बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वाहन पर हड़ताल
छपरा : बिहार राज्य कार्यपालक सहायक सेवा संघ के आह्वाहन पर हड़ताल पर जुटे कार्यपालक सहायकों को सारण समाहरणालय से 24 घंटे के अंदर कार्य पर लौटने का निर्देश दिया गया है परन्तु कार्यपालक सहायक अपने मांगों पर डटे है और सरकार के पत्र का अर्धनग्न होकर पुरजोर विरोध कर रहे है।
जिला अध्यक्ष निलेश कुमार ने बताया कि सरकार का धमकी देने का ये अंदाज नया नहीं है, 2018 में भी आंदोलन के दौरान इस तरह की चिठ्ठीयां निर्गत हुई थी पर यह लड़ाई तब भी नहीं टूटी थी और आज भी नहीं टूटेगी। सभी कार्यपालक सहायकों के अंदर की चिन्गारी को भड़काने का कार्य कर रहा है यह पत्र।
दूसरी तरफ जिला पदाधिकारी ने वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कार्य करने के लिए कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की है। इस पर वक्ताओं द्वारा बताया गया कि सरकार इस आंदोलन से हिल गयी है। ये अल्पमत की सरकार कार्यपालक सहायकों के इस आंदोलन को विपक्ष एवं विभिन्न राजनैतिक पार्टियों का संरक्षण मिलता देख अपने दमनकारी निर्णयों को थोपने पर लगी हुई है।
हड़ताल के दौरान महिला कार्यपालक सहायकों की सहभागिता भी अभूतपूर्व है। श्रीमती विजय लक्ष्मी, श्रीमती निर्मला, सुश्री संगीता, श्रीमती अलका कुमारी ने हड़तालियों को संबोधित करते हुए बताया कि इस निकम्मी सरकार ने चुनाव में वादा किया था कि वो बेरोजगारों को रोजगार देगी पर ये तो जो संविदा पर कार्यरत है उन्हें भी प्राईवेट कंपनी के हाथों बेचने पर तुली हुई है। जिसका हमलोग विरोध करते है।
जिले के सभी प्रखण्डों में आर0टी0पी0एस0 काउन्टर पर हड़ताल के कारण सन्नाटा पसरा हुआ है। साथ ही, पंचायत चुनाव की तैयारियों पर भी बे्रक लग गया है। कार्यपालक सहायक जिला मुख्यालय, प्रखण्डों से लेकर पंचायतों तक नियोजित है। हड़ताल के कारण 22 विभागों का कार्य ठप्प पड़ गया हैं। आंदोलन को और उग्र करते हुए जिला अध्यक्ष ने बताया कि हमारे इस अर्धनग्न प्रदर्शन का उद्देश्य ही इस बहरी सरकार के आंखों में शर्म पैदा करना है जो बिहार के प्रतिभावान युवाओं को निजी उद्योगपतियों के हाथों सौंप कर शोषण की एक नयी इबारत लिख रही है।
मैके पर नेहा, किरण, प्रीती, रोशनी, रिया, सुमन, रूपा, अल्का, संगीता, डिम्पी, रेखा, निभा, प्रियंका, रितु, नेहा, आनंदिता, राजन शर्मा, जनमजेय प्रताप, विजय कुमार, अजय राज, श्रीराम कुमार, मुकेश, निर्भय, कृष्णकांत, शमशेर, पवन, धर्मेन्द्र, रत्नेश तिवारी, अरविन्द, हरेन्द्र, दिलीप, रंजीत, संदीप रंजन, उपेन्द्र, अमरेन्द्र, अमर, कमलेश सोनी, जितेन्द्र, धनंजय आदि कार्यपालक सहायक उपस्थित रहे।
दूसरे राज्यों में बढ़ते कोविड-19 के मामले एवं होली त्यौहार को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में
छपरा : दूसरे राज्यों में कोविड-19 के बढ़ते मामले एवं होली त्यौहार के परिप्रेक्ष्य में कोविड 19 के संक्रमण को रोकने को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। जिलाधिकारी अमित कुमार ने पत्र जारी कर निर्देश दिया है कि जिले में मास्क नहीं पहने वालों के खिलाफ नियमित रूप से सघन अभियान चलाया जाए और बिना मास्क के घूमने वाले व्यक्तियों से जुर्माने की वसूली की जाए और इसका प्रतिवेदन प्रतिदिन शाम में व्हाट्सएप के माध्यम से उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि