं। वहीं नगर थाना क्षेत्र में भी हथियार के बल पर लूट की गयी थी।
आरा शहर में लूटपाट करने वाले गिरोह में शामिल दो बदमाशों का अपराधिक इतिहास भी काफी लंबा है। सरगना कल्लू पासवान उर्फ विकास कुमार के खिलाफ आठ, तो पीरो निवासी अनुज के खिलाफ सात मामले हैं। नगर थाना में दोनों के खिलाफ एक-एक, जबकि बाकी मामले नवादा थाना में दर्ज हैं। अधिकतर मामले लूट और रंगदारी से जुड़े हैं। पुलिस के अनुसार कल्लू पासवान और अनुज कुमार सभी घटनाओं में साथ हैं। पुलिस अन्य बदमाशों का अपराधिक इतिहास खंगाल रही है।
पॉजिटिव का हवाला देकर क्लीनिक बंद करने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई
आरा : भोजपुर जिले में कोविड-19 के लगातार बिगड़ते हालात के बीच शहर के कई डॉक्टरों ने पॉजिटिव होने का हवाला देकर अपने क्लीनिकों को बंद कर दिया गया है और नोटिस टांग दी है कि अगले आदेश तक क्लीनिक बंद रहेगा। भोजपुर जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने इसे गंभीरता से लिया है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा है कि यह एक संगीन अपराधिक मामला है। अभी देश और दुनिया में तबाही मची है।
ऐसी स्थिति में सभी लोगों का धर्म है कि आगे बढ़कर लोगों की सुरक्षा करें एवं जान बचाएं। इसमें डॉक्टरों की सबसे बड़ी अहम भूमिका है। उन्होंने डॉक्टरों से अपील की है कि आप अपनी क्लीनिक खोलकर रोगियों को देखना चालू करें अन्यथा जिला प्रशासन ऐसे क्लीनिकों पर और चिकित्सकों पर विधि सम्मत आवश्यक कानूनी कार्रवाई करेगा। जरूरत पड़ी तो क्लीनिक को सील भी किया जाएगा।
जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए बेहतर स्वास्थ्य सेवा बहाल करने एवं संक्रमित रोगियों को समुचित इलाज की व्यवस्था के लिए शहर के पांच बड़े नर्सिंग होम को तैयार कर लिया गया है, जहां शनिवार से इलाज शुरू हो जाएगा। इन प्राइवेट नर्सिंग होम में कोविड-19 के रोगियों को भर्ती कर समुचित इलाज की व्यवस्था चालू कर दी जाएगी।
इसके अलावा भी अन्य निजी नर्सिंग होम से बात- चीत चल रही है। इसके लिए भी एक-दो दिन में फाइनल हो जाएगा और वहां भी इलाज शुरू हो जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि भोजपुर वासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिला प्रशासन एवं सरकार कटिबद्ध है। उन्होंने लोगों से अपील की कि सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करें, सुरक्षित रहें और परिवार को भी सुरक्षित रखें।
सदर अस्पताल में भर्ती कोविड-19 के मरीजों समेत अन्य वार्डों में भर्ती सामान्य रोगियों के लिए जिन्हें ऑक्सीजन की जरूरत है, उन्हें ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। सदर अस्पताल में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में 150 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध है, जिसे पटना समेत अन्य जिलों से मंगाया गया है। शुक्रवार की शाम तक फिर पटना और औरंगाबाद से 150 ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति सदर अस्पताल आरा को हो जाएगी। इस तरह सदर अस्पताल में कुल 300 ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध हो जाएगा, जो वर्तमान हालात के लिए पर्याप्त है।
इसके अलावा भी अन्य ऑक्सीजन उत्पादक कंपनियों से बात हो रही है, ताकि और ऑक्सीजन का क्रय किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि मैं जिलेवासियों को आश्वस्त करता हूं कि आप संयम एवं धैर्य बनाए रखें। ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं रहेगी। सदर अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करने के लिए दिन रात काम चल रहा है। 24 घंटे के अंदर स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर कर लिया जाएगा।
संक्रमण काल में गर्भवतियों का रखें विशेष रूप से खयाल
आरा : कोरोना महामारी में आम लोगों के साथ गर्भवती महिलाओं को भी खास सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्हें विशेष रूप से खुद का और अपने बच्चे का ध्यान रखना चाहिए। गर्भवती महिलाओं की सेहत का सीधा असर उनके गर्भस्थ बच्चे पर पड़ता है। इसलिए उनके लिए सही खुराक और सही नींद बेहद जरूरी है। यदि इस समय आप गर्भवती हैं तो तनाव से दूर रहने की कोशिश करें । कम से कम 8 घंटे की भरपूर नींद लें। साथ ही पौष्टिक आहार लें और खुश रहें।
अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बिनोद कुमार ने बताया संक्रमण के फैलाव को देखते हुये फिलहाल सबको काफी सतर्क रहने की जरूरत है। इसलिए अगर गर्भवती महिला को बुखार जैसा महसूस हो सर्दी-खांसी या या फिर सांस लेने में किसी तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा हो तो नजरंदाज नहीं करें, और तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें। सबसे जरूरी ये है कि घबराएँ नहीं तथा अपने स्त्री रोग विशेषज्ञ, आशा कार्यकर्ता या हेल्थकेयर से संपर्क करें।
अभी सभी को अपने आसपास और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना जरूरी है।
विशेष तौर पर गर्भवती अपने हाथों को अल्कोहलयुक्त साबुन और स्वच्छ पानी से दिन में कई बार रगड़ कर धोएं। अगर आप ऐसी जगह हैं जहां पानी की कमी है तो अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। कुछ भी काम करने से पहले और बाद में सैनिटाइजर का इस्तेमाल अवश्य करें। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। खाने का बर्तन व पहनने वाले कपड़े अच्छे साफ- सुथरे होने चाहिए। इसके साथ ही आपके रहने का स्थान भी सैनिटाइज्ड होना चाहिए।
संक्रमण के बारे में ज्यादा न सोचें और न हीं घबराएँ , इससे आप तनावग्रस्त होंगी। इसके बदले कोरोना वायरस के बारे में विश्वसनीय सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी से खुद को जागरूक बनाएँ और अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। साधारण फ्लू और कोरोना वायरस में अंतर को समझें, दोनों के लक्षणों पर गौर करें। अगर आपको किसी प्रकार के कोई लक्षण दिख रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करें। शरीर के तापमान जाँच करवाते रहें। संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें। अगर किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में गलती से आ भी गए हैं तो अपने तापमान की निगरानी रखें, इस बारे में अपने डॉक्टर से सलाह लेते रहें और खुद को आइसोलेट करें।
इस समय गर्भवतियों को सार्वजनिक स्थानों पर जाने से बचना जरूरी है। आवश्यक होने पर फेस कवर या मास्क पहनकर निकलें और घर आकार ही उतारें। खांसी जुकाम से पीड़ित लोगों के संपर्क में आने से और बाहर से आए लोगों से मिलने से परहेज करें। इन बातों का रखें ख्याल-एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें। सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें। अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं। आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें। छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।
राजीव एन0 अग्रवाल की रिपोर्ट