कोविड व आपदा से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने किया कोषांगों का गठन
नवादा : जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम व संभावित हिट वेब के खतरे से आम जनजीवन को सुरक्षित करने के लिए छह कोषांगों का गठन किया गया है। सभी कोषांगों के नोडल पदाधिकारी नामित किए गए हैं। डीएम यश पाल मीणा ने कोषांग के नामित पदाधिकारियों व कर्मियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। कोषांगों का कार्य ससमय पूरा करने को कहा गया है।
कौन बने किस कोषांग के नोडल ऑफिसर
1- वैक्सीनेशन कोषांग – संतोष कुमार झा,स्थापना उप समाहर्ता
-यह कोषांग राज्य द्वारा तय किए गए टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए बीडीओ-सीओ, पीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक से समन्वय स्थापित करेगा। टीका लेने वालों का वर्गवार आंकड़ा तैयार करेगा। पहला डोज ले चुके व्यक्ति को ससमय दूसरा डोज दिलाने, टीके की उपलब्धता का आकलन कर योजना तैयार करने और टीकाकरण का प्रतिदिन रिपोर्ट प्राप्त करने का काम करेगा।
2- टेस्टिंग कोषांग – राजवर्द्धन, वरीय उप समाहर्ता
– बीडीओ-सीओ, पीएचसी प्रभारी व स्वास्थ्य प्रबंधक से समन्वय स्थापित कर टेस्टिंग के लक्ष्य को प्राप्त करने की जिम्मेवारी दी गई है। साथ ही कोविड टेस्टिंग कीट का आकलन कर योजना तैयार करने, कोविड टेस्ट का प्रतिदिन रिपोर्ट उपलब्ध कराने को भी कहा गया है।
3- आइसोलेशन/ कोविड पॉजिटिव कोषांग – मो. मुस्तकीम, भूमि सुधार उप समाहर्ता
– जिले में दो सप्ताह की अवधि में बाहर से आए लोगों का सर्वेक्षण कराना, कोरोना के लक्षण नहीं पाए जाने वाले व्यक्ति को होम क्वारंटाइन में रखना, कोरोना के लक्षण मिलने पर डेडीकेटेड कोविड केयर सेंटर में रखना, होम आइसोलेशन में रहे व्यक्तियों के स्वास्थ्य पर नजर रखना। पॉजिटिव केस सामने आने पर संबंधित क्षेत्र में माइक्रो कन्टेंमेंट जोन बनाना और संबंधित क्षेत्र के घरों में जांच कराना। कोरोना संक्रमित की मृत्यु होने पर डब्ल्यूएचओ के प्रोटोकॉल के अनुसार अंतिम संस्कार कराना। सतुआनी मेला यानि 14 अप्रैल को ककोलत में धारा 144 का अनुपालन कराने को तैनात अधिकारी व जवान
4- इन्फोर्समेंट कोषांग – अभ्येंद्र मोहन सिंह, डीटीओ
– कोरोना के रोकथाम को लेकर जारी दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन कराना। कोरोना से सुरक्षा के लिए मास्क का उपयोग, शारीरिक दूरी का अनुपालन कराना, वाहनों की जांच कराना, भीड़भाड़ वाले स्थानों पर व्यक्तियों के जमावड़े को नियंत्रित करने के लिए अधिक से अधिक पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति कराना।
5- नियंत्रण कक्ष कोषांग – श्रीनिवास, उप निर्वाचन पदाधिकारी
– किसी प्रकार की सूचना मिलने पर जानकारी को संधारित करना, होम आइसाेलेशन में रह रहे संक्रमितों के स्वास्थ्य पर निगरानी रखना, मास्क, दुकान, वाहन के जांच के संदर्भ प्रत्येक घंटे रिपोर्ट प्राप्त करना।
6- एईएस व लू कोषांग – डॉ. अखिलेश कुमार मोहन, सिविल सर्जन
– एईएस और लू के संबंध में किसी प्रकार की सूचना मिलने पर वरीय अधिकारियों को सूचित करना, चिकित्सकों को अवगत कराते हुए अग्रेतर कार्रवाई करना।
नवादा में कोरोना संक्रमण व टीकाकरण के आंकड़े
– 281 एक्टिव केस।
– 279 होम आइसोलेट।
– 52 माइक्रोकन्टेंमेंट जोन।
– 30 लोगों की मौत।
– 100 स्थानों पर टीकाकरण।