क्षेत्र में अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों से माइकिंग के माध्यम से कोविड-19 जांच के लिए अपील की जाए तथा सीमावर्ती सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के माध्यम से आरटीपीसीआर जांच की सुविधा अविलंब शुरू की जाए। डीएम ने कहा कि निकट भविष्य में होली का त्यौहार मनाया जाने वाला है। इस परिपेक्ष में यह निर्देश दिया जाता है कि सार्वजनिक स्थलों पर किसी भी प्रकार के होली मिलन समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाए।
सार्वजनिक स्थलों पर भीड़ को नियंत्रित करने का निर्देश :
प्रभारी जिलाधिकारी अमित कुमार ने निर्देश दिया है कि सामाजिक दूरी का अनुपालन सुनिश्चित करें और सार्वजनिक स्थलों समारोह में भीड़ पर नियंत्रण रखा जाए। उन्होंने कहा कि सभी लोगों को भली-भांति इस आदेश से अवगत कराया जाए, ताकि कोविड-19 के बढ़ते हुए संक्रमण पर अंकुश लगाया जा सके।
कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोकने का प्रयास :
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि अपने अपने क्षेत्र अंतर्गत सार्वजनिक स्थानों, वाहनों, प्रतिष्ठानों, फल-सब्जी दुकानों और मांस मछली इत्यादि की दुकानों पर सभी लोगों द्वारा मास्क का उपयोग तथा सामाजिक दूरी का अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। ताकि कोविड-19 का पुनः संक्रमण ना हो और कम्युनिटी ट्रांसमिशन को रोका जा सके। उन्होंने निर्देश दिया है कि विशेष अभियान चलाकर सभी सार्वजनिक स्थलों पर सामाजिक दूरी का अनुपालन कराना सुनिश्चित करें और मास्क पहनने के लिए लोगों को प्रेरित करें।
जनप्रतिनिधियों के सहयोग से किया जाएगा जागरूक :
जिलाधिकारी अमित कुमार ने निर्देश दिया है कि मास्क का उपयोग करने के लिए आमजनों को जागरूक करने की आवश्यकता है। शहरी क्षेत्रों और ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न प्रचार माध्यमों और जनप्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों को मास्क के महत्व के प्रति जागरूक किया जाए। साथ ही मास्क नहीं पहनने वालों से सरकारी प्रावधान अनुसार अर्थदंड की वसूली की जाए तथा कार्रवाई से संबंधित प्रतिवेदन नियमित रूप से भेजा जाए।
हाफ़िज़ साहेब रज़ा ख़ान छपरवी के नेतृत्व में किया गया वसीम रिज़वी का पुतला दहन
छपराः सामाजिक संस्था डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम राष्ट्रीय शांति अमन सेना एंव सारण इमाम काउंसिल के संयुक्त तत्त्वावधान में शहर के नगरपालिका चौक पर प्रसिद्ध इस्लामी जलसा एनाउंसर सह भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा बिहार प्रदेश प्रवक्ता हाफ़िज़ साहेब रज़ा ख़ान छपरवी के नेतृत्व में हिन्दू-मुस्लिम सिक्ख ईसाई समाज के बुद्धिजीवियों की उपस्थिति में वसीम रिज़वी का पुतला दहन किया गया।
छपरवी ने बताया कि वसीम रिज़वी जो पूर्व में उतर प्रदेश शिया वक़्फ बोर्ड का चेयरमैन रह चुका है और बहुत सारे गबन के भी आरोप सिद्ध हुएं हैं सीबीआई जाँच भी स्वीकृति हो गई है इसी वजह से बौखलाहट में आकर के शांति एंव सद्भावना की प्रतीक पवित्र धर्मग्रंथ क़ुरआन शरीफ के ख़िलाफ़ अनगिनत गतिविधियां कर रहा है जो कि घोर निंदनीय है,संरक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता विधि मण्डल छपरा श्री सियाराम सिंह ने कहा कि इस तरह की अनर्गल बातें कर के देश में दंगा फसाद फैलाने की पूर्ण साज़िश हो रही है।
