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17 अप्रैल : मधुबनी की मुख्य खबरें

नवरात्रि और रमजान में कोविड-19 के टीके लेने से व्रत और रोज़ा नहीं होगा खंडित, धर्म गुरुओं ने की अपील

मधुबनी : बिहार इंटर-फेथ फोरम फॉर चिल्ड्रन (बीआईसीएफ) के तत्वावधान में, यूनिसेफ और विश्व स्वास्थ्य संगठन आयोजित ऑनलाइन संगोष्ठी में पटना और जिलों से जुड़े धर्मगुरुओं और धर्म-संगठनो के प्रतिनिधिओं के साथ कोविड -19 संक्रमण और टीकाकरण पर विस्तार से चर्चा हुई।

नवरात्रि और नवरात्रि और रमजान जैसे त्योहारों के मद्देनजर धर्म गुरुओं ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि पर्व के दौरान कोविड-19 के टीके लेने से व्रत और रोज़ा खंडित नहीं होगा. बिहार भर से लगभग 300 धर्म और अध्यात्म गुरुओं ने यूनिसेफ, डब्लूएचओ और सोशल मोबिलाइजेशन नेटवर्क (एसएमनेट) टीम के साथ मिलकर कोविड-19 महामारी से मुकाबला करने के लिए सर्वधर्म संकल्प लिया।

वैक्सीन लेने में संकोच न करें, घर्म गुरुओं ने की अपील :

प्रजापिता ब्रह्मा कुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय पटना से बी. के. ज्योति ने कहा कि “मैंने भी कोविड वैक्सीन लगवाई है, थोड़ा बुखार आया, डरने की कोई बात नहीं हैं वैक्सीन लेने में संकोच न करें।“ विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूनिसेफ के अधिकारीयों ने भी वैक्सीन ली है और सभी ठीक हैं।

आल इंडिया मिल्ली काउंसिल के मौलाना अनीसुर रहमान क़ासमी ने कहा, “टीकाकरण के बाद भी लोग संक्रमित हो रहे हैं| इससे कैसे बचा जा सकता है | उसका उपाय तथा जानकारी समाज में प्रसारित करने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए। हम उस जानकारी को समुदाय में प्रसारित करेंगे तथा लोगों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करेंगे।

सावधानी से संक्रमण को 75% तक रोकना संभव :

डॉ. सिद्धार्थ रेड्डी, स्वास्थ्य अधिकारी, यूनिसेफ, बिहार ने एक विस्तृत प्रस्तुति में एक स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि “एक कोविड -१९ संक्रमित व्यक्ति जो सुरक्षित व्यवहारों का पालन नहीं करता है (जैसे की दो गज़ की दूरी, बनाए रखना, मास्क सही तरह से पहनना और साबुन से हाथ हाथ धोना), वह व्यक्ति संभावित रूप से 30 दिनों में 400 लोगों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई सभी सावधानियों का पालन करता है, तो संक्रमण की संभावना 75 % तक कम हो सकती है.”

श्री शिवेन्द्र पाण्डेय, कार्यक्रम प्रबंधक, यूनीसेफ, बिहार ने कहा , “इस बार कोविड-19 आक्रामक रूप से फ़ैल रहा है; विशेष रूप से बच्चों और युवाओं में कोविड मामलों की वृद्धि हो रही है। कोई भी एक व्यक्ति या संस्था वायरस के प्रसार को रोक नहीं सकती है| कोविड -19 के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए धर्मगुरुओं की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है।

डॉ. सुब्रमण्य, क्षेत्रीय टीम लीडर, विश्व स्वास्थ्य संगठन), बिहार ने एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण में सभी की शंकाओं का समाधान किया और टीकाकरण के बाद प्रतिकूल घटनाओं (AEFI) के बारे में बात करते हुए कहा कि, “कोविड -19 वैक्सीन से डरने की कोई बात नहीं है। यह आपके शरीर की सुरक्षा प्रणाली को एक चोर का चेहरा दिखाने जैसा है। यह ताकत पैदा करता है और वायरस से लड़ने के लिए आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को सचेत करता है’’।

वैक्सीन से उपवास नहीं टूटता :

