14 अप्रैल : आरा की मुख्य खबरें

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आरा की मुख्य ख़बरें

बकरी डबल मर्डर केस में प्राथमिकी दर्ज

आरा : भोजपुर के उदवंतनगर थानान्तर्गत बकरी गांव में बुजुर्ग और विक्षिप्त की जलाकर हत्या करने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी। दोनों मृतकों के परिजनों ने केस करने से इनकार कर दिया था पर चौकीदार के बयान पर मामले दर्ज किये गये हैं। दोनों की हत्या को लेकर अलग-अलग दो प्राथमिकी दर्ज की गयी है। स्थानीय पुलिस के अनुसार बकरी गांव निवासी बुजुर्ग डिग्री चौधरी को जलाने में ज्ञानचक गांव निवासी मुटुर यादव उर्फ पगला को आरोपित किया गया है।

वहीं मुटुर उर्फ पगला की हत्या में भीड़ व अज्ञात लोगों पर केस किया गया है। पुलिस दोनों मामलों की छानबीन कर रही है। पुलिस विक्षिप्त की हत्या में भीड़ में शामिल लोगों की पहचान कर रही है। हालांकि अबतक इस मामले में किसी की पहचान और धरपकड़ की सूचना नहीं है।

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बता दें कि सोमवार की दोपहर बकरी गांव के बधार में आम और गेहूं की रखवाली कर रहे डिग्री चौधरी नामक एक बुजुर्ग को एक सनकी ने जिंदा जला दिया गया था। इसके आरोप में भीड़ ने ज्ञानचक गांव के एक विक्षिप्त मुटुर यादव उर्फ पगला की हाथ-पैर बांध कर जमकर पिटाई की गयी। अधमरा हो जाने के बाद उसे भी उसी जगह जला दिया गया था।

बकरी गांव में जलाकर मारे गये दोनों लोगों के शवों का सोमवार की रात पोस्टमार्टम किया गया। उसके बाद दोनों शव उनके परिजनों को सौंप दिये गये। सूत्रों अनुसार पहले उदवंतनगर के बकरी गांव निवासी बुजुर्ग डिग्री चौधरी के शव को परिजन गांव ले गए। उसके बाद उनकी हत्या के आरोपित ज्ञानचक गांव निवासी मुटूर यादव उर्फ पगला के परिजनों को पुलिस द्वारा सूचना दी गई। तब उसके परिजन अस्पताल पहुंचे और शव ले गये। इस दौरान थाना इंचार्ज ज्योति कुमारी दल बल के साथ मुस्तैद रही।

भोजपुर जिले में भीड़ तंत्र का कहर पहले भी टूटता रहा है। भीड़ का कानून अपने हाथ में लेने की यह पहली घटना नहीं है। पहले भी भीड़ ऑन द स्पॉट फैसला करती रही है। तीन साल पहले 21 अगस्त 2018 में एक छात्र की हत्या के बाद बिहिया में महिला डांसर का सरेशाम चीरहरण कर दिया दिया गया था। उसे निर्वस्त्र कर पूरे बाजार में दौड़ा कर पिटाई की गयी थी। बिहिया में एक छात्र की हत्या कर शव को रेलवे ट्रैक पर फेंके जाने से आक्रोशित लोगों ने जमकर उपद्रव मचाया था। नगर के रेड लाईट एरिया की दुकानों में जमकर लूटपाट, तोडफोड़ और आगजनी की गई थी। तब भीड़ द्वारा एक महिला डांसर को निर्वस्‍त्र कर बाजार में घुमाया था। स्थिति पर नियंत्रण करने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी थी।

इससे पहले 5 मई 2018 को चांदी थाना क्षेत्र के रूपचकिया गांव में एक किराना दुकानदार के घर में चोरी करने के आरोप में एक संदिग्ध युवक को भीड़ ने पकड़ कर तथा लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी थी जबकि उसका दूसरा साथी भाग निकला। घटना रात करीब बारह बजे की थी। उसे सूटकेस चुराकर ले जाने का आरोप में पकड़ा गया था। वहीं 19 जून 2019 को भी भीड़ ने कानून हाथ में लिया गया था। तब चोरी के आरोप में पीट-पीटकर एक युवक को मार डाला गया था। घटना शहर के गौसगंज की थी।

डॉ. अंबेडकर की शिक्षा आज भी प्रासांगिक

आरा : भारत रत्न डॉ. भीम राव अंबेडकर की 130वी जयंती पर आज उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। विभिन्न राजनितिक दलों के नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, प्रोफेसर, गैर सरकारी संस्था एवं अन्य ने उन्हें तेल चित्र पर पुष्पांजलि दी।

इस अवसर पर बोलते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि डॉ. भीम राव आंबेडकर की शिक्षा आज भी पूरी दुनिया में प्रासांगिक हैं जिसे एक शांतिपूर्ण, समावेशी व बहुआयामी विश्व व्यवस्था के निर्माण के लिए हमारी संस्कृति और मूल्यों में निहित करने की जरूरत है। हर किसी के लिए समानता जरूरी है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हम बिहार में प्रयत्नरत है। बाबा साहेब के सपनों को जमीन पर उतारने के लिए सरकार और लोगों को एक साथ मिलकर काम करना होगा।

वक्ताओं ने डॉ. अंबेडकर की शिक्षा का अनुसरण करने पर जोर दिया तथा कहा कि हमारा देश कितना विकसित हो चुका है मायने नहीं रखता, डॉ. अंबेडकर से सीखने के लिए हमेशा बहुत कुछ रहेगा। युवाओं को डॉ. अंबेडकर से सीखना चाहिए और सच्चाई के लिए बिना किसी भय के लड़ना चाहिए।

राजीव एन० अग्रवाल की रिपोर्ट

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