ये देश व समाज के लिए ख़तरा है, संस्थापक अध्यक्ष डॉ. तशफ्फी हुसैन शाहेदीन ने कहा कि हमेशा से अमन सेना का लक्ष्य रहा है कि समाज मे वैमनस्यता और भेदभाव को ख़त्म कर के अमन क़ायम किया जाए शैतान मगर वसीम रिज़वी जैसे लोग देश को दंगो की आग में धकेलना चाहतें हैं ये हम भारतीय स्वीकार नहीं करेंगे।
इस अवसर पर सारण इमाम काउंसिल के अध्यक्ष हाफ़िज़ आफ़ताब रज़वी, अरशी आज़म, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता मंटू तिवारी, महफ़ूज़ ख़ान, महासचिव अमन सेना शहादत राईन, संजर ख़ान, शाहिद रज़ा ख़ान, सरदार राजू सिंह, अखिलेश दुबे, अजय शर्मा, सरदार राजू सिंह अध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा भाजपा, आदित्य अग्रवाल, संजय कुमार युवा राजद उपाध्यक्ष, क़ारी अब्दुल हक़, सफ़दर ख़ान, मो.फैसल,जावेद, सत्येंद्र यादव, अफरोज़ राईन समेत सैंकड़ों लोग मौजुद रहें।
जिला प्रशासन के अल्टीमेटम के बाबजूद धरना स्थल पर डटे रहें कार्यपालक सहायक
छपरा : अनिश्चितकालीन हड़ताल के पाँचवे दिन कार्यपालक सहायक जिला प्रशासन के कार्य पर लौटने के अल्टीमेटम के उलट दोगुना जोश के साथ धरना स्थल पर डटे रहें। साथ ही विरोध का अनुठा प्रदर्शन करते हुए आज धरना स्थल महिलाओं के हाथों में रहा। महिला कार्यपालक सहायकों का जोश भी अभूतपूर्व था।
दूसरी तरफ जिला प्रशासन द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था के तहत लोक सेवा केन्द्र चालु करने का प्रयास भी कारगर साबित नहीं हो रहा। सभी लोक सेवा केन्द्र अभी भी बन्द है, मार्च का महीना होने से क्लोजिंग को लेकर विभिन्न कार्यालयों के लिपिक भी कागज, कलम और कैलकुलेटर पर वापस लौट रहे है।
कार्यपालक सहायकों का आंदोलन धीरे-धीरे एक व्यापक जन आंदोलन की शक्ल ले रहा है क्योंकि विपक्ष तो विपक्ष सत्ता पक्ष से उप मुख्यमंत्री ने भी कार्यपालक सहायको के मांगो के समर्थन में मुख्यमंत्री को चिट्ठी सौंपी है। लगातार पाँचवे दिन के इस हड़ताल के कारण कुल 22 विभागों का कामकाज ठप्प है सैकड़ों लोग प्रतिदिन विभिन्न कार्योलयों से मायूस होकर लौट रहे है।
जिला अध्यक्ष निलेश कुमार ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार सभी कार्यपालक सहायकों की प्रतिदिन थर्मल स्कैनिंग करके ही धरना स्थल पर प्रवेश दिया जा रहा है। मास्क की अनिवार्यता की गई है एवं प्रत्यके घंटे सभी का हाथ सैनिटाईज भी कराया जा रहा है। सभी कार्यपालक सहायक कोविड-19 गाईड लाईन का पूरा पालन कर रहे है।
साथ ही बताया गया कि आज माननीय मुख्यमंत्री को अपना डी0एन0ए0 बताने के लिए एवं उन्हें चीर निंद्रा से जगाने के लिए कार्यपालक सहायको ने बताया कि हम अपने बाल मुंडवा कर मुंडण आंदोलन का आगाज किया और बताया कि हम अपने बाल माननीय मुख्यमंत्री को भेजेंगे और उनसे निवेदन करेंगे की वो हमारा डी०एन०ए० टेस्ट करवा ले और यह यकीन करे कि हम बिहारी युवा है जो उनके संविदा नीति के तहत दमन और शोषण का शिकार हो रहे है।
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर अधिक से अधिक लाभुकों का हो रहा टीकाकरण