सुश्री निपुण गुप्ता, संचार विशेषज्ञ, यूनिसेफ, बिहार ने कहा – कोविड महामारी के साथ भय-भ्रान्ति- की महामारी भी फ़ैल रही है। बहुत लोग उपवास, रोज़ा के दौरान दवा या वैक्सीन लेने से परहेज़ करतें हैं। डॉ. सुब्रमण्य ने कहा कि टीका रमजान, नवरात्रि या किसी भी प्रकार के धार्मिक उपवास के दौरान लिया जा सकता है क्योंकि यह एक `इंट्रामस्क्युलर’ वैक्सीन है और इससे उपवास नहीं टूटता है। लेकिन वैक्सीन को कुछ खाने के बाद ही लें।

अगर आप अपना उपवास सुबह तोड़ते हैं तो वैक्सीन को सुबह कुछ खाने के बाद वैक्सीन सेंटर पर लगवा लें। चर्चा में एक धर्मगुरु द्वारा यह भी बताया गया कि अंतर्राष्ट्रीय इस्लामिक फ़िक़ह अकादमी ने रमज़ान के दौरान वैक्सीन लेने के लिए एक फतवा भी जारी किया है। सभी धार्मिक गुरुओं ने इस आवश्यक तथ्य के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सहमति व्यक्त की।

प्रोफेसर सैयद शाह शमीमुद्दीन अहमद मुनेमी, सरपरस्त, खानकाह मुनीमिया, पटना ने कहा कि, ” इस वैश्विक महामारी में धर्मगुरु अपनी ज़िम्मेदारियाँ बिभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, सरकार, विश्व स्वास्थ्य संगठन , यूनिसेफ कोविड 19 के बारे में सभी समयानूचित सटीक जानकारी धर्म गुरुओं को देनी चाहिए। तभी हम समुदाय को टीकाकरण के लिए सही ढंग से प्रेरित कर पाएँगे।”

सुरक्षित व्यवहार जरुरी :

ब्रह्मा कुमारी संगीता और बी.के. ज्योति ने मिलकर सभी से अपील की कि कोविड-19 सेफ बिहेवियर को न भूलें जैसे मास्क पहनना, हाथ धोना और टीका लेने के बाद भी सामाजिक दूरी बनाए रखना।

संदेहास्पद इस्तिथि में विवाहिता की हुई मौत, घटना स्थल पर पहुंचे डीएसपी

मधुबनी : जिले के बिस्फी थाना क्षेत्र के धजवा गांव के आम बगीचे में संदेहास्पद स्थिति में एक 25 वर्षीय महिला के शव बरामद की गई। गोला निवासी निर्धन मडंल की पत्नी विनीता देवी की सन्देहास्पद इस्थित में मौत हुई, जिसको लेकर बेनीपट्टी डीएसपी अरुण कुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंच कर जांच पड़ताल कर रहे हैं।

जहां मृतक के परिवार वालों ने मृतक के सास, ससुर, पत्ती, देवर एवं दयादिन सहित कई पांच अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करवाया हैं। मृतक के भाई विजय मंडल के लिखित आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें मृतक के दयादिन बबनी देवी एवं सास सुनैना देवी को पुलिस ने पूछताछ के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। वहीं घटनास्थल पर डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने घटनास्थल पर पहुंचे एवं मृतक के पड़ोसियों से पूछताछ कर जाँच में जुटे हुए हैं।

वही लोगों ने बताया कि मृतक की संबंध अपने पति से अच्छा नहीं रह रहा था, और मृतक अपने दो दो मोबाइल लेकर हमेशा बातचीत में लगी रहती थी। लोगों ने बताया कि परिवार वालों के द्वारा जिन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, वह लोग वर्षों से प्रदेश में मजदूरी कर रहे हैं। घटना के दौरान वह लोग घर पर भी मौजूद नहीं थे। बेनीपट्टी डीएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस घटना की पुलिसिया तहकीकात पूरी तरह से की जा रही है। दोषियों पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी एवं महिला के हत्या में जिसका भी संलिप्ता होगी, उनके ऊपर त्वरित कार्रवाई की जायेगी। वहीं जांच के दौरान बिस्फी थाना के एसआई सुभाष सिंह, एएसआई सुरेश चौधरी, हरिंद्र रॉय, रविंद्र चौधरी सहित पुलिसकर्मी मौजूद थे।

अतिक्रमण खाली कराने गई पुलिस पर पथराव,आधे दर्जन पुलिस कर्मी हुए घायल

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी के उच्चैठ में उच्च न्यायालय व जिला दंडाधिकारी के निर्देश पर अतिक्रमण खाली कराने गई पुलिस प्रशासन को भारी विरोध और पथराव का सामना करना पड़ा। पथराव में कई पुलिस कर्मी जख्मी हो गए।

