शिक्षक नियोजन का फोल्डर जमा नहीं होने से गड़बड़ी का नहीं हो रहा खुलासा
नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड के चर्चित प्रखंड शिक्षक नियोजन 08 की रिक्तियों पर वर्ष 015 में 103 शिक्षक का नियोजन पत्र प्रखंड शिक्षक नियोजन ईकाई के द्वारा दिया गया था। जिसका फोल्डर शिक्षा विभाग अधिकारी ने अबतक कार्यालय को जमा नहीं किया है।
जिसके कारण नियोजन में हुई गड़बड़ी का खुलासा नहीं हो सका है। इस बावत प्रखंड विकास पदाधिकारी डॉ राजेश कुमार दिनकर ने बताया कि शिक्षक नियोजन 08 की रिक्तियां पर तत्कालीन प्रखंड नियोजन ईकाई विडिओ कुमुद रंजन, प्रमुख सिया देवी, एवम् प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह के द्वारा 131 पद रिक्त रहने पर कुल 103 अभ्यर्थी का नियोजन पत्र दिया गया था। जिसके एक भी कागजात प्रखंड कार्यालय एवम् शिक्षा विभाग के बी आर सी कार्यालय में नहीं हैं।
बता दे कि शिक्षक नियोजन 08 में एक ऐसे अभ्यर्थी का नियोजन किया गया जो वर्ष 08 में मैट्रिक ही किया था। नियोजन पत्र देने के समय उसका उम्र 17 वर्ष आठ माह के करीब था। बावजूद शिक्षा विभाग के महकमा की उदासीनता के कारण अबतक कार्य वाई तो दूर नियोजन फोल्डर कि जांच निगरानी से नहीं कराई जा सकी है। वर्ष 08 के नियोजन रिक्त पद के लिए मूल आवेदन कर्ता अभ्यर्थी सुरेश कुमार सिंह समेत पांच लोगों ने वर्ष 016 में प्राधिकार नवादा से लिखित शिकायत कर नियोजन की जांच की मांग की थी ,लेकिन नियोजन के छ वर्ष बीतने को है प्राधिकारी नवादा के अधिकारी सिर्फ टालमटोल कर समय काटते रहे हैं।
नियोजन ईकाई कि बढ़ी मुश्किलें :
सरकार के द्वारा जारी यक्षस्य वेब पोर्टल पर सर्टिफिकेट अपलोड करने के निर्देश के बाद सम्बन्धित नियोजन ईकाई के साथ साथ नियोजित शिक्षक की भी मुश्किलें बढ़ गई है। अपलोड करते ही पता चल जाएगा कि किस वर्ष पास किया और किस वर्ष के नियोजन में भाग लेकर अभ्यर्थी मेघा सूची के आधार पर कितने प्राप्तांक के बाद इन्हें शिक्षक नियोजन पत्र दिया गया है।
शिक्षा विभाग के सूत्र बताते हैं कि शिक्षा मित्र चयन 03, नियोजन 06, 08, 010 एवम् नियोजन 012 व 015 में नियोजित शिक्षक प्रमाण पत्र अपलोड कराने से परहेज़ कर रहे हैं। टी ई टी परीक्षा 011 में भाग लिए अभ्यर्थी की सूची एवम् शैक्षणिक व प्रशैक्षिनिक प्रमाण पत्र को अब तक अपलोड नहीं किया गया है।
विगत वर्ष 019 से कोराना वाइरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए शिक्षक नियोजन फोल्डर कि जांच कर रहे अधिकारी व कर्मी ने जांच अभियान धीमी कर दिए जाने से शिक्षक नियोजन 08 , प्रखंड व पंचायत में किए गए नियोजन का खुलासा नहीं हो सका है। पूर्व प्रमुख उर्मिला देवी ने प्रखंड शिक्षक नियोजन 08 में हुए गड़बड़ी को लेकर मूल अभ्यर्थी की आवेदन सूची एवम् अन्य दस्तावेज माननीय उच्च न्यायालय पटना को भेजकर कार्यवाई की गुहार लगायी है।