छपरा : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिले में कोविड-19 टीकाकरण अभियान व्यापक स्तर पर चल रहा है। अधिक से अधिक लाभुकों को टीकाकरण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा समय-समय पर अलग-अलग श्रेणी के लोगों को टीकाकरण करने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा अब मुख्यमंत्री वृद्धा पेंशन योजना तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन योजना के लाभुकों के लिए विशेष अभियान चलाकर कोविड-19 का टीकाकरण किए जाने का निर्णय लिया गया है।
इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत तथा समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अतुल प्रसाद ने संयुक्त निर्देश जारी किया है। जारी पत्र के माध्यम से बताया गया है कि राज्य में लगभग 72 लाख योग्य लाभुकों को मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना से आच्छादित किया गया है। इन पेंशनधारियों को विशेष अभियान के माध्यम से कोविड-19 का टीकाकरण किया जाना है। जिले में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के 168297 तथा मुख्यमंत्री वृद्धा पेंशन योजना के 111278 पेंशन धारियों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया गया है।
विशेष अभियान के लिए प्रखंड व पंचायत स्तर पर तैयार किया जाएगा रोस्टर :
जारी पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि विशेष अभियान के लिए प्रखंडवार व पंचायतवार रोस्टर तैयार किया जाएगा। अभियान का प्रस्ताव सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग के द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया जाएगा। जिलास्तर पर मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धा पेंशन योजना के लाभार्थियों के टीकाकरण के लिए अनुश्रवण की जवाबदेही सिविल सर्जन, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी तथा सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग को दी गई है। इन पदाधिकारियों के द्वारा दैनिक संध्या (इवनिंग) ब्रीफिंग में टीकाकरण की समीक्षा भी की जाएगी।
लाभार्थियों को प्रोत्साहित (मोबलाइज) करेंगे प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा पंचायती राज के जनप्रतिनिधि :
प्रखंड स्तर के लाभार्थियों को प्रोत्साहित (मोबलाइज) करने की समुचित जवाबदेही प्रखंड विकास पदाधिकारी की होगी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक तथा पंचायती राज प्रतिनिधि समुचित समन्वय एवं सहयोग प्रदान करेंगे। लाभार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक एवं आशा का व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा।
प्रत्येक पंचायत से प्रतिदिन कम से कम 30 लाभार्थियों का किया जाएगा टीकाकरण :
प्रत्येक प्रखंड में प्रतिदिन न्यूनतम 30 लाभार्थी प्रति पंचायत की दर से टीकाकरण का लक्ष्य निर्धारित किया जाएगा। सभी वृद्धजनों के कोविड-19 टीकाकरण के लिए नजदीकी सत्र स्थल अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर तथा अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर व्यवस्था की जाएगी। टीकाकरण की गतिविधियों में पोर्टल आधारित कार्य के लिए प्रखंड स्तर पर मुख्यमंत्री वृद्धजन पेंशन योजना के तहत कार्यरत कंप्यूटर ऑपरेटर की सेवा ली जाएगी।
लाभार्थियों के बैठने के लिए कुर्सी, पीने की पानी समेत अन्य आवश्यक व्यवस्था होगी सुनिश्चित :