दरअसल सीओ पल्लवी कुमारी गुप्ता, बेनीपट्टी थाना के अधिकारी व कर्मियों सहित मधुबनी से काफी संख्या में पहुंचे। पुलिस के जवानों के साथ उच्चैठ थुम्हानी नदी स्थित पुल के समीप अतिक्रमण खाली कराने पहुंचे थे। जब अतिक्रमण हटाने का कार्य शुरू हुआ और बुलडोजर चलने लगा, तो सैंकड़ों की संख्या में मौजूद महिला पुरुष, युवा व बच्चों के द्वारा अंधाधुंध रोड़ेबाजी शुरू कर दी गयी, जो करीब आधे घंटे तक जारी रही। इस क्रम में आक्रोशित लोगों ने जेसीबी मशीन के शीशे को चकनाचूर कर क्षतिग्रस्त कर दिया।

तनाव और पथराव की सूचना पर एसडीएम अशोक कुमार मंडल, डीएसपी अरुण कुमार सिंह स्थल पर पहुंचे। एसडीएम डीएसपी के पहुंचने के बाद पुनः बेनीपट्टी, अरेर, मधवापुर, साहरघाट थाना और पुलिस लाइन से आई बलों के सहयोग से अतिक्रमण खाली कराने का कार्य आरंभ हुआ, जो अब हो रहा। इधर, कई राउंड हवाई फायरिंग की बात भी सामने आई है, हालांकि पदाधिकारियों ने इस बात को नकार दिया। बता दें कि इससे पहले भी अतिक्रमण खाली करने का प्रयास किया गया था, मगर इसी विरोध के कारण पुलिस प्रशासन को पहले भी दो बार महज विफलता ही हाथ लगी थी।

चैती दुर्गा पूजा के आयोजन में शासन-प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन कर मनाया जा रहा पूजा।

मधुबनी : जिला में भी चैती दुर्गा पूजा को लेकर बिभिन्न जगहों पर तैयारी शुरू हो गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण से इस वर्ष भी चैती दुर्गा पूजा का आयोजन साधारण तरीके से ही किया जा रहा है, जिससे पूजा आयोजकों में खेल-तमाशा, सांस्कृतिक कार्यक्रम व मेला को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच चैती दुर्गा पूजा को लेकर घरों की साफ-सफाई शुरू हो गई है। महिलाओं ने पूजा सामग्री की खरीदारी शुरू कर दी है।

सार्वजनिक स्थलों पर दुर्गा पूजा पर भीड़भाड़ से बचने के लिए लोग अपने घरों में मां दुर्गा की आराधना को जरूरी मानकर इसकी तैयारी शुरू कर दी है। बाजार में दुर्गा पूजा को लेकर फल, मखाना, नारियल सहित अन्य पूजा सामग्री की बिक्री शुरू हो गई है। चैती दुर्गा पूजा के आयोजन में कोरोना गाइडलाइंस का पालन किया जा रहा है। पूजा स्थल को नियमित रूप से सैनिटाइज कराया जा रहा है।

पुजारी की संख्या सीमित होगी। उनके चेहरे पर मास्क होगा।इसी बाबत बिहार के सबसे ऊंचा दुर्गा मंदिर जयनगर बस्ती के सदस्य लक्ष्मण यादव ने कहा कि चैती दुर्गा पूजा के आयोजन में शासन-प्रशासन द्वारा जारी गाइडलाइंस का पालन किया जाएगा। मनोरंजन खेल, तमाशा का आयोजन नहीं की जाएगी। श्रद्धालुओं को मास्क का प्रयोग का निवेदन किया जा रहा है।

भागवत सप्ताह ज्ञान को लेकर निकाली गई भव्य कलश शोभायात्रा,

– कोविड गाइडलाइन का पालन करतें हुए 51 कुंवारी कन्याएं ही हुई शामिल

मधुबनी : जिले के बेनीपट्टी प्रखंड क्षेत्र के हरदिया टोल में आठ दिवसीय श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ को लेकर भव्य कलश शोभायात्रा निकाली गई। कलश शोभायात्रा में कोविड गाइडलाइन का पालन करतें हुए 51 कुंवारी कन्या, महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं के साथ साथ ग्रामवासी शामिल हुए।