– 01 लाख 8474 लोगों को काेरोना टीका का पहला डोज
108 वर्षीय सामाजिक कार्यकर्ता का निधन, शोक
नवादा : जिले के सिरदला थाना क्षेत्र के बांधी पंचायत स्थित कशिया डीह गांव निवासी 108 वर्षीय शनिचर महतो का निधन इलाज के क्रम में घर पर हो गया। निधन की सूचना मिलते ही पंचायत के लोगों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। इनके निधन पर पंचायत मुखिया कमला देवी, प्रतिनिधि नंदकिशोर प्रसाद गुप्ता समेत अन्य ग्रामीणों ने शोक ब्यक्त कर बताया कि शनिचर बाबू पंचायत व प्रखंड के लिए काफी सम्मानित व्यक्ति थे। उन्होंने सामाजिक कार्य कर पंचायत क्षेत्र में कई विकास योजना को धरातल पर लाने में सहयोग किया था। उनके निधन से प्रखंड ने एक विकास पुरुष को खो दिया जिसकी क्षतिपूर्ति असंभव है।
पर्चा चिपकाने के मामले में नहीं दर्ज हुई प्राथमिकी
नवादा : जिले के सिरदलाथाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित बांधी पंचायत की कुशाहन गांव के मध्य विद्यालय की चहार दिवारी पर नक्सलियों के द्वारा धमकी भरा पर्चा चिपकाते हुए तीन गद्दार को मौत की सजा देने का फरमान जारी किया था। सूचना के बाद स्थानीय पुलिस पर्चा को बरामद कर थाना लाया।
प्रभारी थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि पर्चा बरामद कर स्टेशन डायरी में इंट्री कर लिया गया है। उच्च अधिकारी का किसी प्रकार का निर्देश अप्राप्त है। जिसके कारण अबतक सिरदला थाना में ज्ञात व अज्ञात नक्सलियों के विरूद्ध कोई केश दर्ज नहीं किया जा सका है। पर्चा में यह भी लिखा गया है कि नक्सली कमांडर जेल से छूट गया है। जिसकी जानकारी आधिकारिक स्तर पर मीडिया को नहीं दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार उतम रविदास कभी सिरदला गुरपा जंगल के नक्सली एरिया कमांडर माने जाते थे। जिसकी रिहाई न्यायालय से हुई है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं किया गया है। बता दें पर्चा के लिखावट पर भी नक्सली के जानकार शक कर रहे हैं। लिखावट किसी स्थानीय या फिर शरारती तत्व का तो नहीं है। क्योंकि पीछले चार वर्ष पूर्व भी इसी तरह की लिखावट का पर्चा विद्यालय के चहारदिवारी में चस्पाया गया था।
थानाध्यक्ष आशीष कुमार मिश्रा सिरदला थाना में योगदान दे दिए हैं। उन्होंने बताया कि कार्रवाई किया गया है। पोस्टर यदि स्थानीय व्यक्ति ने चिपकाया है तो उन्हें जल्द ही तलाश कर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
आग लगने से तीस हजार नेवारी जलकर राख
नवादा : जिले के सिरदला थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवों में आग लगने की घटना में काफी तेजी आई है। एक दिन छोड़कर दूसरे दिन कहीं न कहीं आग की घटना हो जा रही है।अग्नि कांड का पता चलने व हुए लापरवाही में कोई बदलाव नहीं आने के कारण घटना में इजाफा हो रहा है।
थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित खटांगी पंचायत की पड़रिया गांव के बधार में अवस्थित खलिहान में तीस हजार नेवारी का पुंज लगा हुआ था। पीड़ित किसान राजेंद्र प्रसाद यादव ने आरोप लगाते हुए बताया कि देर संध्या पड़रिया नाला में अज्ञात लोगों के द्वारा आग लगा दिया गया। आग फैलते हुए खलिहान तक पहुंच गया। पीड़ित किसान ने सिरदला थाना एवम् अंचल अधिकारी को आवेदन देकर कार्रवाई कर मुआवजा दिलाने की मांग की है।