टीकाकरण केंद्रों पर लाभार्थियों के बैठने के लिए कुर्सी, पीने के पानी, मास्क, सैनिटाइजर आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। कोविड-19 टीकाकरण कराने के संबंध में पूर्व में निर्धारित दिशा निर्देशों का यथावत पालन किया जाएगा। एक साथ अत्याधिक संख्या में लाभार्थियों के आगमन तथा भीड़ भाड़ की स्थिति में पोर्टल प्रविष्टि में समय लगने की संभावना है। ऐसे परिस्थति में लाभार्थियों की पहचान की जांच कर उनके आधार कार्ड की छायाप्रति, मोबाइल नंबर आदि लेने की प्रक्रिया पूर्ण कर उनके विवरणी को संधारित करते हुए उनका टीकाकरण किया जाएगा एवं पोर्टल के सामान्य रूप से कार्य करने पर संबंधित लाभार्थी के आंकड़ों की विवरण फोटो एवं पहचान को अपलोड करना सुनिश्चित किया जाएगा।
कुपोषण को मिटाने के लिए चलाया जा रहा आईसीडीएस द्वारा पोषण अभियान
छपरा : जिले में कुपोषण को मिटाने के लिए आईसीडीएस के द्वारा पोषण अभियान चलाया जा रहा है। 16 से 31 मार्च तक पोषण पखवाड़ा का आयोजन किया जा रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा शिशुओं को पौष्टिक आहार देकर अन्नप्राशन दिवस मनाया गया। पोषण पखवाड़ा अभियान के तहत प्रखंड की सभी आंगनबाड़ी सेविका व आशा कार्यकर्ताओं ने गृह भ्रमण कर पोषण के प्रति लोगों के बीच अलख जगाई। इस दौरान नवजात शिशु की बेहतर देखभाल पर माता-पिता को जानकारी दी गई।
वहीं कुपोषण दूर करने के लिए बच्चों को सही पोषण कैसे दें, इसके बारे में भी लोगों को बताया गया। मां का दूध बच्चों के लिए अमृत समान होता है। छह माह तक बच्चों को मां का दूध ही पिलाना चाहिए। उसके बाद ऊपरी आहार शिशु के लिए आवश्यक है। इससे मानसिक स्वास्थ्य, तंत्रिका तंत्र और शारीरिक क्षमता का विकास होता है। इस दौरान शिशुओं को खीर खिलायी गयी और उनकी माताओं को शिशु को आगे से ऊपरी आहार में दिए जाने वाले खाद्य पदार्थों की जानकारी भी दी गई।
नियमित रूप से साफ सफाई का रखें विशेष ध्यान :
डीपीओ वंदना पांडेय ने कहा कि गृह भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ताओं व आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं के गर्भावस्था के दौरान होने वाली समस्याओं , संस्थागत प्रसव, परिवार नियोजन सहित अन्य बातों की जानकारी केंद्रों पर दी गई। साथ ही गंदगी व कूड़ा कचरा को भी कई तरह की बीमारी का कारक बताते हुए लोगों को अपने आसपास के क्षेत्र को नियमित रूप से साफ सफाई करने को कहा गया, ताकि उनका बच्चा स्वच्छ वातावरण में रह सके। पोषण पखवाड़ा के माध्यम से समाज में व्यापक जागरूकता एवं बेहतर परिणाम के लिए नई पहल भी की जा रही है।
पोषण पंचायत का होगा आयोजन :
पोषण अभियान के जिला समन्वयक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि पोषण अभियान के दौरान जिले में पोषण पंचायत का आयोजन कर पंचायती राज के प्रतिनिधियों के सहयोग से बच्चों में व्याप्त कुपोषण से बचाव एवं कुपोषण से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के बारे में जागरूक किया जाएगा। कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों की पहचान कर पोषण वाटिका के तहत पोषण युक्त पौधा लगाए जाने के लिए जागरूक किया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों पर सहजन, पपीता, अमरूद का पौधा रोपण किया जाना है।
पोषण के पांच सूत्रों से कुपोषण पर लगेगी लगाम :