आयोजकों ने बताया कि कोरोना महामारी से विश्व को निजात मिलें एवं विश्व कल्याणार्थ उक्त आयोजन किए गए हैं। आठ दिनों तक लगातार महंत गोपाल शरण देवाचार्य जी महराज के मधुर वचनों से कथावाचन किया जा रहा हैं। इसके अलावे बधइयां महोत्सव, हवन और कुंवारी कन्या एवं बटुक तथा संत सन्यासी भोजन का आयोजन भी होगा।

जिले में कोरोना संक्रमित का आंकड़ा 300 के पार, संक्रमण रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग तैयार।

मधुबनी : जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गत वर्ष की तुलना में इस बार रफ्तार काफी तेज रहने के बाद भी लोग सतर्क नहीं हो रहे हैं| हालांकि लोग मास्क पहनने की तथा सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के पालन प्रति ज्यादा जागरूक हुए हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 352 हो गई है वहीं दूसरी ओर टीकाकरण जोर शोर से किया जा रहा है| जिले में अब तक 2 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस.के विश्वकर्मा ने बताया शनिवार को जिले के 55 सत्र स्थलों पर टीकाकरण शुरू किया गया| जिले को 800 वैक्सीन वायल उपलब्ध करायी गयी है| देर शाम और वैक्सीन आने की उम्मीद है| हालांकि टीका लक्ष्य के अनुरूप नहीं मिल पा रहा है| फिर भी सीमित साधन में जहां संक्रमित की संख्या अधिक है वहां प्राथमिकता के आधार पर ज्यादा से ज्यादा टीकाकरण कराया जा रहा है।

2 दिनों में तेजी से फैला है कोरोना :

स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 15 अप्रैल को 55 तथा 16 अप्रैल को 110 कोरोना के मरीज मिले हैं जो जिले में 2 दिनों में अभी तक का सबसे ज्यादा आंकड़ा है। वहीं 2 अप्रैल से 16 अप्रैल तक सक्रिय मामलों (एक्टिव केस) की संख्या 352 हो गई है। जिले में 2 अप्रैल को 6, 3 अप्रैल को 4, 4 अप्रैल को 4, 5 अप्रैल को 11, 6 अप्रैल को 12, 7 अप्रैल को 10, 8 अप्रैल को 12, 9 अप्रैल को 9,10 अप्रैल को 28 11 अप्रैल को 5, 12 अप्रैल को 50, 13 अप्रैल को 36, 14 अप्रैल को 2, 15 अप्रैल को 55 16 अप्रैल को 110 | कुल 352 मरीज कोरोना से संक्रमित हुए हैं।

जिले में 2.7 लाख लोगों का हुआ टीकाकरण :

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया शनिवार को जिले में 55 सत्र स्थलों पर टीकाकरण किया गया| जिले को 800 वैक्सीन वाइल प्राप्त हुई है| देर शाम और वैक्सीन आने की उम्मीद है। वहीं जिले में अब तक 2 लाख 7 हजार 217 लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है| जिसमें 16,005 हेल्थ केयर वर्कर को प्रथम डोज,11,845 हेल्थ केयर वर्कर को सेकंड डोज, 8,810 फ्रंटलाइन वर्कर को प्रथम डोज, 3,947 फ्रंटलाइन वर्कर को सेकंड डोज, 1,14,253 लोग जो 60 वर्ष से ऊपर के हैं को प्रथम डोज, 8445 को सेकंड डोज तथा 45 से 59 वर्ष के 41,345 लोगों को प्रथम डोज,2,567 लोगों को सेकंड डोज दिया जा चुका है।

सीसीसी तथा डीसीएचसी में कोरोना संक्रमित भर्ती मरीजों की संख्या 50 :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया कोविड केयर सेंटर रामपट्टी तथा डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेंटर रामपट्टी में भर्ती मरीजों की संख्या 50 हैं| जहां विभाग द्वारा ऑक्सीजन सिलेंडर टाइप डी 10 उपलब्ध कराया गया है तथा ऑक्सीजन सिलेंडर बी 50 उपलब्ध कराया गया है| साथ ही 6 वेंटीलेटर उपलब्ध कराया गया है। जिसमें चार वेंटिलेटर कार्यरत है एवं 10 बेड पर ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। वहीं कोविड केयर सेंटर झंझारपुर में भर्ती मरीज की संख्या 12 है जहां जंबो साइज 15 सिलेंडर तथा 26 छोटा बी टाईप सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है। कोविड-19 केयर सेंटर जयनगर में ऑक्सीजन सिलेंडर टाइप डी 25 तथा टाइप बी 41 सिलेंडर उपलब्ध कराया गया है।

सुमित कुमार की रिपोर्ट