मंडल कारा के बंदियों के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग व टेलिफोनिक सुविधा बहाल
नवादा : मंडल कारा प्रशासन द्वारा बंदियों की मुलाकाती में आ रहे व्यवधानों को दूर कर दिया गया है। कोई भी बंदी के परिजन व नाते-रिश्तेदार घर बैठे वीडियो कॉलिंग कर ऑन लाइन बातचीत कर सकते हैं। कोरोना काल में पिछले एक साल जेल में मुलाकाती बंद रहने के कारण हो रही समस्या को देखते हुए सरकार के स्तर से ऐसी सुविधा देने का आदेश है। सरकारी आदेश का अनुपालन नवादा मंडल कारा प्रशासन द्वारा कर दिया गया है।
नवादा में संवाद के लिए तीन प्रकार की सुविधाएं दी है। पहला ऑन लाइन यानि वर्चुअल मुलाकाती (वीडिया काॅन्फ्रेंसिंग), दूसरा टेलीफोन पर बातचीत और तीसरा पोस्टकार्ड लेखन। इसमें सबसे महत्वूपर्ण वर्चुअल मीट की सुविधा तीन दिनों पूर्व शुरू की गई है। जबकि टेलीफोनिक वार्ता व पोस्टकार्ड लेखन की सुविधा होली के बाद यानि मार्च के अंतिम सप्ताह से ही शुरू कर दी गई है।
मंडल काराधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय ने बंदियों को उपलब्ध कराई गई तीनों सुविधाओं के बारे में बताते हुए कहा कि वर्चुअल संवाद के लिए एक प्रोग्रामर काे यहां भेजा गया है। प्रोग्रामर अनंत कुमार द्वारा सारी व्यवस्था दुरूस्त कर दी गई है।जानिए वीडियो कॉलिंग का तरीका जो व्यक्ति जिस बंदी से ऑन लाइन बात-मुलाकात करना चाहते हैं उन्हें भारत सरकार के वेबससाइट eprisons.nic.in (ई प्रीजन डॉट एनआइसी डॉट इन) पर जाना होगा। डैशबोर्ड काे क्लीक करने पर E-Mulakat (ई मुलाकात) से संबंधित दो फार्म भरना होगा। एक फार्म जो व्यक्ति मिलना चाहते हैं उन्हें भरना होगा, दूसरा फार्म जिस बंदी से बात-मुलाकात करना है उनका डिटेल्स भरेंगे।
दोनों फार्म समिट होने के बाद वह संबंधित कारा प्रशासन को प्राप्त होगा। कारा प्रशासन जांच पड़ताल के बाद मुलाकाती का समय व लिंक उपलब्ध कराएगा। तय समय पर संबंधित लिंक के जरिए एंड्रायड मोबाइल अथवा कंप्यूटर से आप कनेक्ट होकर जेल में बंद अपने लोग से बात-मुलाकात कर सकेंगे। ऑन लाइन कनेक्ट होने के लिए आपको मोबाइल या कंप्यूटर पर प्ले स्टोर से एनपीआइपी ई प्रीजन एप डाउन लोड करना होगा। इस सुविधा का लाभ कुछ बंदियों के स्वजनों ने उठाया है।
टेलीफोनिक बातचीत की भी सुविधा
– बंदियों को परिजनों से बातचीत के लिए टेलीफोनिक सुविधाएं भी दी गई है। कारा में दो टेलीफोन बूथ बनाए गए हैं। जाे बंदी टेलीफोन से अपने घर-परिवार से बात करना चाहते हैं तो वे मोबाइल या टेलीफोन नंबर कारा प्रशासन को उपलब्ध कराएंगे। कारा प्रशासन संबंधित नंबर की जांच पड़ताल करने के बाद बात करने की अनुमति देता है। नवादा मंडल कारा में 750 से ज्यादा बंदी अपना मोबाइल व टेलीफोन नंबर उपलब्ध करा चुके हैं। जिसे वेरीफाइ कर बात कराया जा रहा है।
पोस्टकार्ड की सुविधा भी उपलब्ध
– वैसे बंदी जिनके स्वजन के पास टेलीफोन-मोबाइल की सुविधा नहीं है, उन्हें पोस्टकार्ड से मैसेज भेजने की सुविधा दी गई है। इस व्यवस्था से काफी कम बंदी जुड़े हैं, लेकिन हर सप्ताह कुछ न कुछ पोस्टकार्ड लिखा जा रहा है।
अचानक लगी आग में धू धू कर जल उठा हार्वेस्टर,बाल बाल बचा चालक व किसान