राष्ट्रीय पोषण मिशन की परियोजना सहायक आरती कुमारी ने बताया कि गृह भ्रमण के दौरान पोषण के 5 सूत्र जैसे- प्रथम हजार दिन, एनीमिया प्रबंधन, डायरिया से बचाव, स्वच्छता, हाथों की सफाई एवं पौष्टिक आहार आदि के बारे में गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं को जागरूक किया जाएगा तथा उचित सलाह दी जाएगी । साथ ही प्रसव पूर्व एवं प्रसव पश्चात देखभाल जन्म से 3 वर्ष तक के बच्चों के ऊपरी आहार एवं स्तनपान पर परामर्श, व्यक्तिगत स्वच्छता, हाथों की सफाई, खानपान, आहार विविधता, विभिन्न खाद्य समूह पर परामर्श दी जाएगी |
‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’ अभियान को लेकर जिला स्तर पर कार्यक्रम
छपरा : राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) की सफलता के लिए छपरा जिला में ‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’ अभियान चलाया जा रहा है। इसे लेकर हर दिन प्रखंड से जिला स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। बनियापुर प्रखंड के रेफरल अस्तपाल में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एपी गुप्ता की अध्यक्षता में टीबी पेशेंट सपोर्ट ग्रुप की बैठक आयोजित की गयी| बैठक में डॉ. एपी गुप्ता ने कहा कि टीबी एक संक्रामक बीमारी है। जड़ से मिटाने के लिए हम सभी को इसके खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है।
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि टीबी के मरीज गरीब परिवारों के बीच से ही आते हैं। जिसमें कुपोषित व्यक्तियों या बच्चों में ये सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। क्योंकि अगर कोई एक व्यक्ति टीबी से ग्रसित हो गया तो सभी लोग एक छोटी सी झुग्गी झोपड़ी में ही रहते हैं जिस कारण एक दूसरे में टीबी का संक्रमण फैल जाता है। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम की सफलता के लिए सामुदायिक सहभागिता आवश्यक है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए हर स्तर पर सहयोग भी अपेक्षित है।
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य :
केयर इंडिया के बीएम नवीन कुमार ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा निर्धारित थीम टीबी हारेगा देश जीतेगा को लेकर था। इस मौके पर टीवी से संबंधित लक्षण उसके इलाज दवा वितरण पर विशेष जानकारी दी गई। स्वास्थ्य कर्मियों ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में टीबी के संभावित रोगियों की स्क्रीनिंग भी की जाती है। परीक्षण उपरांत रोगियों का निःशुल्क उपचार किया जाता है। केंद्र सरकार की ओर से राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है।
केयर इंडिया का भी लिया जाएगा सहयोग :
कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए केयर इंडिया का भी सहयोग लिया जाएगा। ताकि कार्यक्रम का सफल संचालन में कर्मियों की कमी नहीं हो और हर हाल में निर्धारित समय पर लक्ष्य पूरा किया ज सके।
लक्षण दिखते ही कराएं जाँच :
बीएचएम राम मूर्ति ने बताया कि टीबी बीमारी के लक्षण महसूस होने पर ऐसे लोगों को घबराना नहीं चाहिए। बल्कि, तुरंत इसकी जाँच करानी चाहिए। क्योंकि, टीबी अब लाइलाज नहीं है। किन्तु, समय पर जाँच कराकर इलाज शुरू करना जरूरी है। जिले के सभी पीएचसी एवं अन्य अस्पतालों में मुफ्त जाँच की सुविधा उपलब्ध है। इस बैठक में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. एपी गुप्ता, बीएचएम राम मूर्ति, केयर इंडिया के बीएम नवीन कुमार, एफपीसी राजीव कुमार, एलएस सुमनलता शर्मा, शिखा कुमारी, रंजनी कुमारी, एसटीएस मनोज कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।