नवादा : जिले के पकरीबरावां प्रखंड क्षेत्र के थालपोस गांव के बधार के एक खेत में गेहूं काटने के दौरान हार्वेस्टर मशीन में अचानक लग गई। जिसके बाद वहां अफरातफरी मच गई। हालांकि, चालक व वहां खड़े किसान बच गए, लेकिन मशीन पूरी तरह जल गई। काफी मात्रा में गेहूं भी खाक हो गया। सूचना के बाद ग्रामीण अपने-अपने घर से बाल्टी, तसला लेकर खेत पहुंचे पर आग की लपटें इतनी तेज थी कि आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था। सूचना के बाद वारिसलीगंज से दमकल पहुंचा।
ग्रामीण भी ट्यूबेल चालू कर आग बुझाने में जुटे थे। दमकल और ग्रामीणों ने मिल-जुलकर आग को बुझाया। समय पर आग पर नियंत्रण पा लिया गया नहीं तो सैंकड़ों एकड़ गेहूं जल जाता। प्राप्त जानकारी के अनुसार थालपोस गांव के किसान कृष्ण मुरारी हार्वेस्टर मशीन से अपने खेत मे गेहूं कटवा रहे थे। इसी दौरान अचानक मशीन में आग लग गई। जिससे वाहन धू-धू कर जलने लगी। आशंका जताई जा रही है कि शॉर्ट सर्किट से यह आग लगी होगी। करीब दो बीघा खेत में लगा गेहूं भी पूरी तरह जल गई। इधर किसान ने पकरीबरावां अंचलाधिकारी को सूचित कर उचित मुआवजे की मांग की है।
व्यवहार न्यायालय में आमलोगों के प्रवेश पर रोक
नवादा : कोरोना के बढ़ते प्रसार को देखते हुए न्यायालय परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। इससे संबंधित आदेश जारी कर दिया गया है। जारी नए आदेश के अनुसार केवल अधिवक्ता न्यायालय परिसर में प्रवेश कर सकेंगे। अधिवक्ता भी वर्चुअल सिस्टम के द्वारा मुकदमों की सुनवाई में अपना पक्ष रखेंगे।
उल्लेखनीय है कि गत साल भी इसी प्रकार का आदेश जारी किया गया था। तब कोरोना के अति महामारी को देखते हुए अधिवक्ताओं के प्रवेश पर भी रोक लगाया गया था। स्थिति सामान्य होने पर न्यायालय के कार्य में प्रगति हुई थी।
बता दें कि नवादा के जिला व सत्र न्यायाधीश राजेश नारायण सेवक पांडेय स्वयं कोरोना की चपेट में हैं। खुद आदसोलेशन में हैं। फिलहाल, कोरोना फैलाव की जो स्थिति बनी हुई है, कोर्ट का काम-काज सामान्य होने में लंबा वक्त लग सकता है।
दो नव प्रोन्नत दंडाधिकारियों ने दिया योगदान
नवादा : व्यवहार न्यायालय में अमित कुमार पांडेय व अनिल कुमार राम ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश का पदभार ग्रहण किया। दोनों के पदभार ग्रहण करने के साथ ही व्यवहार न्यायालय में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 13 हो गई है। दोनों अधिकारी इसके पूर्व नवादा में कार्यरत थे।
अमित कुमार पांडेय नवादा में ही मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी तथा अनिल कुमार राम प्रथम अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के पद पर कार्यरत थे। दोनों के बेहतर कार्य को देखते हुए पदोन्नति दी गई। अमित कुमार पांडेे ने अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-12 एवं अनिल राम को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-13 बनाया गया है। रिक्त हो चुके मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी व प्रथम अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालयों का प्रभार द्वितीय अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार अविनाश को दिया गया है।
इसके पूर्व जिला विधिक सेवा प्राधिकारी के सचिव प्रवीण कुमार सिंह को भी पदोन्नत करते हुए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश बनाया गया है। व्यवहार न्यायालय के कई वरीय अधिवक्ताओं ने बताया कि अपर जिला जज के न्यायालयों की संख्या बढ़ने से सत्रवाद व अपील वाद के निष्पादन में तेजी आएगी।